बहन को मां बनाकर उसका घर बसाया- 2

भेनचोद बनने की तैयारी मैं तब करने लगा जब मेरी बहन ने मुझ से चुद कर माँ बनने की जिद की. मेरी माँ भी इस काम के लिए तैयार थी. तो मैं अपनी बहन की चुदाई के लिए तैयार हो गया.

दोस्तो, मैं राहुल अपनी शादी शुदा बहन की चुदाई की कहानी के इस भाग आप सबका स्वागत करता हूँ.
कहानी के पहले भाग
सेक्सी बहन से सेक्स की इच्छा
में अब तक आपने पढ़ा था कि मेरी बहन ने मेरी मां को इस बात के लिए राजी कर लिया था कि वे मुझे दीदी को चोद कर गर्भवती करने के लिए कहें. इसी लिए मेरी मां मुझसे बहन की चुदाई करके उन्हें मां बनाने की बात कह रही थीं.

अब आगे भेनचोद बनने की तैयारी:

मैंने कहा- यह काम जीजाजी क्यों नहीं करते?
मां बोलीं- वह नामर्द है और शादी के बाद अब एक भी बार तेरी दीदी के साथ संबंध नहीं बना पाया है.

यह बात सुनकर मैं बहुत खुश हुआ कि मुझे सीलपैक माल मिलने वाला है.
पर मैंने अपनी खुशी कि दबाते हुए कहा- मां वे तो मेरी बड़ी बहन हैं. उनके साथ यह सब मैं कैसे कर सकता हूं?

मां ने कहा- बेटा हमारी भी जिंदगी बदल जाएगी. तेरी दीदी कह रही थी कि मुझे बच्चा होने के बाद मैं आप सबकी जिंदगी एकदम से बदल दूंगी. बेटा वह तुझे अपनी दौलत से भर देगी. अब बता बेटा कि क्या तू यह काम करने के लिए राजी है? तेरे फैसले से हमारी सबकी जिंदगी एकदम से बदल जाएगी!

मैंने मां से कहा- मां, यदि दीदी नहीं मानी तो?
मां ने कहा- यह सब मुझसे तेरी दीदी ने ही कहा है कि तुझे राजी कर लूँ. यदि कोई बाहर का लड़का तेरी दीदी के साथ ऐसा करेगा तो वह लड़का तेरी दीदी को बाद में परेशान भी कर सकता है.

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मैं चुप रहा तो मां ने एक ऐसी बात कह दी कि जिसे सुनकर मैं एकदम से हैरान रह गया.

मेरी मां यह बोलीं- तेरी दीदी मुझे बता रही थी कि उसकी शादी से पहले तू उसे चोदने की इच्छा रखता था!
अपनी मां के मुँह से बहन को चोदने की बात एकदम खुल्लम खुल्ला सुनकर मैंने अपनी नजरें शर्म से नीचे कर लीं.

वे मेरे हाथ को पकड़ कर हँसती हुई कहने लगीं- मान जा बेटा, तुझे रसमलाई खाने मिल रही है.
यह सुनकर मैंने भी अपनी मां से कह दिया- अगर यह सब आपको और दीदी को ठीक लगता है, तो मैं यह काम करने के लिए तैयार हूं.

मां हंसकर मुझे अपने गले लगाने लगी और बोलीं- यह सुनकर तेरी दीदी बहुत ज्यादा खुश हो जाएगी. आज रात से ही तू अपने काम को अंजाम देना शुरू कर दे.
फिर हम दोनों बाहर आ गए.

मां ने दीदी की तरफ अपने थंब से काम बन गया का इशारा करते हुए कमरे में आने के लिए कहा.
दीदी मां के साथ कमरे में चली गईं और मां ने दीदी को मेरे बारे में सब कुछ बता दिया.

दीदी हंसती हुई बाहर आईं और मेरी तरफ देख कर स्माइल करने लगीं.
मैंने भी उनकी तरफ देख कर स्माइल करना शुरू कर दी और अपनी नजरें नीचे कर लीं.

इसके कुछ ही देर बाद दीदी की ससुराल से जीजा जी का फोन मेरे पास आया.
जीजा जी बोले- तुम अपनी दीदी को घर पहुंचा जाओ. मैं जरा काम से बाहर जा रहा हूं. तेरी दीदी मम्मी पापा का ख्याल रख लेगी.

मैंने फोन रख कर दीदी से कहा- जीजा जी ने आपको घर बुलाया है. वे कह रहे हैं कि वे कहीं बाहर काम से जा रहे हैं.
दीदी बोलीं- ठीक है, अपने जीजा जी से कह दो कि कल सुबह घर आ जाएंगे.

मैंने जीजा जी से कहा- जीजा जी, ठीक है, कल सुबह मैं दीदी को आपके घर पहुंचा दूंगा.

अगले दिन मैं सुबह उठ कर फ्रेश हुआ और तैयार होकर दीदी की ससुराल उन्हें छोड़ने जाने लगा.

रास्ते में दीदी मुझसे बोलीं- राहुल, मैंने मां के जरिए तुझसे कुछ कहलवाया था, क्या तू तैयार उस काम के लिए राजी है?
मैंने कहा- हां दीदी मैं तैयार हूं. पर दीदी अभी तो आप अपनी ससुराल जा रही हो. अब यह काम कैसे होगा?

दीदी बोलीं- मैं कुछ करती हूं.
मेरे मन में एक ख्याल आया कि मैं दीदी से कहूँ.

मैंने कहा कि दीदी एक बात मेरे मन में आ रही है.
दीदी बोलीं- क्या?

मैंने कहा- यदि मैं आपको चोद कर अपने बच्चे की मां बना दूँ, तो यह बात जीजाजी को पता चल जाएगी क्योंकि उन्होंने आपके साथ एक भी बार सेक्स नहीं किया है!
दीदी बोलीं- हां तेरे जीजा जी को यह सब पता है. वे भी मुझे छोड़ना नहीं चाहते हैं क्योंकि अगर वह दूसरी शादी करते हैं, तो उस लड़की की भी जिंदगी खराब हो जाएगी. इसलिए तेरे जीजा जी ने मुझे अपने दोस्त के साथ करने को कहा था, तो मैंने मना कर दिया था. मैंने उन्हें कह दिया था कि मैं आपके दोस्त के साथ नहीं कर सकती हूँ, तो वे बोले कि जैसा तुम्हें ठीक लगे वैसा कर लो. तुम चाहे अपने दोस्त के साथ कर लो या फिर किसी और के साथ. तो मैंने उनसे कहा कि मैं सब कुछ ठीक कर लूँगी, आप टेंशन ना लो.

मैं यह बात सुनकर एकदम से चौंक गया और कहने लगा- इसका मतलब यह हुआ कि आपने जीजा जी को यह सब बता दिया है.
दीदी हां में जवाब देने लगीं.

मैं मन ही मन बड़ा खुश था कि मैं सभी की जानकारी में अपनी बहन की चुदाई करने वाला हूँ.
कुछ देर बाद हम दोनों दीदी की ससुराल पहुंच गए.

दीदी अपने कमरे में चली गईं और मैं जीजा जी से मिलकर उनसे वापस जाने की बात कहने लगा.
मैं- जीजा जी, अब मैं वापस अपने घर के लिए निकलता हूं.

तभी दीदी आईं और बोलीं- तू आज यहीं रुक जा!
मैंने कहा- नहीं दीदी, वहां घर पर मां अकेली हैं और पापा अपने काम से बाहर गए हुए हैं. उन्हें आने में 2 हफ्ते लग जाएंगे.

इस पर जीजा जी बोले- ठीक है तुम जाओ और अपनी माताजी का ख्याल रखना.
मैं वहां से चला आया और मां से सब बताया.

मां कहने लगीं- चल मैं कुछ करती हूं.
फिर मेरी मां ने मुझे एक प्लान बताया- मैं दो दिन बाद तेरे जीजाजी को फोन करूंगी और उनसे कहूंगी कि मुझे सीढ़ियों से गिरने से मेरे पैर में बहुत ज्यादा चोट आई है. तेरी दीदी को मेरा ध्यान रखने के लिए भेज दें.

अपनी मां का यह प्लान सुनकर मैं बहुत प्रसन्न हो गया और अपनी मां को गले लगाकर कहा कि हां यह ठीक रहेगा.

बस अब क्या रह गया था.
मुझे अपनी दीदी की चुदाई के लिए बहुत ज्यादा हवस चढ़ने लगी. मुझे तो एक एक दिन एक एक साल की तरह लग रहा था.

दो दिन बाद मां ने शाम को मेरे जीजा जी को फोन लगाया और कहा- बेटा, मैं सीढ़ियों से गिर गई हूँ. यदि तुम कनक को घर पर भेज दो तो बड़ी मेहरबानी होगी. वह मेरा ध्यान रख लेगी क्योंकि मुझसे उठा ही नहीं जा रहा है. मेरे पैर में बहुत ज्यादा चोट आई है.

जीजा जी ने कहा- ठीक है मम्मी जी, कल आप राहुल को भेज देना. मैं अभी कनक को फोन करके कह देता हूं कि कल आप माता जी के घर चले जाना.
इस पर मां ने कहा- ठीक है बेटा, आप फोन करके कनक से कह देना क्योंकि मैं अगर उससे कहती हूँ, तो वह आने से मना कर देती.

फिर मां ने मेरा फोन मुझे वापस दे दिया और कहा- जाकर ले आना अपनी दीदी को!

अब मैं अगली सुबह का बहुत बेसब्री से इंतजार करने लगा.
सुबह होते ही मैं दीदी की ससुराल पहुंच गया और दीदी को लेकर अपने घर आ गया.

मैं दीदी से कहा- देख मां ने कहा था कि कोई प्लान करके मुझे घर पर बुला लेगी, तो मां ने बुला लिया है.
इस पर मैंने दीदी से कहा- दीदी आपने अपनी ससुराल वाले घर में क्यों नहीं करवा लिया.

दीदी ने मुझसे कहा कि मेरे सास-ससुर बहुत तेज हैं और यदि उन्होंने यह सब करते हुए देख लिया तो मुझे घर से निकाल देंगे. तभी तो मां ने यह प्लान बनाया और मुझे अपने घर बुला लिया.

घर आकर दीदी अपने कमरे में चली गईं और मैं अपने कमरे में चला गया.
मुझे पता था कि मेरी बरसों की हवस आज पूरी हो जाएगी.

मैं आज की रात होने के लिए और भेनचोद बनने को बेताब था.
अपनी सगी बहन को चोदकर उसे गर्भवती करने के लिए मुझे उसकी सील पैक चुत मिलने वाली थी.

मैं सोचने लगा कि एक बार में ही मेरी बहन पेट से हो जाएगी या पता नहीं उसे कितने दिन तक चोदना होगा.
यह सब सोचते हुए मैं बाहर घूमने के लिए चला गया.

बाहर घूमते हुए मैंने सोचा कि आज मैं अपनी दीदी की चुदाई करूंगा, तो कितनी देर तक चुदाई कर सकूँगा.
सामान्यतया सेक्स करने में ज्यादातर मर्दों का पांच दस मिनट में काम हो जाता है.

इतने से मेरा काम सही से नहीं होगा.
तो मैंने सोचा कि आज तो मुझे अपनी दीदी को दो-तीन घंटे लगातार चोदना चाहिए. तभी उसे अपने भाई की ताकत पर गुमान हो सकेगा.

यह सब सोचते हुए मैं मेडिकल स्टोर की तरफ चला गया.
उधर काम करने वाली एक लड़की को मैंने अपने पास बुलाया और उससे पूछा- आपके स्टोर में कोई ऐसी दवा है, जिसे लेकर मैं दो घंटे तक लगातार सेक्स कर सकूं?

वह बोली- हां है पर बहुत महंगी दवा है.
मैंने कहा- कितनी महंगी है?

वह बोली- आठ सौ रुपए का एक स्प्रे आता है.
मैंने पूछा- उससे कितनी देर तक सेक्स कर सकते हैं.
वह बोली- लगातार दो घंटे तक!

मैंने उससे कहा- उससे करने से कोई दिक्कत तो नहीं होगी?
वह मुझसे बोली- नहीं, उसे यूज करने से कोई दिक्कत नहीं होती है.

मैं अभी कुछ और कह पाता कि वह लड़की वापस बोली- इसे यूज करने से आपके टूल का साइज भी बहुत बढ़ जाता है और वह फूल कर मोटा भी हो जाता है.
मैंने मुस्काते हुए उसे देखा और उसके हाथ में पैसे दे दिए.

वह भी अपनी गांड मटकाती हुई गई और स्प्रे ले आई.
मैंने पूछा- इसे कितनी देर पहले लगाना चाहिए?

वह बोली- उसमें सब लिखा रहता है.
मैं ओके कह कर उससे स्प्रे लेकर घर आ गया.

मैंने देखा दीदी एकदम से छोटे छोटे कपड़ों में पहले की तरह सोफे पर बैठी हुई थीं.
पर मुझे आज उनको उन छोटे कपड़ों में नहीं चोदना था. मुझे तो उनको शादी वाले लहंगे में चोदने का मन था.

मैं अपनी मां के पास गया और मैंने कहा- मैं दीदी को बिल्कुल वैसे ही चोदना चाहता हूँ, जैसे एक पति अपनी पत्नी को सुहागरात पर करता है.
मां बोलीं- हां तो ले जाना अपनी इस कुतिया को … और इसे चोद कर मना ले अपनी सुहागरात … और बना दे इसे अपने बच्चे की मां.

मैं हंसते हुए मां से बोला- मां, दीदी को मैं इन छोटे छोटे कपड़ों में नहीं चोदूंगा. आप जाकर दीदी से कह दो कि वे शादी के जोड़े में मुझसे मिलें. वे वही लहंगे को पहने, जो उन्होंने अपनी शादी के समय पहना हुआ था.
मां हंसती हुई बोलीं- चल मैं अभी तेरी दीदी से कहे देती हूं.

मैं यह सुन कर अपने बाथरूम में चला गया और जाकर फ्रेश होकर खाना खाने के लिए आया.

मैंने देखा कि मेरी दीदी ने लहंगा चोली पहन हुआ था.
उनकी चोली एकदम टाइट थी.

उस वक्त दीदी ने अपने मम्मों के ऊपर चुनरी नहीं डाली हुई थी तो गहरे गले वाली चोली से दीदी के आधे से ज्यादा दूध दिखाई दे रहे थे.
वे शायद मुझे गर्म करने के लिए बिना चुनरी के आ गई थीं.

मैं उन्हें देखकर एकदम ठगा सा देखता रह गया.
मेरा लंड एकदम से खड़ा होने लगा.

मैं सेक्स कहानी पढ़ने वाली पाठिकाओं और गांड मराने वाले लड़कों को अपने लंड के बारे में बताऊं कि मेरा लंड काफी लंबा और ढाई इंच मोटा है, जो कि किसी की भी चूत फाड़ने के लिए एक बहुत मोटा और लंबा लंड है.

दीदी ने मेरी टांगों के बीच मेरे फूलते हुए लौड़े को देखा और वे इठला कर सामने वाली कुर्सी पर बैठ गईं.

मैंने खाना खाया और अपनी बहन की चुदाई के लिए तैयार हो गया.

पर मेडिकल स्टोर वाली लड़की ने मुझे एक बात और भी बताई थी कि इस स्प्रे के पैक के अन्दर एक कागज मिलेगा, उसे पढ़ना जरूरी है.

मैंने बाथरूम में जाकर उसे कागज को निकाल कर पढ़ा.
उसमें लिखा था कि इस स्प्रे को चुदाई करने से 15 से 20 मिनट पहले अपने लंड पर लगा लेना चाहिए. वरना ठीक लंड को चूत में पेलने के समय यह स्प्रे असर नहीं दिखाता है.

अब मैंने स्प्रे को अपने लौड़े पर अच्छी तरीके से छिड़क लिया और बाहर आ गया.
उस वक्त तक मेरी बहन कमरे में चली गई थीं.

मां ने मुझसे कहा- अब तू जा और अपने काम को अंजाम दे.
मैं मां की तरफ देख कर हंसते हुए उठा और दीदी के कमरे में आ गया.

दीदी दरवाजे पर ही मेरे अन्दर आने का इंतजार कर रही थीं.

तब दीदी मेरी तरफ हंस कर देखने लगीं और मैं भी उनकी तरफ देख कर मुस्कुराने लगा.

मैंने उन्हें अपनी गोद में उठा लिया और उनको बेड पर ले गया.
अपनी सगी दीदी को मैंने बेड पर लेटा दिया और झुक कर उनके गालों पर चूम लिया.

तभी दीदी ने मुझे अपने हाथों से पकड़ा और अपने होंठों से लगा कर चूमने लगीं.
मैं एकदम से सिहर सा गया.

मुझे अपनी बहन के रसीले होंठों का स्वाद आज पहली बार मिला था.
अभी तो न जाने कितनी चीजों का स्वाद पहली बार मिलने वाला था.

दोस्तो, अगले भाग में दीदी की चुदाई की कहानी का रस पढ़ने को मिलेगा.
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