चाची की चूत की खुजली मिटाई

गरम चाची की चूत में लंड पेल कर मैंने उसनी प्यास तो बुझी ही, मुझे भी देसी फुद्दी मार के बहुत मजा आया. चाची को मेरा लंड चूसने में बहुत मजा आता है.

दोस्तो! मैं अपने बारे में बता दूँ कि मेरा नाम गुरी (बदला हुआ नाम) है।

लड़कियों के लिए बता दूँ कि मेरी उम्र 22 साल है।
मेरा लंड 7 इंच लंबा और 2.5 इंच मोटा है, जो सबकी चूत में जाकर उनका भोसड़ा बनाता है!

मैं इस साइट का नियमित पाठक हूँ।

इन कहानियों को पढ़कर मैंने भी अपनी सगी चाची को चोदा।

ये मेरी पहली कहानी है गरम चाची की चूत में लंड पेलने की … तो गलती हो तो माफ कीजिएगा।

तो पहले मैं आपको अपनी चाची के बारे में बता दूँ।
उनका नाम पूजा है और उनकी साइज़ 32-30-32 है।
उनका रंग साफ है, मस्त चूचे, मस्त गांड है।
उन्हें देखकर हर लंड सलामी देने लगता है!

अब मैं कहानी पर आता हूँ।
बात ये थी कि मैं अपनी चाची को बहुत पसंद करता था।
उन्हें देखकर मेरा लंड खड़ा हो जाता था।

मैं उन्हें काम करते वक्त छूता रहता था — कभी कमर पर, कभी गांड पर, कभी बाहों पर।
इसमें मुझे बड़ा मज़ा आता था!
इस पर चाची भी कुछ नहीं कहती थीं।

फिर एक दिन हम लोग रात को कंबल में बैठे थे।
उस समय चाची मेरे पास बैठी थीं।

उन्होंने मेरे पैंट पर हाथ लगा दिया, लंड के पास, और सहलाने लगीं।

मैंने उनकी टांगों पर हाथ लगा लिया और सहलाने लगा।
उन्हें भी मज़ा आने लगा।

फिर उन्होंने मेरे लंड को पैंट से बाहर निकाल दिया और सहलाने लगीं।

आह! क्या मज़ा आ रहा था यार!
अब भी मेरा लंड खड़ा हो चुका है!
फिर उन्होंने मेरा हिला-हिलाकर पानी निकाल दिया।

अगले दिन चाची ने कहा, “क्या बात है! तेरा लंड बड़ा मस्त है! मज़ा आया रात को?!”

मैंने जवाब दिया, “मज़ा क्यों न आए! आप जैसी हसीना के हाथ में लंड हो और मज़ा न आए? मैं तो उस टाइम स्वर्ग में था! आपको पसंद आया मेरा?”
चाची बोलीं, “हाँ, आया! लेकिन स्वर्ग तो देखना अभी बाकी है, हम्म!”

फिर रात को मैंने चाची की चूत पर हाथ लगा दिया और सहलाने लगा।
चाची ने आँखें बंद कर लीं और मज़ा लेने लगीं।

मुझे भी क्या मज़ा आ रहा था!

फिर मैंने चाची की सलवार का नाड़ा खोल दिया और अंदर हाथ डाल दिया।
मैं चाची की नंगी चूत को सहलाने लगा।
उनकी चूत पर थोड़े-थोड़े बाल थे।

फिर चाची की चूत से पानी आने लगा, उनकी चूत गीली हो गई।

मैंने चाची की चूत में उंगली डाल दी और अंदर-बाहर करने लगा।
फिर चाची अकड़ने लगीं और उनकी चूत ने पानी छोड़ दिया।

मैंने सारा पानी हाथ पर लिया और उनके सामने चाट लिया।
चाची ने मुझे देखा और होठों पर जीभ फेरने लगीं।

फिर अगले दिन चाची और मैं घर पर अकेले थे।
सभी शादी में गए हुए थे, तो हमारे पास चूत चोदने का अच्छा मौका था।

मैं चाची के पास गया और उन्हें पीछे से पकड़ लिया।

चाची को अचानक पता लगा तो बोलीं, “आ गया मेरा राजा बेटा!”

मैंने कहा, “हाँ चाची! अब मुझे आपको ढेर सारा प्यार करना है!”
चाची बोलीं, “अच्छा जी! तो कर ना, रोका किसने है!”

फिर मैंने चाची के होठों पर होठ लगा दिए और उनके गुलाबी होठों को चूसने लगा।

चाची भी मेरा साथ देने लगीं, मेरे बालों को सहलाने लगीं।

मैंने उनकी गांड को पकड़ लिया और दबाने लगा।

चाची के होठ चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था!

फिर 10 मिनट किस करने के बाद मैंने चाची को बाहों में उठाया और बेड पर लिटा दिया।

उनके ऊपर चढ़कर फिर से किस करने लगा।

चाची बोलीं, “आह! मेरे लाल, बड़ा मस्त चूसता है तू!”

मैंने कहा, “आपको देखकर बहुत मन बहलाया है! चूसने में तो मज़ा दूँगा ही!”

फिर मैंने चाची की गर्दन को चूसा, फिर हाथों को, फिर सेक्सी गोरी बाहों को।
चाची को बहुत मज़ा आ रहा था और मुझे भी।

फिर मैंने चाची की कमीज निकाल दी और उनके पेट को चूसने लगा।
फिर नाभि में जीभ डालकर हिलाने लगा।
चाची मचल उठीं।

फिर मैंने मुंह से उनकी सलवार का नाड़ा खोला और निकाल दी।

मैंने उनके पैरों को चाटा, पैरों की उंगलियों को मुंह में लेकर चूसा, चिकनी टांगों को चाटा।

चाची सिसकारियाँ ले रही थीं, “उम्म्म! उम्म्म! आह्ह्ह! बेटा, क्या मस्त कर रहा है यार! आह्ह!”

फिर चाची ने मेरा शर्ट और पैंट निकाला और मेरी छाती को चूसा।
अंडरवियर के ऊपर से लंड हिलाने लगीं।
लंड पूरा खड़ा था।

फिर चाची ने लंड को बाहर निकाला, तो लंड उन्हें सलामी दे रहा था।

उसे देखकर चाची मुस्कुराईं और बोलीं, “आज तो मज़ा आ जाएगा! क्या मस्त लौड़ा है तेरा, साले बहनचोद!”

फिर चाची मेरा लौड़ा चूसने लगीं, पूरे मज़े से चूस रही थीं।

मैंने उनके सिर को पकड़ लिया और उनके मुँह को चोदने लगा।
मेरा पानी निकल गया और चाची ने सारा पानी पी लिया।
फिर सारा लंड चाटकर साफ कर दिया।

फिर मैंने चाची को लिटाया और उनकी ब्रा और पैंटी खोल दी।
चाची के चूचे को मुँह में भरकर चूसने लगा और चूत पर हाथ फेरने लगा।

मैंने 20 मिनट तक चूचे चूसे, बारी-बारी।
फिर मैंने चाची की चूत पर मुँह लगा दिया और चूसने लगा।
चाची की चूत में जीभ डालकर, दाने को काटकर मज़े दे रहा था।
चाची मस्त हो रही थीं, सिसकारियाँ ले रही थीं।

चाची बोलीं, “आह! गुरी, मज़ा आ रहा है! क्या मस्त चूस रहा है साले!
कितनों को मैंने दिया, तूने हम्म! आह्ह्ह! यार, बस कर, मारेगा क्या?”

फिर चाची कहने लगीं, “देर मत कर! चोद दे मुझे! फाड़ दे मेरी चूत!”

फिर मैंने उनकी चूत पर लंड लगाया और मेरा लौड़ा उनकी चूत में डाल दिया।
गरम चाची की चूत में लंड पेल कर शुरू हुई मेरी घमासान चूत-लंड का खेल!

चाची चिल्लाईं, “आ ह्ह्ह! चोद, गुरी! चोद मुझे! जल्दी-जल्दी, ज़ोर-ज़ोर से कर, बहनचोद! फाड़ दे मेरी चूत! ओह माँ, तेरा लंड!”

मैं बोला, “क्या मस्त माल है चाची! तू पूरी रंडी है! आह, मेरी रंडी चाची! उम्म्म!”

फिर मैंने उन्हें घोड़ी बनाया और पीछे से चूत में लंड डाल दिया।

मैं चाची को ज़ोर-ज़ोर से चोद रहा था।
चाची का शरीर अकड़ने लगा और वो झड़ गईं।

जब मैं झड़ने वाला था, मैंने पूछा, “कहाँ डालूँ अपना पानी?”
चाची बोलीं, “अंदर ही डाल दे!”

फिर मैंने ज़ोर-ज़ोर से चार-पाँच झटके लगाए और उनकी चूत में झड़ गया।
फिर उनके ऊपर पड़ गया।

मैंने पूछा, “कैसा लगा, मेरी प्यारी चाची?”
चाची बोलीं, “मज़ा आ गया, गुरी! इतना मज़ा मुझे कभी नहीं आया, साले! तूने तो फाड़ दी मेरी चूत!”

फिर चाची ने मेरे लंड को फिर से हिलाया और लंड खड़ा हो गया।
मैंने फिर से उन्हें चोदा।
किचन में भी चोदा।

मैं बोला, “चाची, मुझे आपकी गांड भी मारनी है! क्या चूतड़ हैं तेरे! आह्ह्ह!”
चाची बोलीं, “हाँ, मार लेना गांड भी, लेकिन फिर कभी!”

मैंने कहा, “मुझे तेरी लड़की पिंकी को भी चोदना है! बड़ी कड़क माल है साली, यार!
लंड खड़ा हो जाता है देखकर!”

चाची बोलीं, “अच्छा, बच्चू! माँ-बेटी दोनों को चोदेगा?!
ठीक है, मरवा दूँगी उसकी चूत भी तेरे लंड से!”

फिर हमने तीन बार और सेक्स किया और सो गए।

अब मैं और चाची दोनों मज़े करते हैं।
बहुत बार चाची को चोदा—बाथरूम में, किचन में, खेत में भी।
मेरी गर्म चाची को मेरे लंड की लत लग गयी.

फिर मैंने चाची की गांड भी मारी और उनकी बेटी को भी चोदा।
वो कहानी मैं बाद में लिखूँगा।

तो मैं आशा करता हूँ कि आपको मेरी गरम चाची की चूत में लंड की कहानी पसंद आई हो।
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बाय दोस्तो! अपना हिलाते रहो, और लड़कियाँ चूत में उंगली करती रहो!
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