देसी भाभी की चूत चोदी मैंने होटल में! उसने मुझे अपनी सहेली के माध्यम से अपनी वासना की शांति के लिए बुलाया था. वह देखने में सुन्दर और सेक्सी थी.
दोस्तो, मेरी उम्र 23 साल है और मैं 5 फुट 6 इंच लम्बा युवक हूँ. मेरे लन्ड का साइज अच्छा है.
मैं अहमदाबाद में रहता हूँ.
अन्तर्वासना फ्री सेक्स कहानी साईट पर यह मेरी पहली कहानी है.
उम्मीद है आप लोगों को यह देसी भाभी की चूत चोदी कहानी पसंद आएगी.
अभी तक मैंने बहुत सी महिलाओं को चोद कर संतुष्ट किया है लेकिन यह कहानी कुछ अलग है.
एक बार मेरी एक क्लाइंट का फ़ोन आया.
उसने बताया कि उसकी एक सहेली को मेरी सर्विस लेनी है.
मैंने हाँ की तो उसने मेरा नम्बर अपनी सहेली को दे दिया.
दो दिन पहले मुझे सूरत से एक महिला का मेल आया.
उसका नाम प्रियंका था और उसकी उम्र 30 साल के आसपास थी.
वह ही मेरी क्लाइंट की सहली थी.
मैंने उसका रिप्लाई दिया.
कुछ दिन तक हम मेल से ही बात करते रहे.
फिर जब उसे मुझ पर भरोसा हो गया तो हमने अपने नम्बर एक्सचेंज कर लिए.
उसने मुझे बताया कि उसके पति गवर्नमेंट जॉब करते हैं.
उसकी शादी को 4 साल हो गए हैं लेकिन वह अपने पति से बहुत ज्यादा संतुष्ट नहीं है.
उसने बताया कि वह एक बार लाइफ को एन्जॉय करना चाहती है और इसके लिए किसी दूसरे के साथ सेक्स ट्राय करना चाहती है.
फिर उस महिला ने मुझसे एक बार मिलने को कहा.
मैं तैयार हो गया.
फिर हमने सब कुछ प्लान किया.
दोस्तो, वह अपनि सहेली की बहन की शादी में मणिनगर (अहमदाबाद) आने वाली थी.
तो उसने कहा कि इस दौरान 1 दिन मैं उसके साथ ही रहूं.
मैं तैयार हो गया.
वह निर्धारित तारीख पर मणिनगर आ गई और उसने मुझे कॉल करके बताया कि उसने होटल बुक किया है और मुझे लेने आने को कहा.
तो मैं उसे रिसीव करने स्टेशन गया और उसे लेकर होटल में गया.
वहां पहुंच कर हम थोड़ा रिलैक्स हुए.
इसके बाद मैंने उसे अच्छे से देखा.
वह हल्की सांवली थी. उसने हरे रंग का सूट पहन रखा था जिसमें वह सेक्सी बहुत लग रही थी.
उसका फिगर 34 30 34 के करीब था.
इसके बाद मैंने उससे पूछा कि क्या प्लान है.
तो उसने कहा कि वह आज ही एन्जॉय करेगी और फ्रेंड के यहां कल जाएगी.
यह सुन कर मैंने उसे अपनी बाहों में खींचा और उसके होंठों को चूसने लगा.
फिर मैंने अपनी जीभ उसके मुंह में घुसा दी और चुसाई करने लगा.
वह बड़े अच्छे से मेरा साथ दे रही थी.
हमने 5-7 मिनट तक किस किया.
फिर मैं उसके चेहरे पर किस करने लगा.
थोड़ी देर बाद मैं धीरे – धीरे नीचे की तरफ आया और उसके गले को चूमने – चाटने लगा.
इससे वह मदहोश होने लगी.
थोड़ी देर बाद फिर मैंने उसके सूट को उतार दिया. अब वह सिर्फ ब्रा और पैंटी में थी.
इन कपड़ों में वह और भी मस्त लग रही थी.
इसके बाद मैंने दांतों से उसकी ब्रा को खींच लिया.
अब वह ऊपर से पूरी नंगी हो गई थी.
फिर मैं उसकी पीठ को चूमने और चाटने लगा.
मुझे ऐसा करने में बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर मैंने उसे लिटा दिया और उसके कंधे और गले पर लव बाईट देने लगा.
वह कुछ बोल नहीं रही थी, बस उम्म आह आह हां हां करके आहें भर रही थी.
पूरा माहौल मदहोश कर देने वाला हो रहा था.
फिर मैंने उसके मम्मों को हाथों में लिया और मसलने लगा.
इसी बीच मैंने उसके एक निप्पल को चुटकी में लेकर मसल दिया जिससे वह उछल पड़ी.
फिर मैं अपनी जीभ उसकी चूचियों पर फिराने लगा.
उसे बहुत मज़ा आ रहा और वह मुझसे चूचियों को मुंह में भरने के लिए कहने लगी.
तब मैंने उसके पूरे मम्मे को मुंह में भर लिया और जोर – जोर से चूसने लगा.
अब वह लेट कर आराम से मेरी पीठ पर हाथ फिरा रही थी.
मैं एक – एक करके उसके दोनों मम्मों से खेल रहा था.
फिर मैं उसके पेट और नाभि पर अपनी जीभ फिराने लगा.
मेरे ऐसा करने पर वह पागलों जैसी हो गई और तेज – तेज सिसकारी भरने लगा.
वह कहने लगी- मैं पागल हो रही हूँ. मेरे पति ने कभी ऐसा प्यार नहीं किया. बड़ा मज़ा आ रहा है.
फिर मैं एकदम नीचे चला गया और उसके नंगे पैर की उंगलियों को चूसने लगा.
इसके बाद मैं उसके पैर पर किस करता हुआ ऊपर आ गया और उसकी चूत को चूसने लगा.
दोस्तो, मैं उसकी चूत की फांकों को अलग करके अंदर तक जीभ डाल दी.
इसके बाद मैंने उसकी चूत को दांतों के बीच ले कर हल्के से काट लिया, इस पर चिहुंक उठी.
फिर मैं मस्ती में अपनी जीभ अंदर – बाहर करने लगा.
इस पर वह मुझे अपनी चूत में दबाने लगी और कहने लगी- खा जाओ इसे, बहुत तड़पाती है ये!
फिर उसने कहा कि आज के बाद तो यह तुम्हारे प्यार के लिए और तड़पेगी.
अब मैं अंदर तक जीभ डाल कर उसकी चूत चाट रहा था.
थोड़ी देर बाद उसने अपना पानी छोड़ दिया जिसे मैं पी गया और उसकी चूत चाट कर साफ कर दी.
इसके बाद मैं ऊपर आया और एक बार फिर से उसे किस करने लगा.
अब वह उठी और मेरे कपड़े खोल कर मेरे लन्ड को आज़ाद कर दिया.
फिर वह मेरे लन्ड को हाथ में लेकर खेलने लगी.
पहले तो वह उसे ऊपर – नीचे कर रही थी, फिर उसने लन्ड पर जीभ लगा दी.
अब वह मेरे लन्ड के सुपारे के छेद पर अपनी जीभ फिरा रही थी.
थोड़ी देर बाद उसने पूरे लन्ड को मुंह में ले लिया और मस्ती में चूसने लगी.
इस दौरान मैं उसके मम्मों को दबा रहा था.
थोड़ी देर तक लन्ड चूसने के बाद उसने कहा- अब मुझे न तड़पाओ, बस अब जल्दी से लन्ड अंदर डाल दो. मेरे अंदर आग जल रही है, जल्दी से मेरे जिस्म की आग बुझाओ. अगली बार जितना कहोगे उतना लन्ड चूस लूंगी.
मैंने उसे लिटा दिया और उसके ऊपर आ गया.
इसके बाद मैंने उसकी चूत के छेद पर लन्ड रख कर एक धक्का लगा दिया.
उसकी चूत हल्की टाइट थी.
मेरा लन्ड जैसे – जैसे अंदर जा रहा था, वैसे – वैसे उसे दर्द हो रहा था.
अब उसने मुझे रुकने को कहा तो मैं रुक गया.
फिर जब उसका दर्द कम हुआ तो मैंने एक बार में ही पूरा लन्ड अंदर ठेल दिया.
उसे अहसास न हो इसलिए मैं उसके होंठों को भी चूसने लगा.
थोड़ी देर बाद मैंने धक्के देना शुरू कर दिया.
अब वह भी गांड उठा – उठा कर मेरे धक्कों का जवाब दे रही थी.
बहुत जबरदस्त चुदाई चल रही थी.
साथ में ही मैं अपने हाथों से उसकी चूत सहलाने लगा जिससे वह और गर्म होने लगी और वह लगातार आह आह … उह उह … हम्म हम्म की आवाजें निकाल रही थी.
वह बड़े मज़े से लन्ड ले रही थी.
फिर मैंने उसे डॉगी स्टाइल में आने को कहा.
इस पर उसने तुरंत ही अपनी पोजिशन बदल ली.
अब मैं उसके लटक रहे मम्मों को मसलते हुए पहले उसकी गांड पर थप्पड़ मारा और फिर किस करने लगा.
इसके बाद मैंने पीछे से उसकी चूत में लन्ड पेल दिया और झटके देने लगा.
मेरे हर झटके का साथ वह बखूबी दे रही थी.
करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद मैंने उसे पूछा- पानी कहाँ छोड़ना है.
तो वह बोली- अंदर ही छोड़ दो!
और मैंने अपना पानी उसकी चूत में ही छोड़ दिया जो उसकी चूत से बाहर निकलने लगा था.
इस दौरान वह 2-3 बार झड़ चुकी थी.
फिर मैं वहीं लेट गया.
अब उसके चेहरे पर मुझे संतुष्टि का भाव नज़र आ रहा था.
उस दिन हमने 2 बार चुदाई की और रात में साथ ही सोए.
सुबह को उसने मुझे मेरे पैसे दिए और कहने लगी- अगर वापस अहमदाबाद आऊं तो मैं तुम्हें कॉल करूंगी!
यह कहकर अगले दिन वह अपनी सहेली के यहां चली गई.
तो दोस्तो, आपको मेरी यह देसी भाभी की चूत चोदी कहानी कैसी लगी?
मुझे मेल करके जरूर बताएं.
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