हॉट टीचर की चूत मारी मैंने! उस दिन मैं अकेला था टीचर के घर में! मेरी टीचर कुंवारी थी और बहुत सेक्सी थी. खुद पढ़ा कर देखें कि वह कैसे मेरे लंड के नीचे आई.
दोस्तो, मेरा नाम पीयूष है और मैं उत्तराखंड के चमोली शहर का रहने वाला हूँ.
मैं आपको अपनी और ट्यूशन टीचर की चुदाई की मसालेदार सेक्सी कहानी सुनाने जा रहा हूँ.
यह बात उस समय की है, जब मैं 12वीं क्लास में पढ़ता था और मैं फिजिक्स कैमिस्ट्री मैथ से बारहवीं कर रहा था.
मुझे ट्यूशन की ज़रूरत थी.
मेरे घर से लगभग थोड़ी ही दूर एक टीचर ट्यूशन पढ़ाती थीं.
उनका नाम प्रिया सिंह था.
प्रिया मेम की उम्र लगभग 25 साल की थी.
उनका फिगर ए वन … मतलब एकदम हीरोइन के जैसा फिगर था.
वे दिखने में बहुत ही ज्यादा सुंदर थीं.
उनके होंठ एकदम पिंक थे और बूब्स तो क्या ही बोलूं एकदम गुब्बारे से थे.
मैंने अपने घर वालों को ट्यूशन के लिए पूछा और प्रिया मेम के पास ट्यूशन पढ़ने जाने लगा.
पहले हफ्ते में तो उन्होंने मुझसे प्यार से बात की, फिर अचानक उनको न जाने क्या हो गया कि उन्होंने चीखना चिल्लाना शुरू कर दिया.
शायद मेरी मैथ की वजह से वे गुस्सा करने लगी थीं क्योंकि मेरी मैथ काफ़ी खराब थी.
बाकी सब्जेक्ट्स में तो मैं रट्ट मार लेता था, पर मैथ में तो रट्ट नहीं चलती है.
तो उन्होंने मुझे डांटना शुरू कर दिया.
अब टीचर जी ने तय किया और मुझे बाकी छात्रों से एक घंटा पहले बुलाना शुरू कर दिया.
वे मुझे 11वीं क्लास के सवाल हल करके पढ़ाने लगी थीं.
कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा और उनकी कोशिश रंग लाने लगी; मेरी गणित भी सुधरने लगी.
फिर एक दिन हुआ ये कि 1 वीं क्लास के छात्रों में से क़िसी छात्र की बर्थडे पार्टी थी तो सारे छात्र उसके घर गए थे.
मैं कोचिंग में अकेला ही आने वाला था.
मैंने मेम के घर आकर बेल बजाई और कुछ ही पलों में प्रिया मेम बाहर आईं.
उन्होंने दरवाजा खोला और मैं अन्दर चला गया.
उस दिन मेम ने वाइट टी-शर्ट और कॅप्री पहनी थी, वे बहुत हॉट व सेक्सी लग रही थीं.
मैंने अपनी किताब आदि खोली और पढ़ाई शुरू की.
तभी मेम ने मुझसे पूछा कि चाय पियोगे?
मैंने हामी भर दी.
चूंकि उस दिन सिर्फ़ हम दोनों ही रहने वाले थे, शायद इसलिए उन्होंने चाय के लिए पूछा.
वे अन्दर गईं.
मैंने उनके अन्दर जाते वक्त उनका पिछवाड़ा मटकते हुए देखा तो मेरा लौड़ा खड़ा हो गया.
मेरे दिमाग में ठरक जाग गई थी तो मैंने मोबाइल निकाला और पॉर्न देखना शुरू कर दिया.
उस ब्लू फिल्म में एक देसी लड़की चुद रही थी और उसके दूध बिल्कुल प्रिया मेम के जैसे ही थे.
उसकी शक्ल भी कुछ कुछ मेम के जैसी ही लग रही थी.
मैं अपने मन में उस लड़की को मेम समझ कर फिल्म देखने लगा.
मेरा लंड खड़ा हो गया था और मैं उसे सहलाने लगा था.
उसी समय मेम वापस आ गईं और वे मेरे पीछे खड़ी होकर मुझे उस फिल्म को देखते हुए देखने लगीं.
मुझे उस बात का अहसास ही नहीं हुआ.
वे समझ गयी थीं कि मैं क्या देख रहा हूँ.
उन्होंने कुछ नहीं बोला, क्या बोलतीं … आख़िर वे भी जवान लड़की ही तो थीं.
वे वापस किचन में जाने लगीं.
तभी उनका हाथ दरवाजे से टकराया.
मैं उस आवाज से एकदम से चौंका और उनकी तरफ देखने लगा.
तो मैं समझ गया कि टीचर आई थीं और मैं पॉर्न देख रहा था, ये बात उनको पता चल चुकी है.
ये सब सोच कर मेरी फट गयी.
इस घटना के बाद मैंने मोबाईल बंद किया और सोचने लगा कि मेम से क्या कहूँगा.
थोड़ी देर बाद टीचर किचन में फिसल गईं और उनके पैर की हड्डी मुड़ गयी.
वे चीखीं ‘अहः मर गई आह.’
मैंने उनकी आवाज सुनी तो भाग कर सीधा किचन में गया और टीचर को संभाला.
फिर टीचर जी को सहयोग देते हुए मैं उनको उनके बेडरूम तक छोड़ने ले जा रहा था.
अभी तक सब नॉर्मल ही चल रहा था.
फिर अचानक से मैंने महसूस किया कि मेरा एक हाथ उनके एक बूब्स पर बार बार लग रहा था.
हालांकि उन्होंने कुछ नहीं बोला.
मैं उनकी गोलाई का मजा लेने लगा.
कुछ पलों बाद मैंने उनको उनके बेडरूम तक पहुंचा दिया.
फिर उन्होंने मुझसे आयोडेक्स बाम लगाने को कहा.
मैंने ओके कहा और सामने रखी मेज से आयोडेक्स बाम उठाया कर मैंने मेम को बाम लगाना शुरू की.
उनका पैर मुड़ गया था, तो मैंने बहुत प्यार से उनके पैर पर बाम लगाई.
उस वक्त मेम को दर्द हो रहा था और मेरे हाथ से दबाव पड़ने से उन्होंने आवाजें निकालना शुरू कर दीं- उँ … उम्म उन्ह!
उनकी आवाजें सुनकर मैं गर्म हो गया.
फिर टीचर ने पता नहीं क्यों मेरी गर्लफ्रेंड के बारे में पूछा.
मैंने कहा- मेम मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है.
मेम ने कहा- क्यों?
मैंने कहा- बस में ऐसे ही. मुझे वैसे भी कोई पसंद तो करता नहीं है … शायद इसलिए मेरी कोइ गर्लफ्रेंड नहीं है.
तभी बाहर बारिश होने लगी.
मैं चाय लेकर आया और एक कप मेम को पकड़ा दी व दूसरा कप मैं खुद लेकर पीने लगा.
थोड़ी देर बाद अचानक से मेरा फोन जेब में ऑन हो गया और पॉर्न फिल्म चलने लगी.
चूंकि मैंने हेडफोन्स भी नहीं लगाए थे तो चुदाई की आवाजें पूरे रूम में आने लगीं.
मैंने हड़बड़ाते हुए जैसे तैसे आवाज बंद की और मेम की तरफ देखा.
मुझे उनसे नजरें मिलाना भी मुश्किल हो रहा था.
मैंने हाथ जोड़कर मेम से कहा- मेम प्लीज़ क़िसी को बताना मत.
वे गुस्सा कर रही थीं.
उन्होंने कहा- तू रुक, तेरे घर पर फोन करती हूँ.
वे फोन लगाने लगीं.
मेरे दिमाग़ में कुछ नहीं चल रहा था.
मैंने उनसे बहुत बार सॉरी बोला.
पर जब वे नहीं मानी तो मैंने आगे बढ़ कर एक जोरदार टाइट हग करते हुए मेम के होंठों पर किस कर दिया.
मेम हड़बड़ा उठीं और मुझसे छूटने की कोशिश करने लगीं.
पर मैंने उन्हें नहीं छोड़ा.
फिर अचानक से मेम ने पूरी ताकत लगाते हुए मुझे धक्का दिया और मैं पीछे को हो गया.
मेम के आंसू आने लगे और मैंने उन्हें सॉरी बोला.
वे कहने लगीं- मैं तुझे क्या समझ रही थी और तू क्या निकला. क्या इस तरह से अपनी मेम के साथ किया जाता है?
मैं चुप था, मुझे समझ ही नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं.
तब मैं हाथ जोड़ कर उनसे माफी मांगने लगा और कहने लगा- मेम, मुझे समझ ही नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं, कैसे आपको अपनी गलती को सबको बताने के लिए रोकूँ?
मेम बोलीं- तो इसका मतलब ये कि तुम मुझे किस करो और वह भी मेरे होंठों पर चुम्मा लेने लगो!
मैं चुप था.
मेम काफी देर तक मुझे कुछ कुछ कहती रहीं.
मुझे कुछ समझ नहीं आया तो मैं उनके साथ उनके बिस्तर पर ही बैठ गया और उनके पैर दबाते हुए उनसे विनती करने लगा.
दरअसल मुझे समझ ही नहीं आया था कि मैं मेम के साथ ऐसा क्या करूं कि वे शांत हो जाएं.
उनके पैर दबाने से वे अचानक चुप सी हो गईं और मेरे हाथों से अपने पैर दबवाने का सुख लेने लगीं.
कुछ देर बाद वे बोलीं- तुम ये अच्छा कर रहे हो. मुझे तुमसे पैर दबवाने में अच्छा लग रहा है. पहले भी तुम किस लेने की जगह यही कर सकते थे.
मैंने देखा कि मेम हल्की सी खुश हो गई थीं.
मैं उनके पैरों को और जोर जोर से दबाने लगा.
मेम ने अचानक से कहा- तुमने मुझको किस क्यों किया था?
मैंने कह दिया- आप मुझे बहुत अच्छी लगती हैं मेम, इसलिए किया था.
वे मेरी तरफ देखने लगीं और बोलीं- इधर देखो जरा … क्या कह रहे हो तुम?
मैंने उनकी तरफ देखा.
वे मेरी आंखों में आंखें डालकर देखने लगीं.
फिर अचानक से न जाने उन्हें क्या हुआ कि वे कहने लगीं- जरा बताना कि मैं तुम्हें कितनी अच्छी लगती हूँ?
इस बार मेरी गांड फटी हुई थी तो मैं कुछ नहीं बोला.
पर उनकी आंखों में मैं अपने लिए प्यार उमड़ते हुए देखा.
मैंने सर झुका लिया और रोने लगा.
बस इतना होने के टीचर भी अब कहां रुकने वाली थीं.
उन्होंने मुझे भी लिप किस करना शुरू कर दिया.
उनकी किस से मेरी तो जैसे किस्मत ही चमक गयी.
मैं भी लग गया.
वे बताने लगीं- मैं तो तुमसे न जाने कितने दिन से अकेले में मिलने की सोच रही थी. तुम भी मुझे बहुत पसंद हो.
फिर उन्होंने अपने गिरने की बात को भी उनका ड्रामा बताया.
अब हम दोनों बिना रुके किस करते रहे.
फिर मैंने मेम के बूब्स दबाना शुरू किए और एक उंगली को उनकी चूत के पास ले जाकर कपड़ों के ऊपर से ही उसको सहलाने लगा.
हम दोनों का ऐसे ही थोड़ी देर तक खेल चला.
फिर मैंने उनके कपड़े खोले और अपने भी खोल दिए.
मैं मेम की चूत चाटने लगा और एक हाथ से उनके बूब्स दबाने लगा.
जल्दी ही उनकी चूत से पानी निकल गया.
अब मैंने अपने लौड़े पर थूक लगाया और मैं मेम को लिपकिस करने लगा.
वे भी मेरे साथ लिपकिस में मस्त हो गईं.
मैंने मेम को चुम्मी करते हुए ही अपने लौड़े को उनकी चूत में डालना शुरू कर दिया.
मेरा लौड़ा मेम की चूत में सरकने लगा.
वे आह आह करना चाह रही थीं पर मेरा मुँह उनकी आवाजों को रोके हुए था.
अभी मेरा आधा लौड़ा ही अन्दर गया था कि उनकी सिसकारियाँ निकलना शुरू हो गईं.
उन्होंने पूरी ताकत लगा कर अपना मुँह मेरे मुँह से हटाया और ‘अहाहाहह अहा हह उमम्म ऑश उई मां मर गयी …’ चिल्लाने लगीं.
मेम को बेहद दर्द हो रहा था और वे काफी छटपटा रही थीं.
उनके हिलने डुलने से चुदाई हो ही नहीं पा रही थी तो मैंने अपना लौड़ा मेम की चूत से बाहर निकाल लिया.
अब मैं हॉट टीचर की चूत चाटने लगा और मैंने उनको फिर से गर्म कर दिया.
तब दुबारा से मैंने लंड हॉट टीचर की चूत में डाला.
इस बार चूत का मुँह कुछ खुल गया था तो वे आधा लंड लेने पर ज्यादा नहीं तड़फीं बस उन्ह आंह करती रहीं.
मैंने अवसर पाते ही अपना पूरा लंड अन्दर घुसा दिया और उनकी चुदाई शुरू कर दी.
मैं मेम की कमसिन चूत में लंड पेलते हुए उनकी बड़ी जबरदस्त चुदाई करता रहा.
वे भी मस्त हो गई थीं और लंड लेने के लिए अपनी गांड उठाने लगी थीं.
मैंने मेम को हर पोज़ में तो नहीं पर उनकी सील तोड़ चुदाई कर दी थी.
मेम की आगे से चुदाई करने में बड़ा मज़ा आ रहा था. मुझे भी पहली बार चुदाई करने में दर्द हो रहा था पर मैंने मेम को चोदने में पूरी ताकत लगा दी.
उनके बड़े बड़े मम्मों को चूस चूस कर मैं उनमें से दूध ही नहीं निकाल पाया था बाकी सब कर दिया था.
कुछ देर चुदाई के बाद मेरा लंड झड़ गया.
फिर मैं और मेम दोनों साथ में नहाने गए.
उस दिन मैं अपने घर वालों को ये बोलकर मेम के घर रुका रहा कि आज सारे हफ्ते के छात्र एक साथ में पढ़ाई करेंगे और सबका टेस्ट भी होगा, तो समय ज्यादा लगेगा.
मैंने उस दिन मेम की किचन में बाथरूम में, क्लास में हर जगह हर पोज़ में उनको चोदा. हम दोनों ने चुदाई में खूब पसीना बहाया और पानी भी.
दोस्तो, बताएं आपको ये मेरी हॉट टीचर की चूत की कहानी कैसी लगी?
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