शादी के इवेन्ट मेनेजर से चुदाई- 2

हॉट गर्ल गोवा सेक्स कहानी में मेहँदी लगाने के काम से एक इवेन्ट मेनेजर से मेरी दोस्ती हो गयी. वह मेरे सेक्सी बदन को भोगना चाहता था. मुझे भी सेक्स की जरूरत थी तो हम गोवा गए.

यह कहानी सुनें.

दोस्तो, मैं सिबा अपने लेखक साथी राज के माध्यम आपको अपनी चुदाई की कहानी के बारे में बता रही थी.
कहानी के पहले भाग
इवेन्ट मेनेजर से चुदने गोआ गई
में अब तक आपने पढ़ा था कि राजन मुझे गोवा ले आया था. उधर के एक होटल के कमरे में मुझे दुल्हन के जैसे सजा कर बिठा दिया गया था.
मैं समझ गई थी कि राजन मेरी ढंग से चुदाई करने की तैयारियां कर रहा था.

अब आगे हॉट गर्ल गोवा सेक्स कहानी:

करीब दस मिनट बाद राजन कमरे में आया और उसने दरवाज़ा बंद कर दिया.
उसके बाद उसने एसी का टेंपरेचर 16 पर कर दिया.

वह मेरे करीब आकर बैठ गया और उसने मेरा हाथ पकड़ कर कहा- आज रात तुम मेरी पत्नी हो, तुम्हें आज मुझे अपने पति की तरह प्यार करना है!
मैंने नज़रें नीचे झुका लीं.

उसने मुझे गले से लगाया और बेड पर लिटा दिया.
वह भी मेरे पास ही लेट गया और मेरे हाथ को पकड़ लिया.

उसने फिर मेरे माथे पर किस किया, फिर मेरी आंखों पर … और फिर मेरे गाल पर चुम्मी ली.

उसके बाद जैसे ही राजन मेरे लबों पर चुम्बन करने लगा, मैंने शरारत से मुँह फेर लिया.
वह रुक गया और मुस्कुराने लगा.

फिर मैंने खुद ही उसकी तरफ मुँह कर दिया.
वह मेरी इस हरकत को देख कर खुश हो गया और मेरे होंठों पर किस करने लगा.

अब उसने मुझे मेरे होंठों को अपने होंठों भर कर एक तरह से स्मूच करना शुरू कर दिया था.
बड़ा अजीब लग रहा था क्योंकि यह सब मेरी लाइफ में पहली बार हो रहा था.
मेरे पति ने मेरे साथ ऐसा कभी नहीं किया था.

उसने बहुत देर तक चलने वाला लंबा स्मूच किया.
स्मूच करते करते ही उसने मेरे मम्मों को छुआ और दबाने लगा.

उसकी पकड़ हर क्षण और ज्यादा बढ़ती जा रही थी.

फिर उसने मेरे होंठों से होंठ हटाए और मुझे गले पर किस किया.
फिर मेरी पीठ पर चूमते हुए मेरे ब्लाउज का धागा खोल दिया.

उसने मेरे ब्लाउज को उतार दिया और अपना भी कुर्ता भी उतार दिया.

अब वह मेरे पेट पर किस किए जा रहा था.
कुछ देर बाद वह मुझे घुमा कर मेरे दोनों चूचों को दबाने लगा.

उस वक्त तक मेरे मम्मों पर ब्रा कसी हुई थी. वह ब्रा के ऊपर से ही मेरे दोनों दूध को बारी बारी से चूस रहा था.

फिर उसने मेरी ब्रा का हुक खोल दिया और धीरे से ब्रा निकाल दी.

मैंने दोनों हाथ से अपने चूचे छुपा लिए मगर उसने दोनों हाथों पकड़ कर साइड कर दिया और मेरे मम्मों पर किस किया.

मुझे अपने निप्पल को लेकर लगने लगा कि बस यह जल्दी से मेरे निप्पल को चूस ले.
मेरा ऐसा सोचना हुआ ही था कि उसने तभी मेरा निप्पल अपने मुँह में भर लिया.
मेरी आह निकल गई.

उसने बिना रुके मेरे निप्पल को अपने होंठों में दबा कर चूसना शुरू कर दिया.
इस गोवा सेक्स में मुझे बहुत लज्जत मिल रही थी और अजीब सी सनसनी हो रही थी.

सच बताऊं तो मुझे आज पहली बार अपने साथ सेक्स में मजा सा आने लगा था.
मेरे हाथ उसके सिर पर चला गया और मैं उसको अपने मम्मों पर दबा रही थी.

वह काफ़ी देर तक मेरे निप्पल चूसता रहा.
मैं भी अब अति गर्म हो चुकी थी.

राजन नीचे को सरकने लगा.
वह धीरे धीरे मेरे पेट पर आया और नाभि पर किस करने लगा; मेरी नाभि को जीभ की नोक से कुरेदते हुए चूमने लगा.

मुझे एक अजीब सा अहसास हो रहा था.
हालांकि मैंने पहले चुदाई की थी, पर ये सब मेरे लिए नया था.

राजन ने और नीचे सरक कर मेरी एक टांग पर किस करना शुरू किया तो मैं मचलने लगी.
वह मेरी कसमसाहट से बेपरवाह सा लगा रहा और मेरे दोनों पैरों को बारी बारी से अपने लबों से किस करने लगा.

यह करते हुए ही राजन ने मेरा लहंगा उठाना शुरू कर दिया.

जल्द ही उसके होंठ मेरी चूत तक आ चुके थे.
मेरे शरीर में एक अजीब सी कंपकपी हो रही थी.

राजन ने धीरे से मेरे लहंगे का नाड़ा खोल दिया.
लहंगा पूरा ढीला हो गया और राजन ने हौले से उसे खिसका कर नीचे कर दिया.
फिर पूरा का पूरा लहंगा निकाल दिया.

मैं अब सिर्फ़ पैंटी में थी.
मुझे बहुत शर्म भी आ रही थी.

तभी राजन ने दुबारा मेरे पैरों पर किस करते हुए मेरी जांघों को चूमा.
तदुपरांत पैंटी के ऊपर से मेरी चूत की फूली पहाड़ी को चूमना शुरू कर दिया.
सनसनी का आलम अपने शिखर पर हिलोरें लेने लगा था.

फिर राजन ने धीरे से मेरी पैंटी की इलास्टिक में दोनों तरफ से उंगलियां फँसाईं और उसे बड़े प्यार से नीचे खींच कर उतार दी.

मैं अब तक खुद को समझा चुकी थी कि आज सच में मैं जम कर और मस्ती से चुदने वाली हूँ.
मुझे खुद भी बेहद मजा आ रहा था.

मैं सोच रही थी कि राजन के साथ सेक्स के इस फ़ोरप्ले में इतना मजा आ रहा है तो चुदने में कितना अधिक मजा आएगा.
इसलिए मैं पूरे मन से राजन का साथ देने लगी.

राजन ने अब मेरी टांगों को खोला और मेरी बुर पर किस कर दिया.
चूत पर किस पाते ही मैं एकदम से मचल गई.

राजन ने बिना रुके मेरी बुर को चाटना शुरू कर दिया.
चूत भी एकदम रंडी हो चुकी थी, उसने खुद ही खुल कर रस टपकाना शुरू कर दिया था.
उसे अपनी इज्जत लुटवाने में शायद मजा आने लगा था.

राजन अपनी जीभ को मेरी बुर के अन्दर तक डाल कर चाट रहा था.
मैं पूरी तरह गर्म हो चुकी थी और मुझे बहुत मजा भी आ रहा था.

अब मैं भी राजन के सिर को पकड़ के अपनी चूत में दबाने लगी थी.
वह मेरी चूत के होंठों के साथ स्मूच जैसा कर रहा था.

मैं खुद को सातवें आसमान पर महसूस कर रही थी.
राजन ने काफी देर तक अपनी जीभ से मेरी कोमल चूत को अन्दर बाहर से चाट ली थी.

मैं अब झड़ने वाली थी और यही हुआ भी.
अंतत: मैं राजन के मुँह में ही झड़ गई, वह भी मेरा सारा पानी पी गया और पागलों की तरह मेरी चूत को चाटता जा रहा था.
चूत को चाट कर न केवल चमका दिया गया था बल्कि वापस से चुदासी कर दिया था.

अब राजन ने अपना पजामा और अंडरवियर खोल दिया.
उसका लंड एकदम तना हुआ था.

लगभग 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड देख कर मैं डर गई थी.
मुझे पता तो था ही कि आज मेरी बुर में यह लंड घुसने वाला है.
यह लंड मेरे पति के लंड से बड़ा और काफी मोटा है.

राजन ने मेरे पास आकर मुझे लंड हाथ में पकड़ कर हिलाने को कहा.
मैंने बात मान ली और हाथ से उसका लंड हिलाने लगी.

उसने मुझे लंड मुँह में डाल कर चूसने को कहा.
तो मैंने मना कर दिया क्योंकि मुझे उसका लंड मेरे मुँह के मुकाबले बड़ा लग रहा था.
पर उसके कहने पर मैंने लंड मुँह में ले लिया.

उसके लंड का स्वाद थोड़ा अजीब सा लगा पर बाद में अच्छा लगने लगा.
मैं भी पूरे जोश के साथ लंड को चूसने लगी.

कुछ मिनट लंड चूसने के बाद राजन मेरे मुँह में ही झड़ गया और सारा का सारा माल मेरे मुँह में ही छोड़ दिया.
मैंने माल बाहर थूक दिया.

तब मैंने राजन से बाथरूम जाने को कहा तो वह मुझे ले गया.
बाथरूम रूम से ही अटॅच्ड था.

मैंने बाथरूम में जाकर कुल्ला किया और राजन की ओर देखने लगी.
राजन ने वापस मुझे अपनी गोद में उठा लिया और बेड तक ले आया.

राजन और मैं लेट कर वापस स्मूच कर रहे थे.
हम दोनों एक दूसरे के मुँह में अपनी जीभ डाल रहे थे.

राजन का लंड फिर से तन चुका था.
अब मेरी बुर का उसके लंड से फाड़न उद्घाटन होने वाला था.

राजन ने मेरी टांगों को खोला और अपनी उंगली से मेरे बुर को सहलाने लगा.
मेरी बुर भी पुन: गीली हो चुकी थी.
उसकी उंगली से भी मुझे मीठा दर्द होने लगा था.

राजन ने अपना लंड मेरी बुर पर रख कर रगड़ना शुरू कर दिया और फिर धीरे से अन्दर डालना शुरू किया.

मुझे तो राजन की उंगली से ही दर्द हो रहा था तो अब पता नहीं लंड कितना दर्द देने वाला था.

खैर … कभी ना कभी तो राजन का लंड मेरी चूत में घुसने ही वाला था तो अब डर कर कोई फायदा नहीं था.

राजन ने लंड को मेरी चूत पर सैट किया और हल्का सा धक्का लगा दिया.
धक्का लगते ही उसके लंड का टोपा बुर में घुसने के लिए सैट हो गया.

अभी सिर्फ़ एक इंच लंड ही अन्दर गया था कि मैं दर्द से पागल हो गई.
फिर राजन थोड़ा और ज़ोर लगाने लगा और साथ ही मेरे निप्पल को मुँह में चूस रहा था.

निप्पल चूसते हुए ही उसने अपने लंड को एक ज़ोरदार धक्का देते हुए पेल दिया.
उसका प्रहार इतना तेज था कि एक ही बार में पूरा का पूरा लंड मेरी बुर को चीरता हुआ अन्दर घुस गया.

मैं दर्द से मर ही गई थी ‘उम्म्ह … अहह … हय … याह … ’
मेरी आंख से आंसू निकल आए.

राजन थोड़ी देर से वैसे ही रुका रहा और मेरे दर्द के कम होने का इंतज़ार करने लगा.
वह मुझे स्मूच कर रहा था.

एक मिनट बाद मेरा दर्द कुछ कम हुआ तो मैंने उसके मुँह को खुद से चूमा.
इससे राजन को समझ आ गया कि मैं रेडी हूँ.
वह बहुत ही धीरे से अपना लंड वापिस निकालने लगा.

मैं उसके लंड की तरफ देख रही थी और जैसा सोचा था, वही दिखाई पड़ा.
उसका लंड, गीली चूत होने की वजह से भीग चुका था.

राजन ने करीब 5 इंच लंड बाहर निकाला होगा और एक तेज झटका देते हुए अन्दर दे मारा.
उसने पूरा लंड वापस चूत के अन्दर डाल दिया.

राजन का लंड फिर से चूत में घुस गया.
मुझे अन्दर राजन का लंड अपने बच्चेदानी तक महसूस हो रहा था.

दर्द के साथ साथ मीठा अहसास भी होने लगा था.
वह धीरे धीरे लंड अन्दर बाहर कर रहा था.

कुछ ही पलों में मेरा दर्द आनन्द में बदल गया था और अपने आप ही मेरे मुँह से मादक आह आह आह की आवाज़ निकलनी शुरू हो गई थी.

मैंने राजन को कसके पकड़ लिया और शायद मेरा मन भी यही था कि राजन मुझे चोदता रहे.

राजन काफी देर तक धक्के लगाता रहा.
उसने मुझे हर तरह से रगड़ कर चोदा और चुदाई का भरपूर सुख दिया.

अब मैं झड़ने वाली थी.
मैंने राजन को कसके पकड़ लिया था.

वह समझ गया था कि मैं झड़ने वाली हूँ तो उसने अपनी स्पीड बढ़ा दी.

अगले एक मिनट में ही मैं झड़ गई.

राजन अभी भी फारिग नहीं हुआ था इसलिए उसने धक्के मारने चालू रखे.

करीब 5 मिनट बाद मुझे अपनी चूत में एक गर्म फव्वारा सा महसूस हुआ.
वह मेरी चूत में झड़ चुका था.

राजन सेक्सुअली बहुत ही ताकतवर मर्द साबित हुआ था.
शायद इसी लिए झड़ने के बाद भी वह अगले 2 मिनट तक धक्के मारता रहा.

आख़िर वह भी थक कर मेरे साथ लेट गया और मुझे स्मूच करने लगा.
राजन ने टिश्यू पेपर मेरी बुर को अच्छे से साफ किया और वह फिर से चूत को चूसने लगा.

कुछ मिनट तक राजन ने मेरे पूरे शरीर को दुबारा चूमा, चाटा, चूसा … और वह दुबारा मेरी चुदाई करने के लिए तैयार हो गया.

राजन ने फिर मेरी टांगें खोल कर अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया.
इस बार मुझे कम दर्द हुआ और साथ ही ज्यादा मजा भी आने लगा था.

राजन ने अगले राउंड में मेरी चुदाई काफी देर तक की, जिसमें मैं 2 बार झड़ चुकी थी.

गोवा सेक्स में मैं राजन से बहुत खुश हो गई थी और इसी लिए उसका पूरी तरह साथ दे रही थी.

हम दोनों ने उस रात पूरी रात चुदाई की.
राजन ने उस रात में मुझे कई बार चोदा.
सुबह करीब 5 बजे हम दोनों थक कर सो गए.

राजन मेरे साथ एकदम पति की तरह नंगे बदन को अपने सीने से चिपका कर सोया हुआ था.

हम दोनों करीब 11 बजे उठे.
मैं नहाने चली गई.

तभी राजन भी मेरे साथ बाथरूम में नहाने आ गया.
हम दोनों एक साथ नहाये.

उस दौरान हम दोनों फिर से गर्म हो गए और मेरी चूत में राजन का लंड घुस गया.
फिर से हमारी लम्बी चुदाई हुई.

उसके बाद मैंने कपड़े पहन लिए और राजन के साथ नाश्ता किया.
अब हम दोनों घूमने चले गए.

दोस्तो, उन 3 दिनों में राजन के साथ मैंने हर आसन में कमरे के हर कोने में चुदाई की.
ऐसा कोई आसान नहीं बचा थ जो हमने ट्राई ना किया हो.

हमने कम से कम 20 बार चुदाई की होगी.

फिर हम दोनों वापस अपने घर आ गए.

जब मैं अपने घर जा रही थी, तभी राजन ने मुझे रोक लिया और गाड़ी को अपने ऑफिस की तरफ मोड़ ली.
वहां वह मुझे अपने रूम में ले गया और फिर से मुझे स्मूच करने लगा.

उसने मुझे एक और राउंड चुदाई के लिए पूछा.
तो मैंने भी हां कर दी.

पुनः एक और राउंड चुदाई का खेल खेला गया.

अब मैं जाने लगी तो मैंने राजन को हग किया और घर जाने लगी.
जाने से पहले राजन ने मुझे आईपिल दी ताकि मैं प्रेगनेंट ना हो जाऊं.

मैंने दवा को खा लिया और घर आ गई.

तब से मैं राजन की प्रेमिका और वह मेरा प्रेमी बन गया.
अब तक हमारी टीम में सबको हमारे अफेयर का पता चल गया था.

मेरी सहेलियां भी अब मुझे हमेशा राजन के नाम से चिढ़ाती रहती हैं.
हम कहीं भी काम से बाहर जाते हैं, तो मैं राजन के साथ ही रूकती हूँ.

दिन में काम और रात को चुदाई करती हूँ.

तो यह थी मेरी हॉट गर्ल गोवा सेक्स कहानी, आपको कैसी लगी … मुझे अपनी राय जरूर दें.

मैं बस एक ही बात कहूँगी कि जब तक जवानी है, तब तक चुदाई के खेल से ज्यादा अच्छा खेल इस दुनिया में और कोई खेल नहीं हैं.
[email protected]