दो बड़े लंड से गांड मरवाने की ख्वाहिश

Xxx गांडू सेक्स कहानी में मैं लंड को प्यार करने वाला गांडू बॉटम हूँ. मेरी इच्छा हुई कि मेरे पास दो लंड हों, एक गांड में और दूसरा मुंह में. मैंने ऑनलाइन टॉप ढूंढ लिया.

सबको दिखाने के लिए मैं टॉप था पर अंदर से मुझे पता है कि मैं एक नंबर का लन्ड प्रेमी हूं।
आज मैं आपको अपनी दो लंडों से ठुकाई की Xxx गांडू सेक्स कहानी सुनाने जा रहा हूँ।

चार साल पुणे में रहने के बाद मैं अपने शहर लौट आया था।
पुणे में जॉब के चलते मुझे कभी सेक्स करने का मौका नहीं मिला।

अपने शहर लौटते ही कॉलेज की यादें ताज़ा हो गईं।
कॉलेज के दिनों में मैं अपने दोस्त को कैसे खुश करता था, उसका लंड कैसे चूसता था — सब कुछ याद आ गया।
शहर लौटने के एक महीने में ही मैंने दो बार गांड मरवायी।

लेकिन मेरा मन कुछ अलग करने को कह रहा था।

धीरे-धीरे मेरे मन में एक ख्वाहिश जागी कि मैं एक साथ दो लंड लूँ — एक मुँह में और एक गांड में।

मैंने अपनी ख्वाहिश पूरी करने की तैयारी शुरू कर दी।
सोशल मीडिया पर मैं टॉप ढूँढने लगा।

मैं ऐसा टॉप चाहता था जिसके पास अपनी जगह हो, जो मेरे घर से 20 किलोमीटर दूर हो, बड़ा लंड हो, और सुरक्षित जगह हो।

कड़ी मेहनत के बाद मुझे एक टॉप मिला, जिसका नाम मनोज था।
मैंने उसे अपनी ख्वाहिश बतायी।

वो बोला, “पहले हम दोनों करते हैं। बाद में किसी और को साथ ले लेंगे!”
उसका लंड आठ इंच से भी बड़ा था, तो मैंने सोचा, जो मिला, वही सही।

मैं बाइक से मनोज के घर चला गया।
वो बहुत शांत लड़का था।
उसकी उम्र 22 साल थी।

मनोज ने मुझसे चाय के लिए पूछा।
मैंने मना करते हुए कहा, “मैं अब बस लंड ही लूँगा!”
मनोज हँसने लगा और बोला, “इतनी भी क्या जल्दी है? आ, बैठ जा!”

मैं सोफे पर बैठ गया।
मनोज एक चेयर पर टाँगें फैलाकर बैठ गया।

मैं बार-बार उसकी पैंट की तरफ देख रहा था।
वो फोन पर कुछ कर रहा था।

थोड़ी देर बाद मनोज को एक कॉल आया।

मनोज, “क्यों भाई, रोहन, कैसा है?”
रोहन, “मजे में हूँ, भाई!”
मनोज, “अबे, मेरे घर आता क्या? एक माल लड़का है, बड़ी गांड वाला। उसको चोदना है!”

रोहन, “अरे यार, मैं तो मार्केट में हूँ!”
मनोज, “ठीक है, चल बाद में बात करते हैं!”

मैंने मनोज से पूछा, “भाई, ये कौन था?”
मनोज बोला, “तुझे दो लंड चाहिए थे, इसलिए दोस्त को बुला रहा था!”
दो लंड की बात सुनकर मेरे मन में लड्डू फूटने लगे।

मनोज ने फिर से कॉल लगाया।

मनोज, “हैलो गोपाल, तू फ्री है क्या अभी?”
गोपाल, “नहीं यार, काम में हूँ। क्यों, क्या हुआ?”

मनोज, “अरे, एक मस्त रंडी टाइप लड़का मेरे घर आया है। वो बोल रहा है, उसे दो लंड चाहिए। पर तू फ्री नहीं है!”
गोपाल, “एक काम कर, उसकी गांड की पिक भेज मुझे। पसंद आया, तो आ जाऊँगा!”

मनोज ने कॉल काटा और मुझसे कहा, “चल बेटा, पैंट उतार के डॉगी पोज़ में आ। जरा गांड उठा!”

मैंने वैसा ही किया और कहा, “पर फोटो में मेरा चेहरा नहीं आना चाहिए। फोटो खींचने के बाद मुझे दिखा। अगर चेहरा नहीं है, तभी आगे भेजना!”

मनोज ने हामी भरी, फोटो खींचा और गोपाल को भेज दिया।
मैं फिर से मनोज का लंड चूसने में लग गया।

थोड़ी देर बाद गोपाल आया।

मैंने कहा, “मुझे सिर्फ बड़े लंड पसंद हैं!”
दोनों एक-दूसरे की तरफ देखकर हँसने लगे।

मनोज बोला, “गोपाल, इस रंडी को लंड दिखा, भाई!”
गोपाल ने झट से पैंट उतारी और बेड पर लेट गया।

उसका आठ इंच का लंड तनकर खड़ा था।

मैं मस्ती में आ गया और उसका लंड चूसने लगा।

गोपाल का लंड मुझे बहुत पसंद आया।
वो दिखने में भी काफी हैंडसम था।

मनोज ने भी कपड़े उतारे और गोपाल के बगल में लेट गया।

उसका लंड भी आठ इंच का था, पर गोपाल से कम मोटा।
मैंने दोनों लंड चूसना शुरू कर दिया।

दोनों लंड चूसते-चूसते मैं जन्नत में पहुँच गया।
ऐसा लग रहा था जैसे मेरी सालों की तमन्ना पूरी हो गई।

मनोज ने सिगरेट सुलगायी और सोफे पर जाकर बैठ गया।
मैं गोपाल का लंड मस्ती में चूस रहा था।

थोड़ी देर बाद मनोज ने बुलाया, “अबे लवड़े, जरा मेरे लंड पर भी मक्खन लगा दे!”

मैं मनोज के पास गया और उसके लंड के साथ-साथ उसकी गोटियाँ भी चाटने लगा।

गोपाल को किसी का कॉल आया।
उसने मुझे रोकते हुए कहा, “चल, गांड उठा, भोसड़ी के!”

गोपाल ने मुझे पोज़ लेने का आदेश दिया।
मैंने पैंट उतारी, बेड पर हाथ टिका कर गांड ऊपर करके खड़ा हो गया Xxx गांडू सेक्स करने के लिए।

गोपाल ने लंड पर कंडोम लगाया और झट से मेरी गांड में लंड डाल दिया।
उफ! ये दर्द तो जितना मैंने सोचा था, उससे कहीं ज्यादा था।

मैंने आँखें बंद कर लीं और चिल्लाने लगा, “आह! ओह माय गॉड! चोदो मुझे! चोदो! आह!”
मनोज बोला, “रंडी, चिल्ला मत! पास में पड़ोसी रहते हैं। सब तेरी गांड मारने आ जाएँगे!”

मैं बस मुस्कुराया, पर मेरा चिल्लाना रुक नहीं रहा था।

गोपाल ने मनोज से कहा, “अबे, इसके मुँह में लंड डाल। तब इसकी आवाज़ बंद होगी!”
मनोज ने पूरा लंड मेरे मुँह में घुसेड़ दिया।

अब मैं फुल पैकेज रंडी की तरह दो लंडों का मज़ा ले रहा था।

इस सुनहरे क्षण को मैं मोबाइल में कैद करना चाहता था।
मैंने मनोज को मोबाइल देकर वीडियो बनाने को कहा।

गोपाल का काम हो गया।
उसे जल्दी में कहीं जाना था, वो कपड़े पहनकर निकल गया।

गोपाल के बड़े लंड ने मेरी हालत खराब कर दी थी।
मेरी गांड जैसे सदमे में चली गई थी।
गोपाल के जाने के बाद मनोज ने कंडोम लगाकर मेरी गांड पर लंड रखा।

लेकिन इतना बड़ा लंड अंदर जा ही नहीं रहा था।
पहली बार बड़े हथियार से हुए हमले के डर की वजह से मेरी गांड का छेद बंद हो गया था।

शांत मनोज गुस्सा हो गया।

उसने मेरे कपड़े अलमारी में लॉक कर दिए और जबरदस्ती गांड खोलने को कहने लगा।
मैंने उसके आगे मिन्नतें कीं, उसका लंड चूसा, पर वो मानने को तैयार नहीं था।

उसने जबरदस्ती मेरी गांड में लंड घुसेड़ दिया।
खू.न निकलने लगा, तब जाकर उसकी आत्मा को शांति मिली।

मैं रोते हुए बाथरूम गया, सफाई की और सोफे पर बैठ गया।
मनोज ने मुझसे सॉरी कहा।

मैंने फिर से उसका लंड मुँह में लिया और उसका पानी निकालकर पी गया।
पहली बार मैंने लंड का पानी पिया।

जाते वक्त मैंने मनोज से पूछा, “गोपाल कहाँ रहता है?”
मनोज ने जो पता बताया, वो सुनकर मैं सुन्न रह गया।
गोपाल मेरे ही एरिया में रहता था।

मैं पुणे में था, इसलिए अपने एरिया में किसी को नहीं पहचानता था।
जिस डर की वजह से मैं 20 किलोमीटर दूर आया था, वो डर अब मेरे पीछे पड़ गया।
उस दिन मैं घर वापस आ गया लेकिन मुझे डर लगा रहता था कि कहीं किसी मोड़ पर गोपाल न दिख जाए।

दोस्तो, ये थी मेरी पहली कहानी।
कुछ गलती हुई हो, तो माफ कर देना।
अगली कहानी में मैं बताऊँगा कि गोपाल मुझे फिर कैसे मिला।

Xxx गांडू सेक्स कहानी पर अपने विचार मुझे अवश्य भेजें.
धन्यवाद!
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