दो लड़कों से एक साथ चुदने का सपना

बॉटम गांडू सेक्स कहानी में मैं गांड मरवाने और लंड चूसने का शौक़ीन था. मैं ये दोनों काम एक साथ करना चाहता था. इसके लिए मुझे 2 टॉप लड़कों की जरूरत थी.

दोस्तो, मेरा नाम प्रणव है।
मैं औरंगाबाद में रहता हूँ।

मैं निश्चित रूप से एक बॉटम हूँ।
फिलहाल मेरी उम्र 27 साल है।

यह चार साल पहले की बॉटम गांडू सेक्स कहानी है।
उस समय मैं कई लड़कों के साथ ऑनलाइन सेक्स कर चुका था।

लेकिन मेरी एक इच्छा थी कि जब मैं एक लंड चूस रहा हूँ, तो दूसरा लड़का मेरी गांड मारे।
क्योंकि जब भी मैं किसी का लंड चूसता था तो मेरी गांड अपने आप ऊपर उठ जाती थी।

मैं तब 23 साल का था।

इसलिए मैंने अपनी खोज शुरू की।

एक दिन एक ऐप पर जसमीत नाम का एक लड़का मिला, जिसके पास जगह थी।
वह जगह शहर से 20 किलोमीटर दूर एमआईडीसी इलाके में थी।
उसका नाम जसमीत था।

वह हैंडसम तो था ही, साथ में एक तगड़े लंड का मालिक भी था।
उसकी उम्र 20 साल थी।

मैंने उससे अपनी इच्छा जाहिर की।
वो बोला- पहले घर आओ, फिर देखेंगे!”

मैंने अपनी बाइक किक मारी और उसके घर चला गया।

वह अपने घर में अकेला था।
घर गाँव से थोड़ा दूर, एकांत में था।
मुझे वह जगह वाकई पसंद आई।

मैंने अपने दिल की बात कह दी थी और अब जसमीत जिसे भी बुलाना चाहता था, उसके लंड पर चढ़ने के लिए मैं तैयार था।

उसका घर एक मध्यमवर्गीय परिवार के घर जैसा था।
उसने मुझे पानी दिया और खुद कुर्सी पर बैठ गया।

मैं खड़े-खड़े उसके इशारे का इंतज़ार कर रहा था और शर्म के मारे फोन में देख रहा था।

उसने एक कॉल किया- हेलो, गौरव, कहाँ है तू?
गौरव- माँ के साथ मंडी आया हूँ, भाई!

जसमीत- अरे, एक अच्छा बॉटम है, आता है क्या?
गौरव- भाई, मुझे 2-3 घंटे लगेंगे!

जसमीत ने फोन रख दिया और किसी और को कॉल लगाया।

जसमीत- हेलो, अनिरुद्ध सर, कहाँ हैं आप?
अनिरुद्ध- काम चालू है, बोलो क्या बात है!
जसमीत- एक बहुत टाइट बॉटम है। आपको चाहिए, तो मेरे घर आ जाओ!
अनिरुद्ध- ठीक है, 15 मिनट में आता हूँ!

जसमीत ने फोन रख दिया।

जसमीत- अरे, तू बैठा नहीं? बेड पर बैठ जा! शर्म मत कर, भाई, तेरी कोई सुहागरात नहीं है! वीडियो कॉल पर तेरा गांड का छेद देखा मैंने। तू तो कमाल की रंडी है! कितने लंड लिए आज तक?”
मैं- पता नहीं, कभी गिना नहीं!

जसमीत- वैसे, तेरा नाम प्रणव है, ना?
मैं- हाँ!

जसमीत- अनिरुद्ध 15 मिनट में आ रहा है। उसका बुल्ला तो बहुत बढ़िया है, बड़ा है, मोटा है, लेकिन जल्दी कोई नहीं लेता। अनिरुद्ध का लंड लेने के लिए दम चाहिए! आज देखते हैं तेरा दम। चैटिंग पर तो बड़ी-बड़ी बातें कर रहा था। आज देख ले दो लंड के मज़े!

मैं- हाँ यार, मेरा छेद बड़ा है। इसलिए मैं इसे आराम से लेता हूँ!

जसमीत- आराम? हाहाहा, पता चल जाएगा!

15 मिनट में अनिरुद्ध आ गया- अरे, तुमने अभी तक शुरू नहीं किया? मुझे लगा तुम दोनों का शॉट चल रहा होगा!

जसमीत- नहीं! इस रंडी को दो लंड चाहिए, एक मुँह में और एक गांड में! हा हा हा!
दोनों हँसने लगे।

अनिरुद्ध- चलो, मेरे पास समय कम है। मैं काम बीच में छोड़कर आया हूँ!

अनिरुद्ध ने अपनी पैंट उतारी और लंड खुला करके बिस्तर पर लेट गया।
अनिरुद्ध का लंड सचमुच बहुत बढ़िया था — लंबा और मोटा।
मैं इतना बड़ा लंड पहली बार देख रहा था।

मैंने जल्दी से अपनी पैंट उतारी और अनिरुद्ध के पैरों के पास बैठ गया।
मैंने अनिरुद्ध का लंड हाथ में लिया और उसकी गोटियों को सहलाने लगा।

फिर मैं गोटियाँ चूसते हुए उनका मज़ा ले रहा था।

बीच-बीच में उसके लंड को गाल और चेहरे पर मार रहा था।

उधर, जसमीत ने भी अपना लंड निकाल लिया और अनिरुद्ध के बगल में लेट गया।
उसका लंड भी बड़ा था, शायद 7 इंच का।

लेकिन मैं पहले अनिरुद्ध का लंड चूसना चाहता था।

मैं- जसमीत, तुम लंड को साफ करके आओ, थोड़ी बदबू आ रही है!
यह कहकर मैंने जसमीत को विदा कर दिया और मस्ती से अनिरुद्ध का लंड चूसने लगा।

लंड चूसते वक्त, लंड को मुँह में भरकर, भीगी बिल्ली की तरह टॉप पर आँखों में देखना मुझे अच्छा लगता है।
आज भी मज़ा आ रहा था।
आज तक ऐसा करते हुए मैंने खूब लंड चूसे थे।

फिर जसमीत भी आकर अपना लंड चुसवाने लगा।
दो बड़े लंड एक साथ चूसने का एक अलग मज़ा है।

तभी अनिरुद्ध उठ खड़ा हुआ- चलो! एक पोज़ लो, अब मुझे चोदने दो!

अनिरुद्ध उठ गया।

मैं भी उठा, अपनी टी-शर्ट उतार दी और बिस्तर पर हाथ रखकर डॉगी पोज़ ले लिया।

अनिरुद्ध ने कंडोम लगाया और लंड मेरी गांड में डालना शुरू कर दिया।
मुझे पीड़ा होने लगी।

जसमीत अपना हाथ मेरे सिर पर घुमा रहा था और मुझे तसल्ली दे रहा था।

मैं उनके दोनों के चेहरों पर तनाव साफ-साफ देख सकता था क्योंकि लंड मोटा होने के कारण गांड में जा ही नहीं रहा था।

अनिरुद्ध- जसमीत, तेल ले लो!
जसमीत ने तेल की शीशी अनिरुद्ध को दी।

अनिरुद्ध ने मेरी गांड में तेल लगाया और लंड घुसाने लगा।
तेल की वजह से लंड सट-सट करते हुए अंदर घुसने लगा।
जैसे-जैसे लंड अंदर जा रहा था, मेरी आवाज़ बढ़ने लगी।

अनिरुद्ध- अरे यार, इतना चिल्लाओ मत!
जसमीत- इसके मुँह में लंड डाल, चूतिया की आवाज़ बंद कर!”

जसमीत मेरे चेहरे के सामने बैठ गया और अपना लंड मेरे मुँह में घुसा दिया।

मैं रोते-रोते लंड भी चूस रहा था और अनिरुद्ध दे दनादन मेरी गांड मार रहा था।
मेरा बॉटम गांडू सेक्स का सपना आखिरकार सच हो रहा था।

फिर अनिरुद्ध ने मुझे खूब चोदा।
जसमीत भी मेरे मुँह में स्खलित हो गया।
अनिरुद्ध का हो गया।

उसको जल्दी थी, इसलिए वह चला गया।

मैं जाने वाला था, लेकिन जसमीत ने कहा- मैं और एक शॉट मारना चाहता हूँ!
मैं- ठीक है!
और मैं रुक गया।

जसमीत दरवाज़ा बंद करके बाथरूम में चला गया।
तभी किसी ने दरवाज़ा खटखटाया।

मैं घबरा गया और जल्दी से कपड़े पहनने लगा।
तब तक जसमीत ने आकर दरवाज़ा खोला।

बाहर गौरव था।

गौरव- ओए, मुझे अंदर तो आने दे! चुदाई अभी तक खत्म नहीं हुई? (मेरी ओर देखकर) ओह, यह तो बहुत कड़क माल है यार! चलो, अच्छा हुआ मैं जल्दी आ गया!
जसमीत- आने से पहले कॉल तो कर देता!

जसमीत ने दरवाज़ा बंद कर दिया।

मैं- यार, मैं अभी और एक ही बार लंड ले सकता हूँ। मेरी गांड दुख रही है!
जसमीत- भोसड़ी वाले, चैट पर तो बोल रहा था, 5 लंड ले सकता हूँ! अब क्या हुआ? मैं कुछ नहीं जानता, दो शॉट के लिए रेडी कर ले खुद को!

गौरव ने पैंट में हाथ डाला, अपना काला लंड बाहर निकाला और मेरे पास आकर मेरे मुँह में दे दिया।

फिर जसमीत ने मेरे कपड़े उतारे और मेरी गांड पर कंडोम लगाकर छप-छप गांड मारी और बाथरूम में चला गया।

उस दिन गौरव ने भी रुला-रुलाकर मेरी गांड मारी।

आखिर मेरा सपना पूरा हुआ और मैं अपने घर चला आया।
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