भानजी की सहेली की कार में चुदाई

सेक्सी नंगी लड़की को चोदा मैंने अपनी कार में! वह मेरी भानजी की सहेली थी, मेरे ऑफिस में ही काम करती थी. एक बार मैं उसे कार चलाना सिखा रहा था तो मैंने उसे किस कर लिया.

दोस्तो, मैं आप सबका भाई रवि अपनी एक सच्ची सेक्स कहानी सुनाना चाहता हूँ.
इसमें मैंने अपनी भांजी की सहेली को उसकी मर्जी से जबरदस्त तरीके से चोदा है.

उसका नाम प्रिया है. उसका फिगर कमाल का है.
वह बिल्क़ुल दूध सी गोरी और चिकनी है.

उसे देख कर तो किसी का भी मन सिर्फ उसे अपनी गोद में बिना कपड़ों के नंगी बैठाकर चोदना और उसके चूचे चूसने का हो जाए.

प्रिया की उम्र लगभग 21 साल है और मेरी 34 की.

हम दोनों एक ही जगह काम करते हैं, जिसकी वजह से हम दोनों काफी समय साथ में रहते हैं.

इसी वजह से वह मुझसे धीरे धीरे काफी घुल-मिल गई थी.

उसका एक ब्वॉयफ्रेंड भी था जिसके साथ वह शादी करना चाहती थी.
पर दोनों के घर वाले राजी नहीं थे.

इस वजह से दोनों में अक्सर लड़ाई होती रहती थी.

इसी बात का मैंने फायदा उठाया और एक दिन उसे उसकी मर्जी से चोद दिया.

दोस्तो, यह बात बरसात के समय की है.
वह मुझसे बार बार कार सीखने को बोल रही थी तो मैं उसे एक दिन कार सिखाने ले गया.

उस दिन मैंने उसे कार चलाना सिखाना शुरू किया.
वह काफी हद तक सीख भी गई, जिसकी वजह से वह बहुत खुश थी.

उसने ख़ुशी के मारे मुझे गले से लगा लिया और थैंक्स कहा.

जब वह मेरे गले से लगी तो उसकी चूचियां मेरे सीने से रगड़ कर दब गईं और मेरा लंड खड़ा हो गया.

मेरा मन तो किया कि उसे उसी समय कार में ही चोद दूँ.
पर मैं जल्दबाजी नहीं करना चाहता था.
मैं उसे प्यार से धीरे धीरे उसकी चूचियों को चूस चूस कर बड़े ही प्यार से चोदना चाहता था.

इसलिए मैंने उस समय कुछ नहीं किया.

तब बरसात की वजह से मौसम भी काफी रोमांटिक हो गया था.

फिर हम दोनों ने एक गुमटी पर रुक कर चाय पी और अपने अपने घर चले गए.

उसी दिन शाम को मैंने उससे फ़ोन पर फिर से बात की.

वह रो रही थी.
मैंने उससे पूछा- क्या हुआ प्रिया?
उसने कहा- मामा, मेरे ब्वॉयफ्रेंड से मेरी लड़ाई हो गई है.

मैंने कहा- बस इतनी सी बात पर मेरी प्यारी भांजी रो रही है. मत रो … मैं हूँ ना तुम्हारे पास. चलो कहीं घूमने चलते हैं.

उस टाइम 7 बज रहे थे तो उसने फट से हां कर दिया और मैं अपनी कार लेकर उसके घर चला गया.

जब वह आई तो उसने ब्लैक कलर का लोअर और रेड कलर की टी-शर्ट पहनी थी.
उस ड्रेस में वह बहुत ही खूबसूरत लग रही थी.

मैं तो सिर्फ उसकी चूचियां ही देखता रह गया.

उसने कहा- क्या हुआ मामा, ऐसे क्या देख रहे हैं?
मैंने कहा- कुछ नहीं … आ जाओ हम चलते हैं.

तभी मैंने कार बाजार से बाहर ले ली और हाईवे पर आ गया.
और तभी बारिश भी चालू हो गई.

धीरे धीरे मैंने उसे समझाना शुरू किया- तुम रोया मत करो. लड़ाई तो होती रहती है.
वह थोड़ा भावुक हो गई और बोली- काश मामा, मेरा ब्वॉयफ्रेंड आपके जैसा समझदार होता.

तभी मैंने कहा- तुम मुझे ही अपना ब्वॉयफ्रेंड बना लो न!
तो उसने बोला- क्या मामा … आप भी मजाक करते हैं.

ऐसे ही हम दोनों बात करते रहे.

फिर मैंने धीरे से अपना हाथ उसके हाथ पर रख दिया.
उसने कुछ नहीं बोला बल्कि उसने भी मेरा हाथ पकड़ लिया.

बाहर बहुत तेज बारिश होने लगी और कार के अन्दर हम दोनों बहुत रोमांटिक होते चले गए.

फिर मैंने उसे किस कर लिया तो उसने कहा- मामा, आप ये क्या कर रहे हैं?
मैंने उससे माफ़ी मांगी.

उसने कहा- कोई बात नहीं मामा, पर मैं आपकी भानजी हूँ, आपको ये क्या हो गया है?
मैंने कहा- आज तुम इन कपड़ों में बहुत सेक्सी लग रही हो, इसलिए मुझसे कन्ट्रोल नहीं हुआ.

उसने कहा- पर मामा, ये गलत है. हम दोनों मामा भानजी हैं. हमारे बीच ये सही नहीं है. पर आप मुझे भी बहुत पसंद हैं … और जब आपने मुझे किस किया था तो मुझे बहुत अच्छा भी लगा था.

बस फिर क्या था, मैंने कार एक सुनसान जगह देख कर रोक दी.

उसने कहा- यहां क्यों रुक गए मामा?
मैंने उससे कहा- अब कुछ मत बोलो … और बस मुझे प्यार करने दो.

मैंने तुरन्त उसको पकड़ लिया और किस करने लगा, एक हाथ से उसकी चूचियों को भी दबाने लगा.

वह बस मुझे धीरे धीरे बोलती रही- मामा नहीं मामा नहीं … ये सही नहीं है मामा … कोई हमें देख लेगा. प्लीज मामा … ऐसा मत करो.

वह जब जब मुझे मामा नहीं, मामा नहीं बोलती … तो मुझे और जोश आ जाता.

मैंने उसे किस करते करते ही अपने दूसरे हाथ से कार सीट फोल्ड कर दी और उसके ऊपर आ गया.
उसकी टी-शर्ट के अन्दर हाथ डाल कर उसकी सॉफ्ट सॉफ्ट चूचियों को हाथों से मसलने लगा और उसके होंठों को लगातार चूसता रहा.
वह बस गूँ गूँ करती रही.

फिर उससे बर्दाश्त नहीं हुआ तो उसने मुझे थोड़ा जोर से धकेल दिया.
वह बोली- मामा, इतनी जोर से मत करो … दर्द हो रहा है.

मैंने कहा- बाबू क्या करूं, तुम इतनी खूबसूरत हो कि तुमको इतने पास पाकर कन्ट्रोल नहीं हो रहा है.
उसने कहा- मामा यहां नहीं, यहां कोई हमें देख लेगा.

मैंने उससे कहा- तुम डरो मत, कोई नहीं आएगा. बारिश देख रही हो कितनी तेज हो रही है. तुम डरो मत और चलो हम पीछे वाली सीट पर चलते हैं.
हम दोनों अन्दर से ही पीछे वाली सीट पर चले गए.

मैंने फिर से उसे अपनी बांहों में जकड़ लिया और वह कसमसाने लगी.

वह बेमन से ‘मामा नहीं मामा’ नहीं बोलती रही पर मैंने उसकी एक ना सुनी और उसके होंठों को लगातार चूसता रहा, दोनों हाथों से उसकी चूचियों को जोर जोर से दबाता रहा.

जब मैं अपना एक हाथ उसकी कमर को सहलाते हुए उसके लोवर के अन्दर डालने लगा तो उसने मुझे तुरंत अपने ऊपर से धकेल दिया और बोली- मामा प्लीज, अभी ये नहीं, अभी मैं इसके लिए तैयार नहीं हूँ. मुझे कुछ समय चाहिए.

फिर मैंने भी बेमन से उसके लोवर से हाथ बाहर निकाल लिया और कहा- कोई बात नहीं जान, जब तक तुम्हारा मन नहीं होगा … मैं तुम्हारे साथ कुछ भी नहीं करूंगा.

यह सुन कर वह रोने लगी और बोली- मामा आप कितने अच्छे हो, कितना ख्याल रखते हो मेरा … और एक मेरा ब्वॉयफ्रेंड है, जिसे सिर्फ अपनी ख़ुशी देखनी होती है. मामा वह मेरे साथ कई बार ज़बरदस्ती भी कर चुका है. वह सिर्फ अपनी हवस पूरा करता है मेरे साथ. कभी उसने मेरी ख़ुशी जानी ही नहीं मामा.

तब मैंने कहा- क्यों इस रोमांटिक समय तुम उस चूतिया की बात कर रही हो बाबू! इस समय को पूरा एन्जॉय करो. मुझे मत रोको और मुझे अपनी और तुम्हारी प्यास को बुझा लेने दो बाबू … प्लीज किस मी बाबू.

यह बोलते बोलते मैंने उसे फिर से किस करना चालू कर दिया. इस बार उसने भी मेरा पूरा साथ दिया.

हम दोनों एक दूसरे के होंठों का रस पीते रहे.

बाहर तेज तेज बारिश हो रही थी और कार के अन्दर हम दोनों जोर जोर से एक दूसरे का रस पी रहे थे.

तभी फिर से मैं उसकी लोवर को उतारने लगा और उसे सिर्फ पैंटी और ब्रा में ला दिया.

उस समय वह क्या गज़ब की माल लग रही थी.
सोचो 21 साल की एक गदरायी हुई लौंडिया और वह भी सिर्फ ब्रा पैंटी में … दोस्तो मुझे तो अब बस जल्दी से जल्दी उस सेक्सी नंगी लड़की की चूत में अपना लंड पेलना था.

मैंने उसके साथ साथ अपनी भी पैंट निकाल कर अपना लंड उसके हाथ में दे दिया.

वह मेरे लौड़े को पकड़ कर जोर जोर से मसलने भी लगी और बोलने लगी- मामा, क्या कमाल का लंड है आपका … मन तो कर रहा है कि इसे खा जाऊं.

मैंने कहा- तो तुमको रोका किसने है. जान खा लो अपने मामा का लंड … बाबू खा लो न!

वह भी अब जोर जोर से लंड मसलने लगी.
हम दोनों एक दूसरे के होंठों को चूसते भी रहे.

क्या बताऊं दोस्तो, क्या गज़ब का नज़ारा था वह!

मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि प्रिया इतनी आसानी से, इतनी जल्दी और इतनी करीब आ जाएगी.

हम दोनों लगातार एक दूसरे के जिस्म को मसलते रहे और अपनी प्यास को बुझाने में लगे रहे.

मैं उसके होंठों के साथ साथ उसकी दोनों चूचियों को भी दबाता और चूसता रहा.
वह भी उतनी ही गर्मी के साथ मेरा पूरा साथ दे रही थी.

फिर मैंने जल्दी से उसके जिस्म से ब्रा और पैंटी को भी निकाल दिया और जैसे ही उसकी चूत पर अपना लंड रखा, तभी सामने से दूसरी कार हमारी तरफ आती दिखी.

वह रोशनी से डर गई और मुझसे दूर हो गई. मगर देखते ही देखते कार हमारे बगल से होती हुई आगे चली गई.
मैंने उससे कहा- कोई बात नहीं, आओ मेरे पास आओ … यहां अब कोई नहीं है.

पर वह डर गई थी.
उसने कहा- मामा प्लीज अब यहां और नहीं, मुझे डर लग रहा है और समय भी काफी हो गया है. अब हमें यहां से चलना चाहिए.

फिर मुझे भी बेमन से उसकी बात माननी पड़ी और हम दोनों ने अपने अपने कपड़े पहन लिए.
हम घर की तरफ चल दिए.

मैंने फिर से उसकी तरफ देखा तो वह मुझे देख कर मुस्कुरा रही थी.

तब मैंने पूछा- क्या हुआ?
उसने बोला- कुछ नहीं मामा, आप बहुत अच्छे हो. मेरे साथ हमेशा ऐसे ही रहना.

यह कह कर उसने मेरे होंठों पर किस कर लिया.
मैंने भी उसको जवाब में किस किया और कहा- बाबू अगर तुम बुरा न मानो तो क्या घर पहुंचने तक मेरा लंड चूस सकती हो!

उसने कहा- हां मामा, क्यों नहीं. आपने मेरी सारी बात मानी है, तो क्या मैं आपकी ये बात नहीं मान सकती!

फट से उसने मेरे पैंट से मेरा लंड बाहर निकाला और चूसने लगी.

क्या बताऊं दोस्तो, वह कितना मस्त लंड चूस रही थी. उसने तो चूस चूस कर ही मेरा काम तमाम कर दिया.
मैं उससे अपना लंड चुसवाते चुसवाते कार चलाता रहा.

फिर हम दोनों ने घर पहुंचने से थोड़ी दूर पहले अपने आपको सही किया और घर पहुंच गए.
मैं उसे छोड़ कर अपने कमरे में वापस जाने की सोचने लगा.

मैंने कार रोकी और उसकी तरफ देखा.
उसने फोन निकाला और अपने ब्वॉयफ्रेंड को लगाया.

फोन पर बात शुरू होते ही उसने अपने ब्वॉयफ्रेंड से कहा- फक यू भोसड़ी के … अब मेरे सामने भी मत आना और फोन भी मत करना.

यह कह कर उसने फोन काट दिया और मेरी तरफ सेक्सी निगाहों से देखने लगी.

मैंने उसकी आंखों में वासना की भूख देखी तो वापस कार चला दी और वापस एक खुली सड़क पर आ गया.

उसने मेरे लंड को फिर से मुँह में ले लिया था.

जल्द ही मैंने अपनी कार को सड़क से नीचे एक सुनसान जगह पर रोक दी और हम दोनों जल्दी जल्दी पीछे की सीट पर आकर नंगे हो गए.

इस बार वह सेक्सी नंगी लड़की खुद मेरे लौड़े पर चढ़ गई और उसने अपने हाथ से मेरे लंड को अपनी चूत में सैट कर लिया.

चूत में लंड की गर्मी पाते ही उसने शॉट मार दिया और आह की आवाज के साथ लंड चूत की गहराई में समा गया.

हम दोनों की धकापेल चुदाई शुरू हो गई और दस मिनट बाद मैं उसकी चूत से लंड निकाल कर उसके मुँह को चोदने लगा.
उसने मेरे लंड का सारा रस पी लिया और लंड को चाट कर साफ कर दिया.

चुदाई खत्म होने के बाद वह मेरे सीने से लिपट गई और मेरी गर्लफ्रेंड बन गई.

दोस्तो, अब अगली बार बताऊंगा कि कैसे मैं उसे काम के बहाने से दूसरे शहर ले गया और एक होटल में पूरी रात उसे ताबड़तोड़ चोदा.
आपको मेरी सेक्सी नंगी लड़की की कहानी कैसी लगी, प्लीज बताएं.
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