यंग भाभी रफ सेक्स कहानी में मेरे पड़ोस की भाभी अकेली होने के कारण सेक्स ना मिलने से मेरे साथ सेट हो गयी. सेक्स शुरू करते हुए उसने बताया कि उसे गन्दा सेक्स पसंद है.
फ्रेंड्स, मैं अमित आपको अपने पड़ोस में रहने वाली प्यासी पड़ोसन भाभी की हार्ड आंड डर्टी चुदाई की कहानी सुना रहा था.
कहानी के पिछले भाग
अकेली भाभी से दोस्ती और सेक्स
में अब तक आपने पढ़ा था कि मैं भाभी के मम्मों को मसल रहा था और चूस रहा था.
अब आगे यंग भाभी रफ सेक्स कहानी:
फिर भाभी मुझे बेड की तरफ ले गयी और चित लेट गयी.
उसने अपने मुँह से ढेर सारा थूक निकाला और अपने दोनों मम्मों के निप्पलों पर लगा दिया.
फिर वह बोली- अब इन्हें चाटो!
मैं वापस से भाभी के चूचों पर टूट पड़ा.
वह चिल्लाने लगी.
मैं एकदम से रुक कर उसे देखने लगा कि क्या हुआ?
भाभी बोली- रूको मत, चाहे मैं जितना भी चिल्लाऊं … रुकना नहीं … आह आज मुझे पूरा खा जाओ!
भाभी ने अपने हाथ ऊपर किए और मुझे इशारा कर दिया.
वह अपने अंडरआर्म्स को चाटने की कह रही थी.
मैं समझ गया और भाभी की बगलों को चाटने लगा.
उसकी आर्म पिट की वह नमकीन खुशबू एकदम मदहोश करने वाली थी.
उस जगह का टेस्ट एकदम अलग था. वहां जो छोटे छोटे एकदम मक्खन से मुलायम बाल थे और पसीने से भरे हुए थे, मैं उन सब को चाटने लगा.
भाभी ने अपने एक आर्म पिट पर थूका और हाथ से थूक को अपनी पूरी बगल में फैला दिया.
मैं उधर का थूक भी चाटने लगा.
भाभी एकदम पागल हो गयी थी.
भाभी की मादक खुशबू, उसकी सलाइवा का स्वाद, उसका नमकीन पसीना, आह सब मिक्स करके मैं पागलों की तरह चाट रहा था, हल्के हल्के से बाइट भी कर रहा था.
मैंने भाभी के शॉर्ट्स में हाथ डाल दिया और उसकी गीली हो चुकी चूत में जोर जोर से फिंगरिंग करने लगा.
भाभी भी गांड उछालने लगी.
मैंने अपनी स्पीड को और बढ़ा दिया.
मैं एक तरफ उसके आर्म पिट चाट रहा था और उसका सलाइवा भी चाट रहा था.
दूसरी तरफ अपने हाथ से भाभी की चूत में उंगली कर रहा था.
इस दोतरफा हमले से भाभी एकदम मदहोश हो गयी थी.
अब मैंने उसकी पैंटी को उतार दिया और पूरे जोश से चूत को चाटना शुरू कर दिया.
दोनों पैर की उंगलियों को मुँह में लेने लगा और चाटने लगा व खुशबू लेने लगा.
भाभी मुझे ऐसा करते हुए देखती जा रही थी.
उसकी दोनों जांघों को मैंने फैला दिया और भाभी की चूत को चाटने लगा.
फिर यंग भाभी की चूत की खुशबू लेने लगा.
भाभी की चूत पर हल्के हल्के बाल थे और पसीना था.
मैं भाभी की चूत के होंठों को चाटने लगा.
इससे पहले मैंने इतनी अधिक फिंगरिंग की थी कि भाभी एक बार झड़ चुकी थी.
मैं मस्त होकर उसकी चूत को चाट रहा था तो इतना मस्त लग रहा था कि क्या ही बताऊं.
कुछ देर बाद मैंने चूत की फांकों को उंगलियों की मदद से फैलाया और अन्दर तक जीभ को डाल दिया और अपनी खुरदुरी जीभ से चूत की दीवारों से चाटने लगा.
भाभी इतनी कामुक हो गई थी कि वह अपनी गांड उछाल उछाल कर चूत चटवाने लगी थी और मेरे बाल पकड़ कर मेरे सर को अपनी चूत में दबाने लगी थी.
कुछ देर बाद भाभी ने अपने मुँह से थूक निकाल कर अपनी चूत को थूक लगाया और बोली- अब चाटो इसको!
मैं चाटने लगा.
यंग भाभी दो तीन बार ऐसे ही सलाइवा लगाती रही … और मैं उसकी चूत को चाटता रहा.
फिर भाभी बोली- मुझे स्क्वर्ट करना है और मैं चाहती हूँ कि तुम मेरा स्क्वर्ट पियो. बाद में तुम भी मेरे मुँह में मूतना.
मैं जोर जोर से चूत चाटने में लग गया और अपने एक हाथ से चूत में फिंगरिंग करते हुए बहुत अन्दर तक दो उंगलियों को पेलने लगा. मैं उसके जी-स्पॉट पर हिट करने लगा.
इससे वह तड़पने लगी.
भाभी बोली- आह मैं बस छूटने ही वाली हूँ. मैंने भाभी की चूत पर अपना मुँह लगा दिया और उसी वक्त भाभी स्क्वर्ट करने लगी.
मैं भाभी की चूत से निकलता गर्म मूत पीता चला गया.
बड़ा ही मस्त स्वाद लगा, थोड़ा नमकीन था, पर एकदम ऐसा मस्त कि क्या ही बताऊं मैं!
फिर भाभी ने थोड़ा सा मूत्र मेरे मुँह में और मूता, उसका गर्म मूत्र पीकर मैं एकदम उत्तेजित हो गया था और मेरा लंड भी हार्ड हो गया था.
मैंने अपना लंड निकाल कर भाभी के हाथ में थमा दिया.
भाभी बहुत अच्छे से जानती थी कि अब उसे क्या करना है.
उसने मेरे लौड़े को हाथ से पकड़ कर सहलाया और सुपारे पर जीभ फेर दी.
आह मेरे तनबदन में आग लग गई और मेरी मदभरी आह निकल गई.
उसी वक्त भाभी ने मेरा लंड मुँह में भर लिया और लंड को अन्दर लेते ही वह उसे किसी भूखी कुतिया की तरह चाटने लगी.
जल्द ही वह मेरा पूरा का पूरा लंड अन्दर लेने का कोशिश करने लगी.
मैं तो जैसे सातवें आसमान में था.
फिर भाभी ने पूरा लंड बाहर निकाला और उस पर थूक कर उसे गीला कर दिया.
मेरा पूरा लंड उसके थूक से एकदम चिकना हो गया था.
अब भाभी मेरा पूरा लंड अन्दर तक लेने लगी थी … मुझे उसके गले तक की गर्मी का अहसास होने लगा था और भाभी भी गॉगिंग करने लगी थी.
मैंने अपने एक हाथ से भाभी के बाल पकड़ लिए और उसका सिर लंड पर दबाने लगा.
भाभी की आंखों में एकदम से आंसू आ गए … वह किसी तरह अपना सर ऊपर करके मेरी आंखों में दया भाव से देखने लगी.
उस वक्त उसके होंठों के दोनों कोरों से लार टपक रही थी.
लंड ने उसके मुँह में अपना कब्जा जमाया हुआ था … आह क्या ही सेक्सी लग रही थी वह.
मैंने उसके गाल पर एक जोरदार चमाट लगाई.
मेरा थप्पड़ इतना जोरदार लगा था कि भाभी एकदम से सहम गई और उसके गाल पर लाल निशान छप गया.
मैंने उसके सर की पकड़ ढीली कर दी और उसने लंड को गले से हटा कर मुँह में भर लिया.
भाभी लंड चूसती रही और अपनी आंखों के इशारे से बोली कि फिर से और जोर से मारो.
मैंने फिर से उसके बालों को जकड़ कर पकड़ा और उसे अपने लंड पर दबाने लगा.
फिर से पूरा लंड उसके गले तक उतार दिया और लौड़े पर पूरा थूक थूक हो गया.
मैंने देखा कि मेरे लौड़े के अन्दर घुसने से जो सलाइवा बाहर टपक रहा था, वह भाभी की चूचियों पर गिर रहा था.
मैं यह दृश्य देख कर उसके गाल पर थप्पड़ पर थप्पड़ मारता जा रहा था.
भाभी ने कुछ देर अपने गाल लाल करवाए और लंड मुँह से निकाल कर बोली- मेक मी यूअर स्लेव!
मैंने भाभी को अपने से थोड़ा दूर किया और उसके मुँह में थूक टपका दिया और बहुत सारा उसके चेहरे पर भी थूक दिया.
वह एक रंडी की तरह मेरे सामने थी.
मैंने कहा- साली, तू मेरी रांड है बहन की लौड़ी … आज मेरे मूत को भी पिएगी तू कुतिया … आह.
यह कह कर मैंने उसके गाल पर एक झन्नाटेदार तमाचा जड़ दिया और फिर से उसके मुँह में लंड पेल कर डीप थ्रोट करने लगा.
भाभी एक बार को तो कांप गई कि साला कौन सा सांड पल्ले पड़ गया है.
मैंने उसकी गर्दन दबाते हुए बोला- मादरचोद रंडी की जनी, बहन की लौड़ी ले अब रस का मजा ले कुतिया!
यह कहते हुए मैं उसके मुँह में झड़ गया और मैंने अन्दर ही सारा वीर्य निकाल दिया.
भाभी ने मेरे लंड को गन्ने की तरह चूस लिया और अपने मुँह को खोल कर अन्दर भरा हुआ वीर्य दिखाती हुई पी गई.
उसने वीर्य पी लेने के बाद गला खोल कर दिखाया कि अन्दर कहीं कुछ नहीं बचा है.
अब मैंने वापस लंड मुँह के अन्दर डाला और मूतने लगा.
मेरा पूरा मूत गर्म था.
कुछ मूत अन्दर गले में पिलाने के बाद मैंने लंड को बाहर निकाला और उसके चेहरे पर मूतना चालू कर दिया.
फिर भाभी के बाल पकड़ कर उसे बाथरूम में ले गया. उधर फव्वारे के नीचे खड़ा कर दिया और हम दोनों नहा लिये.
मैंने बाथरूम में भाभी से कहा- चल लंड को अन्दर तक डाल ले मेरी रंडी!
भाभी हंस दी और मुँह में लंड लेकर गले तक डीप थ्रोट करने लगी.
फिर उसने वहीं मुझे लिटा कर मेरे लौड़े पर ढेर सारा थूक लगाया और ऊपर बैठ गयी.
वह लौड़े पर जोर जोर से गांड उछालने लगी और आगे पीछे होने लगी.
मैं उसके उछलते हुए चूचों को कसके दबाए जा रहा था.
भाभी की आंखों में खुशी के आंसू आ गए थे. वह लंड पर मस्ती से जंप कर रही थी.
मैं कभी उसके चूचों पर चमाट लगा रहा था तो कभी गाल पर चांटा खींच दे रहा था.
रफ सेक्स से भाभी एकदम से हॉर्नी हो गई थी.
कुछ देर बाद मैंने भाभी को नीचे लेटाया और उसके दोनों पैरों को ऊपर किया और अपने कंधों पर टिका कर अपना बड़ा व मोटा लंड उसकी चूत के अन्दर एक ही झटके में पूरा का पूरा पेल दिया.
भाभी एकदम से चीख उठी- आह मर गई … आह साले … मादरचोद ने चूत फाड़ दी बहन के लौड़े … हरामी कुत्ते आह निकाल ले लंड आह … मर गई!
वह चीखती चिल्लाती रही और मैं पेलता जा रहा था.
बीच बीच में मैं उसके गालों पर चांटे भी मार रहा था.
कुछ ही देर में भाभी अपनी पूरी मस्ती में आ गई और मेरे लौड़े से चुदाई का मजा लेने लगी.
कुछ देर बाद जब मैं झड़ने वाला था तो मैंने उससे पूछा- रस किधर टपकाऊं मेरी जान!
भाभी मदभरी आवाज में बोली- अन्दर ही झड़ जाओ.
इतनी देर के रफ सेक्स के बाद मैं भाभी की चूत के अन्दर ही झड़ गया और भाभी के ऊपर ही ढुलक गया.
अचानक से भाभी बोली- मुझे लंड चूसना है.
मैं उठ गया और मैंने भाभी के मुँह में अपना लंड पेल दिया.
वह लंड चूसने लगी तो मैं उसके बाल पकड़ कर तेज तेज मुँह चोदने लगा.
अब मैं कुछ और ज्यादा रफ हो गया था कुछ ही देर में लंड वापस अकड़ गया था तो मैं उसके गले तक लंड डाल रहा था.
उसके गाल में थप्पड़ मारते हुए मुख चोदन में मुझे बड़ा मजा आ रहा था.
कुछ देर बाद भाभी वापस भूखी हो गई और बोली- चल फिर से चोद.
मैंने भाभी को डॉगी बनाया और उसकी चूत में एक झटके में पूरा लंड पेल दिया.
लौड़े को ठांस कर मैं भाभी की मोटी गांड पर जोर जोर से चाटें मारने लगा.
उसकी पूरी गांड लाल हो गई थी.
साथ ही चूत में भी जोर जोर से लंड आ जा रहा था.
भाभी मस्ती से चिल्ला रही थी और बहुत जोर से बोल रही थी- आह पेलो अमित … फाड़ दो मेरी चूत आज तो तुम मेरी जान हो … मेरे में समा जाओ … मुझे चोद चोद कर मार डालो!
मैं हंस रहा था कि भाभी को क्या हो गया.
वह बके जा रही थी- साले हंस क्यों रहा है भोसड़ी के?
मैं बोला- रंडी … तू मेरी कुतिया है भोसड़ी वाली … आज मैं तेरी चूत का भोसड़ा बना दूंगा.
वह बोली- हां बना दो मेरे यार.
मैं जानता था कि इस टाइम मैं जल्दी झड़ने वाला नहीं हूँ.
देर तक बुरी तरह से चोदने के बाद मैंने लंड बाहर निकाला और भाभी की गांड के छेद पर थूक कर जीभ से चाटने करने लगा.
भाभी समझ गयी कि अब मैं उसकी गांड भी मारूँगा.
वह बोल रही थी- हां अब मेरी गांड भी फाड़ दो.
मैंने उसकी गांड में अपनी जीभ को नुकीला करके अन्दर डाल दिया और मस्ती से छेद को चाटने लगा.
फिर गांड पर ढेर सारा थूक लगाया और भाभी से अपने लंड पर लगवाया.
फिर सीधे एक झटके में मैंने भाभी की गांड में लंड पेल दिया.
पहले झटके में आधा लंड अन्दर गया, तो भाभी कांप उठी और रोने लगी.
मैंने 5 सेकन्ड रुक कर इंतजार किया और फिर दूसरा झटका मार कर अपना पूरा लंड अन्दर पेल दिया.
वह दर्द से कराही …पर बड़ी जान थी साली में.
भाभी बोली- आज रुकना मत, मैं जितना चाहे रोऊं!
मैं बोला- तुम मेरी रंडी हो और मुझे पता है कि क्या करना है.
मैं भाभी की गांड मारने लगा, उसके बाल पीछे से पकड़ कर घुड़सवारी करने लगा.
मैं उसकी गांड पर मैं अपने एक हाथ से इतनी जोर जोर से थप्पड़ मार रहा था कि भाभी एकदम पागल हो जा रही थी.
काफी देर तक मैं उसे ऐसे ही चोदता रहा, भाभी को गाली देता रहा.
फिर जब मैं झड़ने वाला था तो मैंने भाभी से पूछा.
भाभी बोली- चूत में झड़ना.
मैंने भाभी को सीधा किया और एक झटके में चूत में लंड पेल दिया.
भाभी एकदम से सिहर गयी.
उसे इतना तेज दर्द हुआ कि उसके पूरे बदन में थरथराहट हुई.
उसी पल मैं उसकी चूत में झड़ गया.
अब हम दोनों साथ में लेट गए और एक दूसरे को देख कर हंसने लगे.
भाभी बोलने लगी- ये मेरे जीवन का सबसे मस्त सेक्स था. आज से पहले पॉर्न वीडियो में कुछ कुछ देखा तो था, पर ऐसा मेरे साथ होगा, यह मैंने आज तक कभी सोचा तक नहीं था.
उसको मेरे साथ चुदाई करना बहुत पसंद आया.
वह बोली- तुम मुझको अपनी रंडी बना कर रख लो और जब मर्जी हो तब चोद लो.
मैं उसे अब जब भी मौका मिलता, चोद लेता हूँ. उसकी बॉडी पर जिधर जी करता, चांटे मार लेता हूँ.
उसकी चूत का रस पी लेता हूँ और उसको अपने लंड का पानी पिला देता हूँ.
भाभी की बहुत सारी फैन्टेसीज थीं. मैंने उसके सब सपने पूरे किए.
यह मेरी सच्ची सेक्स कहानी है.
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धन्यवाद.
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