देसी न्यूड भाभी चूत कहानी में पढ़ें कि मैं अपनी भाभी की गांड मारने की चाहत में उसे गर्म कर रहा था. मैंने उसे नंगी कर रहा था और उसकी चूत चाट कर मजा दे रहा था.
देसी न्यूड भाभी चूत कहानी के पहले भाग
चूत का मजा लेने के बाद गांड मारने की तमन्ना
में आप ने जाना कि किस तरह से मैंने पूजा भाभी को फिर से चूदने के लिए मनाया और पूजा भाभी चूत चुदवाने के तैयार हो भी गई।
अब आगे की देसी न्यूड भाभी चूत कहानी:
अब मैं खड़ा हो गया और भाभी के मस्त बोबों को मसलता हुआ भाभी के रसीले होंठों को चूसने लग गया।
मैंने फिर से भाभी के होंठों को बुरी तरह से भींच लिया।
थोड़ी देर बाद मैंने भाभी को पलट दिया जिससे भाभी की गांड मेरे लन्ड के सामने आ गई और भाभी के बोबे दीवार से चिपक गए।
मैंने भाभी को बुरी तरह से दीवार से सटा दिया और बुरी तरह से दबोच लिया। मैं भाभी के बड़े बड़े रसदार बोबों को मसलने लगा और भाभी की गर्दन पर किस करने लगा जिससे मेरा लन्ड तनकर तम्बू बन चुका था।
अब मेरा लन्ड भाभी की मस्त गांड में घुसने की कोशिश करने लगा लेकिन मेरे लन्ड को भाभी की गांड में घुसने का कोई रास्ता नहीं मिल पा रहा था।
भाभी को भी अब मेरा मूसल जैसा लंड चुभने लगा था।
अब मैं पूजा भाभी की पीठ पर किस करने लगा। मुझे भाभी की पीठ को चूमने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
भाभी धीरे धीरे सिसकारियां ले रही थी।
मैं भाभी को किस करता हुआ भाभी की गांड पर आ पहुंचा।
भाभी की गांड बहुत ज्यादा उठी हुई थी।
मैंने भाभी की गांड के दोनों चूतड़ों को हाथ में लिया और जोर जोर से मसलने लगा।
भाभी अह उह आह आह आह करने लगी।
मैं लगातार भाभी की गांड को मसल रहा था। भाभी लगातार मदहोश हो रही थी।
अब मैं भाभी की गांड को अच्छी तरह से मसल चुका था। मैं साड़ी के ऊपर से ही भाभी की गांड को चूमने लगा।
आह … क्या शानदार गांड है भाभी की।
मैंने बहुत देर तक पूजा भाभी की गांड को मसला और चूसा।
तब मैंने पूजा भाभी को वापस पलट दिया और बांहों में भरकर पलंग पर पटक दिया।
मैंने मेरी टीशर्ट और पजामा उतार दिया। अब मैं पूजा भाभी के सामने केवल अंडरवियर में ही था।
अंडरवियर में भाभी को मेरे लन्ड का तूफान साफ साफ नजर आ रहा था।
मैं तुरंत पलंग पर चढ़ गया।
अजब गजब नज़ारा था यारो … पूजा भाभी पलंग पर पड़ी हुई थी और मैं पूजा भाभी पर चढ़ने के लिए तैयार हो रहा था।
आज पूजा भाभी कोई नखरे नहीं दिखा रही थी लेकिन पूजा भाभी भी आज ये नहीं जानती थी कि आज मैं उनकी गांड में भी लंड घुसाने वाला हूं।
जिस भाभी को मैंने कभी चोदने के बारे में भी नहीं सोचा था आज उस भाभी को मैं दूसरी बार चोदने जा रहा था।
पूजा भाभी की टांगें मेरी ओर थी। मैंने भाभी की एक टांग को मेरे कंधे पर रखा और भाभी के पेटीकोट और साड़ी को चूत की ओर खिसका दिया. इससे भाभी की मलाईदार मस्त टांगें और जांघे मेरे सामने नंगी हो गई।
भाभी की पैंटी अभी भी उसकी दोनों टांगों के बीच अटकी हुई थी जिसके कारण मुझे भाभी की नंगी चूत दिख गई।
मैं भाभी की मलाईदार टांग पर किस करने लगा।
अब मैं भाभी की टांग को चूमता हुआ भाभी की मलाईदार जांघ तक पहुंच गया। मैं भाभी की जांघ को बुरी तरह से चूमने लगा.
लेकिन भाभी की जांघों को चूमने में भाभी की पैंटी बार बार रोड़ा बन रही थी।
फिर भी मैं पूजा भाभी को लगातार चूम रहा था।
अब भाभी बहुत ज्यादा गर्म हो रही थी। मुझे भाभी की जांघ पर किस करने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
भाभी धीरे धीरे सिसकारियां भरने लगी।
मैंने भाभी की इस टांग को नीचे रखा और दूसरी टांग को कंधे पर रखकर टांग को चूमने लगा।
थोड़ी ही देर में मैं भाभी की जांघ को चूमता हुआ पूजा भाभी की चूत तक पहुंच गया।
अब पूजा भाभी पागल सी हो रही थी।
भाभी की मखमली चूत पहले से ही बहुत ज्यादा गीली थी।
मैंने भाभी की दोनों टांगों को फैलाया और टांगों को ऊपर कर दिया जिससे भाभी की मखमली चूत सीधी मेरे मुंह के सामने आ गई।
भाभी की मखमली चूत को देखकर मेरा लन्ड ठनठना उठा। मैंने तुंरत मेरा मुंह भाभी की चूत पर जा मारा और चूत की दोनों फांकों को फैलाकर ताबड़तोड़ किस करने लगा।
मेरे इस वार से भाभी एकदम से सिहर उठी और भाभी के मुंह से सिसकियां निकल गई।
अब भाभी ने दोनों टांगों के बीच में मुझे दबोच लिया।
मैं ज़ोर ज़ोर से भाभी की चूत को चाटने लगा।
भाभी अह उह आह आह आह उह उह उह आह करने लगी।
मैं भाभी की मखमली चूत को लगातार चाट रहा था।
मेरे इस वार को भाभी ज्यादा देर तक सहन नहीं कर सकी और भाभी की चूत ने अमृत धारा छोड़ दी।
मैं भाभी की अमृत धारा की बूंद बूंद को चाट गया।
आह क्या मस्त नमकीन स्वाद था भाभी की अमृत धारा का!
अब मैंने भाभी की चूत में उंगलियां डाल दी।
चूत में उंगलियां डालते ही भाभी फिर से सिहर उठी और अह ओह ओह उफ़ ओह करने लगी।
मैं मेरी उंगलियों से तबीयत से भाभी की चूत को कुरेदने लगा।
भाभी लगातार बैचेन हो रही थी। उनकी बैचेनी भाभी के चेहरे पर साफ साफ दिख रही थी।
थोड़ी देर तक मैंने भाभी की चूत में मेरी उंगलियां अंदर बाहर की और भाभी की चूत को अच्छी तरह से कुरेद डाला।
पूजा भाभी की टांगें अभी भी हवा में लहरा रही थी।
अब मैं पूजा भाभी की चूत से बाहर निकला और भाभी के ऊपर चढ़ गया।
मैं भाभी के गोरे गोरे पेट को चूमते हुए भाभी के बोबों तक पहुंच गया।
मैं ज़ोर ज़ोर से भाभी के बोबों को पकड़कर मसलने लगा।
मुझे भाभी के बड़े बड़े और रसदार बोबों को मसलने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
आज भाभी चुपचाप बोबों को मसलवा रही थी।
थोड़ी ही देर में मैंने भाभी के रसदार बोबों को मस मसलकर निचोड़ डाला। अब मैं पूजा भाभी के गले को अच्छी तरह से रगड़ता हुआ सीधा पूजा भाभी के रसीले गुलाबी होंठों पर जा पहुंचा।
मेरे पूरे शरीर का दबाव भाभी के मादक जिस्म पर पड़ रहा था।
भाभी ने मुझे बांहों में भर लिया था।
मैं भाभी को ताबड़तोड़ किस कर रहा था।
इधर मेरा लन्ड भाभी की चूत में घुसने की कोशिश कर रहा था।
अब भाभी को भी मेरा लन्ड चुभने लगा था।
मैंने पूजा भाभी के गुलाबी पंखुड़ियों जैसे होंठों को रगड़ कर चूस डाला।
बहुत देर तक भाभी को अच्छी तरह से मसलने के बाद मैंने पूजा भाभी को पलट दिया।
अब भाभी की मस्त शानदार गांड मेरे सामने थी।
भाभी की जानदार गांड को देखते ही मेरा लन्ड भाभी की गांड में घुसने के लिए बेकरार होने लगा.
लेकिन पूजा भाभी की गांड मारना इतना आसान भी नहीं था।
भाभी को गांड मरवाने के लिए मानना एक बहुत मुश्किल काम था और आज उसी काम को करने के इरादे से मैंने भाभी को चोदने का प्लान बनाया था।
अभी भाभी निढाल होकर पड़ी हुई थी।
मैं भाभी के ऊपर टूट पड़ा। मैं पूजा भाभी की मस्त शानदार गांड को हाथ में लेकर मसलने लगा।
आह … इतनी शानदार गांड … मुझे तो विश्वास ही नहीं हो रहा था।
अब मैं भाभी की मस्त गांड को ज़ोर ज़ोर से मसलने लगा।
भाभी अह उह आह आह आह आह आह करने लगी।
मुझे तो भाभी की गांड को रगड़ने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
तब मैं भाभी की गांड की दरार में उंगली घुसाने की कोशिश करने लगा.
लेकिन भाभी की साड़ी गांड की दरार में फंसी हुई थी।
अब तक मैंने पूजा भाभी की मस्त गांड को अच्छी तरह से मसल दिया था। अब मैं पूजा भाभी की मस्त कमर को चूमते हुए भाभी की मखमली जवानी से भरी हुई पीठ को चूमने लगा.
लेकिन बीच बीच में भाभी का ब्लाउज रोड़ा बन रहा था। अब मैंने भाभी के ब्लाउज के हुक खोल दिए इससे भाभी की यौवन से भरपूर मखमली पीठ मेरे सामने नंगी हो गई।
भाभी की नंगी पीठ को देखते ही मेरे लन्ड में अजीब सी सुरसुरी होने लगी।
मैंने भाभी की ब्रा की पट्टी को भी खोल दिया जिससे भाभी की मखमली पीठ मेरे सामने बिल्कुल नंगी हो गई।
अब मैं ताबड़तोड़ भाभी की पीठ पर किस करने लगा। मुझे भाभी की मस्त पीठ को चूमने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
भाभी धीरे धीरे आहें भर रही थी। भाभी पलंग की चादर को भींचने लगी।
मैं लगातार भाभी की मदमस्त जवानी का भरपूर आनंद ले रहा था।
भाभी लगातार मदहोश हो रही थी।
अब मैं थोड़ा आगे सरका और भाभी की चोटी के पास किस करने लगा।
मुझे भाभी की गर्दन के पीछे किस करने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था।
अब पूजा भाभी की सिसकारियां और ज्यादा बढ़ने लगी।
मैं लगातार भाभी को चूम रहा था।
अब मेरा लन्ड भाभी की गांड में घुसने के लिए दबाव बनाने लगा लेकिन मेरे लन्ड को भाभी की गदराई गांड में घुसने का कोई रास्ता नहीं मिल रहा था।
भाभी को भी मेरा लन्ड चुभने लगा था।
मैंने भाभी की चोटी को खोल दिया।
भाभी की चोटी खुलते ही पूजा भाभी के लंबे लंबे बाल बिखर गए।
अब तो पूजा भाभी और भी ज्यादा खतरनाक माल लगने लगी।
ये देखकर मेरा लन्ड फानफानाने लगा।
मैंने एक झटका दिया और पूजा भाभी को पलट दिया।
पलटते ही भाभी के बड़े बड़े बोबे अब मेरे सामने आ गए।
भाभी की ब्रा और ब्लाउज ढीला हो चुका था जिसे भाभी ने हाथों से पकड़ रखा था।
भाभी चुपचाप थी ऐसा लग रहा था जैसे भाभी खुद कह रही हो ‘रोहित अब तो मुझे चोद दे।’
मैं भाभी की चूत के ऊपर बैठा हुआ था और पूजा भाभी मेरे लन्ड के नीचे दबी हुई थी।
अब मैं थोड़ा सा नीचे सरका और पूजा भाभी की साड़ी के पल्लू को पेटीकोट में से निकालने लगा।
पूजा भाभी फिर से थोड़े से नखरे दिखाने लगी और साड़ी को बाहर निकालने के लिए ना नू करने लगी.
लेकिन मैं जानता था कोई भी चूत हो वो थोड़े से नखरे तो दिखाती ही है।
भाभी ने मेरे हाथों को पकड़ लिया और साड़ी के पल्लू को नहीं निकालने दे रही थी.
तभी मैंने भाभी को एक ज़ोर का झटका दिया और भाभी के हाथों को दूर हटा दिया।
मैंने तुरंत प्रभाव से भाभी के साड़ी के पल्लू को पेटीकोट में से खींच कर निकाल दिया.
लेकिन अभी भी पूजा भाभी की गांड के नीचे साड़ी अटकी हुई थी।
मैंने भाभी की गांड को थोड़ा सा ऊपर उठाया और पूजा भाभी की पूरी साड़ी को निकालकर नीचे फेंक दिया।
अब भाभी मेरे सामने सिर्फ़ पेटीकोट और ब्लाउज में ही थी।
भाभी के सामने मेरा मूसल जैसा लंड फन फैलाए खडा था। भाभी की साड़ी खुलते ही अब मेरे हाथ भाभी के पेटीकोट के नाड़े पर जा पहुंचे.
तभी पूजा भाभी ने नाड़े को पकड़ लिया।
दिल तो कर रहा था कि पूजा भाभी के नाड़े को तोड़ दूँ लेकिन मैंने अपने आप को कंट्रोल किया और प्यार से भाभी के हाथों को हटाने लगा।
भाभी अभी भी नाड़े को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हो रही थी.
तभी मैंने पूजा भाभी को जोरदार झटका देते हुए भाभी के हाथों को दूर हटा दिया और भाभी के नाड़े को खोलने लगा.
लेकिन मेरी बदकिस्मती से भाभी के पेटीकोट का नाड़ा नहीं खुल पाया।
पूजा भाभी को वापस मौका मिलते ही भाभी फिर से मेरे हाथों को पेटीकोट का नाड़ा खोलने से रोकने लगी और मैं भी भाभी का नाड़ा खोलने के लिए पूरी कोशिश करने लगा।
आपको मेरी देसी न्यूड भाभी चूत कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताएं.
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देसी न्यूड भाभी चूत कहानी का अगला भाग: ममेरी भाभी की शानदार गांड मारी- 3