लॉकडाउन में बीवी को रंडी बना दिया

लॉकडाउन में मैं अपनी सेक्सी हॉट वाइफ की खूब चुदाई करता था। एक दिन मेरे दोस्त ने हमें सेक्स करते नंगे देख लिया। मैंने अपनी बीवी से पूछा कि वो मेरे दोस्त से चुदेगी?

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम अनिल है। मैं चंडीगढ़ का रहने वाला हूँ।
मैं आज अपनी सेक्सी हॉट वाइफ की चुदाई की कहानी लिख रहा हूँ. यह मेरी पहली कहानी है अगर कुछ गलती हो तो माफ करना।

मेरी बीवी का नाम अनु है। दिखने में वो एकदम माल है। उसके दूध 38 कमर 36 और गांड 42 साइज की है। उसके चूतड़ देखकर कोई भी उसकी गांड मारने को आतुर हो जाये।

तो दोस्तो, अब बिना समय गंवाये सीधे कहानी पर आते हैं।

ये बात है दोस्तो आज से 4 महीने पहले की … मैं अनु के साथ लॉकडाउन में पूरे चुदाई के मज़े ले रहा था।
हम लोग दिन भर सेक्स करते थे। हमारे बच्चे लॉकडाउन के कारण अपने नानी के घर पर रह गए थे तो कोई था नहीं हमें डिस्टर्ब करने वाला।

एक दिन की बात है कि हमारी गली में रहने वाले कुछ मेरे दोस्त दोपहर में सीधे मेरे घर में आ गए।

उस वक्त हमने गेट बंद नहीं किया था और मैं पूरे जोश में कुतिया बनाकर सेक्सी हॉट वाइफ को चोद रहा था।
जब तक हम लोग संभल पाते एक मेरा खास दोस्त सीधे बेडरूम की ओर आ गया।

मेरा वो दोस्त हम दोनों के ही करीब था और अनु से भी उसकी अच्छी पटती थी इसलिए वो भाभी-भाभी करता हुआ बिना दरवाजा खटखटाए बेडरूम में चला आया।

हमें चुदाई करते देख वो एकदम से हक्का बक्का रह गया।
हम भी तब तक संभल नहीं पाये थे और अनु ने झट से अपने नंगे बदन पर चादर लपेट ली।

वो शर्मिंदा होकर वापस चला गया।
इधर हम लोग भी शर्मिंदा हो गए थे।

वो अपने बाकी दोस्तों को लेकर चला गया।

ये घटना होने के बाद से न जाने मेरे मन में क्या आया। जब मेरे दोस्त ने हमें नंगी हालत में देखा तो हमें उत्तेजना हुई। मैंने सोच लिया कि मैं अपनी अनु की चुदाई अपने दोस्तों से भी करवाने का मजा लूंगा।

उसी रात जब हम बिस्तर में नंगे लेटे थे तो मैंने अनु के सामने यह बात चलाई।
मैंने कहा- अनु, क्यों न इस लॉकडाउन में कुछ ऐसा करें कि जो यादगार रहे?

अनु- आप जो बोलोगे वो मैं करने को तैयार हूं।
मैं- आज सुबह मेरे दोस्त ने हमें चुदाई करते देख लिया था।
अनु- तो?

मैं- क्यों न एक दिन के लिए तुम हम सब की बीवी बन जाओ? वो 4 लोग और मुझे मिलाकर कुल पांच लोग। तुम्हारी चूत-गांड मुँह आदि सबकी चुदाई हो जाएगी एक साथ!

अनु- मगर अभी कैसे हो पायेगा, सब अपने घर में हैं, कोई देख लेगा तो?
मैंने पूछा- तो तुम तैयार हो?
वो बोली- हाँ, ये नया अनुभव होगा। मज़ा आएगा, आखिर देखूं तो तुम्हारे लण्ड में ज्यादा दम है या तुम्हारे दोस्तों के लण्ड में?

मैं- साली कुतिया … लण्ड लेना है बाहर का?
ये बोलकर मैं सेक्सी हॉट वाइफ के ऊपर चढ़ गया और चोदने लगा उस रंडी को जोर से!

अनु- आह … थोड़ा और अंदर डालो, मेरी गांड फाड़ो … चोदो … आह्ह और चोदो।

इस तरह से सेक्स में पागल हम 40 मिनट तक चुदाई में लगे रहे और फिर साथ में झड़ गए।

अगले दिन हमने प्लान किया कि मैं अपने उन्हीं चार दोस्तों को बुलाऊंगा और तुम नंगी रहना।

दोपहर के करीब 2 बज रहे थे, अनु नंगी घर में घूम रही थी, मैं शॉर्ट्स में था।

मैंने अपने दोस्तों को कॉल किया और कहा- आज मेरे घर आओ, हम लोग बैठकर दारू पीएंगे और पार्टी करेंगे।
वो सभी लोग तैयार हो गए।

करीब 2:45 बजे वो सभी आ गए।

इनमें से सबसे पहला दोस्त था विनय। देखने में औसत था, 28 साल का जवान लड़का।
दूसरा था सिद्धार्थ जो चोदने में माहिर था।
तीसरा दोस्त था रघु जो कि हट्टा कट्टा 6 फिट 4 इंच का गठीला शरीर वाला था।
चौथा था सोनू सरदार, ये दारू पीने में एक नंबर था।

तो पहली बोतल खुल गयी थी।
वो लोग अनु के बारे में पूछने लगे और कहने लगे कि शायद वो कल की बात से नाराज होकर हमारे सामने नहीं आ रही है।
मैंने कहा- नहीं, ऐसी कोई बात नहीं है। वो खाने की तैयारी में लगी हुई है।

फिर मैंने जानबूझकर विनय को कुछ खाने का सामान लाने के लिए अनु के पास भेजा।
विनय किचन में गया तो देखा कि अनु पूरी नंगी खड़ी है।

वो मुझे आवाज़ लगाने लगा- अनिल ज़रा अंदर आना।

मैं जब अंदर गया तो देखा अनु पूरी नंगी खड़ी थी।
मैंने पूछा- क्या हुआ विनय?
विनय- ये भाभी को क्या हुआ है, ये ऐसे क्यों खड़ी हैं?

फिर हंसते हुए मैं बोला- मैंने कहा तो था कि आज शराब और शवाब दोनों चलेंगे।
विनय- ये कवाब खाने की इच्छा तो कल से हो गयी थी। थैंक्स अनिल।

मैं और विनय अब दोनों सेक्सी हॉट वाइफ अनु को लेकर हॉल में आये।

मेरे सारे दोस्त आंखें फाड़ फाड़ कर अनु को ऐसे देख रहे थे जैसे वो उसे कच्चा चबा कर खा जाएंगे।

उतने में रघु अपनी कुर्सी से उठा और मुझे बोला- ये क्या है अनिल?
मैंने कहा- तुम सब के लिए कवाब है। कल सिर्फ देख कर गए थे ना? आज चख भी लो। साथ में खाएंगे।

सभी खुशी से पागल हो चुके थे।

मैं अपनी ही आंखों के सामने अपनी बीवी को नंगी करके 4 खुले सांडों के बीच छोड़ चुका था।
रघु ने अपनी गोद में मेरी बीवी को बैठा लिया था और उसके चूचे दबाने लगा था।

इतने में ही सिद्धार्थ उठा और कहने लगा- भाभी आपके कबाब को ज़रा हमें भी चखने दो।
अनु- सब आज तो आप पांचों का है। जहां से जैसे चखना है चख लो।

वो उसकी गांड में दांत गड़ाने लगा और काटने लगा।
अनु की चीख निकल गई।

अब सोनू सरदार उठा और सीधे उसके मुंह के पास चला गया। अपने लण्ड को सीधे एक बार में अनु के मुँह में भर दिया और कहने लगा- चुदक्कड़ साली … ज्यादा चीख निकल रही है? आज तो ऐसे ऐसे तरीके से चुदेगी कि अगले 10 दिन तक अनिल को छूने भी नहीं देगी।

अनु की आंखों से आंसू आने लगे।
सरदार का लण्ड काफी लम्बा और मोटा था जो पूरी स्पीड से अनु के मुंह की चुदाई करने लग गया था।

विनय अनु के चूचों पर दारू डालकर निप्पल से पीने लग गया था।

अनु भी अब गर्म हो चुकी थी।
हम सबने अपने कपड़े उतार दिए।

रघु- पार्टी अंदर रूम में करते हैं। यहां से आवाज़ बाहर जा सकती है।
मैंने कहा- ठीक है, तुम लोग अनु को लेकर अंदर जाओ। मैं गेट बंद करके दारू लेकर आ रहा हूँ।

ये सब करने में 10 मिनट लग गये।

मैं जब अंदर कमरे में गया तो देखा कि अनु बिस्तर में लेटी थी।

सिद्धार्थ उसकी चूत चाटते हुए बोला- अनिल, भाभी की चूत तो पूरी गुफा बन गयी है। कितनी चुदाई करते हो तुम लोग?

मैं- रात दिन चुदाई करते हैं हम! नसबन्दी हो गयी है अनु की तो बच्चा ठहरने की टेंशन भी नहीं है।
सोनू सरदार ने अपना लण्ड अनु के मुंह में ही रखा हुआ था और अनु तड़प रही थी।

रघु उसकी कमर को चाट रहा था और विनय उसके दूधों को पी रहा था।
मैंन कहा- मुझे भी कुछ करने दोगे या सब खुद ही लगे रहोगे?
सोनू सरदार बोला- कवाब रखा है सामने, जहां से जो खाना है खा ले!

मैंने देखा कि अनु की चूत पूरी गीली हो गई थी और वो भी कमर उठा उठा कर अपनी चूत सिद्धार्थ के मुँह में रगड़ रही थी।
इतने में सोनू ने अपना लण्ड उसके मुंह से निकाला।

तब मैंने अनु की आवाज सुनी।
मेरी सेक्सी हॉट वाइफ सिसकार रही थी; उसके मुंह से आवाज़ आ रही थी- और जोर से … अंदर तक चाटो आह … और ज़ोर से। मेरी फुद्दी को चाट सिद्धार्थ, तेरी भाभी का कबाब आज सबके लिए है और ज़ोर से चाट।

अपनी कमर को उठा उठा कर चूत चटवाते हुए उसने अपना पानी सिद्धार्थ के मुंह में निकाल दिया।

विनय- अब चूत चाटने की बारी मेरी!

तभी सोनू सरदार सीधे अनु के ऊपर चढ़ा और बिना कुछ बोले सीधे अनु के भोसड़े में अपना लण्ड डाल दिया।
अनु की चीख निकल गयी पर उसको बहुत मज़ा आने लगा।

अनु- सरदार जी … अच्छे से चोदो मुझे आह … और तेज़ … फाड़ दो मेरी चूत को … और अंदर … आह उह … टांग फैला कर करो … आह आह!

सोनू- साली चुदक्कड़ … पहले से इतनी गुफा कर चुकी है और कितना अंदर लेगी? ले साली!
ये बोलकर उसने पांच मिनट तक खूब चोदा और उसने अपना माल अनु की चूत में छोड़ दिया।

इतने में मैंने कहा- यार आओ … पहले दारू पीते हैं थोड़ा और … फिर करेंगे। तब तक इसको भी थोड़ा आराम करने दो। आज की माल है ये अपनी।

मेरी बात से सब राज़ी हो गए और हम उसके चारों तरफ बैठ कर दारू पीने लगे।
उसके पेट पर चखना रखा था।

शाम के 5 बज चुके थे।
अब बारी थी सिद्धार्थ की!

वो अनु को कुतिया बना कर गांड सहला रहा था। उसके बड़े बड़े घड़ों को थप्पड़ मार कर गर्म कर रहा था।

विनय अनु के सामने जाकर अपना लण्ड अनु के मुँह में देने लगा।

इधर सिद्धार्थ ने एक झटके में अपना लंबा मोटा लण्ड पूरा मेरी चालू बीवी की चूत में डाल दिया।

अनु ने दर्द से कराह कर एकदम से विनय को अलग किया और सिद्धार्थ का लण्ड निकालने लगी.
लेकिन इतने में सोनू सरदार उसकी कमर पर चढ़ गया और उसकी गांड में लंड डाल दिया।

अब अनु की गांड और चूत दोनों में लण्ड थे।
वो कुतिया बनी लाचार हो गयी थी।

विनय अनु के मुँह में फिर से लण्ड डाल चुका था; रघु उसकी पीठ पर दारू डालकर चाट रहा था।

अब बारी मेरी थी।
मैं अनु के नीचे आकर उसके दूध का रस पीने लगा।

अनु भी पूरे मजे से गांड, चूत और मुँह की चुदाई करवा रही थी।
तभी अचानक रघु बोला- सिद्धार्थ आज इस रंडी की चूत फाड़ ही देते हैं।

वो सिद्धार्थ के साथ अपना लण्ड भी डालने की कोशिश कर रहा था लेकिन जा नहीं पा रहा था।

मैं अंदर से जैल लेकर आया और उसके कंडोम पर लगा दिया।

फिर उसने जैसे ही अपना लण्ड अंदर डाला तभी अनु बोली- प्लीज़ निकाल दो, मैं मर जाऊंगी।
लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी।

विनय बैठ कर दारू पी रहा था, मैं अनु को सहला रहा था।

तभी अनु बोली- आज ऐसी चुदाई का बहुत मज़ा आ रहा है। मेरी चूत फट गई पूरी! अब आपको गुफा मिलेगी।

मैं- कोई बात नहीं मेरी रानी, तू कुतिया है आज हम सब के लिए!
इतने में सिद्धार्थ का पानी छूट गया, उसने पूरा माल अनु के भोसड़े में गिरा दिया।

उसके बाद रघु और सरदार दोनों ने जगह बदल ली।

अब रघु अनु की गांड चुदाई कर रहा था और सरदार चूत की चुदाई कर रहा था।
अनु की चीख और सिसकारियों से पूरा घर गूंज रहा था।

अनु- मेरी गांड मत मारो … आह … प्लीज़ निकालो … आह आह … उइ माँ … मेरी गांड चूत एक कर दी है … ऊईई … आह्हा!
अब रघु ने भी मेरी सेक्सी हॉट वाइफ की गांड में अपना सारा माल निकाल दिया था।

विनय अब गांड में अपना लण्ड डालने के लिए चढ़ा।

जैसे ही विनय का लण्ड अंदर घुसा, वो बोला- यार ऐसे कैसे चोदी है, मुझे तो कुछ पता ही नहीं चल रहा है। लंड जैसे हवा में गोते लगा रहा है।
वो उदास होकर नीचे आ गया।
उसने फिर से अनु के मुंह में लंड दे दिया।

लगातार लम्बी चुदाई के बाद सबने अपना-अपना माल एक बार में अनु के शरीर के ऊपर गिरा दिया।

अब मुझे बोला गया- तू चुदाई करेगा इसकी!

मैंने जैसे ही अनु की चूत में लण्ड डाला तो ऐसा लगा मानो किसी खाई में मेरा लण्ड गोते लगा रहा है।
अनु एकदम लाश की तरह बिस्तर में लेटी हुई थी।
मैं भी झड़ गया उसकी चूत के अंदर!

उसके बाद हम सब अनु को लेकर बाथरूम में गए, वहां उसको नहलाया और फिर बाहर आये।

सबने बैठकर एक बोतल दारू फिर पी। इस बार अनु भी हमारे साथ बैठ कर दारू पी रही थी।

उसकी चुत पलटकर बाहर आ गयी थी। गांड के अंदर का सामान भी बाहर लटक आया था।
इतनी भयानक चुदाई के बाद अनु से चला भी नहीं जा रहा था। चलते हुए उसके पैर कांप रहे थे।

जब वो हमारे साथ बैठी थी तो कोई भी अपना लण्ड उसके मुंह में एक बार डालकर निकाल रहा था, कोई उसके दूधों को काट रहा था।

उस दिन दोपहर 3 बजे से रात के 10 बजे तक 5 लोगों ने 10 बार अनु की चूत, गांड और मुंह की चुदाई की।

रात में फिर जब सब घर जाने वाले थे तो अनु ने कहा- अगली बार आओ तो सुबह जल्दी आना, फिर मज़ा करेंगे।

सिद्धार्थ ने उसकी चूत में उंगली फेरते हुए कहा- भाभी, आप अपनी फुद्दी टाइट कर लो, 2 दिन में फिर आते हैं।
ये बोलकर मेरे सभी दोस्त चले गए।

जब मैं और अनु रात में सो रहे थे तो अनु ने कहा- अनिल आज से मैं तुम्हारे दोस्तों की रंडी तो बन गयी लेकिन पत्नी तो तुम्हारी हूं। एक बार पति-पत्नी की चुदाई हो जाये?
फिर मैंने और अनु ने रात में 2 राउंड चुदाई की।
उसके बाद सो गए।

इस तरह से मैंने अपनी रंडी बीवी को अपने चार दोस्तों से चुदवा दिया।

मेरी ये सेक्सी हॉट वाइफ की चुदाई कहानी कैसी लगी इसका रिप्लाई मुझे ज़रूर देना दोस्तो। ये मेरी पहली कहानी है, अगर कुछ गलती लगी हो तो सुधारने में मदद करना।

मैं अपनी अगली कहानी जल्द ही लेकर आऊंगा।
मेरी ईमेल आईडी है [email protected]