लॉकडाउन में मिला शानदार चुदाई का मजा- 3

BDSM सेक्स कपल स्टोरी में पढ़ें कि मैं हर वीकेंड पर पड़ोसी कपल से सेक्स का मजा लेने जाने लगी. एक दिन उन्होंने मुझे बाँध कर मेरी चूत में वाइब्रेटर घुसा दिया.

यह कहानी सुनें.

दोस्तो, कैसे हो।
कपल स्टोरी के पिछले भाग
जॉब के लालच में पड़ोसी से चुद गयी
में मैंने आपको बताया था कि कैसे मैंने, निधि ने और तपिश ने आइसक्रीम खाई।

अब आगे BDSM सेक्स कपल स्टोरी: लॉकडाउन में मिला शानदार चुदाई का मजा- 4

अगले दिन इतवार को मैं लंच के बाद उनके घर जाने लगी तब मॉम ने पूछा- क्या बात है अब हर शनिवार और इतवार को निधि के घर जाने लगी हो, लगता है अच्छी दोस्ती हो गई है।
मैंने कहा- हाँ मॉम … और तपिश ने कहा है कि वो मुझे माइक्रोसॉफ्ट में जॉब दिला देगा। वो लोग घर में बोर होते रहते हैं तो हम लोग थोड़ी गेम्स खेल लेते हैं।
मॉम खुश हो गई और अपने रूम में चली गई।

तब मैंने अपने रूम में आकर कपड़े चेंज करे और एक जम्प सूट पहन लिया और अंदर कुछ नहीं पहना क्योंकि वहाँ जाकर तो सब उतारने ही होते हैं।

मैं निधि के फ्लैट पर पहुंची और बेल बजाई।
निधि ने दरवाजा खोला और हमेशा की तरह वो पूरी नंगी थी।
दरवाजा खोलकर वो अंदर चली गई।

मैंने दरवाजा बंद किया और वहीं अपना जम्प सूट उतारकर नंगी हो गई। अपना जम्प सूट उठाया और तह करके साइड में रख दिया।

मैं ड्रॉइंग रूम में पहुंची तो वहां कोई नहीं था.
तब मैंने आवाज लगाई- तपिश कहां है?
तो निधि ने कहा- मैं बाथरूम में हूं और तपिश बेडरूम में है। तुम वहां चली जाओ।

मैंने ओके कहा और बेडरूम में चली गई।

मैंने वहां देखा कि बेडरूम में एक वॉल पर 42 इंच का टीवी था और कम्फर्ट सोफा और एक वार्डरोब थी।
एक आइरन का ओपेन बेड था जिसके चारों तरफ कॉर्नर पर आइरन पोल लगे थे।

एक बड़ी बाल्कनी थी जिस पर फ्रेंच विंडो थी, पूरी तरह ट्रांसपेरेंसी थी।
दूर सामने एक बिल्डिंग दिख रही थी।

ऐसा लगता था कि कोई उस बिल्डिंग से दूरबीन से देखना चाहे तो वो रूम के अंदर देख सकता है।

बेड पर एक 10-12 इंच का मोटा ग़द्दा था, तपिश उस पर लेटा था।

तपिश ने मुझे देखा और कंफ्यूज पाया।
वो बोला- जान डरो मत, इन विंडोज़ में दिन में बाहर से कुछ नहीं दिखता। जब रात को हम लाइट चालू करते हैं तब बाहर से अंदर का दिखाई देता है।
तब मुझे थोड़ी शान्ति मिली।

तपिश ने मुझे अपने पास बुलाया।
मेरे दिमाग में घूम रहा था आज इसने मुझे जान बोला है तो अब माइक्रोसॉफ्ट में जॉब पक्की।
इस ख्याल से मैं भी खुशी खुशी उसके बगल में लेट गई।

मेरे लेटते ही तपिश ने मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए और मुझे किस करने लगा।
मैं भी उसका साथ देने लगी।

हम लोग फ्रेंच किस करने लगे और एक दूसरे के मुंह में जीभ डालकर चूसने लगे।

तपिश के हाथ मेरे चूचे दबा रहे थे और कभी कभी बीच में वो मेरे निप्पल पर चूंटी काट लेता था।
मैं पूरी उत्तेजित हो रही थी।

तभी वो मेरे ऊपर आ गया और मेरे कानों को चूसने लगा। उसका लंड मेरी चूत की दरार में फंसा था।

वो कभी मेरे गालों को चूसता और कभी मेरे गले पर!
तभी उसने मेरे दोनों हाथ सिर के ऊपर करके पकड़ लिये और नीचे होकर मेरे निप्पल को चाटने लगा।
मुझे पता ही नहीं चला कि कब निधि आ गई।

निधि ने मेरे हाथ पकड़ लिए और तपिश नीचे अपना मुँह मेरी चूत पर आया।
मैंने भी अपने पैर खोल दिये।

अब तपिश मेरी चूत चाट रहा था और दोनों हाथों से मेरे चूचे निचोड़ रहा था।
मेरी आँखें बंद थी और मेरे दोनों हाथ निधि ने पकड़े हुए थे।

तभी निधि ने मेरे हाथ में वैलवेट हैंड कफ्फ लगाया और साइड के पोल में फँसा दिया और ऐसे ही उसने मेरे दूसरे हाथ में लगाया।
अब मेरे दोनों हाथ बेड के दो पोल से बंधे थे।

उधर तपिश ने मेरी चूत चाटना और तेज कर दिया।
मुझे कुछ समझ नहीं आया पर मैं एंजॉय कर रही थी।

तभी मुझे लगा कोई मेरे पैर सहला रहा है।

मैंने आँखें खोलकर देखा तो निधि प्यार से मेरी जांघें सहला रही थी।
मैं मुस्कराई और आँखें बंद कर ली।

तब निधि ने मेरे एंकल में कफ्फ लगाकर उसको पोल के छेद में फंसा दिया और मेरा एक पैर पूरी तरह एक साइड में खिंच गया।
मैंने निधि से कहा- ये क्या कर रही हो?
तब उसने कहा- जान अभी देखो तो सही!
और फिर उसने मेरा दूसरा पैर भी कफ्फ करके दूसरे पोल पर बांध दिया।

अब तपिश ने भी मुझे छोड़ दिया।
मेरे दोनों पैर पूरी तरह खुल गए और मेरी चूत और गांड के छेद पूरी तरह फैल गए।

मैंने कहा- ये सब क्या है?
तपिश ने कहा- जान अभी तुझे बहुत मज़ा आयेगा और तेरा इतना पानी निकलेगा की तुझे याद रहेगा।
मैं चुप हो गई।

तब तपिश मेरे चूचों पर चढ़ गया और मेरे मुंह में अपना लंड दे दिया।
उधर निधि ने मेरा एक पैर का कफ्फ पोल के ऊंचे छेद पर लगा दिया और इसी तरह मेरा दूसरा पैर भी ऊंचा कर दिया।

अब मेरी चूत और गांड हवा में थी और तपिश अपने लंड से मेरा मुंह चोद रहा था।
कभी-कभी वो अपना पूरा लंड मेरे मुंह मे डाल देता तो मुझे साँस लेने में दिक्कत होती।

करीब 10 मिनट मेरे मुँह को चोदने के बाद उसने अपना पानी मेरे मुंह में छोड़ दिया और मेरी नाक पकड़ ली।
मैं सारा पानी पी गई।

मुझे लगा कि अब ये मुझे खोल देंगे पर नहीं खोला।

अब तपिश और निधि किस करने लगी और उसने नीचे बैठकर तपिश का लंड चूसा और उसके लंड को पूरा खड़ा कर दिया।
वो तपिश को छोड़ कर मेरे पास आई, उसने अपनी चूत मेरे मुंह पर रख दी और झुक कर मेरी चूत चाटने लगी।

मैंने भी अपनी जीभ उसकी चूत में डाल दी और उसे चूसने लगी।

तभी मुझे लगा कि कोई लोड़ा मेरी चूत में घुस रहा है।
मुझे लगा तपिश अपना लोड़ा मेरी चूत में डाल रहा है।

मैंने थोड़ा सिर झुकाकर देखा तो तपिश एक 4 इंच मोटा डिल्डो मेरी खुली हुई चूत में डाल रहा था।
लगभग 7 इंच मेरे अन्दर डालने के बाद वो मेरी चूत में फंस गया।
मुझे थोड़ा दर्द हुआ पर मैं सह गई।

मेरे दोनों चूतड़ हवा में थे।

तभी तपिश ने डिल्डो का कुछ बटन दबाया और वो वाइब्रेट करने लगा।
तब मुझे पता चला कि ये तो इलेक्ट्रॉनिक वाइब्रेटर है।
मेरी चूत में वो वाइब्रेट करने लगा और मेरी चूत के साथ-साथ मेरे चूतड़ भी हिलने लगे।

तब तपिश निधि के पीछे आया और उसने निधि की चूत में अपना लंड घुसा दिया।
निधि की चूत पूरी गीली थी और खुली थी तो तपिश का लोड़ा आराम से घुस गया।

उधर वाइब्रेटर से मेरा पानी छूटने लगा। मैं चिल्लाने लगी- मेरा पानी निकल गया, मैं गई, मैं गई।
पर उन्होंने कुछ नहीं सुना।

उधर तपिश ने निधि को चोदने की स्पीड बढ़ा दी।
निधि ने वाइब्रेटर की स्पीड भी बढ़ा दी।

मैं चिल्लाई- इसे निकालो प्लीज!
पर उन्होंने कुछ नहीं सुना।

तभी निधि चिल्लाने लगी- मैं गई, मैं गई!
और उसने अपना सारा गर्म पानी मेरे मुंह पर टपका दिया।

तब तपिश ने एक हाथ से मेरी नाक पकड़ ली।
मेरा मुंह खुला और सारा पानी मेरे मुंह में चला गया।
मैंने सारा पानी पी लिया।

उधर मैं भी चिल्लाने लगी- मैं भी गई, मैं भी गई।
और मेरा एक बार पानी और निकल गया।
फिर भी उन्होंने नहीं सुना।

तब निधि ने वाइब्रेटर की स्पीड फुल कर दी।
मैं चिल्लाने लगी- मुझे छोड़ दो प्लीज!

तब तपिश ने अपना लंड निधि की चूत से निकाला और निधि को मेरे मुंह पर से हटाया और अपना लंड मेरे मुंह में डाल दिया।

उधर मुझे वार्डरोब खुलने की आवाज आई.
मैंने तिरछी नजरों से देखा कि निधि ने एक वायर के साथ अटैच एक चमकती हुई गोली निकाली।

निधि मेरी चूत के पास आई।
मुझे लगा कि ये अब डिल्डो निकाल लेगी.

पर उसने तो वो गोली मेरे चूतड़ के खुले छेद में डाल दी और वायर से उसे अंदर पुश करने लगी।

गोली मेरी गांड में घुसकर वाइब्रेटर की वजह से उछलने लगी।

मुझे अब अच्छा लगा और तभी मैंने तपिश का लंड मुंह से निकाला और मैं चिल्लाई- मेरा पानी निकलने वाला है … मैं गई … मैं मर गई।

तब निधि ने मेरा वाइब्रेटर बंद कर दिया और अपना सिर मेरे चूतड़ के नीचे रख कर लेट गई.
उसने पहले धीरे-धीरे वायर के साथ मेरी गांड से गोली निकाली और फिर अपना मुंह खोलकर धीरे-धीरे डिल्डो निकाला और उसके साथ मेरा पानी निकलने लगा और वो उसे पीने लगी।

उधर तपिश मेरे मोटे मोटे निप्पल खींचने लगा. इतना ऊपर खींचा कि मेरी चूचियां पूरी खिंच गई और मुझे दर्द होने लगा.
पर वो खींचता रहा तब मैं भी अपनी कमर उठा कर ऊपर होने लगी।

तब तपिश ने मेरी कमर के नीचे एक तकिया लगा दिया जिससे मेरी चूत और ऊपर हो गई।
मेरे हाथों पैरों में अब दर्द हो रहा था।

उधर निधि ने पूरा डिल्डो निकाल लिया और उसे चाटने लगी।
पर अभी भी उन्होंने मेरे हाथ पैर नहीं खोले।

तब तपिश मेरी चूत के पास आया और लेटी हुई निधि के पैर फैलाये और उनके बीच में खड़ा होकर एक ही झटके में अपना पूरा लोड़ा मेरी चूत में ठोक दिया और फुल स्पीड से मुझे चोदने लगा।
पांच मिनट में मैंने और उसने एक साथ पानी छोड़ दिया।
हमारा पानी मेरी चूत से निकलकर मेरे चूतड़ से होकर नीचे निधि के मुंह में टपकने लगा जो वो बड़े आराम से पीने लगी।

तब तपिश ने अपना लंड मेरी चूत से निकाला और निधि को बिठाकर उसके मुँह में दे दिया।

निधि ने उसे चाट चाट कर साफ़ कर दिया।

अब तपिश का नोनू भी छोटा होकर बैठ गया।
तपिश भी थक कर सोफ़े पर गिर गया।

उधर निधि ने मेरी चूत चाटना शुरू कर दिया और उसने चाट चाट कर उसे साफ़ कर दिया।
फिर उसने मेरे हाथ पैर खोल दिए।

मेरी चूत फूल कर गोल गप्पा हो गई थी। मेरी चूत, गांड, चूतड़ और हाथ पैर में बहुत दर्द हो रहा था।
पर आज मेरी चूत से इतने कम समय में जितना पानी निकला उतना पहले कभी नहीं निकला।
मैं आधे घंटे तक ऐसे ही पड़ी रही।

निधि ने कहा- बाथरूम में टब में गर्म पानी भरा है जाकर उसमें लेट जा … सब दर्द खत्म हो जाएगा।

तब मैं धीरे-धीरे चलती हुई बाथरूम में गई और वहां पहले कमोड पर बैठकर सू सू किया और फिर बाथटब में लेट गई।
गर्म गर्म पानी से पूरे बदन की सिकाई हुई और दर्द चला गया।

तब मैंने सोचा कि इनसे बदला लेना है। पर कैसे?

मैं बाथरूम से बाहर आई तो देखा बेडरूम में कोई नहीं है।
तब मैंने सोचा इनकी वार्डरोब देखूं।

मैंने खोलकर देखा तो पाया उसमें बहुत सारे हैन्ड कफ्फ, बेल्ट, कुत्ते का पट्टा और बड़े बड़े डिल्डो वाइब्रेटर और पता नहीं क्या-क्या।
मैंने सोचा इनको इन्हीं सामान से बदला लूंगी।

मैं बाहर आई तो देखा निधि सोफ़े पर लेटी थी और तपिश उसके निप्पल काट रहा था।
मुझे देखकर वो सीधे होकर बैठ गए।

तब तपिश ने मुझसे पूछा- जान देखा कुछ नया … मजा आया?
मैंने कहा- हाँ जान।

तब निधि बोली- कभी इतना पानी एक साथ निकला है?
मैंने कहा- नहीं यार।

उसने कहा- हम लोग भी कभी कभी ऐसा करते हैं ताकि हम सेक्स लाइफ के पूरे मजे ले सकें।
मैंने कहा- अगली बार मैं तुम दोनों के साथ ऐसा कुछ करूँगी कि तुम भी याद रखोगे।
और हम सब हंसने लगे।

तब तपिश बोला- अब तुम हमारी जान बन गई हो तो अब तुम्हारी जॉब पक्की माइक्रो सॉफ्ट में!
मैं खुश हो गई।

तपिश ने कहा- मैं अपने बॉस रिचर्ड को आज ही मेल करूँगा तेरी जॉब के लिये।
मैं खुश हो गई और मैंने तपिश को थैंक्स कहा।

तपिश ने कहा- यार ऐसे थैंक्स कोई होता है?
मैंने कहा- फिर कैसे होता है?

उसने मुझे अपने पास बुलाया और मुझे फ्रेंच किस करने लगा।
मैं भी उसका साथ देने लगी।

उसने मेरे चूतड़ पकड़ के दबाने शुरु कर दिये।
फिर धीरे-धीरे वह अपना मुंह मेरे चूचों पर लाया और निप्पल चूसने लगा।

और तभी उसने अपने पूरे दांत मेरे चूचे पर गड़ा दिये और काट लिया।
मैं चिल्लाई- बहनचोद!

और उसने हंसते हुए मुझे छोड़ दिया।

मैंने देखा मेरी चूची पर उसके दांतों के निशान बन गए।
वो बोला- अब हुआ ना थैंक्स!
और वो और निधि हंसने लगे।

तब मैंने कहा- अच्छा अब मैं जाती हूँ।
निधि ने कहा- ठीक है पर शनिवार का लंच हमारे साथ करना।

मैंने उन्हें बाय बोला और दरवाजे पर आकर अपना जम्प सूट पहना और घर आ गई।

अब बाय दोस्तो!
मैंने इनसे बदला कैसे लिया वो अगले पार्ट में बताऊंगी।
तब तक अपना लंड रगड़कर मूठ मारो और अपनी चूत में उंगली कर कर अपना पानी निकालो।
मेल और कमेंट्स में बताएं कि BDSM सेक्स कपल स्टोरी में आपको मजा आया?
अंजलि
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