BDSM Xxx कहानी में मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को अपने जन्मदिन पर बुलाया और उसे एक्सएक्सएक्स चुदाई करने के लिए पहले से तैयार किया हुआ था. मैंने उसके साथ क्या क्या किया?
दोस्तो, मेरा नाम सौरव है और मेरी प्रेमिका का नाम अदा है.
वह 24 साल की है.
हम दोनों 6 साल से रिलेशनशिप में हैं
मैंने और अदा ने पहली बार मेरे जन्मदिन पर सेक्स किया था.
उस समय हम अच्छे से सेक्स नहीं कर पाए लेकिन फिर अदा के जन्मदिन पर हम दोनों ने बहुत रोमांटिक सेक्स किया.
अदा का फिगर 34-28-36 का है, वह एकदम कोकाकोला की बोतल के जैसी फिगर वाली है और मस्त कांटा माल लगती है.
अदा की एक खासियत है कि उसे हॉर्नी वाइल्ड सेक्स, हार्ड BDSM और दर्द वाली चुदाई बहुत पसंद है.
कभी-कभी तो मैं परेशान हो जाता हूँ क्योंकि ये सारी एक्सएक्सएक्स चुदाई की आदतें मैंने ही उसे लगवाई थीं.
सेक्स चैट करना, नंगी होकर उंगली करना, ये सब उसे बहुत भाता है.
मैंने अदा को बीडीएसएम सेक्स के लिए मनाया, वर्ना पहले तो वह डर रही थी.
अदा के लंबे बाल हैं, मेरी पसंद से उसने हेयर हाइलाइट करवाया, क्योंकि मुझे उसके बालों को खींचने में मजा आता था.
जब पहली बार वह मुझसे चुदी थी, यह उसी दिन की सेक्स कहानी है.
उस दिन वह मेरे रूम पर आई.
उस दिन हम दोनों खास किस्म का सेक्स करने वाले थे.
मैंने उसे पहले ही समझा दिया था कि आज वह मेरी गुलाम है, मैं जो करूँगा, उसे मानना पड़ेगा.
अदा आज पूरी तैयारी में आई थी.
वह सज-संवर कर चुत चुदवाने तो आई थी … लेकिन उसे क्या पता था कि आज वह मेरी रंडी बन जाएगी.
अदा के कमरे में आते ही मैंने उसकी चोटी बंधे बालों को खोल दिया.
अदा ने मुझे धन्यवाद किया और कहा- हैप्पी बर्थडे सर!
वह मुझसे सर ही कहती थी क्योंकि वह मेरी जूनियर थी.
मैंने भी धन्यवाद किया और उसके रसीले होंठों को चूसने लगा.
अदा ने कहा- सर, मैं आपके लिए केक लाई हूँ, लेकिन सेक्स के बाद केक काटेंगे!
और उसने एक प्यारी सी मुस्कान दी.
मैंने हां में सिर हिलाया, सारी तैयारी मैंने पहले ही कर ली थी.
अब अदा कपड़े खोलकर मेरी रंडी बनने को तैयार थी.
लेकिन एक लवर होने के नाते मैंने अदा से फिर पूछा- तुम तैयार हो? क्योंकि इसके बाद तुम्हारे मना करने पर भी मैं नहीं रुकूँगा.
अदा ने हंस कर कहा- क्यों, आपको डर लग रहा है कि कहीं आप मुझे चोद न पाओ? आप मुझे रंडी से भी ज्यादा दर्द दो! अगर आप ऐसा नहीं करोगे सर, तो मैं आपसे ब्रेकअप कर लूँगी! आज न मैं आपकी लवर हूँ, न कुछ और … सिर्फ़ आपकी गुलाम, आपकी रखैल, आपकी रंडी हूँ! मुझे आप क्या करोगे, यह आप जानो!
अब मैंने अपनी अल्मारी से रस्सी, क्लिप, बेल्ट, छड़ी, बॉल आदि सामान निकाला.
फिर अदा के हाथों को पीछे करते हुए रस्सी से बाँध दिया.
उसके बाद उसके पैरों का भी वही हाल किया.
मैंने उसके मुँह को भी बंद कर दिया ताकि वह आवाज़ न कर सके.
उसके बाद मैंने छड़ी से उसकी चूचियों को मारना शुरू किया.
शुरुआत में तो वह एकदम से अचकचा गई कि यह क्या हुआ.
पर अगले ही पल से वह मेरी मार का मजा लेने लगी.
उसे दर्द होता तो था, पर वह एक पल में ही अपने दर्द को सह कर मुस्कुरा उठती थी.
मैं भी नहीं रुका, मैंने छड़ी से उसके मम्मों को मार मार कर लाल कर दिया.
करीब पांच मिनट में ही अदा दर्द से छटपटाने लगी.
फिर मैंने उसे और ज्यादा तकलीफ देने के लिए उसकी चूचियों के निप्पलों पर पर क्लिप्स लगा दीं.
इस पर वह अपने सिर को नीचे-ऊपर करने लगी और दर्द को सहन करने की कोशिश करने लगी.
एक तरफ मार पड़ रही थी और दूसरी तरफ सेक्स जग रहा था.
यह किस तरह होता है, पाठकों को इस बात को जानने की उत्सुकता हो सकती है.
दरअसल यह सब भावना का खेल है.
हम यदि इस तरह की मार पीट को साधारणतया देखेंगे तो यह सिर्फ मार ही कहलाएगी.
लेकिन यदि इस मार पीट को सेक्स के नजरिए से देखने की कोशिश करेंगे तो अपनी प्रेमिका को कष्ट देते समय एक सेक्स का भाव जागता है और ठीक उसी तरह प्रेमिका के मन में भी यही भाव जागता है.
चाहे यह स्थिति बदल कर भी देखेंगे कि प्रेमी पिट रहा हो और प्रेमिका पीट रही हो.
खैर … आगे बढ़ते हैं.
अब बारी थी उसके मुलायम चूतड़ों की.
मैंने उसे 20 बेल्ट मारने का आदेश दिया.
वह बोली- ओके सर.
हर एक बेल्ट खाने के बाद उसे ‘थैंक्यू सर!’ बोलने का मेरा आदेश था.
अदा तो आज रंडी-छिनाल बनकर खुश ही थी … उसने वैसा ही किया.
अब अदा की नर्म चूत पर मैंने मोमबत्ती जलाकर बूंद-बूंद गिरा दी.
वह किसी जल बिन मछली की तरह छटपटाने लगी.
लेकिन पैर-हाथ बँधे होने के कारण वह कुछ नहीं कर सकी. बेचारी मेरी अदा, सॉरी … मेरी रंडी, मेरी चुदक्कड़ अदा!
अदा की आंखों में आंसू थे.
मैंने उसकी चूत को सहलाना चाहा, तो उसने मना कर दिया और कहा- अदा कोई बीवी नहीं है सर … आपकी सिर्फ़ रंडी है! और रंडी को इतना सहने की आदत है, आप जितना दर्द दे सकते हो, दो!
मुझे गुस्सा आ गया, मैंने एक जोरदार तमाचा उसके गाल पर दे मारा.
वह गुस्से से लाल हो गई.
अब मैंने कहा- तू देख मेरी रंडी, आज तू चलने लायक नहीं रहेगी!
अदा ने हंसकर कहा- देखती हूँ सर!
अब मैंने उसके मुँह को बंद किया और दो मोमबत्तियां पिघलाकर उसकी चूचियों और चूत पर डाल दी.
पहले तो अदा तड़पने लगी. तो मुझे उसकी ऐसी हालत पर बड़ा मजा आया.
बेचारी मुझे रंडीपना दिखा रही थी.
बिना देर किए मैंने डिल्डो उसकी चूत में डाल दिया और वाइब्रेटर फुल स्पीड कर दिया.
अदा किसी कुतिया की तरह चूतड़ उठाने लगी.
उसके मुँह से सिर्फ़ ‘आह … आह … की आवाज़ निकल रही थी.
दो ही मिनट में अदा का सारा पानी निकल गया.
उसकी चुत का वह पानी मैंने चाट चाट कर स्वाद लिया.
अब मुझे कुछ अलग करने का मन हुआ.
मैंने अदा का मुँह खोल दिया और फिर वाइब्रेटर उसकी चूत पर लगा दिया.
अदा ने एक मिनट में ही ‘आई एम कमिंग! आई एम कमिंग!’ बोलकर पानी निकाल दिया.
इस बार उस पानी को मैंने अदा को ही पिला दिया.
अब मैंने अदा से पूछा- कैसा लगा?
उसने कहा- अदा नहीं सर … सिर्फ़ रंडी! रात रंगीन करने वाली रंडी!
मैंने कहा- रंडी साली … अभी ये हाल किया है … अभी पूरी एक्सएक्सएक्स चुदाई बाकी है!
अदा ने कहा- अदा रंडी है, आप करते रहो बस!
अब मैंने अदा को लवर समझना छोड़ दिया क्योंकि वह खुलकर चुदाई चाहती थी.
अदा ने कहा- अगर संभव हो तो आज मेरी गांड भी मारो सर!
मैंने देखा तो उसकी छोटी सी गांड में तो मेरी छोटी उंगली भी नहीं जाने वाली थी, मेरा लंड कैसे जाएगा?
मैंने बोला- ठीक है छिनाल, यही करूँगा!
उसके मुँह को खोलकर मैंने थूक दिया.
उसने मेरा थूक पी लिया.
अदा ने कहा- गांड मारने के समय मैं कितना भी हाथ-पैर मारूँ, रोने लगूं … पर आप मुझ पर दया मत करना प्लीज!
मैंने वैसा ही किया.
अदा को पलट कर हल्के से उसके चूतड़ ऊपर को किए.
फिर अपना लंड उसकी गांड के छेद में रखा और अपनी पूरी ताकत से एक जोरदार झटका दे दिया.
अदा जो कि अब मेरी रंडी बन चुकी थी, कुतिया की तरह छटपटाने लगी.
मैंने बिना कुछ कहे उसके बालों को खींचा और पांच मिनट तक गांड मारता रहा.
इस दौरान अदा मुझे रहम करने और छोड़ देने की भीख मांगती रही लेकिन मैं नहीं रुका.
अब मेरा माल निकलने वाला था.
मैंने पूरा लंड अदा के मुँह में डाल दिया और उसकी नाक को बंद कर दिया.
अदा ने जल्दी से मेरा सारा माल पी लिया.
हम दोनों थक चुके थे.
मैंने अदा रंडी को आज़ाद किया और कहा- कैसा लगा मेरे जन्मदिन का तोहफा?
उसने खुशी से गले लगाकर कहा- बहुत पसंद आया … आई लव यू! आपका जब मन करे … आप ऐसे ही मुझे चोदें, मुझे प्यार करें!
फिर हम दोनों ने केक काटा, खाना खाया और अदा अपने घर चली गई.
उसी रात को अदा को चुदाई का ठरक चढ़ा, उसने मुझे कॉल किया!
अदा ने वाइल्ड सेक्स करने की इच्छा जताई.
मैंने कहा- अभी फोन सेक्स से काम चलाते हैं, परसों होटल आओ और मेरी देसी धंधे वाली बनकर चुदना मुझसे!
लेकिन अदा को तो बस रंडी ही बनना था, तड़पना था.
खैर … फोन सेक्स पर उसने सारे कपड़े खोल दिए.
जैसा-जैसा मैं कहता गया, वह करती गई.
अब तो मेरा भी मन करने लगा उसके ठरक को देखकर सामने से चोदने का.
लेकिन हम दोनों मास्टरबेट करके सो गए.
अगली बार उसे होटल में पेलने का प्लान है, आपको लिख कर बताऊंगा कि किस तरह से मैंने अपनी रंडी अदा को चोदा.
इस BDSM एक्सएक्सएक्स चुदाई कहानी पर आप अपने विचार मुझे जरूर बताएं.
धन्यवाद.
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