इस Xxx मैम हॉट स्टोरी में आप जानेंगे कि कैसे मैं अपनी स्कूल टीचर की तरफ आकर्षित हुआ, उनको पटाया और उनके साथ उनके ही घर में कैसे चुदाई का मजा उठाया.
दोस्तो, मेरा नाम राज है और मैं 19 साल का हूँ.
मैं आज आपको मेरे मेम के साथ हुए सेक्स के बारे में बता रहा हूँ.
यह Xxx मैम हॉट स्टोरी एक साल पहले की है, जब मैं 12वीं क्लास में पढ़ता था.
यह मेरी पहली सेक्स कहानी है और पहली ही बार की हुई चुदाई का वाकिया लिखा है.
तब मैं 19 साल का हो चुका था.
हालांकि ये मेम पहले भी हमें पढ़ाती रही थीं लेकिन उस वक्त से पहले कभी भी मैंने उनके बारे में ऐसा नहीं सोचा था.
पर मैं अब नया नया जवान हुआ था तो ऐसे कामुक ख्याल आने लग गए थे.
वह कहते हैं न कि उम्र के साथ सोच भी बदल जाती है.
मेम भी मुझे अब कुछ ज्यादा ही हॉट और सेक्सी लगने लगी थीं.
उनकी गांड और बूब्स भी ज्यादा बड़े हो गए थे.
जवान होने के बाद मेरा ध्यान पढ़ाई में कम और मेम में ज्यादा रहने लगने लगा था.
मैं मेम को आंखों ही आंखों में चोदने लगा था.
वे जब भी बोर्ड की तरफ होतीं तो उनकी मस्त गांड मुझे दिखती थी और जब वे सामने मुड़तीं, तो उनके तने हुए बूब्स दिखते थे.
मेम ज्यादातर लैगी कुर्ती ही पहनती थीं तो उनके दूध और गांड मस्त दिखते थे.
शरीर से चिपकी हुई लैगी से उनकी गांड अच्छी मोटी दिखती थी.
उनकी गांड लगभग 34 इंच की रही होगी.
मेम के बूब्स भी लगभग 32 इंच के रहे होंगे.
उनकी कमर लगभग 28 की रही होगी.
मेम एकदम सेक्सी माल लगती थीं क्योंकि वे जवान थीं और पतली भी.
उन्हें कोई भी देखे तो बस तुरंत पटक कर चोदना चाहे.
मैं भी उन्हें चोदना चाह रहा था.
लेकिन मुझे नहीं लग रहा था कि मैं उन्हें चोद पाऊंगा.
मुझे बहुत डर भी लगता था.
इससे पहले मेरी कई शिकायतें प्रिंसिपल के पास जा चुकी थीं.
अब मैं स्कूल में कोई भी रिस्क नहीं ले सकता था.
मैंने बहुत सोचा और तय किया कि स्कूल में मेम के साथ कुछ भी करना भारी लफड़ा हो सकता है.
इसलिए मैंने उनके यहां ट्यूशन पढ़ने जाना ठीक समझा.
कुछ ही दिनों बाद मैं उनके यहां ट्यूशन जाने लगा था.
वे घर पर लोअर और टी-शर्ट में रहती थीं.
उनकी टी-शर्ट बड़े गले की होती थी जिससे उनके बूब्स और बड़े दिखते थे.
वे शायद टी-शर्ट के नीचे ब्रा नहीं पहनती थीं.
जब मैं पहली बार उनके घर गया तो मैं बस उनके बूब्स देखने लगा.
मैंने गौर किया तो उनके गुलाबी निप्पल भी उठे हुए दिख रहे थे.
मेम मुझे अपने मम्मों की तरफ देखता देख कर सारा माजरा समझ गईं और तुरंत अन्दर चली गईं.
मेम अन्दर जाकर ब्रा पहन कर आ गईं.
उनकी ब्रा का रंग काला था जो उनकी लाइट कलर की टी-शर्ट के बाहर से ही बड़ी आसानी से समझ आ रहा था.
उनके घर में उनका एक छोटा बच्चा और उनके पति रहते थे.
उनके पति कहीं बाहर जॉब करते थे और वे कुछ दिन के लिए घर आते थे.
इस तरह से काफी समय निकल गया.
मैं रोजाना सिर्फ मेम के बूब्स की तरफ देखता था लेकिन कुछ कर नहीं पाता था.
अब मैंने उम्मीद छोड़ दी थी कि मेम की मिल पाएगी.
मैं अब पढ़ने में मन लगाने लगा था.
तब भी मेरे मन में यही चल रहा था कि जब भी मौका मिलेगा, मैं मेम की ले लूँगा.
रात को अभी भी यही सोच कर लंड हिलाता रहता था कि मेम को कैसे चोदूं.
अब ठंड आ गई थी और उनके पति भी बहुत दिनों से नहीं आए थे इसलिए वे भी कहीं दिनों से नहीं चुदी थीं.
मैं उनको सेक्स के लिए उकसाने के लिए अंडरवियर नहीं पहनता था ताकि मेरा लंड उनको साफ दिख जाए.
यही हुआ भी … मेरा लंड उनको दिखने लगा और उनकी चूत में खुजली होने लगी थी.
मैं गौर करने लगा था कि जब भी मैं उन्हें अपना फूला हुआ लंड देखते पाता था, वे कुछ ही देर में उठ कर वॉशरूम जाने लगी थीं.
एक दिन मैंने देखा कि उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी.
यह देख कर अब मुझे पुन: लगने लगा कि वे भी चुदवाना चाहती हैं.
लेकिन उनको भी शर्म आती है इसलिए शुरूआत कौन करे, यह एक समस्या थी.
फिर उसी दिन कुछ देर बाद ऐसा हुआ कि वे रोज की तरह वॉशरूम चली गई थीं और दरवाजा बंद करना भूल गई थीं या पता नहीं जानबूझ बंद नहीं किया था!
कुछ ही देर में मुझे मेम की कामुक सिसकारियों की आवाजें आने लगीं.
शायद वे अपनी चूत में उंगली कर रही थीं.
मुझसे भी रहा नहीं गया तो मैंने करीब जाकर देखा.
वे दरवाजे की ओर पीठ की हुई थीं.
मेम ने अपने लोवर को नीचे खिसकाया हुआ था जिससे उनकी गोरी गांड दिख रही थी.
मेम की गांड को देख कर मेरा लंड कड़क हो गया था.
मेरा लंड लोवर में भी नहीं रह पा रहा था.
मेरा लंड 7 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है.
वे अपनी चूत में उंगली कर रही थीं.
मैंने उनको नंगी देख कर बेझिझक लंड निकाल लिया और हिलाने लगा.
कुछ देर बाद उनकी चूत से पानी निकल गया और वे लोवर पहनने लगीं लेकिन मैं अब भी वहीं खड़ा रहा.
मेम घूमी और उन्होंने मुझे देखा.
वे थोड़ा शर्माईं, फिर मेरे लंड को बाहर देख कर सहज हो गईं.
अब वे मेरे पास आईं और बिना कुछ कहे बैठ कर मेरा लंड चूसने लगीं.
मैं मस्त हो गया.
कुछ देर तक लंड चूसने के बाद बोलीं- प्लीज राज, मुझे चोद दो, अब मुझसे नहीं रहा जा रहा है.
मेरे कुछ कहने से पहले उन्होंने अपनी टी-शर्ट को उतार दिया.
मैं उनके बड़े बड़े बूब्स को देखता ही रह गया था.
मैंने भी कह दिया कि मैं भी कबसे आपको चोदना चाह रहा था लेकिन आपसे कह ही नहीं पा रहा था.
मेम मुस्कराईं और बोलीं- सच में?
मैंने बोला- आपको नहीं पता था क्या?
उन्होंने कहा- नहीं. मुझे भला कैसे पता चलता?
तो मैंने जवाब दिया कि ब्रा क्यों पहनने लगी थीं?
उन्होंने कुछ नहीं कहा और चुप हो गईं.
मैं उनके बूब्स को दबाने लगा तो वे हंसने लगीं.
यहाँ मैं आपको बता दूँ कि वे बाहर से आई हुई थीं.
मेरा मतलब किसी अन्य जिले से. इस कारण से वे ज्यादा लोगों को नहीं जानती थीं इसलिए उनके घर कोई आता जाता नहीं था.
मैंने 5 मिनट तक उनके बूब्स दबाए.
तभी उनका बच्चा रोने लगा.
उन्होंने उसे सुला दिया था.
वे अपनी टी-शर्ट पहन कर बच्चे के पास चली गईं.
लगभग आधा घंटा के बाद वे वापस आईं और मुझे देखने लगीं.
मैंने कहा- बच्चा सो गया?
मेम- हां, सो गया.
मैंने कहा- तो आगे का शुरू करें?
उन्होंने हां में सर हिला दिया.
इस बार मैंने खुद अपने हाथों से उनकी टी-शर्ट उतारी और बूब्स दबाने लगा.
वे बोलीं- इनको ही दबाओगे या कुछ आगे भी करोगे?
उनके यह कहते ही मैंने उनकी लोवर को नीचे खींच दिया.
मैंने पहली बार सामने से असल में किसी लड़की की चूत देखी थी, वर्ना अब तक तो सिर्फ ब्लू फिल्मों में ही देखी थी.
गुलाब के फूल की तरह उनकी चूत थी, गोरी और बड़ी सी गांड थी.
चूत को देख कर ऐसा लगा की वे सच में कई महीनों से नहीं चुदी थीं.
मैं मेम की चूत पर उंगलियां फिराने लगा था, उनकी चूत रस छोड़ने लगी थी.
रस महसूस करते ही धीरे से मैंने अपनी दो उंगलियां मेम की चूत के अन्दर डाल दीं.
वे कामुकता से आहें भरने लगी थीं.
मैंने आज से पहले कभी भी चूत देखी ही नहीं थी, तो चाटने की कैसे कह सकता हूँ.
लेकिन मैंने चूत चाटने की वीडियो और सेक्स कहानी बहुत देखी और पढ़ी थीं.
आज सामने से चूत चाटने का अवसर मिला तो न जाने क्यों मुझे शुरुआत में अच्छा नहीं लग रहा था.
मेम ने मेरे सर को अपने हाथ से दबाते हुए चूत की तरफ करने का प्रयत्न किया, तो चूत का स्वाद अच्छा लगने लगा.
फिर तो उस दिन न जाने मुझको क्या हो गया, मैं किसी भूखे कुत्ते की उनकी चूत चाटने लगा.
कुछ ही देर में चूत का खट्टा कसैला स्वाद मेरे मन को भाने लगा.
मेम भी चूत चटवाती हुई अपनी टांगें फैलाने लगीं और मादक सीत्कार भरने लगीं ‘आह्च आह आ … खा जा … आह.’
कुछ देर बाद हम दोनों बेडरूम में आ गए.
उधर हम दोनों ने 69 की पोजीशन बना ली.
मेम मेरा लंड चूसने लगीं और मैं उनकी चूत चाटने लगा.
यह सिलसिला कुछ मिनट तक चला.
उनकी चूत को चाटने में जो मजा आ रहा था, वह मैं आपको बता नहीं सकता.
इस बीच मेम झड़ गईं लेकिन मैंने उनका पानी नहीं पिया.
वे मेरा लंड अभी भी चूस रही थीं.
थोड़ी देर बाद मेरा भी काम हो गया.
मैंने उनके मुँह में ही अपना सारा पानी निकाल दिया.
वे मजे से लंड रस पी गईं.
हम दोनों ही थक गए थे तो आंख बंद करके लंबी लंबी सांसें लेने लगे.
मेरा पहली बार था लेकिन मुझसे ज्यादा तड़प तो उनको थी.
वे मेरे लंड को फिर से सहलाने लगीं.
मेरा लंड जल्दी ही खड़ा हो गया.
अब उनसे रहा नहीं गया तो उन्होंने कहा- जल्दी अन्दर डाल दो, मुझसे रहा नहीं जा रहा है.
मैंने कभी सेक्स नहीं किया लेकिन में ब्लू फिल्मों से काफी कुछ सीख गया था.
मैं उनको चित लिटा कर उनकी टांगों को अपने कंधों पर रख कर लंड सैट करने लगा.
तभी मेम ने कहा- धीरे करना, मैंने काफी दिनों से लंड नहीं लिया है और मेरे पति के लंड से तेरा लंड काफी मोटा व बड़ा भी है.
मैंने कहा- ठीक है धीरे ही करूंगा.
मैंने लंड सैट करके जरा सा झटका लगाया ही था कि वे सिसकारियां भरने लगीं ‘आह् …’
तो मैंने कहा- अभी तो आधा भी नहीं गया है!
उन्होंने कहा- फिर भी दर्द हो रहा है.
मैंने एक और धक्का लगा दिया.
इस बार मैंने आधा लंड अन्दर पेल दिया था.
अब मेम दर्द से ज्यादा कराहने लगी थीं ‘आह ओह उम्ह मर गई हाय …’
मुझे लगा कि इनको कुछ ज्यादा ही दर्द हो रहा है.
इसका मतलब यह हुआ कि मेम के पति का लंड लुल्ली टाइप का है.
अब मैं थोड़ा रुक गया और उनके होंठों पर अपने होंठ रख दिए.
मेम ने समझा कि मैं उन्हें प्यार कर रहा हूँ.
वे भी मेरे साथ जीभ लड़ाने लगीं और दर्द भूलने लगीं.
तभी मैंने अपने होंठों से उनके होंठ बंद किए और एक करारा धक्का लगा दिया.
वे सिसकारियां भरने लगीं.
लेकिन मेरे होंठ उनके होंठों पर होने के कारण उनकी ज्यादा तेज आवाज नहीं निकल सकी.
तब भी दर्द के कारण उनकी आंखों से आंसू आ गए थे.
थोड़ी देर तक मैंने लंड को बिना हिलाए अन्दर ही पेले रखा और उनके बूब्स दबाने लगा.
फिर जैसे ही मैंने होंठों को हटाया, उन्होंने गाली देना शुरू कर दीं.
यह रूप मैंने पहली बार देखा था.
उनके मुँह से मैंने पहली बार गालियां सुनी थीं.
उन्होंने गाली दी- साले बहनचोद, रण्डी की तरह चोद रहा है मादरचोद … मेरी चूत फाड़ दी कुत्ते ने आह फट गई मेरी चूत … कहा भी था भैन के लंड से कि धीरे चोदना लेकिन समझ ही नहीं आया हरामी को … आह.
उनकी गालियां भी मुझको अच्छी लग रही थीं सच बताऊं तो मुझे हंसी आ रही थी और मेरे अन्दर के मर्द को काफी अच्छा लग रहा था कि मेम को मेरे लंड से चुदवाना अच्छा लग रहा है.
मैं अब धीरे धीरे मेम की चुदाई करने लगा.
वे कह रही थीं- निकाल ले साले … मैं मर जाऊंगी.
मैंने उनकी एक नहीं सुनी. बल्कि मैं अपनी रफ्तार बढ़ाने लगा.
मैं पहली बार चुदाई कर रहा था इसलिए मैं थोड़ी देर में ही थक गया था.
कुछ देर रुक कर मैंने लंबी सांस ली और वापस चोदने लगा.
लेकिन जल्दी ही फिर से थक गया.
अब तक मेम की चूत को भी मजा आने लगा था.
वे मेरे ऊपर चढ़ गईं और लंड को हाथ से पकड़ कर चूत में सैट किया और खुद ही मेरे लंड पर कूदने लगीं.
मेम की रसीली चूचियां मेरे मुँह के सामने लटक रही थीं तो मैं बारी बारी से उनके मैंगो चूसने लगा था.
करीब 5 मिनट तक चूत चुदवाने के बाद उनका काम तमाम हो गया था.
मैं फिर से उनके ऊपर चढ़ गया और फिर से चोदने लगा.
दो मिनट बाद मैं भी झड़ने को होने लगा.
मैंने उनसे कहा- मेरा होने वाला है!
तो उन्होंने कहा- अन्दर ही निकाल दो.
मैंने वीर्य चूत के अन्दर ही निकाल दिया और उनके बगल में लेट गया.
थोड़ी देर बाद मेरे पापा का कॉल आया और उन्होंने पूछा- कहां रह गया है, घर नहीं आना है क्या?
मैंने उनसे नहीं बोलते हुए कहा- पापा, मैं यहीं मेम के घर में रुक जाऊंगा. मेरे साथ मेरे दोस्त भी हैं. इधर मेरी पढ़ाई रात को भी होना है.
ये बोल कर मैंने कॉल काट दिया.
मैंने देखा कि उनकी आंखें भी खुल चुकी थीं और वे मुझे प्यार से देख रही थीं.
कुछ देर बाद हम दोनों ने एक और बार सेक्स किया और झड़ने के बाद हम दोनों नंगे ही सो गए.
करीबन 2 बजे उनका बच्चा रोया तो वे उठ कर अपने बच्चे के पास चली गईं.
कुछ देर बाद मेम वापस मेरे पास आ गईं.
उनके चेहरे पर फिर से सेक्स की भूख दिखने लगी थी.
हम दोनों ने एक बार फिर से सेक्स किया और झड़ने के बाद सो गए.
सुबह 6 बजे मेरी नींद खुली तो मैंने देखा कि वे बाथरूम में नंगी नहा रही थीं.
दरवाजा खुला था.
मैं बाथरूम में गया और पीछे से उनके बूब्स दबाने लगा.
कुछ ही देर में बाथरूम में चुदाई होने लगी.
इसी तरह हम दोनों ने 4 बार सेक्स किया.
और उसके बाद से अब तो रोज ही सेक्स करने लगे.
हर दिन सेक्स करने के कारण अब मुझे उनकी गांड मारने की इच्छा होने लगी थी.
एक दिन मैंने थूक लगाकर उनकी गांड में उंगली डाल दी.
अचानक से ऐसा होने के कारण वे दर्द से चीख उठीं.
तभी मैंने कहा- मुझको आपकी गांड मारनी है!
तो उन्होंने ये कहते हुए मना कर दिया कि दर्द बहुत होता है.
मैंने सोच लिया था कि गांड में तो लंड डालना ही है क्योंकि उनकी गांड अभी तक किसी ने नहीं मारी थी.
मैंने उनसे कहा कि अब घोड़ी बनो, आज घोड़ी बना कर लेने का मन है.
वे घोड़ी बन गईं और मैंने अपने लंड पर थूक लगा कर उनकी चूत में नहीं डाल कर एक जोरदार धक्के के साथ मेम की गांड में डाल दिया.
मुझे मालूम था कि ये चिल्लाएंगी … इस कारण से मैंने झट से उनके मुँह को दबा दिया था.
मेरा पूरा लंड अन्दर नहीं गया था.
उधर पास में रखा तेल लिया और आधे घुसे लंड में टपका दिया.
वे घोड़ी बनी थीं और दर्द के कारण गिर गई थीं.
मैम गांड मारने के लिए नहीं नहीं करती रहीं.
लेकिन मैं कहां मानने वाला था.
मैंने तेल की मदद से धीरे धीरे करते हुए पूरा लंड अन्दर पेल दिया.
उनका मुँह मैंने दबाया हुआ था, तो वे चिल्ला भी नहीं पा रही थीं.
अब उनके आँसू निकलने लगे थे.
थोड़ी देर के लिए मैं रुक गया अगर फिर से अपनी रफ्तार बढ़ाने लगा.
थोड़ी देर बाद वे भी मजे से गांड मरवाने लगीं.
कुछ देर बाद मैंने अपने लंड का रस उनकी गांड में ही छोड़ दिया.
ऐसे ही अब हम दोनों रोज किसी न किसी छेद में सेक्स का मजा लेने लगे.
मेरी 12 वीं कंप्लीट हो गई थी.
मैंने 5 महीने तक अपनी मेम के साथ सेक्स किया था.
फिर मैं आगे की पढ़ाई के लिए बाहर चला गया.
मैं इस Xxx मैम हॉट से एक साल बाद मिला क्योंकि जब मैं छुट्टियों में घर आता, तब वह भी अपने घर चली जाती थीं.
इस कारण उनसे मुलाकात ही नहीं हो पाती थी.
एक साल बाद देखा तो उनके एक और बच्चा हो चुका था.
उस बच्चे की शक्ल मुझसे मिलती थी.
ये मेरा बच्चा है, ये तो मैं दावे से नहीं कह सकता हूं.
उसके बाद जब मैंने उनके साथ सेक्स किया तो उन्होंने भी अनभिज्ञता जताई- तुम्हारे बाद मेरे पति ने भी मुझे चोदा था और मैंने उनके लंड का रस अपनी चूत में टपकवा लिया था. तो कैसे कह सकते हैं कि यह बच्चा तेरे लंड की देन है.
अब उनका ट्रांसफर दूसरी जगह हो गया है. यह जगह उनके गाँव के पास है.
तो दोस्तो, स्कूल टीचर के साथ मेरी यह इस Xxx मैम हॉट स्टोरी आपको कैसी लगी.
मुझे लिखें.
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