बीवी को भिखारी से ट्रेन में चुदवाया

Xxx ककोल्ड चुदाई कहानी में मेरी बीवी के स्तनों में खूब दूध आता था जो हमारा बेबी पूरा नहीं पी पाता था. एक बार ट्रेन में थे और बीवी को स्तनों में दर्द होने लगा था ज्यादा दूध भरा होने से!

दोस्तो, मेरा नाम आनन्द है. मैं पूना का रहने वाला हूँ.
मेरी बीवी का नाम ज्योति है जो हल्की सांवली जरूर है मगर बहुत हॉट माल है.

मेरी पिछली कहानी
मेरी बीवी अपने भाई से चुदने लगी थी
में आपने पढ़ा था कि मेरी बीवी की अन्तर्वासना ने उसे उसके चचेरे भाई से चुदवा दिया था.

मेरी उम्र 48 साल है और ज्योति की 35 साल है.
हम दोनों मैं 13 साल का अन्तर है.

उसकी फिगर साइज बताऊं तो उसके स्तन 36 के, कमर 30 की और गांड 38 इंच की है.

ज्योति सच में बहुत कांटा माल लगती है.
हमारा एक बेटा है, जो अभी 10 साल का है.

यह Xxx ककोल्ड चुदाई कहानी 10 साल पहले की है, तब मैं 38 का और ज्योति 25 की और हमारा मुन्ना 6 महीने का था.

हमें किसी कारण से गांव जाना था.
रेल से जाने में दो दिन लगते थे.

तब भी बीवी बोली कि रेल से ही चलते हैं.
लेकिन मैंने कहा कि अपनी कार से चलते हैं.

बीवी को दूर का सफर कार में पसंद नहीं था.
वह एक्सीडेंट से डरती थी इसलिए वह मना कर रही थी.

बच्चा भी छोटा था तो मैं मजबूर हो गया और रेल में सफर करने की तैयारी करने लगा.

मैंने दो टिकट फर्स्ट एसी वाली बोगी में रिजर्व किए.
उसमें हमें दो बर्थ वाला कूपा मिला था.

यह डिब्बा आधा फर्स्ट एसी का था और आधा सेकंड एसी का था.
हमें तीन दिन बाद गांव जाना था.

वह दिन आया जब हम रेलवे स्टेशन पर पहुंचे.

ट्रेन भी समय पर आई और हम दोनों आराम से अपनी जगह जाकर बैठ गए.
ट्रेन समय पर चली.

अब दो दिन रेलगाड़ी में ही हमारा बेडरूम था.
रात के 11 बजे थे.

मैंने खाना खाया था, इस बार सफर में ज्यादा खाना खाने के वजह से पेट फूल गया था.
तभी बीवी कराहने लगी.

मैंने पूछा- क्या हुआ?
ज्योति ने कहा- मुन्ना ने आज दूध नहीं पिया इसलिए मेरे दोनों स्तन टाईट हो गए हैं और दर्द भी हो रहा है. तुम आज प्लीज फिर से मेरी सहायता करो और मेरे मम्मे चूस कर खाली करो.

मैंने कहा- मेरा आज पेट ज्यादा भरा हुआ है. मैं तुम्हारे मम्मे खाली नहीं कर सकता, हां दबा कर दूध निकाल देता हूँ.
ज्योति बोली- नहीं, दबाने से दर्द होगा. तुम दूध चूस कर पी लो और खाली करो.

मैंने मना कर दिया.
वह वैसे ही सोने की कोशिश करने लगी।

मैं एक पोर्न मूवी देखने लगा.
यह सेक्स फिल्म एक कुकोल्ड मूवी थी.
उसमें एक नीग्रो, पति के सामने उसकी बीवी को चोद रहा था.
नीग्रो का लंड 11 इंच लंबा और 4 इंच मोटा था. उसका लंड ऐसे लग रहा था, जैसे घोड़े का हो.

वह नीग्रो एक इंडियन बीवी को चोद रहा था.
मैं वह देखकर एक्साइट हो गया.

तभी मेरी बीवी उठी और बोली- मैं वाशरूम जाकर आती हूँ.
वह वाशरूम चली गई लेकिन 2 ही मिनट में वापस आ गई.

वह गुस्से में थी.

मैं बोला- क्या हुआ?
तो वह बोली- कुछ नहीं.

लेकिन वह गुस्से में गालियां दे रही थी ‘हरामी, कमीना!’
मैं बोला- गालियां क्यों दे रही हो?

तो वह बोली- मैं वाशरूम गई थी वह गंदा था, तो मैं पास ही में बेसिन में स्तनों को दबा कर दूध निकालने की कोशिश कर रही थी. तब पास में बैठा हुआ एक भिखारी बोला कि मेम साहब मैं सुबह से भूखा हूँ, आप दूध वेस्ट मत कीजिए, मुझे पिला दीजिए. जैसे मैं एक गाय हूँ.

मैं यह सुनकर बहुत एक्साइटिड हुआ.
एक तो पहले से में पोर्न देखकर गर्म हुआ पड़ा था.

मैंने ज्योति से कहा- अबे यार, तो पिला देती न उसे दूध, वह तुम्हारे स्तन चूसकर खाली कर देता, तुम्हें पुण्य भी मिला होता और वह तुम्हारे स्तनों को चूसकर खाली भी कर देता.
ज्योति बोली- मजाक मत करो.

वह बर्थ पर लेट गई, लेकिन दर्द से कराह रही थी.
मैं फिर से पोर्न देखने लगा.

ज्योति फिर उठी.
मैं बोला- अब क्या हुआ?

वह बोली- यार बहुत तेज दर्द हो रहा है. मेरे स्तन चूसो ना आनन्द!
मैं बोला- मेरा पेट भरा हुआ है. एक काम करो उस भिखारी को बुला देता हूँ. वह तुम्हारे स्तनों को चूसकर खाली कर देगा.

अब वह बोली- तुम सीरियस हो क्या?
Xxx ककोल्ड पति के रूप में मैं बोला- हां यार, तुम चाहो तो उससे चुदवा भी लो … मैं कुछ नहीं बोलूँगा!

ज्योति बोली- तुम्हें अच्छा लगेगा क्या कि कोई गैर मर्द तुम्हारी बीवी को तुम्हारे सामने चोद रहा हो!
मैं बोला- ये आजकल आम बात है. वह सब छोड़ो … बोलो बुलाऊं क्या?

ज्योति चुप रही और सर नीचे करके उसने सर हां में हिला दिया.
मैं बहुत खुश हुआ.

मेरी तमन्ना पूरी होने वाली थी.
ज्योति को कोई गैर मर्द मेरे सामने चोदने वाला था.

मैं टॉवेल और साबुन, हाफ बरमूडा पैंट लेकर जाने लगा.
ज्योति बोली- ये सब लेकर कहां जा रहे हो?

मैंने कहा- उसे साफ सुथरा करके लाता हूँ.
वह मुस्कुरा दी.

मैं दरवाजे के पास गया.
वहां वह भिखारी बैठा हुआ था.

मैंने उससे कहा- मेरी बीवी आई थी, तब तूने उससे दूध पिलाने को कहा था?

वह डर गया और बोला- साहब जी, मुझे माफ करो, मैं दो दिन से भूखा था. इसी लिए मैंने उनसे दूध पिलाने को कहा. गलती हुई माफ कीजिए.
मैंने कहा- डरो मत यार मैं तुझे मेम साहब का दूध पिलाने के लिए ले जा रहा हूँ. तू बस जरा साबुन से नहाकर और ये साफ कपड़े पहनकर अन्दर आ जा.

उसे साबुन आदि देकर मैं नंबर बताया और बोगी में चला आया.
ज्योति ने मेरी तरफ देख कर कहा- क्या हुआ?
मैं बोला- कुछ नहीं.

ज्योति चुप हो गई.

कुछ मिनट बाद बोगी के दरवाजे पर नॉक हुआ.
मैंने ज्योति की तरफ देखा वह जरा डरी हुई लगी.

मैंने उसकी तरफ देखा और मुस्कुराकर दरवाजे को खोलने गया.
मैंने दरवाजा खोला तो सामने वह भिखारी नहाकर आया था.

ओह माय गॉड … वह 6 फिट की हाईट वाला बंदा, गोरा, बॉडी बिल्डर के जैसे मसल्स थे.
ज्योति का मुँह खुला का खुला रह गया.

वह अन्दर आया और हैलो बोला.
मैंने भी हाय बोला.

उसे बैठने को कहा, वह बैठ गया.
मैंने नाम पूछा तो उसने रणजीत नाम बताया.

फिर रणजीत को ज्योति के पास बैठने को कहा.
ज्योति ने मेरी तरफ देखा.

मैंने सर हिलाया तो ज्योति ने ब्लाउज निकाला और स्तनों को खुला कर दिया.

रणजीत आंखें फाड़कर स्तनों को देखने लगा.
ज्योति शर्माकर नीचे देखने लगी.

मैंने रणजीत से कहा- चलो शुरू हो जाओ.

रणजीत ने बरमूडा पहना था, अन्दर अंडरवियर नहीं पहनी थी, जिसकी वजह से उसका लंड खड़ा हुआ था … जो काफी लंबा लग रहा था.
ज्योति उसके लंड को आंखें फाड़कर देखने लगी.

रणजीत बोला- ऐसे दूध कैसे पियूं?
मैं बोला- ज्योति, तुम विंडो के पास बैठो और रणजीत तुम्हारे गोदी में सर रखकर दूध पिएगा.

ज्योति ने वैसा ही किया.

रणजीत ने गोदी में सर रखा.
ज्योति ने रणजीत की आंखों में देखा और स्तन को रणजीत के मुँह के पास कर दिया.

आह क्या नजारा था … मेरी बीवी मेरे सामने गैर मर्द के मुँह में स्तन दे रही थी.
रणजीत ने मुँह खोलकर स्तन को मुँह में लिया.

तभी ज्योति ने आंखें बंद की और दांतों के नीचे होंठों को दबाया.

जैसे ही रणजीत ने मम्मे चूसना शुरू किया, तो ज्योति के मुँह से आहहह ऐसी आवाज निकली.
रणजीत ने चूसना चालू कर दिया था.

चूसने की आवाज आस पास गूंजने लगी.
ज्योति ‘आहह ओह जान धीरे से आहह …’ कह रही थी.

रणजीत एक मम्मे को चूसते हुए दूसरे मम्मे को दबाने लगा तो ज्योति ने उसका हाथ हटा दिया.
वह मम्मे चूसते हुए फिर से दूसरे मम्मे को दबाने लगा.

इस बार ज्योति ने हाथ नहीं हटाया.
ज्योति सिर्फ आहहह कर रही थी.

तभी उसकी नजर रणजीत के बरमूडा पर गई.
उसका लंड खड़ा हुआ था जिसकी अकड़न देख कर ज्योति ने मेरी तरफ देखा.

मैं ज्योति की तरफ ही देख रहा था.
हम दोनों की नजरें मिलीं और वह हड़बड़ा गई.

मैं हंसने लगा.

रणजीत ज्योति के मम्मे चूसे जा रहा था.

फिर रणजीत बोला- भाभी, बदन दर्द करने लगा है. आप बर्थ पर बैठिए, मैं नीचे घुटनों के बल बैठकर चूसता हूँ.
ज्योति ने मेरी तरफ देखा, तो मैंने हां में सर हिला दिया.

रणजीत घुटनों के बल बैठ गया.
ज्योति की साड़ी और पेटीकोट आड़े आ रही थी.

ज्योति अब प्रश्नचिन्ह नजरों से मेरी तरफ देखने लगी.
मैंने फिर सर हिलाया

ज्योति ने साड़ी और पेटीकोट निकाल दिया.
अब ज्योति सिर्फ पैंटी में थी.

वाउ क्या लग रही थी … साली किसी रण्डी की तरह दूध चुसवाने को नंगी हो गई थी.
रणजीत ज्योति को देखे जा रहा था.
फिर ज्योति बैठ गई.

रणजीत घुटनों के बल बैठ कर स्तन चूसने लगा और मैं सीट पर बैठे बैठे लंड हिलाने लगा.

ज्योति अब जोर जोर से आहहह आहह करने लगी और उस भिखारी के बालों पर हाथ फेरने लगी, अपने स्तन पर उसके सर को दबाने लगी.

‘ओह भाई … और चूसो … दबा कर चूसो … पूरा दूध पी लो.’
रणजीत एक स्तन को चूस रहा था और दूसरे को दबा रहा था.

ज्योति के दोनों स्तनों से दूध बह रहा था. पूरा पेट और पैंटी दूध से गीली हुई जा रही थी.
फिर रणजीत बोला- भाभी, आप खड़ी हो जाइए, मैं बैठकर दूध पीता हूँ.

ज्योति खड़ी हुई और रणजीत बर्थ पर बैठ गया.
क्या बताऊं दोस्तो मैंने अपनी बीवी यानि ज्योति की गांड बहुत बार देखी और गांड मारी भी है. लेकिन आज गैर मर्द के सामने ज्योति को इस हालत में देखकर बड़ा मजा आ रहा था.

फिर रणजीत मस्त से स्तन चूसने लगा और अपने दोनों हाथों को ज्योति की गांड पर फेरने लगा.
हाथ फेरते फेरते धीरे से पैंटी नीचे लेने लगा, ज्योति गर्म हो चुकी थी. उसने मना नहीं किया.

अब रणजीत खड़ा हुआ और ज्योति को किस करने लगा. ज्योति भी उसका साथ देने लगी.
रणजीत ने अपनी पैंट नीचे ली.

बाप रे … इतना लंबा लंड देखकर ज्योति हिल गई.
अचानक ज्योति नीचे बैठी और उसने लंड को सीधा मुँह में भर लिया.

मैं तो हैरान हो गया.

पति के सामने होते हुए पत्नी ने गैर मर्द का लंड सीधा मुँह में भर लिया था.
अब ज्योति लंड मुँह में लेकर आगे पीछे करने लगी.

रणजीत ज्योति का सर पकड़ कर उसके मुँह को चोदने लगा.
वह साला 100 की स्पीड से धक्के देने लगा.

ज्योति की आंखों से आंसू आने लगे लेकिन फिर भी ज्योति रणजीत की गांड पकड़ कर अपने मुँह पर दबाने लगी.
कुछ मिनट तक ज्योति का मुँह चोदने के बाद रणजीत ने ज्योति को बर्थ पर लिटाया और उसके दोनों पैर फैला दिए.

वह ज्योति की चूत की तरफ मुँह लेकर गया और जबान चूत में डालने लगा.

ज्योति गांड उठा कर रणजीत के मुँह में चुत देने लगी.
रणजीत दबा कर चूत चाटने लगा.

तभी ज्योति का बदन अकड़ने लगा और वह जोर से चिल्लाई.
ज्योति की चूत झड़ चुकी थी.

फिर रणजीत ने उठकर अपना लंड ज्योति के चूत पर टिका दिया.

ज्योति रणजीत की आंखों में देखने लगी.

तभी रणजीत ने जोर से धक्का मारा तो ज्योति जोर से चीख पड़ी- मांआ आ मैं मर गईई आनन्द … मेरी चूत में घोड़े का लंड गया … आह भाई ने चूत को फाड़ दिया … निकालो लंड बाहर … आह बाद में डाल लेना!

ज्योति की चूत से खून निकलने लगा जबकि रणजीत का अभी लंड आधा ही अन्दर गया था.
फिर रणजीत धीरे धीरे लंड आगे पीछे करने लगा,

ज्योति थोड़ी सामान्य हुई.

फिर रणजीत ने स्पीड बढ़ा दी.
अब ज्योति जोर जोर से चिल्लाने लगी- चोदो भाई, फाड़ दो मेरी चूत को … चूत का भोसड़ा बना दो … रण्डी समझकर चोदो … आहह ओहह और जोर से धक्का मारो … आह मैं मर गई.

फिर रणजीत जोर जोर से लगातार चोदने लगा.
उन दोनों की चुदाई की मस्त आवाज़ आ रही थी.

फिर रणजीत ने कहा- भाभी मैं निकलने वाला हूँ, कहां निकलूँ!
ज्योति बोली- मेरे मुँह में डाल देना. तुम्हारे वीर्य का स्वाद चख कर देखूँ तो!

रणजीत ने चूत से लंड निकाला और ज्योति के मुँह में लंड डालकर चोदने लगा.

बस एक मिनट बाद वह जोर जोर से झटके देने लगा और उसने आहह हहह करके लंड को ज्योति के मुँह में झाड़ दिया.
रणजीत ने लंड ज्योति के मुँह से बाहर निकाला तो लंड का पानी मुँह से बहने लगा.

वह भिखारी भी हांफने लगा था.
मैंने उसे दारू पीने के लिए पूछा तो उसने हामी भर दी.

उस रात उसने मेरी बीवी को दो और बार चोदा और उसके बाद मैंने उसे किसी एक स्टेशन पर उतर कर दूसरे डिब्बे में जाने के लिए कह दिया.

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