अमीर महिला की चुत शिमला में चोदी

शिमला होटल सेक्स कहानी में एक अविवाहित महिला मेरे हॉस्पिटल में आती थी. मैंने उससे दोस्ती कर ली और एक दिन जब मैं हॉस्पिटल में खाली बैठा था, मैंने उसकी चूत और गांड का उद्घाटन कर दिया!

मेरा नाम डॉक्टर राज सिंगला है. मेरी उम्र 42 साल है.

अमीर लड़की का नाम अशारका है और उसकी उम्र 35 साल है.

उसकी हाइट 5 फुट है और फिगर 30-28-32 का है. वह बहुत सेक्सी है!
उसका रंग एकदम चाँद सा गोरा है और उसके घुंघराले बाल हैं.
उसने अभी तक शादी नहीं की थी.
वह अकेली रहती थी, उसके पास उसके माँ बाप का दिया हुआ खूब पैसा था.

यह सेक्स कहानी उसी अशारका की है.

अशारका से मेरी पहली मुलाकात हॉस्पिटल में हुई थी.
उसके बाद हम दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई.
हम दोनों हर रोज फोन पर बात करने लगे.

फिर एक दिन वह हॉस्पिटल में आई.
उस दिन वह बहुत ही सेक्सी लग रही थी!
उसने रेड कलर का शर्ट और काली जींस पहनी हुई थी.

उस शर्ट में उसके बड़े-बड़े सेक्सी दूध और उठी हुई गोल गांड देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया था!

बस, उस दिन से मैं उसकी चूत और गांड मारने के सपने देखने लगा.
मुझे वह बहुत ज्यादा अच्छी लगने लगी.

मैं उससे रोज फोन पर फ्लर्ट करता और बदले में वह भी मुझसे फ्लर्ट करती.

एक दिन उसने बताया कि वह अब चंडीगढ़ छोड़कर जा रही है.

यह सुनकर मुझे बहुत बुरा लगा. मैंने उससे बात करना बंद कर दिया.
कहते हैं, आदमी जो सपना देखता है, वही पूरा होता है!

मैं उसे भूलता चला गया.
ऐसे ही 2 महीने निकल गए.
अब मैंने उससे बात करना बिल्कुल बंद कर दिया था.

फिर एक दिन वह हॉस्पिटल आई.
उस दिन हॉस्पिटल में कोई नर्स नहीं थी.

उसने मुझसे कहा- क्या बात, डॉक्टर साहब, बात नहीं कर रहे हो?
मैंने कहा- मैं तुमसे नाराज़ हूँ!

उसने नाराज़ होने का कारण पूछा.
मैंने साफ कह दिया- तुम तो चंडीगढ़ छोड़कर जा रही हो, मुझे बात नहीं करनी!

यह सुनकर वह माफी मांगने लगी.
मैंने कहा- माफी मांगने से मुझे क्या मिलेगा?

उसने कहा- जो आप बोलोगे, मैं करूँगी!
ये सुनकर मेरा सपना फिर से जाग गया!

मैंने उससे कहा- ठीक है, तुम्हें मेरा एक काम करना होगा!
वह बोली- हां, बताओ … क्या काम?

मैंने कहा- मेरे साथ शिमला चलोगी?
वह सोच में पड़ गई और थोड़ी देर बाद हां बोल दिया.

मैंने अगले दिन की छुट्टी ली और वह भी टाइम से आ गई.
हम दोनों शिमला के लिए निकल पड़े.

रास्ते में मैं वैसे ही सेक्सी बातें करता जा रहा था.
वह मेरी बातों से बहुत गर्म हो चुकी थी!

तब मैंने उससे कहा- मुझे तुम्हें बिना कपड़ों के देखना है!

इस बात पर वह थोड़ा सोच में पड़ गई.
फिर थोड़ी देर बाद बोली- ठीक है! किधर देखोगे?

मैंने कहा- होटल ले लेते हैं!
उसने ओके कहा और शिमला पहुँचकर मैंने एक होटल ले लिया.

चाबी लेकर मैंने उससे रूम में चलने को कहा.
वह मेरे पीछे-पीछे आ गई.

जैसे ही वह रूम में आई, उसने अपनी शर्ट उतार दी.
मेरे सामने अब वह ब्रा और जींस में खड़ी थी!

उसके गोरे और बड़े-बड़े बूब्स देखकर मेरा लंड छोटा होने का नाम ही नहीं ले रहा था, बस कड़ा ही हुए जा रहा था!

उसके बूब्स ब्रा से चोरी-चोरी मुझे देख रहे थे.

मैंने उससे जींस भी उतारने को कहा.

थोड़ी देर सोचने के बाद उसने जींस भी उतार दी.

अब वह मेरे सामने सिर्फ काली ब्रा और गुलाबी फूलों वाली पैंटी में खड़ी थी.

मुझसे रहा नहीं गया और मैं आगे बढ़कर उसके बूब्स को छूने लगा.

पहले तो वह मना करने लगी, पर मैं फिर भी नहीं माना और उसके बूब्स को ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा.

थोड़ी देर बाद वह भी मेरा साथ देने लगी.
मैंने उसके बूब्स पर किस कर दिया.
वह हड़बड़ा गई … फिर नॉर्मल हो गई.

उसे भी मेरे साथ मज़ा आने लगा था.
उसने मेरी पैंट में हाथ डालकर मेरा लंड पकड़ लिया!

मैं तो जैसे स्वर्ग में सैर कर रहा था!

अब मैंने उसकी पैंटी में हाथ डाल दिया.
पहले तो वह मेरा हाथ बार-बार निकालने की कोशिश कर रही थी मगर मैंने फिर भी नहीं माना और अपना हाथ अन्दर डालकर उसकी चूत को सहलाने लगा.

वह मुझे किस करते-करते ‘उफ … उफ’ की आवाज़ करने लगी.

कुछ मिनट तक किस करने के बाद मैंने अपने कपड़े उतारे और अपना 7 इंच का खड़ा लंड बाहर निकालकर अशारका से कहा- इसे अपने मुँह में ले लो!

वह भी चुदाने को तैयार थी, इसलिए बिना सोचे वह नीचे झुकी और उसने मेरा लंड अपने हाथ में ले लिया.

मेरी आंखों में देखकर वह मेरे लौड़े को अपने होंठों पर छूने लगी.

फिर उसने लंड को अपने मुँह में ले लिया.

वह लंड को धीरे-धीरे चूसने लगी.

मैंने अपना हाथ उसके सिर के पीछे रखा और उसे आगे खींचा, तो मेरा लंड उसके मुँह में पूरा अन्दर तक चला गया.

मैंने कुछ मिनट तक उसके मुँह की चुदाई की.

फिर मैं उसके मुँह में ही झड़ गया लेकिन लंड कड़क ही बना रहा क्योंकि मैंने एक दवा खा रखी थी जिससे मेरा लौड़ा डाउन नहीं हो रहा था.

अब मैंने उसकी ब्रा को साइड करके उसके चूचों को चूसना शुरू किया.

वह आंखें बंद करके अपने होंठ काटती हुई मेरे मुँह में अपने दूध चुसवाने का मज़ा लेने लगी.

उसकी हल्की-हल्की सिसकारियां मुझे सेक्स में दोगुना मज़ा दे रही थीं.

कुछ पल बाद मैंने उसे बेड पर लिटा दिया और उसकी चूत चाटने लगा.

वह सिहर उठी और कुछ ही पलों में अपनी गांड उठा-उठाकर मेरे मुँह में अपनी चूत डालने लगी.

मैं भी पूरी ताकत से उसकी चूत को लगभग पाँच मिनट तक चाटता रहा.

वह मदहोश होकर ‘उफ … उफ’ की आवाज़ निकालने लगी और मेरे सिर को अपनी चूत में दबाने लगी.
वह झड़ने वाली थी.

मैंने समझ लिया था, इसलिए मैंने सोचा कि उसकी चूत को चाटकर झड़ाने से बेहतर है, चोदकर झड़ाना.

मैंने उसकी चूत से अपना मुँह हटा लिया.
तो वह तड़प उठी और बोली- डॉक्टर साहब, करो ना एक बार और!

उसने समझ लिया कि अब लंड मिलन की बेला आ गई.

उसने अपनी टांगें फैला दीं.
मैंने पोज़ीशन बनाई और अपना लंड उसकी चूत में थोड़ा सा घुसाया.

चूत काफ़ी टाइट थी, जिसकी वजह से लंड अन्दर नहीं जा रहा था.

मैंने ज़ोर से एक धक्का मारा और लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ आधा अन्दर चला गया.

वह ज़ोर से चीख पड़ी और उसकी चूत से थोड़ा सा खू.न भी निकल आया.

मुझे क्या पता था कि वह पहली बार चुद रही है!
35 साल की उम्र में कोई लड़की बिना चुदे कैसे रही होगी? यह सोच कर मैं हैरान था.

मगर खू.न देखकर मुझे और मज़ा आया कि सेक्सी माल मेरे हाथ लग गया है.

फिर मैंने एक और ज़ोर का धक्का मारा.

मेरा लंड अशारका की चूत में पूरा अन्दर चला गया और वह ज़ोर से चिल्लाई- मर गई! कहती हुई चीख पड़ी.

उसकी आंखों में आंसू आ गए. उसकी चूत से खू.न निकल रहा था.

वह कहने लगी- मुझे बहुत दर्द हो रहा है!

पर मैं इतना अच्छा मौका नहीं छोड़ना चाहता था, तो मैंने उसकी बात नहीं सुनी और उसकी चूत में अपना लंड धीरे-धीरे अन्दर-बाहर करने लगा.

उसे बहुत मज़ा आने लगा था.

कुछ देर बाद मैंने उसके दोनों पैर अपने कंधों पर रख लिए और उसे चोदने लगा.

वह भी ‘उफ! उफ!’ की आवाज़ निकालने लगी और चुदवाने लगी.

मैंने दस मिनट तक उसे इसी तरह चोदा.

फिर मैंने उसे बेड पर घोड़ी की तरह किया और लौड़े को पीछे से सैट कर दिया.

आज मैं अपना पुराना सपना पूरा करने वाला था.

मुझे उसकी चूत की जगह उसकी कुंवारी गांड पागल कर रही थी.
वह मेरी इस हरकत को जानती थी.

उसे अहसास था कि मेरी नीयत उसकी गांड पर आ गई है.

मैंने लौड़े में थूक लगाया और उसकी गांड में अपना पूरा लंड एक बार में घुसा दिया.

उसके गले से जोर से ‘उफ … मर गई!’ की आवाज निकली और वह चिल्लाती हुई छटपटाने लगी.
वह मुझे मना करने लगी.

मैंने उसके बाल पकड़े और तेज-तेज धक्के लगाते हुए उसकी सेक्सी गोल गांड को चोदने लगा.

पूरा कमरा उसकी आने वाली आवाजों से गूंज उठा.

मुझे इतना ज्यादा मजा पहले कभी नहीं आया था.

कुछ देर बाद वह चुप हो गई और गांड मरवाने का सुख लेने लगी.

दस मिनट बाद मैंने अपना लंड उसकी गांड से बाहर निकाला तो देखा कि उसकी गांड का छेद पूरा खुल चुका था.

वह भी झड़ गई थी और मैं भी झड़ गया था.

फिर हम दोनों नंगे ही सोफे पर आ गए.

थोड़ी देर छेड़छाड़ करने के बाद मेरा लौड़ा फिर खड़ा हो गया.

मैंने उसे सोफे से टिकाकर खड़ा किया और पीछे से उसकी मस्त गांड को जोर-जोर से चोदने लगा.

उसकी गांड तो भुरता हो गई थी.

अशारका भी मस्त हो गई थी.

वह बोली- उफ, डॉक्टर साहब … और जोर से चोदो! मुझे बहुत मजा आ रहा है! मेरी गांड और चूत फाड़ दो आज!

कुछ देर बाद वह उठी और उसने मुझे सोफे पर लेटा दिया.

फिर वह मेरे ऊपर आ गई और मेरे लंड को अपनी चूत पर रखकर बैठ गई.

उसने एक ही बार में मेरा पूरा लंड अपनी चूत में ले लिया और जोर-जोर से उछल-उछलकर चुदवाने लगी.

मैं उसके बूब्स को जोर से दबाने लगा.

वह चिल्ला रही थी- उफ … उफ … चोद मुझे … उफ!

अशारका मस्ती से मेरे लंड पर उछल-उछलकर मुझसे अपने दूध दबवाती हुई चुदवाने लगी.

उसकी चूचियों को देखकर मुझे स्वर्ग का अहसास हो रहा था.

अशारका की गर्म-गर्म चूत से पानी निकल रहा था.

यह देखकर मुझे और जोश आ गया और मैंने फुल स्पीड से उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया.

वह भी अपनी पहली चुदाई के पूरे मजे ले रही थी.

अब वह झड़ गई और थोड़ी देर बाद मैं भी उसकी चूत में ही झड़ गया.

मैंने अपना पूरा पानी उसकी गर्म चूत में ही निकाल दिया.

वह काफी थक गई थी. उसकी गांड में दर्द भी हो रहा था.

सेक्स करने के बाद मैंने उससे कहा- कुछ पियोगी?

वह मेरी तरफ हंसकर देखती हुई बोली- हां, बियर पीने का मन कर रहा है!

मैंने कहा- ओके, अभी मंगवा लेता हूँ!

मैंने होटल के वेटर को व्हिस्की की बोतल, बियर और नमकीन लाने को बोल दिया.

जैसे ही वेटर आया, अशारका वॉशरूम में चली गई.

मैंने टॉवल लपेटकर दरवाजा खोला.
वेटर सामान रखकर चला गया.

मैंने मग में बर्फ डालकर बियर डाली और उसे दे दी.

अपनी बियर में मैंने व्हिस्की मिलाकर चुस्की लेना शुरू किया.

हम दोनों ने दो-दो पैग खींचे और तीसरे पैग में मैंने उसकी बियर में भी व्हिस्की मिला दी.

उसको बहुत न/शा हो गया था.

अपना हाथ बढ़ाती हुई वह बोली- देना जरा!

मैंने अपना लौड़ा उसको पकड़ा दिया. वह लौड़े को आगे-पीछे करने लगी.

फिर वह बोली- मैं आपको नाचकर दिखाती हूँ! और वह बिना कपड़ों के नाचने लगी.

मुझे बहुत मजा आ रहा था.

दोस्तो, बिना कपड़ों के लड़की को नाचते देखना, आह कितना मजा आता है!

मैं भी उसके साथ नाचने लग गया और उसकी चूचियों को दबाने लग गया.

अब वह फिर से तैयार हो गई थी.

इस बार मैंने उसे दीवार से सटाकर खड़ा किया और उसकी एक टांग उठाकर अपना लौड़ा उसकी चूत में डाल दिया.

वह ‘उफ.’ करके लौड़े को अन्दर ले गई.

मैं उसे जोर-जोर से चोद रहा था.
वह मजा लेती हुई बोली- आज ही पूरी कसर निकाल देना, डॉक्टर साहब! आपके दिमाग में न जाने कौन-कौन से पोज आ रहे हैं!

मैं हंसकर उसे चोदता रहा.
मैं उसकी बुर में ही झड़ गया.

उस दिन मैंने उसको पूरी रात और दिन चोदा … मैंने कई बार चोद कर शगुन पूरा किया!

वह मेरी फैन हो चुकी है.
अब तो मैं अशारका को रोज चोदने लगा.

बाद में उसने मुझे बताया कि वह चंडीगढ़ छोड़कर जा रही है.
ऐसा कहकर वह मुझे चिढ़ा रही थी.

अब वह मेरे साथ ही रहती है.
उसने मुझे बहुत सारे महंगे-महंगे गिफ्ट भी दिए.

दोस्तो, मेरी सेक्स कहानी आपको कैसी लगी, प्लीज कमेंट्स में जरूर बताएं.
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