ककोल्ड वाइफ एक्स्ट्रा मरिटल सेक्स का मजा मैंने खुद से अपनी जवान बीवी को दिलवाया क्योंकि मेरे छोटे लंड से उसको मजा नहीं आता था. बीवी की चूत चुदाई का पूरा नजारा मैंने खिड़की से देखा.
दोस्तो, मैं विपुल! मैं अंतर्वासना का अपने कॉलेज के दिनों से नियमित पाठक रहा हूं।
यहाँ की कहानियों को पढ़कर लगा कि मुझे भी अपने जीवन में घटित वास्तविक घटनाओं को पाठकों के साथ शेयर करना चाहिए।
यह ककोल्ड वाइफ एक्स्ट्रा मरिटल सेक्स कहानी उस घटना का शब्दशः वर्णन है जो मेरे और मेरी पत्नी काजल के साथ घटी।
और अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है।
मेरी उम्र 36 साल है और मैं एक प्रतिष्ठित आईटी कंपनी (MNC) में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हूं।
जबकि काजल की उम्र 32 साल है और वह हाउसवाइफ है.
हालांकि उसने भी कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग किया है लेकिन क्योंकि मैं ठीक कमा लेता हूं इसलिए उसने शादी के बाद जॉब छोड़ दिया।
हम नोएडा में रहते हैं।
मेरी हाईट 5 फीट 7 इंच है और मैं एक सामान्य भारतीय पुरुष की तरह दिखता हूं.
काजल की लंबाई 5 फीट 4 इंच है. वह देखने में गोरी और एक बेहतरीन हुस्न की मालकिन है.
मांसल जांघें, गदराई हुई गांड और 2 अति सुंदर आम जैसे रसीले चूचे और उन पर काले निप्पल साथ में एक खूबसूरत सा चेहरा, ये सारी चीजें उसे एकदम टोटा माल बना देती हैं।
उसको देखकर तो मुर्दे में भी जान आ जाए।
काजल को पहली बार देखकर मेरे दोस्तों और कलीग्स ने कहा था- बेटा विपुल, बहुत खूबसूरत बीवी मिली है तुम्हें!
पर मैं उनकी इस बात को हंस कर टाल देता।
हमारी शादी को इस समय तक 6 साल हो चुके हैं।
शुरुआत से ही हमारे बीच बहुत अच्छी बॉन्डिंग थी और हम अपने दिल की हर बात एक दूसरे से शेयर करते थे।
लिहाजा हम दोनों के बीच रिश्ते बहुत मधुर थे और हमारी सेक्स लाइफ भी ठीक चल रही थी.
MNC में होने की वजह से वर्किंग डेज में काम बहुत होता था इसलिए रोज चुदाई तो नहीं कर पाता था लेकिन शनिवार और रविवार को हफ्ते भर की प्यास बुझा लेता था।
शुरुआत में मैं सेक्स को लेकर बहुत खुले उन्मुक्त विचारो का नहीं था.
लेकिन एक दिन ऐसी घटना हो गई जिससे मेरे सेक्स को लेकर नज़रिया एकदम बदल गया।
दरअसल हुआ यूं कि एक दिन मैं और काजल बात कर रहे थे.
बातों ही बातों में मैंने उससे पूछ लिया कि क्या शादी से पहले उसका कोई बॉयफ्रेंड था, और क्या उसने उनके साथ सेक्स किया था?
उसने बताया कि उसके 2 बॉयफ्रेंड रह चुके हैं. पहले वाले का नाम राहुल था उसके साथ काजल का 2 साल का रिश्ता रहा लेकिन कुछ गलतफहमी की वजह से दोनों का रिश्ता टूट गया। दूसरा बॉयफ्रेंड उसके कॉलेज के तीसरे साल में बना था और ये रिश्ता 4 साल तक चला, उसका नाम अनुभव था।
काजल ने बताया कि उसने उन दोनों के साथ सेक्स किया है.
राहुल के साथ तो 4-5 बार ही किया लेकिन अनुभव के साथ तो कॉलेज में होने की वजह से पचासों बार सेक्स किया।
उसने यह भी बताया कि अनुभव उसकी बहुत अच्छे से चुदाई करता था।
काजल ने मुझसे सीधे तौर पर तो नहीं कहा लेकिन मुझे उसके बात करने के तरीके और हाव भाव से लगा कि वह मेरे चुदाई से खुश नहीं है।
सच बताऊं दोस्तो, तो ये सुन कर मेरी झांट जल गई.
तुरंत मन में यह बात आई कि मेरी बीवी प्योर नहीं थी. अर्थात् मुझसे शादी के समय वो कुंवारी नहीं थी.
और यहां हम पढ़ाई के चक्कर में कुछ कर ही नहीं पाए.
पहले आई आई टी में जाने की तैयारी फिर आई आई टी में जाने के बाद अच्छा पैकेज पाने का कंपटीशन … केवल पोर्न देखकर मुठ ही मारते रह गए.
और इतनी मेहनत के बाद भी बीवी के कुंवारेपन का स्वाद नसीब न हुआ।
शुरू के कुछ दिनों में जब यह बात याद आती तो मुझे बहुत गुस्सा आता था लेकिन कुछ दिनों बाद मेरे साथ अजीब चीज होने लगी.
मैं जब भी इस बात को याद करता, मेरा लंड खड़ा हो जाता और उसमें से निकलते पानी से चड्डी गीली हो जाती।
मुझे लगने लगा था कि मैं काजल को यौन सुख नहीं दे पा रहा!
और मैं उसे सुख देता भी कैसे … एक तो मेरा लन्ड केवल 4 इंच का है. और उस पर मैं टिकता भी 3 मिनट ही था.
इतनी देर में काजल जैसी औरत कैसे खुश होती?
मेरे मन में यह बात आने लगी कि मैं काजल को किसी और से चुदवाऊं.
लेकिन तुरंत ही मेरे मन का संस्कारी पति जाग जाता कि मैं अपने बीवी के बारे में इतनी घिनौनी बात कैसे सोच सकता हूं!
लेकिन समय के साथ साथ ये विचार मुझे अंदर से खाये जा रहा था.
मैं इस फैंटेसी से पागल हुआ जा रहा था.
हर वक्त मेरे दिमाग में यही बात चलती रहती कि अपने बीवी को किसी और से कैसे चुदवाऊँ.
और अब काजल की चुदाई करते समय मेरा लन्ड पहले जितना कड़क नहीं रहता था और उसके अंदर डालने के 1 मिनट के अंदर ही झाड़ जाने लगा।
इससे काजल और प्यासी रह जाती।
आखिर एक दिन हिम्मत करके मैंने अपने मन की व्यथा काजल को बता ही दी।
मैंने उससे कहा- काजल, मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं. लेकिन साथ ही यह भी जानता हूँ कि मैं तुम्हें खुश नहीं कर पाता. इसलिए मैं तुम्हें किसी और से वो सुख दिलाना चाहता हूँ जो मैं खुद तुम्हें कभी नहीं दे सकता।
यह बोलते बोलते मेरा गला रुंध गया और मैं भावुक हो गया।
यह सुनते ही वह बहुत गुस्सा हो गयी और बोलने लगी- कैसे पति हो तुम? अपनी बीवी को शेयर करने की बात करते हो?
लेकिन मैं अपने दिल के भीतर से जानता था कि काजल कुछ दिन में मान जाएगी.
क्योंकि दोस्तो, यह बात हमेशा याद रखना कि कोई किसी से कितना भी प्यार करे … लेकिन सच्चाई यही है कि प्यार केवल मन को तृप्त रख सकता है, चूत की प्यास को नहीं बुझा सकता.
चूत की प्यास को तो केवल सुदीर्घ लन्ड और लंबा स्तंभन शक्ति वाला व्यक्ति ही बुझा सकता है।
मैं रोज ककोल्ड पोर्न देखकर मुठ मारता रहा.
और कुछ दिन बाद मेरा अनुमान सही निकला, काजल ने मुझसे कहा कि वह किसी और के साथ सेक्स करने को तैयार है. लेकिन एक शर्त पर कि यह पहली और आखिरी बार होगा। इसके बाद मैं दोबारा उससे ये करने को नहीं कहूंगा.
मैंने हां में सिर हिला दिया.
तब मैंने सोचा कि इसे ऐसे लंड से चुदवाऊंगा कि अगली बार यह खुद किसी और से चुदने की भीख मांगेगी।
मैं तुरंत जाकर उससे गले लग गया और उसे चूमने लगा।
अब मैं ककोल्ड (व्यभिचारी) पति और मेरी बीवी हॉट वाइफ बनने को तैयार थी.
लेकिन अब बुल की खोज करनी था।
दोस्तो, बुल उस व्यक्ति को कहते हैं जो हॉट वाईफ को चोदता है।
और तुरंत ही मेरे दिमाग में अभय का नाम कौंधा।
अभय मेरे से नीचे वाले फ्लोर में रहता था.
वह इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ता था और मेरे ही रिफरेंस पर वो मेरी कंपनी में इंटर्नशिप कर चुका था।
उसकी उम्र 22 साल होगी और देखने में वह बहुत हैंडसम है.
जब वह मेरे ऑफिस में इंटर्नशिप करता था तो लड़कियां उसे ही देखती रहती थी।
6 फीट से ज्यादा की हाईट और काफी मस्कुलर शरीर था उसका!
उसको अपनी बीवी के साथ सोचकर अभी से ही मेरा लन्ड फुफकारने लगा था।
मैंने यह बात काजल को बताई तो वह भी अभय के लिए एक बार में राजी हो गई.
लेकिन मेरे मन में एक और हवस जागी कि मैं अभय और काजल को सामने से नहीं बल्कि छुपकर चुदाई मचाते देखना चाहता हूं।
मैंने अभय के साथ बातचीत बढ़ा दी और उसका हमारे यहां आना जाना भी शुरू हो गया.
साथ ही मैंने काजल से बोल दिया कि वह मुझसे छुपकर अभय को अपनी ओर आकर्षित करे और चुदाई के लिए पटाए।
लिहाजा अब काजल ने कामुक और टाइट कपड़े पहनने शुरू कर दिए और जब भी अभय से आमना सामना होता तो वह अपने अंग प्रदर्शन कर देती, मसलन क्लीवेज दिखाना और उनके बीच आंख मिचौली का खेल भी शुरू हो गया था।
मैंने भी अनुभव किया कि अभय काजल को कामुक नज़रों से देखने लगा है.
अब काजल और अभय की बात व्हाट्सएप पर भी होने लगी।
अभय मेरे पीठ पीछे मेरी बीवी को चोदने का प्लान बना रहा था.
पर रोज घर आने के बाद मैं और काजल वो चैट साथ में पढ़ते और फिर मैं मुठ मार देता।
मैंने अभय के लंड का फोटो देखा तो मेरी गांड फट गई.
उसका लंड लगभग 7 इंच लम्बा था और साथ ही काफी मोटा भी था.
उसके लंड का साइज मेरे से दोगुना था।
लेकिन मेरी बीवी की कामवासना को जगाने के लिए ऐसे ही लंड की जरूरत थी।
एक सप्ताह की बात के बाद वे दोनों एकदम चुदासे हो उठे.
तो मैंने काजल के साथ मिलकर दिन में चुदाई का कार्यक्रम तय किया और अभय को यह बताया गया कि मैं ऑफिस गया हूं।
आखिरकार वो दिन आ गया.
मैंने काजल से चुदाई के वक्त खिड़की खुली रखने को बोल दिया और साथ ही ये भी बोल दिया कि वह चुदाई ऐसे कोण से करे कि मुझे बाहर सब कुछ अच्छे से दिखाई दे.
ऐसा करके मैं ऑफिस के बहाने घर से निकलकर जाकर स्टोररूम में छुप गया।
दोपहर लगभग 1 बजे अभय आया.
काजल ने जाकर गेट खोला.
उस दिन काजल को मैंने अपनी फेवरेट लाल साड़ी, काली ब्रा-पैंटी और बालों में गजरा अपने हाथ से पहनाया था।
अभय अंदर आते ही काजल से लिपट गया.
वे दोनों एक दूसरे को जमकर चूमने चाटने लगे.
देखकर ऐसा लग रहा था जैसे दोनों जिस्म एक हो जाना चाह रहे हों।
अभय ने काजल को गोद में उठाया और लेकर मेरे बेडरूम में चला गया.
मैं भी उनके पीछे पीछे दबे पांव कमरे तक पहुंच गया और खिड़की से अंदर का नजारा देखने लगा।
कमरे में पहुंचते ही अभय काजल के गर्दन को चूमने लगा और साथ ही दांत से काट भी रहा था.
धीरे धीरे वह गर्दन से उसकी छाती तक आ गया और मेरी बीवी के रसीले चूचों को ब्रा के ऊपर से ही मसलने और चूसने लगा.
फिर उसने जोश में आकर ब्रा को फाड़कर फेंक दिया।
अब मेरी बीवी के चूचे आजाद हो गए थे, उसकी घुंडियां (निप्पल) एकदम तनी हुई थी.
इतना जोश तो मैं आजतक कभी काजल को दिला नहीं पाया था।
फिर अभय ने मेरी बीवी की साड़ी उतार दी और उसके पेट और नाभि को चूमने लगा.
थोड़ी देर में उसने मेरी बीवी की पैंटी भी उतार दी.
अब काजल बिल्कुल नंगी थी.
फिर अभय ने उसके पैर के पंजे से जांघ की ओर चूमना शुरू किया.
काजल की माँसल जांघों को वह अपने दांतों से काट रहा था।
अब तक काजल बहुत गर्म हो चुकी थी इसलिए उसकी चूत कामरस से बिल्कुल भीग गई थी और साथ ही कामरस मेरी नंगी बीवी की चूत से बह रहा था.
फिर अभय ने अपनी जुबान काजल की चूत पर लगा दी और उसके सारे कामरस को चाट गया।
अभय ने मेरी बीवी की चूत की दोनों फांकों को बारी बारी से चूसना शुरू किया.
काजल और उत्तेजित हो गई और अभय के सिर को पकड़कर अपने बुर में ठेलने लगी।
अभय ने अपने जीभ से ही मेरी बीवी को चोदना शुरू कर दिया और थोड़ी देर में ही उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया।
मैं इस अविस्मरणीय दृश्य को देखता ही रह गया.
शादी के 1 साल में मैं आज तक कभी उसे ऐसा सुख नहीं दे सका था।
काजल निढाल होकर बिस्तर पर लेट गई लेकिन फिर अभय के चुम्मों ने उसमे फिर नई शक्ति का संचार कर दिया।
अब काजल ने अभय के कपड़े उतारने शुरू किए और साथ ही उसके निप्पल और सीने को चूमने चाटने लगी.
फिर उसने अभय की पैंट को खोलकर उसके लंड को बाहर निकाल दिया.
उसके लंड को देखते ही मेरी बीवी की आंखों में चमक आ गई।
अभय का लंड मेरे लंड का दोगुना था लंबाई में भी और मोटाई में भी!
मेरी बीवी उसके लंड को अपने हाथ में लेकर फेंटने लगी और फिर उसे मुंह में लेकर चूसने भी लगी.
मैं यह देखकर दंग रह गया क्योंकि जब मैं उसे अपना लंड चूसने को कहता था तो वह मना कर देती थी और यहां लंड के साथ साथ अंडा (अंडकोष) भी चूस रही थी।
7-8 मिनट लंड चूसने के बाद दोनों उठ गए और अब मेरी अमानत यानि मेरी बीवी की चुदाई शुरू होने जा रही थी।
अभय बिस्तर पर अपने पैर फैलाकर लेट गया और मेरी बीवी उसके ऊपर जाकर बैठ गई. (काउ गर्ल पोजिशन)
इसके बाद अभय अपना लंड काजल के चूत के दरार पर रगड़ने लगा और धीमे धीमे मेरी बीवी की चूत में घुसाने लगा.
लेकिन अभय के मोटे लंड के लिए मेरी बीवी की चूत बहुत टाइट थी इसलिए अंदर जा नहीं रहा था.
फिर उसने अपने मोटे और काले टोपे पर थूक लगाया और चूत में आहिस्ते से घुसा दिया.
थोड़ा रुककर अभय ने अपना लगभग पूरा लंड एक झटके में उसकी चूत में पेल दिया.
ऐसा करने पर काजल चिहुंक गई।
इतनी टाइट चूत देखकर अभय बोला- लगता है तुम्हें तुम्हारा पति चोदता नहीं. तुम्हारी चूत तो बिल्कुल कुंवारी है।
इस पर काजल ने उससे कहा- मेरा पति मुझे चोद नहीं पाता, उसका छोटा और पतला लंड मेरी बुर में घुसता ही नहीं और वह 2 मिनट में झड़ जाता है।
यह देखकर मैं यह तो समझ गया कि मेरी बीवी बहुत चुदक्कड़ औरत है और उसके बॉयफ्रेंड ने कॉलेज में उसे बहुत चोदा है।
अब अभय ने काजल के होंठों को अपने मुंह में भर लिया और तेज तेज फटके लगाने लगा.
इस पोज में 7-8 मिनट चोदने के बाद दोनों उठे और काजल ने अभय का लंड अपने मुंह में ले लिया.
और थोड़ी देर चूसने के बाद उन्होंने दूसरे पोज में चुदाई शुरू कर दी।
अब मेरी बीवी की चूत अभय के लंड को बहुत अच्छे से ले रही थी.
इसलिए अभय बहुत तेज तेज धक्के मारने लगा.
मेरी बीवी को तुरंत ही चरमोत्कर्ष की प्राप्ति हुई और उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया।
मैं अपने ही बेड पर अपनी बीवी को किसी दूसरे मर्द से चुदती हुई देख रहा था.
दोस्तो, यह देखकर मेरे दिल और मन को जो सुकून मिल रहा था, वो शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
मैं उनकी चुदाई देखने में इतना मशगूल था कि मुझे अपने लंड का ध्यान ही नहीं था।
इस बीच मुझे इतना जोश आया कि बिना हाथ लगाए ही मेरे लंड से मुठ निकल आया।
फिर अभय ने मेरी बीवी की चूत को चाटकर साफ़ किया और फिर से उसकी चुदाई शुरू कर दी.
इस बार तो अभय और बुरी तरह से मेरी बीवी को चोद रहा था.
लग रहा था मानो मेरी बीवी की चूत फाड़ देगा.
अभय का लंड अब काजल की बच्चेदानी पर ठोकर मार रहा था.
अब काजल के अंदर की रांड जाग चुकी थी, वह चिल्ला रही थी- चोद मुझे … और चोद मुझे … मेरा पति तो नामर्द है … लंड नहीं है उसके पास! अपनी बीवी का दलाल है वो … यस यस … फक मी … फक मी हार्डर!
चुदाई से होने वाली फच फच की आवाज़ों और काजल की कामुक चीत्कार से पूरा कमरा गुंजायमान था।
इन आवाजों को सुनकर मैं मुठ मारने लगा और अपना पानी गिरा दिया।
अब उन दोनों ने फिर अपनी पोजिशन बदली.
अभय लेटा था और काजल उसके लंड पर अपनी गांड उछाल – उछालकर अपनी चूत चुदवा रही थी।
2 मिनट के बाद अभय ने कमान अपने हाथ में ले ली और उसने मेरी बीवी की चूत को बेहद बेदर्दी से रौंदना शुरू कर दिया.
फिर उसने झटके देने की गति बढ़ा दी और आआह्ह ह्ह … की मर्दाना आहें भरते हुए अपना बीज मेरी बीवी की चूत में ही गिरा दिया।
अभय की चीखें सुनकर लग रहा था कि उसके मुठ की धार बहुत तेज निकली है.
उसके वीर्य ने मेरी बीवी की बच्चेदानी को भिगो दिया था।
इस तरह अभय और मेरी बीवी के बीच लगभग 80 मिनट तक व्यभिचार चलता रहा और मैंने साक्षात अपनी आखों से इसका दर्शन किया.
जिसमें मैं 3 बार, मेरी बीवी 2 बार और अभय 1 बार झड़ा।
दोस्तो, मुझे अभय की चुदाई में यह विशेषता लगी कि वो एक ही बार झड़ने तक चोदेगा लेकिन बहुत धमाकेदार चुदाई करेगा।
मुझे हर 5 मिनट में झड़ने वाले मर्द और फिर उसे 3- 4 राउंड का नाम देने वाले मर्द बिलकुल नहीं पसंद।
फिर वह मेरी बीवी को चूमने लगा.
मेरी बीवी की चूत से लंड निकलते ही काजल की चूत से वीर्य की धार बहने लगी.
लस्सी जैसे गाढ़ा मुठ था उसका!
एक बार को तो मेरा मन किया कि जाकर अपने बीवी की चूत चाट लूं और अभय का सारा माल खुद पी लूं.
लेकिन मैं मजबूरी के कारण अपना मन मसोसकर रह गया।
अभय ने ऐसी ताबड़तोड़ चुदाई की कि काजल की चूत की फांकें अभी तक फड़क रही थी।
दोनों ने कुछ देर तक एक दूसरे को सहलाया और फिर कपड़े पहनकर अभय चला गया।
जाते-जाते काजल ने अभय से बोला- अब ये चूत तुम्हारी ही है. जब चोदना हो, आ जाना. और अभी तो मेरी गांड का छेद भी तुम्हें ही खोलना है.
इस पर अभय ने मुस्कुराकर आंख मारी और चला गया।
उसके जाने के बाद मैं बाहर निकलकर आया और अपनी बीवी से लिपट गया.
और मेरी आखों में खुशी के आंसू थे।
इस घटना ने हमें ककल्ड कपल बना दिया जिसमें मेरी बीवी लंबे मोटे लंड को भोगकर बहुत खुश थी और मैं अपनी बीवी को जिस्मानी सुख की प्राप्ति होते देख बहुत खुश था।
इस ककोल्ड वाइफ एक्स्ट्रा मरिटल सेक्स के बाद मेरा और मेरी बीवी का रिश्ता और मजबूत हो गया।
दोस्तो, यह कहानी लिखने का मेरा पहला अनुभव था. तो अगर कोई भूल चूक हुई हो तो मैं क्षमा चाहूंगा।
बाकी आपको मेरे जीवन की यह ककोल्ड वाइफ एक्स्ट्रा मरिटल सेक्स घटना जानकर कैसा लगा, मुझे मेल और कमेंट्स के माध्यम से जरूर बताइएगा।
मेरी ईमेल आईडी है – [email protected]
धन्यवाद.