Xxx बॉलीवुड पोर्न स्टोरी में काल्पनिक प्रसिद्ध गायिका जो बला की खूबसूरत है, उसे एक प्रोडूसर ने एक हॉट सोंग के लिए बुलाया. सिंगर की आवाज को कामुक बनाने के लिए क्या खेल खेला गया.
नमस्कार पाठको, मैं आपका अपना शिवम लाया हूं, एक ऐसी काल्पनिक सेक्स कहानी जो हकीकत में कभी घटी या नहीं, इसका तो नहीं पता … मगर इस काल्पनिक कहानी को पढ़कर आपको हकीकत में बड़ा आनन्द आएगा.
यह Xxx बॉलीवुड पोर्न स्टोरी एक देश की मशहूर गायिका शृला गोशाल के सेक्स जीवन पर आधारित है.
उस देश का आज बूढ़ा हो, जवान हो या बच्चा सब जानते हैं कि शृला गोशाल कितनी खूबसूरत गायिका हैं. उनकी आवाज में एक कशिश … एक जादू है.
मगर ये बात भी उतनी ही सच है कि सिर्फ उनकी आवाज में कशिश और जादू नहीं है बल्कि उनकी सुंदर काया और रंग रूप भी बहुत खूबसूरत हॉट और सेक्सी है.
उनकी बॉडी में एक अलग सा खिंचाव है. जितने लोग उनकी गायकी पर फिदा हैं, शायद उतने ही या उससे ज्यादा लोग उनकी अदाओं पर, खूबसूरती और कामुक जिस्म पर भी मरते हैं; उनके नाम की आहें भरते हैं.
अब शृला गोशाल की हॉटनेस और खूबसूरती की मैं क्या तारीफ करूं, आप सभी उनको बखूबी जानते हैं.
उनका खूबसूरत हसीन चेहरा, उनकी नशीली आंखें, रसीले होंठ और गठीला बदन … उनके 36 साइज़ के उरोज, उनकी कमर और कमर के नीचे का पूरा नितंबों का दिलकश फिगर, किसी का भी हाल बुरा कर सकता है.
तो दोस्तो, अब उस दास्तान पर आते हैं, जिसके लिए हम सब यहां आए हैं.
यह सेक्स कहानी कुछ बरस पुरानी है.
उन दिनों शृला की शादी को कुछ ही वक्त गुजरा था और शादी के बाद वह अपने काम पर लौटी थी.
मुंबई और शादी के बाद उसकी खूबसूरती, उसका सारा बदन, खासकर उसके उरोज काफी सुंदर हो गए थे.
एक रोज वह रिकॉडिंग ख़त्म करके लौट रही थी, तभी उसको विकास जी का कॉल आया- हैलो, शृला कहां हो?
शृला- जी विकास जी, मैं अभी स्टूडियो से निकली हूं … बताइए?
विकास- आप ऐसा करो, सीधा मेरे घर आ जाओ. अभी यहां मैं, शेखर और एक राइटर शिवम हैं, जो आपसे एक अलग तरह का गाना गवाना चाहते हैं. तो उसी के डिस्कशन के लिए आप मेरे घर आ जाओ!
शृला- ठीक है विकास जी, मैं कुछ देर में आपके घर आती हूँ.
कुछ देर बाद.
डोरबेल बज उठी और विकास जी ने दरवाज़ा खोल दिया.
सामने शृला गोशाल खड़ी थी.
वैसे तो वे दोनों साथ में काम करते हैं, तो विकास जी ने शृला को हज़ारों बार देखा था मगर आज वे थोड़े हैरान भी हुए और चकित भी!
आज शृला ने खूनी लाल रंग की सारी पहनी हुई थी जो काफी हद तक पारदर्शी थी.
खासकर साड़ी का पल्लू उसके वक्ष स्थल को साफ साफ दिखाने वाला था.
इसके अलावा शृला ने काले रंग का सिल्की स्लीवलैस ब्लाउज पहना हुआ था.
बाल खुले थे, होंठों पर हल्की लाल लिपस्टिक लगी थी … और जैसा शृला मेकअप करती है हल्का सा … वैसा मेकअप किया हुआ था.
आज शृला हर बार की अपेक्षा विकास जी को ज़्यादा खूबसूरत लग रही थी या यूं कहें कि ज़्यादा हॉट लग रही थी.
विकास- वाओ शृला … टुडे यू आर लुकिंग सो ब्यूटीफुल … बल्कि मुझे तो कहना चाहिए कि आज तुम बहुत ही हॉट लग रही हो!
शृला- ओहो, आज पहली बार मेरी तारीफ! चलिए तब भी मेरी खूबसूरती की तारीफ करने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया.
अब शृला अन्दर आ गई. अन्दर शेखर जी और वह राइटर शिवम विकास बैठे हुए थे.
शृला को देखते ही वे दोनों खड़े हो गए.
शेखर ने भी कहा- आह … सच में शृला आज तो आप कयामत ढा रही हो … क्या बात है, आज किसका कत्ल करने का मूड है?
शृला मजाकिया अंदाज में बोली- सोच रही हूँ कि आज आपका ही काम कर दूं!
यह सुनकर सारे लोग हंसने लगे.
शेखर- खैर, इनसे मिलो ये हैं शिवम … बहुत अच्छे लेखक हैं. कई दिनों से आपके साथ मीटिंग करना चाह रहे थे.
शृला- हैलो शिवम जी!
शृला ने उनसे हाथ मिलाया.
शिवम- हैलो मैम, मैं आपका बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ और यह मेरे लिए बड़े ही सौभाग्य की बात है मैं आपसे मिल रहा हूँ. दरअसल मैंने एक गाना खुद लिखा है और ये मेरी चाहत थी कि उस गाने को आपकी आवाज मिल जाए!
शृला- हाँ क्यों नहीं!
विकास- लेकिन शृला, यह गाना कुछ अलग किस्म का है, जिसमें कुछ खुले हुए शब्द लिखे गए हैं, जो तुमको शायद अडल्ट लगेंगे … साथ ही गाने की कंपोजिंग में लड़की की दर्द भरी सिसकियों जैसे ‘उफ आह ओह ऊईई आई आह उम्म्म …’ भी हैं. इसी लिए हमने आपको यहां बुलाया है ताकि आप एक बार गाना पढ़ लो, उसके बोल को समझ लो और प्रैक्टिस भी कर लो!
शृला- ओके जैसा आप कहें … मैं तैयार हूँ.
शृला को गाना वाला कागज पकड़ा दिया गया और उसने पूरा गाना, उसके हर एक बोल को अच्छे से पढ़ा और समझ गई.
वह बोली- अब मैं आप लोगों को इसके बोल्ड शब्द अपनी आवाज में सुनाती हूं, आप बताना साउंड कैसा लग रहा है?
शृला अपनी सुरीली आवाज में गाने लगी.
‘उफ्फ आह आआआह उम्मम आई आहा आह्हा मर गई मैं … जरा धीरे चलो मेरे पिया जी!’
जब ऐसे शब्द उनकी सुरीली आवाज में सुनाई दिए तो उन तीनों का मूड बनने लगा.
एक तो शृला ने आज इतना खूबसूरत ड्रेसअप किया था और ऊपर से उसकी सुरीली आवाज में ऐसी सिसकारियां सुनने से किसी भी जानकार आदमी का हाल बुरा हो जाएगा, तो वे तीनों कौन से खेत को मूली थे भला!
आज शृला ने ब्लाउज पहना था, वह बहुत ही गहरे गले वाला था और उसकी झीने कपड़े वाली आस्तीनें तो समझो, न के बराबर थीं. साथ ही सिल्क वाला चिकने कपड़े का ब्लाउज था, वह उनके चिकने गोरे गठीले बदन पर एकदम कसा हुआ था. ऊपर से काले रंग की पारदर्शी साड़ी जो कि उनकी चूचियों की क्लीवेज को साफ दिखा रही थी.
यह नजारा देख कर विकास, शेखर और राइटर शिवम का मूड बन गया था.
तभी तीनों इशारों में कुछ बातें करने लगे और विकास कोल्ड काफी लाने के बहाने अन्दर जाने लगा.
विकास- हे गाइज, यह सब बातचीत तो चलती ही रहेगी, मैं सबके लिए कोल्ड काफ़ी लेकर आता हूं.
यह कह कर वह किचन की ओर चला गया.
इधर शेखर, शृला और शिवम गाने को लेकर बातें कर रहे थे.
कुछ 15 मिनट के बाद शेखर वापस आ गया.
वह बोला- लो भाई, कॉफी वाला आ गया!
उसने सबको कॉफी सर्व कर दी लेकिन शृला को ब्लैक कॉफी ज़्यादा पसंद थी तो उसके लिए ब्लैक कोल्ड कॉफी लाया था जो उसने उसे दे दी.
शृला भी बिना किसी संकोच के कॉफी पीने लगी.
उसने राज की बात को जाने बिना ही प्याला होंठों से लगा कर एक सिप ले लिया.
उसे नहीं पता था कि उस कॉफी में सेक्स की अग्नि बढ़ाने वाली दवा मिली हुई है.
वह और बाकी तीनों भी कॉफी पीने लगे.
कॉफी पीने के बाद असर होने लगा था.
विकास- शृला, आपने जो बोल्ड आवाजें निकाली थीं, जरा उन्हें फिर से निकालो … मुझे उसमें कुछ कमी लगी.
शृला- ओके.
अब शृला फिर से अपनी सुरीली आवाज में वे आवाजें निकालने लगी.
थोड़ी देर बाद शेखर ने उसको टोक दिया.
शेखर- एक मिनट रुकना शृला, यह लाइन वैसी नहीं आ रही है, जैसी गाने की डिमांड है!
शृला ने उसी ‘उम्म आह मर गई …’ वाली लाइन को तीन चार बार गाया.
लेकिन शेखर वह नतीजा नहीं आता दिखाई दे रहा था!
शृला- अब मैं कैसे करूं, समझ नहीं आ रहा.
सब लोग कुछ देर सोचने लगे थे.
तभी विकास ने कहा कि एक आइडिया है, अगर शृला को समझ आए तो?
शृला- हां हां बताइए न क्या आइडिया है?
विकास- बट ये आपको सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा शायद?
शृला- अरे बोलो तो आप, क्या आइडिया है?
विकास- अगर हम कोई एक ऐसी बोल्ड मूवी लगाएं, जिसमें ऐसे हॉट सीन हों … और जब वे सीन आएं, तो हम लोग मूवी को म्यूट कर दें और उसकी जगह आप आवाज निकालो?
कुछ देर सोचने के बाद शृला ने कहा- ठीक है, कोशिश करके देखते हैं.
विकास ने टीवी पर एक हिंदी बोल्ड वेब सीरीज लगा दी और चारों उस बोल्ड वेब सीरीज को देखने लगे.
इधर शृला पर उस सेक्स टैबलेट का हल्का असर होने लगा था जो शृला ने अनजाने में कॉफी में ले ली थी.
बेव सीरीज देखते हुए जब उसमें हॉट सीन आता तो उसकी हॉट आवाज शृला कुछ इस तरह से निकालती, जैसे खुद ही उस बेव सीरीज में चुद रही हो.
ऐसे करते हुए उन सभी ने कोई 4-6 बेव सीरीज के हॉट सीन देख लिए और आगे भी देख ही रहे थे.
इस दौरान शृला, विकास और शेखर एक ही सोफे पर एक साथ बैठे थे.
शृला बीच में बैठी थी और उसकी दोनों तरफ विकास और शेखर बैठे थे.
शिवम सामने के सोफ़े पर बैठा था.
इतनी वेब सीरीज देखने के बाद और उस कामुकता बढ़ाने वाली गोली के असर से अब शृला थोड़ी थोड़ी उत्तेजित होने लगी थी और यह बात तीनों ने नोटिस कर ली थी.
जब अगली वेब सीरीज लगाई गई तो वह कुछ ज़्यादा ही बोल्ड निकली.
उसमें एक चुदाई के सीन को देखते हुए जानबूझ कर विकास ने अपना एक हाथ सोफे के पीछे कर लिया.
वह हल्के हल्के से शृला की खुली गोरी अधनंगी सेक्सी कामुक चिकनी पीठ पर अपनी उंगली फेरने लगा.
इधर शेखर भी अपने हाथ की कोहनी हल्के से शृला के उरोज पर घुमाने लगा.
शायद इसी से शृला और गर्म होने लगी.
एक तो सेक्स टैबलेट का असर होना शुरू हो गया, ऊपर से वेब सीरीज के हॉट सीन थे और विकास शेखर का उसकी पीठ और उरोज का छूना हुआ, तो इससे शृला ठीक वैसे ही चुदासी होने लगी, जैसा वह तीनों चाहते थे.
अब ये सीरीज थोड़ी लम्बी थी और इसके सीन एकदम खुले हॉट बोल्ड और सेक्सी थे.
ज्यादातर सीन में एक्ट्रेस की चूचियां तो नंगी ही दिखाई जा रही थीं.
यह देख कर शृला के साथ वह तीनों भी गर्म होने लगे.
शृला तो अब अपनी टांगें फैला कर पसर गई थी और वह तीनों चीजें एक साथ होने से मतलब गोली, सीरीज और विकास, शेखर की छुअन से लगातार चुदासी आवाजें निकालने लगी थी.
वे दोनों वेब सीरीज और शृला गोशाल के हॉट लुक को देख कर उसे चोदने को मचलने लगे थे.
अब विकास ने जानकर अनजान बनते हुए शृला की खुली पीठ पर हाथ रख दिया और हल्के हल्के से पीठ सहलाने लगा, जिससे बनती बात ना बिगड़े और शृला भी अच्छे से गर्म होकर चुदने को राजी हो जाए.
शेखर भी बड़ी चालाकी से कोहनी द्वारा शृला के उरोज दबाने लगा, इससे शृला कामुक होती गई और उत्तेजित होने लगी.
ये नज़ारा शिवम भी दूसरे सोफे पर बैठा देख रहा था लेकिन क्योंकि वह अभी नया था तो ज्यादा कुछ कर नहीं सकता था.
शायद सब्र का फल उसे भी मिल जाए, इस लालच में वह बस चुप होकर बैठा बैठा देख रहा था.
इधर अब शृला की बढ़ती कामुकता और गर्माहट को देख विकास ने अपनी अगली चाल चली और शृला की पीठ से होते हुए उसके चिकने गोरे कंधे को पकड़ लिया और हल्के हल्के दबाने लगा.
इस पर शृला का कोई विरोध या प्रतिक्रिया ना देखकर उसमें हिम्मत बढ़ गई और उसने दूसरी साइड से शृला के दूसरे खुले कंधे पर धीरे से अपने होंठों को रख दिया.
वह अपने होंठों को कंधे पर घुमाने लगा और हल्के से कंधे पर किस करने लगा.
इससे शृला और कामुक होकर खुलने लगी.
मौके का फायदा उठाते हुए शेखर ने भी अपने होंठ शृला के बाजू हाथों पर फिराने शुरू कर दिए.
अब शृला अपने दोनों तरफ दो मर्दों को गर्म होता देख कर मचलने लगी.
चूंकि वे दोनों उसके पुराने दोस्त भी थे, सो शायद उसके मन में सेक्सी इच्छाएं जागने लगीं.
दोनों तरफ दो कामुक मर्दों की छुअन किसी भी औरतों को चुदास से भर देगा.
खैर, अब शृला ने भी अपना हाथ शेखर के सर पर और दूसरा विकास की जांघ पर रख दिया और वह उन दोनों को आगे बढ़ने का लाइसेंस देने लगी थी.
वे तीनों आपस में खुलने लगे.
विकास शृला के कंधों को सही से चूमने लगा और इधर शेखर भी शृला के बाजू को चूमते हुए उसके खुले कंधे तक आ गया.
वे दोनों मर्द शृला के दोनों कंधे चूमने लगे. जल्द ही विकास शृला की गर्दन को भी चूमने लगा.
शृला ने अपना हाथ विकास शेखर के सर पर रख दिया. वे तीनों आपस में प्यार करने लगे.
अब विकास ने शृला के लाल मोटे रसीले होंठों पर अपने होंठ रख दिए और उनके बीच चुम्बन का सिलसिला शुरू हो गया.
यह देख कर शेखर ने भी अपने होंठ शृला के सफेद दूध जैसे गोरे चिकने गले पर रख दिए और वह चूमता हुआ गर्दन पर आ गया.
वह शृला के गले व गर्दन को चूमने चाटने लगा.
अब तो शृला की कामुकता की सीमा ही ना रही, उसने सपने में नहीं सोचा था कि अपने जिन दोस्तों के साथ वह काम करती है, वे दोनों ही एक दिन उसकी खूबसूरती का लुत्फ उठाएंगे.
जो भी हो … आज शृला को बड़ा मजा आ रहा था, पर उसे क्या पता था कि यह तो मज़े की महज शुरुआत भर है.
जैसे ही विकास उसके होंठों को चूमकर उसके उरोज़ों की तरफ बढ़ा, शृला की नजर सामने बैठे राइटर शिवम पर पड़ी, जो उसे प्यारी और प्यासी निगाहों से बस देख रहा था.
एक गरीब जैसे किसी ज़ायकेदार खाने की महक को लालच से सूँघता है, वह बिल्कुल वैसे ही लग रहा था.
उसे इतने प्यार और तरसती निगाहों से देख शृला को शिवम पर अजीब सी दया और प्यार आ गया.
उसने शिवम से कामुक नशीली और गर्म आवाज में कहा- अरे राइटर शिवम साहब आप दूर क्यों हैं … जब यहां बारिश हो ही रही है तो आप भी नहा लीजिए. आइए मेरे होंठों के जाम का रस अपने होंठों में समा लीजिए, आइए आइए ना!
शृला जैसी कामुक हॉट महिला किसी को बुलाए और वह भी इतने कामुक अंदाज में … तो वह भला कैसे ना जाए.
शिवम भी उठा और शृला की ओर उत्सुकता उत्तेजना और किसी प्यासे व्यक्ति की तरह आ गया.
वह शृला जैसे मीठे कुएं के पानी से अपनी प्यास बुझाने के लिए दौड़ पड़ा. जल्दी से जाते ही वह शृला के सामने खड़ा हो गया.
पर उसने कुछ किया नहीं … या ऐसे कहें कि डर से कुछ कर नहीं पाया कि कहां वह एक छोटा सा लेखक और कहां इतनी बड़ी गायिका.
उसकी विवशता को आप सब समझ सकते हैं क्योंकि आप भी उसके तरह आम इंसान ही हैं.
तभी शिवम को सिर्फ खड़ा देख शृला उसकी विवशता और संकोच को भांप गई.
उसने खुद शिवम का हाथ पकड़ अपनी ओर खींचा और अपने होंठों से उसके होंठों पर प्यार की मोहर लगाकर उसको आमंत्रित किया और उसे किस करने लगी.
कुछ पल के बाद शिवम का संकोच खत्म हो गया और वह शृला के किस में उसका भरपूर साथ देने लगा.
इधर विकास शृला के उरोज ब्लाउज के ऊपर से हल्के से दबा रहा था और उसके कंधे बाजू चूम रहा था.
शेखर भी शृला के उरोज पर ऊपर ऊपर से ही किस कर रहा था और उसके पेट को सहला रहा था.
ऊपर से शिवम शृला के आगे झुक कर उसके रसीले होंठों को चूम रहा था.
शृला भी उसका भरपूर साथ दे रही थी.
कभी वह शृला के निचले होंठ को चूमता, तो कभी शृला शिवम के ऊपरी होंठ को चूमने लगती.
अब शृला ने अपनी जीभ शिवम के मुँह में डाल दी, जिसका रस शिवम पीने लगा और शृला की रसभरी जीभ को अपने मुँह में भर कर चूसने लगा.
ऐसा ही शृला ने शिवम की जीभ के साथ भी किया और दोनों का गहरा चुम्बन तकरीबन दस मिनट तक चला.
जब शिवम और शृला किस करके अलग हुए तो नीचे से विकास ने शृला की साड़ी का पल्लू हटा दिया था और उसके क्लीवेज और उरोज के ऊपरी भाग को चूमने चाटने लगा था.
उधर शेखर भी शृला के पेट को चूम रहा था.
तब शृला ने विकास के सर पर हाथ फेर उसके काम में उसका समर्थन किया और शेखर शृला के होंठों से अपने होंठ जोड़कर रसपान करने लगा.
उन दोनों का भी किस शिवम शृला के किस जैसा चल रहा था.
इधर विकास शृला के उरोज गले व क्लीवेज को चूम चाट रहा था.
शिवम की हिम्मत बढ़ गई थी तो वह अब शृला की खुली पीठ को चूम चाट रहा था.
उसका ऐसा करना शृला को चरम पर ले गया.
यहां मैं आपको बता दूं कि पीठ पर चूमना या चाटना शृला गोशाल की चरम पर पहुंचने की कमज़ोरी थी … जी हां यदि कोई भी शृला को पीठ को सही से चूम या चाट ले, तो वह उसी समय गर्म हो जाती थी.
फिर सामने कोई भी हो, उसकी बांहों में शृला गोशाल खुद चली जाती थी … फिर चाहे वह कोई भी हो, आप भी क्यों न हों.
जैसे ही शिवम ने शृला की पीठ को चूमा और चाटा, शृला उत्तेजित हो उठी और उसने शेखर को किस करना छोड़ कर पलट कर शिवक के होंठों को अपने मुँह में भर लिया.
वह उसे बेतहाशा किस करने लगी, जिसे देख विकास शेखर हैरान भी हुए और खुश भी.
तब Xxx बॉलीवुड पोर्न के खेल के चलते उन दोनों ने भी शृला को फिर प्यार करना शुरू कर दिया.
अब शृला सोफे पर शिवम के ऊपर लेटकर उसे किस कर रही थी और विकास उसकी जांघों को चूम रहा था.
जबकि शेखर उसके कंधे ओर’ गर्दन को चूमने लगा था.
शृला अपनी चरम सीमा पर आकर सिसकारियां भरने लगी और अपनी रसीली मीठी और कामुक आवाज में चुदाई का वही सीन क्रियेट करने लगी, जिसके लिए शेखर और विकास इस तरह का खेल कर रह रहे थे.
शेखर और विकास एकदम से बोलने लगे- वाह शृला वाह, इस गाने के लिए यही आवाज तो चाहिए थी!
तभी शृला ने फिर से उसी आवाज को अपने गले से निकाला और कहा- जल्दी से रिकॉर्ड कर लो ताकि बाद में मुझे याद रहे.
उस लेखक शिवम ने अपने मोबाईल का रिकॉर्डर चालू कर दिया और टेबल पर सैट कर दिया.
वे चारों पुनः उसी काम क्रीड़ा में लग गए ताकि शृला की मादक आवाज को सेव कर लिया जाए.
कुछ देर बाद एकदम चुदाई का माहौल हो गया था तो शृला ने अपनी साड़ी खोल दी और वह एक सड़क छाप रंडी की तरह चुदने को रेडी हो गई.
दोस्तो, यह Xxx बॉलीवुड पोर्न स्टोरी अभी ख़त्म नहीं हुई है.
अगर आप लोगों को इसके आगे की सेक्स कहानी भी सुननी है … पढ़नी है और जानना है कि इसके आगे सेक्स कहानी ने क्या और कैसा मोड़ लिया, तो मेरी ईमेल आईडी पर अपने मेल, सुझाव … और कहानी का आगाज कैसा लगा, वह जरूर बताएं.
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आपकी प्रतिक्रियाओं का इंतज़ार रहेगा.
धन्यवाद.