बहन के मंगेतर ने दोस्त संग मुझे गांडू बनाया

वर्जिन एस गांड फक कहानी में एक सामान्य लड़के के मन में छुपी लंड की प्यासी गांडू प्रतिभा को पहचान के उसकी बहन के मंगेतर ने अपने दोस्त की मदद से गांडू बनाया और थ्रीसम सेक्स किया।

नमस्कार दोस्तो,
मेरा नाम धैर्य है, मैं गुजरात का रहने वाला हूं.
मेरी उम्र 24 वर्ष की है.

मैं पहली बार हिंदी में गे सेक्स कहानी लिख रहा हूँ. मैं खुद एक बॉटम हूँ और काफी मर्दों के साथ गुदा मैथुन का यौन सुख भोग चुका हूं.

इस वर्जिन एस गांड फक कहानी के मुख्य पात्र कुछ इस तरह से हैं.

ध्रुव एक गे बॉटम है.
राज, ध्रुव की दीदी का मंगेतर है और वह एक मजबूत टॉप है.
वसीम, राज का दोस्त है और वह भी एक कड़ियल टॉप है.

सुनीता सिर्फ एक पात्र है, जो ध्रुव की बड़ी बहन है. उसका ध्रुव की गांड चुदाई में कोई रोल नहीं है.

अब आप समझ ही गए होंगे कि सेक्स कहानी का मुख्यपात्र ध्रुव ही है, जो एक कॉलेज का छात्र है.

ध्रुव एक सामान्य लड़का है, जो लड़कियों में काफी लोकप्रिय है.
उसकी लड़कों से ज्यादा लड़कियों से प्रगाढ़ मित्रता रही है.
इस वजह से काफी लड़के ध्रुव से ईर्ष्या करते थे.

ध्रुव की गर्लफ्रेंड होने के बावजूद भी उसे जीवन में कुछ अधूरा सा महसूस होता था.
यह विचार उसे करीब दो सालों से परेशान कर रहा था.

ध्रुव की बड़ी बहन सुनीता जो 26 वर्ष की सुंदर और सेक्सी युवती थी, उसकी कुछ समय पहले ही सगाई हुई थी.

सुनीता का मंगेतर राज ध्रुव से बड़ा अच्छा बर्ताव करता था.
बाकी लड़कों के मुकाबले ध्रुव उसके साथ ज्यादा सुरक्षित और सहजता का अनुभव करता था.

सुनीता के मंगेतर का लंड ध्रुव से काफी बड़ा था.
ऐसा शायद उम्र के हिसाब से हो सकता है, यही सोच कर ध्रुव अपने मन से इस विचार को नजरंदाज कर देता था.

एक बार साथ में शराब पीते वक्त ध्रुव ने अपने फोन में इंटरनेट पर एक ब्लू फिल्म चलाई.

उस फिल्म को देख कर राज (सुनीता का मंगेतर) अपना लंड निकाल कर हिलाने लगा.
ध्रुव भी उत्तेजित हो गया था पर जीजा जी के सामने शर्मा कर वह यूं ही बैठा रहा.

इत्तफाक से राज ने देखा कि ध्रुव मोबाइल में वीडियो देखने की जगह उसके मोटे लंड को ही गौर से देख रहा है.
ध्रुव के मुख पर हवस भरी कामुक प्यास झलक रही थी.

करीब एक घंटे तक कई सारी अलग अलग वीडियो देखने के बाद राज झड़ गया और उसका इतना सारा वीर्य निकला, जैसा कि अफ्रीकी अश्लील वीडियो में दिखाया जाता है.

ध्रुव के लिए ये कल्पना कर पाना भी मुश्किल था कि वह अपने जीजा जी के लंड को लेकर क्या सोचे.

ऐसा दृश्य देख कर ध्रुव का लंड भी न जाने कब का ठंडा पड़ चुका था परंतु उसकी हवस भरी प्यास उसके सीने में ऐसे भर गई थी जैसे कामुक स्त्रियां हवस से गर्म हो जाती हैं.

ध्रुव की गांड में चुलुबली सी बिजली दौड़ रही थी और उसके मुँह में पानी आ रहा था.

राज को यह समझते देर नहीं लगी कि ध्रुव एक समलैंगिक लड़का है जिसने अभी तक अपनी असलियत नहीं पहचानी है.

राज अपने कॉलेज के दिनों में काफी राउडी टाइप का था और वह गांडू लड़कों को काफी चोदता था.
उसके बड़े और मोटे से लंड से प्रभावित होकर वे गांडू लड़के राज की सैटिंग अपनी बहनों तथा बहनों की सहेलियों से करवा देते थे.

इस बात को एक अरसा बीत गया था.
पर अब पुन: एक अवसर राज के सामने खड़ा था जहां वह अपने कॉलेज लाइफ के उसी रोमांच को फिर से जी सकता था.

राज ने निश्चय कर लिया कि वह ध्रुव को गांडू बना कर ही दम लेगा.

इसके लिए उसने एक योजना बनाई.
कुछ ही समय में उसने अपने साले ध्रुव को अपने सामने ऐसे खोल लिया था कि वह अपने जीजा के सामने लड़कियों के कपड़े पहन कर मस्ती करने लगा था.

एक दिन राज ध्रुव को ड्रेस की नाप दिलाने के लिए अपने एक टॉप दोस्त वसीम के वर्कशॉप में ले गया.

चूंकि ध्रुव और सुनीता की कद काठी काफी हद तक समान थी.
वह ध्रुव को लड़कियों के कपड़े पहना कर अपने दोस्त से चुदवा कर उसको गांडू बनाने की इच्छा से ले गया था.

काफी सेक्सी कपड़े पहनाने के बाद राज ने देखा कि ध्रुव काफी उत्तेजित हो रहा है.
तो उसने सही मौका जान कर अपने दोस्त वसीम को इशारा कर दिया और कुछ बहाना बना कर वहां से निकलने की बताने लगा.

फिर राज कोई कॉल रिसीव करने का बहाना बना कर उधर से निकल गया.

वसीम नाप लेने के बहाने से लेडीज कपड़े पहने हुए ध्रुव को अपने पास लेकर उसका अंग अंग नापते हुए उसके फिगर की तारीफ करने लगा.
इससे ध्रुव लड़कियों की तरह शर्माने लगा.

वसीम ने इसे हरी झंडी समझ कर उसे अपनी गोद में बिठा लिया और घूमने वाली कुर्सी पर बिठा कर उसे एक अश्लील मैगजीन में ब्रा पैंटी के साथ पुरुषों के लंड दिखाने लगा.

ध्रुव के अन्दर की लड़की जाग उठी थी और उसका लंड साड़ी में तम्बू बना रहा था.
वह मैगजीन में छपे लंड के चित्रों को सहलाने लगा.

तब उसे होश आया कि वसीम ने उसके ब्लाउज के बटन खोल दिए हैं और उसके चूचों की मालिश हो रही है.

वसीम ने ध्रुव के गालों को सहलाया और उसके होंठों को अंगूठे से मसलने लगा.
ध्रुव की जुबान वसीम की उंगलियां चाटने बाहर आ गई.

उसे उंगली चटा कर लंड की तस्वीरें दिखाते हुए मंत्र मुग्ध अवस्था में वसीम ने उंगलियां भी चुसवाईं.

ध्रुव किसी रंडी की तरह जोर जोर से उंगलियां चूस रहा था.
तभी वसीम ने अचानक उसे उठा दिया.

फिर जोश व फुर्ती से उसे टेबल के सहारे जमीन पर बिठाया और उसके मुँह के सामने अपना ट्रैक पैंट को उतार दिया.
इससे पहले कि ध्रुव वास्तविकता को समझ कर कुछ विरोध करता, वसीम ने अपना 7 इंच लंबा और मोटा तना हुआ लंड ध्रुव के मुँह के आगे मंडूक की तरह धर दिया.

ध्रुव बिना ऊपर देखे उस लंड पर प्यासी औरत की तरह ऐसे टूट पड़ा जैसे कई जन्मों से उसे किसी बड़े लंड को चूसने की तलब लगी थी.

धीरे धीरे इस अवस्था में जब ध्रुव का गला ढीला पड़ गया, तब वसीम ने टेबल पर झुक कर ध्रुव के मुँह को तेजी से चोदना शुरू कर दिया.
देखते ही देखते ध्रुव अश्लील भाव से कामुक सिसकारियां लेने लगा था.

उसके मुँह से बहुत सारा थूक बह रहा था जिसे वसीम अपने लंड से पौंछ कर उसके मुँह पर ही पोत देता.

आधा घंटा बाद वसीम के लंड में कंपन हुई और उसने ध्रुव का सिर पकड़ कर अपना पूरा लंड ठूंस कर गले तक दबा दिया.

ध्रुव के खांसने के साथ जब वसीम ने अपन लंड ध्रुव के मुँह से बाहर निकाला तो उसके मुँह से गाढ़े वीर्य का … और थूक का सैलाब सा बह निकला जो ध्रुव के चूचों के बीच से बहता हुआ उसकी नाभि तक चला गया.

तब ध्रुव की आंखें थकान और सुख से मदहोश थीं.
उसका मुँह वीर्य और थूक से चिकना और चिपचिपा हो गया था.

वह अपनी दीदी को देने के लिए खरीदी हुई साड़ी और ब्लाउज में एक अजनबी से रंडी बन कर मुँह चुदवा चुका था.
अब कोई उसे देख कर संदेह नहीं करेगा कि वह गांडू नहीं है.

जब ध्रुव ने होश संभाला तो वह मुस्कुराने लगा.

उसने अपने मुँह को चोदने वाले का चेहरा देखने के लिए नजरों को ऊपर उठाया तो राज एक वीडियो कैमरा लेकर खड़ा था.

राज ने ध्रुव के मुँह पर कैमरा को जूम किया और कहा- मेरी ध्रुविका डार्लिंग, कैसी लगी आपको मेरे दोस्त की सर्विस!

ध्रुव के होश उड़ गए.
वह शर्म से पानी पानी हो गया और उसने अपने गांडू होने की वास्तविकता को समझ लिया था.

राज ने कैमरा वसीम को देते हुए कहा- मेरी जान शर्माओ नहीं, साली भी तो जीजा की आधी घर वाली होती है.

यह सुन कर ध्रुव की ग्लानि शर्म में परिवर्तित हो गई, वह राज के साथ पहले की तरह सहज हो गया.

पर अब उसके मन में राज के प्रति मित्र भाव नहीं, स्वामी भाव था.

राज के मोटे लंड को उसने कई बार देखा था पर अब उसके भीतर की ध्रुविका उस लंड को चूसना चाहती थी.

उसने जिज्ञासा से राज के लंड से बने हुए तम्बू को देखा जो उसकी पैंट में बन गया था.
राज ने पानी की बोतल देकर कहा- मुँह धो ले, फिर जीजाजी तुझे लॉलीपॉप चटाएंगे.

शर्माते हुए ध्रुव ने अपना मुँह धोया और वापस आया तो वसीम ने उसकी साड़ी और बाकी के कपड़े खोल दिए.
ध्रुव प्यासी कुतिया की तरह नंगा ही चार टांगों पर चल कर राज के लंड के सामने आया.

राज ने कहा- जान अपना तोहफा खुद के हाथों से खोलो.
ध्रुव ने उसकी बेल्ट खोली, अपने होंठों को काटा.

उसकी जींस के ऊपर से लंड सहलाया और बटन खोल कर अपने दांतों से जींस की जिप को खोल दिया.

अन्दर पसीने और वीर्य से गीले अंडरवियर की खुशबू ने ध्रुविका के भीतर की स्त्री के सारे अरमान जगा दिए.
उसके मुँह में … और चूचों में हवस का आवेग उठा, जो उसको हद तक पागल कर रहा था.

राज ने उसके बालों में उंगलियां फेरते हुए बाल जकड़ लिए और उसके मुँह को खींच कर अपने लंड पर जोर से दबाया.

फिर हल्के थप्पड़ मारते हुए बोलने लगा- साली कुतिया, कब से नज़रें जमाए हुई थी मेरे लंड पर … लार टपकाती ही रहेगी या चाटेगी भी अपने पति का लंड!

ध्रुव को ये अपमान नहीं, उत्तेजना प्रदान कर रहा था.

ध्रुविका ने राज का अंडरवियर दोनों हाथों से उतार कर उसका मोटा लंड सहलाया और दोनों हाथों से लंड को पकड़ कर जोर जोर से चूसने लगी.
उसकी कामुक आवाजों से राज आंखें बंद करके सिर पीछे झुकाते हुए जोर जोर से कराहने लगा.

इतना अच्छा लंड तो ध्रुव की बहन सुनीता भी नहीं चूस पाती थी.
ध्रुव ने कामुक आवाजों के साथ बहुत जोश से मदहोश होकर राज का लंड चूसा.

राज ने करीब 20 मिनट तक अपने मोटे लंड की मालिश गांडू ध्रुविका के मुँह से करवाई.
उसके बाद राज ने ध्रुविका को पेट के बल टेबल पर लिटाया और उसके हाथ कमर के पीछे से साड़ी बांध दिए.

फिर साड़ी का एक सिरा उसके गले में लपेट कर उसके मुँह में ठूंस दिया.

ध्रुविका समझ गई थी कि अब उसकी गांड की सील टूटने वाली है पर औरत बनने की इस विधि को वह अब चाह कर भी नहीं रोक सकती थी.

उसने स्वयं को इस मीठे दर्द के लिए तैयार किया और अपनी चिकनी चुलबुली मुलायम गोरी गांड हवा में थिरकाई.

राज और वसीम यह देख कर खुश हो गए. दोनों ने उसके कूल्हे पकड़ कर मसले और थपकियां बजाईं.

राज ने एक उंगली तेल में डुबोई और बिना हिचकिचाए ध्रुविका के कुंवारे छेद में दबाते हुए पेल दी.
ध्रुविका को काफी दर्द भरी जलन हुई, पर राज अपनी उंगलियों को वापस गीली करके ध्रुविका की गांड में एक के बाद एक पेलता चला गया.

ध्रुव का हल्का हल्का मूत निकल रहा था और बदन दर्द से तप रहा था. उसके आंसू बहने लगे थे.
तभी वसीम ने तेल की बोतल का पतला सिरा उसकी गांड में ठूंस दिया और बोतल को पिचका कर वह तब तक तेल भरता रहा, जब तक एक पतली धार बाहर न बहने लगी.

राज ने और वसीम ने अपने बड़े बड़े लौड़ों पर भी तेल लगाया और ध्रुविका की गांड मारने आगे आ गए.
वसीम ने ध्रुविका के मुँह से साड़ी का ठुंसा हुआ हिस्सा बाहर निकाला, तो ध्रुविका कराहती रह गई.

वसीम ने अपना लंड ध्रुविका के गले तक डाल दिया. इससे ध्रुविका की सांसें रुक गईं. उसका ध्यान मुँह पर केंद्रित हुआ, पर गांड ढीली पड़ गई.
इसी बात का फायदा उठाते हुए राज ने अपना 7 इंच का मोटा लंड ध्रुविका की गांड में पेल दिया.

ध्रुविका की गांड को चौड़ाई को तो राज ने पहले ही अपनी उंगलियों से खोल डाला था.
परंतु अब गहराइयों को नापता हुआ मोटा लंड उसकी कोमल गांड में नाभि तक अन्दर चला गया.

अब उन दोनों के लंबे लंबे लंड के झटकों में ध्रुविका के दोनों छेद इस्तेमाल हो रहे थे.
इसी तरह से उन दोनों ने कई बार एक दूसरे के साथ जगह बदली और ध्रुविका के मुँह व गांड को चोदते रहे.

ध्रुविका को कभी जोर से आगे पीछे या पीछे आगे से झटके लगते, तो कभी एक साथ दोनों तरफ से पिचकारी मार दी जाती.
बार बार गांड और मुँह की चुदाई चलती रही.

ध्रुविका के दोनों छेद आज वीर्य के तरल से गीले होकर बहने लगे थे.
ध्रुविका की गांड और पेट पर दोनों मर्दों ने अपना गाढ़ा वीर्य छोड़ कर उसको एक अनुभवी गांडू बना दिया.

तीन तीन बार वर्जिन एस गांड फक के बाद दोनों मर्दों ने अपने अपने लंड ठंडे कर लिए.
अपनी इस कामुक कुतिया के मुँह और गांड पर लंड पौंछ कर अपने अपने कपड़े पहन लिए.

दोनों की इस भयंकर, पर संतोष कारक चुदाई से धुविका तृप्त और धन्य हो गई थी.

आशा करता हूं कि आपको मेरी ये वर्जिन एस गांड फक कहानी पसंद आई होगी.
आगे से मैं और बढ़िया गे सेक्स कहानियां लिखने का प्रयास करूंगा.
धन्यवाद.