मजबूरी में मामा जी से चूत चुदवाई

Xxx राजस्थान पोर्न कहानी में मैं मामा के घर गयी तो मैंने मम्मी को मामा से चुदती देखा. मैं भी मामा के बेटे से चुदती थी. मैं प्रेग्नंट हो गयी, मामा को पता चल गया.

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दोस्तो, मेरा नाम अंजलि शर्मा है.
मैं अभी 21 साल की कामसिन कन्या हूँ.
मैं राजस्थान जयपुर में रहती हूँ.

जिम और तैराकी से मेरा जिस्म अच्छा आकार ले चुका है.
वहीं चुदाई से मेरे चेहरे पर एक अलग ही चमक रहने लगी है.
साथ ही मुझे विश्वास भी होने लगा है कि मैं किसी भी लड़के का लंड खड़ा करने में सक्षम हूँ.

यह Xxx राजस्थान पोर्न कहानी 2022 की है जब मैं मम्मी के साथ रक्षाबंधन पर मामा जी के घर अलवर राजस्थान गई थी.

वहां मामा जी मेरी मम्मी की चूत की सेवा करते थे तो उनका बेटा अंचित मेरी और अपनी बहन इनारा की चूत का ध्यान रखता था.

इनारा अपने भाई के अलावा और भी लोगों से अपनी चूत की गर्मी शांत करवाती थी.
उनमें से एक उसका टीचर था.
उसका नाम अमन था और वह उसे खूब पेलता था.

अमन ने एक बार मुझे और इनारा दोनों को साथ में भी पेला था.

कुछ दिनों बाद मेरी तबीयत खराब हुई.
मामा जी मुझे डॉक्टर के पास ले गए.
डॉक्टर ने बताया कि मैं प्रेग्नेंट हूँ.

लेकिन बच्चा अमन का है या अंचित का, ये मैं भी नहीं जानती थी!
क्योंकि मैंने मजे-मजे में दोनों का रस अपनी चूत की गहराई में लिया था.

मामा जी ने मुझे कुछ नहीं कहा.
लेकिन मम्मी-पापा को भी न बताएं, इसके लिए मुझे कुछ तो करना ही था.

इसलिए मैंने मामा जी को अपनी चूत देने का निश्चय किया.
लेकिन मामा जी को चूत देने के लिए मुझे कोई योजना बनानी थी.

मैंने अंचित की मदद ली क्योंकि उसके वादे के अनुसार उसे मेरी एक इच्छा पूरी करनी थी.

मैं इतना तो जानती थी कि जब मामा जी मेरी मम्मी की चुदाई कर सकते हैं, तो मेरी भी कर सकते हैं.
लेकिन मैं उनसे सीधे जाकर तो नहीं बोल सकती थी ना कि मामा जी, मेरी चूत ले लो!

इसलिए मैं उन्हें जताना चाहती थी कि मैं उनसे चुदना चाहती हूँ, ताकि वे खुद से शुरुआत करें.

अंचित को बोलकर मैंने अपने लिए शॉर्ट ड्रेस और नाइटी मँगवाई.
साथ ही मामा जी को दूध में देने के लिए टैबलेट भी मँगवाई ताकि उनके अन्दर मेरी चुदाई करने की वासना जगे.

मैं अक्सर दिन में शॉर्ट ड्रेस पहनने लगी और रात में सोते समय नाइटी.

मामा जी मुझे दिन में शॉर्ट ड्रेस में तो देख चुके थे लेकिन उनकी वासना को भड़काने के लिए मुझे नाइटी में उनके सामने जाना था.

एक रात मामा जी ने अपने दोस्तों के साथ छत पर दारू पार्टी की.

पार्टी खत्म होने के बाद उनके दोस्त चले गए और मामा जी अपने कमरे में आ गए.

अंचित ने मुझसे कहा- आज तेरे पास अच्छा मौका है अपनी चूत चुदवाने का! इस मौके को मत जाने देना!

अंचित की बात मेरे दिमाग में पूरी तरह फिट बैठ गई.

मैं अपनी सबसे सेक्सी नाइटी पहनकर मामा जी के कमरे में गई और उनसे खाने के बारे में पूछा- मामा जी, खाना लगा दूँ आपके लिए?
मामा जी- नहीं बेटा, मन नहीं है.

मैं- नाराज़ हो क्या मुझसे?
मामा जी- ऐसी कोई बात नहीं अंजलि! मुझे पता है, तुम्हारी कोई गलती नहीं उसमें!
मैं- तो फिर खाना खा लो न!
मामा जी- ठीक है बेटा, ले आओ.

मैं- मामा जी, गर्म-गर्म बना देती हूँ! तब तक आप ड्रिंक कर लो, मैं आपके लिए पैग बना देती हूँ!
मामा जी- ठीक है बेटा.

मैं मामा जी के लिए स्ट्रॉन्ग पैग बनाकर फ्रिज से बर्फ लेने गई, तो बाहर मुझे अंचित मिला.
मैंने उसे सारी बात बताई कि मैंने मामा जी के लिए स्ट्रॉन्ग पैग बनाया है.

अंचित ने कहा- उसमें सेक्स की टैबलेट मिला दे, जो तूने मँगवाई थी!

मुझे उसकी बात सही लगी तो मैंने ऐसा ही किया और मामा जी की शराब में सेक्स की टैबलेट मिला दी.

फिर मैंने खाना बनाने की बात कहकर शराब पीने के लिए दे दी.

मैं खाना बनाने लगी, लेकिन मेरे मन में मामा जी से चुदाई के ख्याल चल रहे थे.
मुझे लगा कि अगर शराब में टैबलेट का असर नहीं हुआ, तो पूरा प्लान खराब हो जाएगा.

इसलिए मैंने मामा जी को खाना परोस कर जो पानी दिया, उसमें भी एक टैबलेट मिला दी.

जब मामा जी खाना खा रहे थे, तब टैबलेट असर करने लगी थी.
मामा जी को पसीना आ रहा था और उनका लंड भी खड़ा होना शुरू हो गया था.

खाना खाने के बाद मामा जी ने पानी पिया.
मैं बर्तन रखने रसोई में चली गई.

जब वापस आई तो मामा जी बेड पर बैठे थे और उनकी गोद में तकिया था.

मैं समझ गई कि मामा जी का लंड तन चुका है!

मैं मामा जी से बात करने लगीं.
मैंने मामा जी से कहा- आपने बोला कि मेरे प्रेगनेंट होने में मेरी गलती नहीं, ऐसा क्यों मामा जी?

मामा जी- बेटा मैं जानता हूं तुझे प्रेग्नेंट किसने किया है. तू अभी छोटी है. उसने तुझे बहकाया होगा. अगर तू इतना समझती तो प्रेग्नेंट नहीं होती!
मैं- मामा जी प्रेग्नेंट का तो मुझे नहीं पता होगा लेकिन जिसने किया है उसने मेरी मर्जी के बिना तो किया नहीं होगा ना! फिर मेरी गलती क्यों नहीं कहलाई?

मामा जी- बेटा ये उम्र ही ऐसी है. उसने इसका फायदा उठाया है. तू टेंशन मत ले दवाई से सब सही हो जाएगा.
मैं- मामा जी मैं आज यहीं आपके साथ सो जाऊं?

मामा जी- आज मत सोओ बेटा.
मैं- आज ऐसा क्या है मामा जी?

मामा जी- आपको सोना है यहीं, तो आप ड्रेस बदल कर आओ. ऐसी ड्रेस में मेरे साथ सोओगी तो अजीब लगेगा.
मैं- मामा जी मुझे नाइटी के बिना नींद नहीं आती. कोई कुछ नहीं सोचेगा … भांजी हूँ मैं आपकी … और आपने ये तकिया क्यों रखा है? मुझे दो … मुझे तकिया के बिना नींद नहीं आती है.

मामा जी तकिया नहीं दे रहे थे.
तो मैं जोर लगा कर तकिया खींचने लगी.

मैंने पूरा जोर लगा कर मामा जी से तकिया खींच लिया.
मामा जी का लंड पजामे में उफान मार रहा था.

मेरी उम्मीद के अनुसार मामा जी का लंड काफी लंबा लग रहा था.
मोटाई का अंदाजा तो नहीं लग पा रहा था लेकिन उफान देख कर चूत चुदने को व्याकुल हो गई.

मुझसे अक्सर काफी लोग चैटिंग पर पूछते हैं कि मुझे अंकल पसंद क्यों हैं?
सीधी सी बात है … मैं शादी तो कर नहीं रही … सिर्फ चुदाई के मजे करने के लिए चुदती हूं और आजकल के लड़के अपने लंड को हिला हिला कर कमजोर कर लेते हैं.
जबकि पहले के लोगों का लंड आजकल के लड़कों के लंड से काफी मोटा और लंबा होता है.
फिर एक लड़की को चुदाई के मजे के लिए इससे अच्छा और क्या मिलेगा!

मामा जी का खड़ा लंड देखकर मैं मामा जी से बोली- मामा जी आप मेरे बारे में कुछ गलत सोच रहे थे क्या?
मामा जी- ऐसा कुछ नहीं बेटा … उसमें तेरी कोई गलती नहीं.

मैं- मामा जी वह वाली बात नहीं … कुछ और सोच रहे थे क्या मेरे बारे में? क्योंकि ये तो बिना बात के टाइट नहीं होता है ना!
मामा जी- कोई अपनी भांजी के बारे में ऐसा सोचता है क्या? मुझे खुद नहीं पता बेटा इसका कि यह क्यों अकड़ गया है.

मैं- अब आप झूठ बोल रहे हो ना! ऐसी कोई बात है तो बताओ ना मामा जी … मैं किसी को नहीं बोलूंगी.
मामा जी- कोई अपनी सबसे लाड़ली भांजी के बारे में ऐसा कैसे सोच सकता है.

मैं- अच्छा मामा जी मैं आपकी सबसे लाड़ली भांजी हूं तो मेरी सब बात मानोगे आप?
मामा जी- हां बेटा जरूर मानूँगा!

मैं- पहले वादा करो कि मैं जो कहूंगी वह सब बात मानोगे!
मामा जी ने मुझे वादा कर दिया.

मैंने मामा जी को अपनी ड्रेस के बारे में पूछा- मामा जी कैसी लग रही हूं मैं इस नाइटी में?
मामा जी- बहुत प्यारी लग रही हो लेकिन ऐसी ड्रेस अकेले या शादी के बाद पति के साथ सोते समय पहनते हैं.

मैं- मामा जी ऐसा क्या है इसमें, जो शादी के बाद पति के साथ ही पहन सकते हैं? नाइटी है … तो नाइट में सोते समय कभी भी पहन सकते हैं, किसी के साथ भी!
मामा जी- ठीक है बेटा, पहन लिया करो.

मैं- मामा जी एक बात बोलूं, आप डांटोगे तो नहीं?
मामा जी- हां हाँ बोलो बेटा!

मैं- मामा जी आपका ये (लंड) देख सकती हूँ प्लीज …
मामा जी- तू बिगड़ मत ज्यादा. भांजी है तू मेरी. तुझे समझ नहीं है क्या बोल रही है … तुझे ये कैसे दिखा सकता हूँ?

मैं- जैसे मम्मा को दिखाते हो मामा जी. मैं भी तो उनकी ही परछाई हूं ना … तो मुझे क्यों नहीं दिखा सकते आप?
मामा जी- तुझे कैसे पता हम दोनों का?

मैं- मैंने देखा है मामा जी आप दोनों को करते हुए. चलो अब आप शांत लेटे रहो मुझे आपका पजामा उतारने दो.
ऐसा बोल कर मैं खुद ही मामा जी का पजामा उतारने लगी.

मामा जी मना कर रहे थे.
लेकिन मैंने कहा- मामा जी जैसे मैंने मम्मा और आपका सीक्रेट रखा है, वैसे ही मैं अपना और आपका भी सीक्रेट रखूंगी.

मामा जी- बेटा सीक्रेट की बात नहीं है ये बहुत गलत है.
मैं- मामा जी अब चुप रहो, मुझे सिर्फ देखना है. टांगें सीधी करो आप … मुझे पजामा उतारने दो!

मामा जी- बिना उतारे ही देख लो ना!
मैं- आप इतनी सी बात नहीं मान सकते अपनी भांजी की?

ऐसा बोलकर मैंने मामा जी का पजामा उतार दिया.
मामा जी का लंबा लंड चड्डी में साफ साफ दिख रहा था.

मैंने मामा जी की चड्डी उतारने की कोशिश की तो मामा जी ने रोक लिया.
‘मम्मा भी तो उतारती हैं ना आपकी … आप मुझे मम्मा समझ लो ना थोड़ी देर के लिए. अपनी भांजी के लिए इतना नहीं कर सकते क्या आप!’

मैंने ऐसा बोल कर मामा जी की चड्डी भी उतार दी.

मामा का लंड लंबाई के साथ साथ मोटाई में भी मस्त था.
मैं मामा जी का लंड अपने हाथ में लेकर सहलाने लगी.

मामा जी को भी अच्छा लग रहा था.
पर मामा जी बोले- बेटा गलत है ये सब!

मामा जी के ऐसा बोलते ही मैंने मामा जी का लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगी और मामा जी को बोली- अब सही है मामा जी!

मामा जी सच में लंड की चुसाई के मजे में खो गए.

मैंने लगभग 10 मिनट तक मामा जी का लंड चूसा.
फिर मैंने मामा जी की शर्ट और बनियान उतार कर उनको बिल्कुल नंगा कर दिया.

मैं- मामा जी मैंने आपके कपड़े उतार दिए … आप भी मेरे कपड़े उतार दो!
मामा जी- बेटा अब आप रहने दो. आप इनारा के कमरे में जाओ, वहीं सोना.

मैं- मामा जी आप क्यों चिंता कर रहे हो. मैं किसी को बोल थोड़ी रही हूं. मम्मा की परछाई हूं मैं … मुझे मम्मा ही समझ लो ना आज रात के लिए! अपनी लाड़ली भांजी की इतनी सी बात नहीं मान सकते क्या?
मामा जी- तू मेरी भी परछाई है बेटा. भांजी नहीं बेटी है मेरी!

मैं- अब बहाने मत लगाओ मामा जी. अब आपका ये (लंड) शांत करना मेरी जिम्मेदारी है और मुझे शांत करना आपकी. वरना मैं मम्मा वाली बात इनारा को बता दूंगी.
मामा जी- तू पक्का नहीं मानेगी.

मैं- अब इतना हो गया तो अब मानने से कोई फायदा नहीं मामा जी. सब कुछ देख चुकी हूं तो अब यही ठीक रहेगा कि सब कुछ कर भी लूँ. मेरा भी मन है और आपका भी. मम्मा से कर सकते हो तो मुझसे क्या दिक्कत है मामा जी! आप मेरा कोई फायदा भी नहीं उठा रहे मेरा सच में बहुत मन हो रहा है. मैं खुद चाहती हूं आप चोदो मुझे!

मामा जी- ठीक है बेटा.
ऐसा बोल कर मामा जी ने मेरी नाइटी उतार दी और मुझे बेड पर लिटा दिया.

उसके बाद मामा जी ने मेरी ब्रा पैंटी खोल कर मुझे बिल्कुल नंगी कर दिया.

मामा जी मेरे माथे पर किस करते हुए मेरे गालों को किस करने लगे और फिर मैंने मामा जी के होंठों से अपने होंठ मिला दिए और मैं और मामा जी एक दूसरे के होंठों को चूमने लगे.

मामा जी अपने हाथों से मेरे बूब्स मसलने लगे. मैं बिल्कुल गर्म हो चुकी थी.

मैंने भी अपने हाथों से मामा जी का लंड पकड़ लिया और सहलाने लगी.
मामा जी मेरे ऊपर के होंठों को छोड़कर नीचे के होंठों को चूमने और चाटने लगे.

मेरी सिसकारियां निकल रही थी ‘आहह … मामा जी आपको तो पूरा अनुभव है चुदाई का … चाट लो अपनी भांजी की चूत मामा जी!’
मामा जी ने थोड़ी देर मेरी चूत चाटी और फिर अपना लंड मेरी चूत पर सैट करने लगे.

मामा जी अपना लंड धीरे धीरे मेरी चूत में डालते गए.
मेरी चूत मामा जी का पूरा लंड निगल गई.

मामा जी भी समझ गए मैं खूब चुदी हूं. मामा जी ने मेरी जोरदार चुदाई शुरू कर दी.

फचा फच की आवाज से मामा जी मुझे चोदते रहे.
मैं मामा जी के नीचे पड़ी चुदाई के पूरे मजे ले रही थी.

हम दोनों पसीने से पूरे भीग गए लेकिन मामा जी मुझे चोदते रहे.
मामा जी की चुदाई से मेरी चूत से अमृत धारा बहने लगी.

आखिर में मामा जी भी थक गए लेकिन उनका लंड शांत नहीं हो रहा था.
मामा जी बेड पर लेट गए.

वे थोड़ी देर बाद वापस मुझे घोड़ी बना कर मेरी गांड चोदने लगे.

मैंने मामा जी का लंड गांड से निकाल कर चूत में डलवा लिया और मामा जी से अपनी चूत चुदवाती रही.
मेरी चूत वापस अपना अमृत बहा दी लेकिन इस बार मामा जी मुझे पेलते रहे.

इसके बाद मामा जी ने मुझे बेड पर लिटा दिया और मुझे पेलने लगे.
करीब एक सवा घंटे की चुदाई के बाद मामा जी का माल मेरी चूत को भिगोने लगा.

मामा जी अपना लंड मेरी चूत में ही छोड़ कर मेरे ऊपर लेट गए.
मामा जी का माल मेरी चूत की गहराई में समा गया था.

उसके बाद मामा जी और मैं नंगे ही सो गए.
सुबह मामा जी जागे … मैं मामा जी के बगल में नंगी पड़ी हुई थी तो मामा जी अपना लंड मेरी चूत में डाल कर मुझे सुबह सुबह वापस चोदने लगे.

मेरी नींद खुल गई लेकिन मैं सोने का नाटक करती हुई मामा जी की चुदाई के मजे लेने लगी.
मामा जी ने मुझे चोद कर कपड़े पहन लिए और मुझे जगा कर कपड़े पहनने को बोले.

मैं मामा जी की चुदाई की दीवानी हो गई.
उसके बाद मैं अंचित की जगह मामा जी से चुदने लगी.

आज भी मैं मामा जी के घर जाती हूं तो अंचित की जगह मामा जी से चुदती हूं.
मामा जी को लगता था कि मुझे प्रेग्नेंट उनके बेटे ने किया लेकिन मैं प्रेगनेंट अंचित से हुई या अमन से ये मुझे भी नहीं पता.

लेकिन मेरी प्रेगनेंसी की वजह से मेरी मामा जी से चुदाई यादगार रही.
फिर मामा जी ने मुझे प्रेगनेंसी से छुटकारा दिलवा दिया.

अब बस मुझे अपनी मम्मा के साथ एक ही बेड पर मामा जी के लौड़े से चुदवाना है.

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मेरी मेल आईडी है
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लेखिका की पिछली कहानी थी: बहन के टीचर से चुद गयी मैं