पोर्न सेक्स विद मामी का मजा मुझे मेरी हॉट एंड सेक्सी मामी ने दिया. वे हमारे परिवार में सबसे सेक्सी लेडी हैं. मैं छुट्टियों में उनके घर गया था. तभी मुझे मौक़ा मिला.
दोस्तो, मेरा नाम काव्या है और आज मैं यहां अपने दोस्त की बताई गई सेक्स कहानी आप सबके साथ साझा करने वाली हूँ.
मेरी यह सेक्स कहानी एकदम सच्ची घटना पर आधारित है.
एक बार मेरे दोस्त विशाल ने मुझे अपनी मामी के साथ हुए सेक्स की दास्तान सुनाई थी.
तो अब आप लोग इसे उसी की जुबानी पोर्न सेक्स विद मामी कहानी को पढ़िए.
हाय, मैं विशाल हूँ. मेरी उम्र 20 साल है. रंग गोरा है. मैं ना तो पतला हूँ और ना ही मोटा, औसत हूँ.
मेरी लंबाई 5 फीट 11 इंच है.
मेरी मामी का नाम रिद्धि है.
उनकी उम्र 35 साल है, रंग एकदम गोरा और 32D-30-34 का फिगर है.
मेरी मामी पूरी फैमिली में सबसे सेक्सी हैं और जब भी मैं उन्हें देखता हूँ, बस पागल हो जाता हूँ.
हर बार छुट्टियों में मैं उनके घर कुछ दिन रुकने जाता हूँ.
उस दिन मैं सुबह की बस से दिल्ली से निकल गया और मामी के गांव पहुंच गया.
जब मैं पहुंचा तो रात हो चुकी थी.
मैंने डोरबेल बजाई.
रिद्धि मामी ने दरवाजा खोला और मुझे देख कर चहक कर बोलीं- अरे विशाल, आ गया तू … अन्दर आ जा हम लोग तुम्हारी ही राह देख रहे थे. कैसा है? सफर कैसा रहा?
मैं- मामी, मैं ठीक हूँ … बस थोड़ा थक गया हूँ. आप बताओ, आप कैसी हो?
रिद्धि- मैं एकदम ठीक हूँ. तुम थक गए हो तो कोई बात नहीं, पहले नहा लो और खाना तैयार है. खा लेना बाद में.
मामी ने आज पीले रंग की साड़ी पहनी थी जिसमें वे कमाल की सेक्सी लग रही थीं.
मैं नहाने चला गया और बॉक्सर व टी-शर्ट पहन कर नीचे खाने आ गया.
मैं डाइनिंग टेबल पर उनके सामने बैठ गया.
उनकी साड़ी इतनी पतली थी कि उनकी चूचियों की घाटी पूरी तरह से दिख रही थी.
मैं उनके मम्मों में ही खो गया.
रिद्धि- खाना कैसा लगा विशाल?
मैं- बहुत अच्छा है मामी! आपको पता है मेरी फेवरेट डिश कौन सी है और आपने वही सब बनाया भी है. थैंक्यू मामी, सच में बहुत अच्छा खाना बनाया है आपने!
मामी हंसने लगीं.
मैंने पूछा- वैसे मामा नहीं दिख रहे, कहीं बाहर गए हैं क्या?
रिद्धि- अरे हां यार, मैं तुम्हें ये तो बताना ही भूल गई. उन्हें अर्जेंट कॉल आया था, तो जाना पड़ा. लेकिन वे तीन दिन बाद ज़रूर आ जाएंगे.
मैं- कोई बात नहीं. खाना हो गया, लाइए अब मैं बर्तन रखने में आपकी मदद कर देता हूँ.
रिद्धि- ओह थैंक्यू विशाल!
अब मामी डिशवॉश कर रही थीं और मैं पीछे से उनकी गांड देख रहा था.
क्या बड़ी और मस्त थी!
तभी मामी ने मुझे टोका.
रिद्धि- विशाल … ऊपर के ड्रॉअर में डिशवॉशिंग लिक्विड है, वह जरा देना … मेरे हाथ गंदे हैं.
मैं- कोई बात नहीं मामी, अभी देता हूँ!
मैं उनके पीछे खड़ा हो गया.
ड्रॉअर उनके ऊपर था, तो मैं सामान लेने गया, पर हाथ नहीं पहुंचा.
मैं और पास गया और मामी से एकदम चिपक गया.
मैंने जानबूझ कर अंडरवेयर नहीं पहना था, तो मेरा लंड उनकी गांड में पूरी तरह दब गया.
उन्होंने कोई रिएक्शन नहीं किया तो मैंने और ज़ोर से दबाया और सामान दे दिया.
रिद्धि- शुक्रिया विशाल!
मैं- कोई बात नहीं मामी.
बाद में हम दोनों कमरे में आ कर टीवी देखने लगे और मैंने एक ओटीटी सीरीज़ लगा दी.
थोड़ी देर बाद उसमें एक हॉट सेक्स सीन आया.
मैं मामी की तरफ देख रहा था, वे इसे बड़े ध्यान से देख रही थीं.
मुझे अपनी तरफ देखती हुई वे बोलीं- अरे आजकल ये लोग क्या-क्या दिखाने लगे हैं!
मैं- हां मामी, आपने सही कहा. लेकिन अब ज़माना ही ऐसा है, काफ़ी ओपन हो चुका है.
रिद्धि- ये बात तो सही है. वैसे विशाल मैं भी ओपन माइंडेड हूँ, तो तुम जो चाहो बिना झिझक कह सकते हो!
मैं- ठीक है मामी.
टीवी देखने के बाद मैं सोने चला गया.
करीब 15 मिनट बाद मामी मेरे रूम में आईं.
रिद्धि- अरे यार, मेरा गाउन तो यहीं रह गया.
मैंने अपनी आंखें बंद कर लीं और उनकी बात का कोई जवाब नहीं दिया.
उन्होंने देखा कि मैं तो सो गया हूँ तो वे बुदबुदाईं, ‘मैं यहीं चेंज कर लेती हूँ.’
मैं तो जाग रहा था लेकिन ड्रामा कर रहा था और कमरे में जल रहे हल्के नाइटलैंप में सब दिख रहा था.
पहले उन्होंने साड़ी उतारी, फिर ब्लाउज़ खोला.
उन्होंने पिंक ब्रा पहनी थी. फिर वे झुककर नीचे से भी नंगी हो गईं.
उनके बूब्स कितने मस्त थे!
तभी मुझे दिखा कि उन्होंने दाएं बूब पर मामा के नाम का टैटू बनवाया था.
फिर जल्दी से गाउन पहन कर वे कमरे से बाहर चली गईं.
अब तक मेरा लंड खड़ा हो चुका था.
मैं बस उनके नंगे बदन के बारे में सोचकर लंड हिलाने लगा और माल निकाल कर सो गया.
सुबह हुई तो मामी मुझे उठाने आईं.
मेरा लंड हर सुबह खड़ा हो जाता है और करवट की वजह से मेरा ब्लैंकेट भी हट चुका था.
बॉक्सर में लंड तंबू बन गया था.
मामी अन्दर आईं तो पहले उन्होंने मेरे तंबू को देखा और फिर वे मुझे जगाने लगीं- विशाल उठो … सुबह हो गई!
मैं थोड़ी देर बाद जाग गया लेकिन वैसे ही सीधा लेटा रहा.
मेरा लंड अब भी खड़ा था.
मामी एकदम बगल में गाउन में बैठी थीं, उनके निपल्स भी दिख रहे थे.
मैं- गुड मॉर्निंग मामी, सॉरी उठने में थोड़ी देर हो गई.
रिद्धि- कोई बात नहीं, अब मुँह हाथ धो लो और नाश्ता कर लो चलो!
नाश्ता करने के बाद वे नहाने चली गईं और मैं उनके पीछे चला गया.
वहां बाथरूम एक ही था, हॉल के आगे … और टॉयलेट उसके बाजू में था.
अगर आप लंबे हैं तो वेंटिलेशन से बाथरूम के अन्दर का नजारा एकदम साफ देख सकते हैं.
मैं उन्हें नहाती हुई देखने लगा.
क्या लग रही थीं.
खुले बाल … पानी उनके बूब्स के उपर से बहता हुआ और नीचे टांगों के बीच में बालों वाली चूत में कहीं छिप जाता.
उन्हें नहाती देखने के बाद मैं कमरे में चला गया और मामी के नहा कर आने के बाद मैं सिर्फ़ एक तौलिया बांध कर नहाने चला गया.
मामी ने मेरी नंगी चौड़ी छाती देखी और शायद एक हल्की सी आह भर दी.
मैं नहाने के बाद कमरे में चला गया.
मामी वहीं कुछ कपड़े समेट रही थीं.
मैं जैसे ही अन्दर गया, मैंने जानबूझ कर ऐसा शो किया कि मुझे पता नहीं है कि मामी जी अन्दर हैं.
मैंने अपना तौलिया खोल कर नीचे गिरा दिया.
मेरा टनटनाता हुआ लंड मामी की आंखों के सामने लहराने लगा था.
थोड़ी देर तक मामी ने आंखें फाड़ कर लंड को देखा.
फिर उनकी हल्की सी सिसकारी की आवाज सुनने के बाद मैंने जल्दी से पलट कर उनकी तरफ देखा और सॉरी कहकर नीचे पड़ा तौलिया उठा कर बाहर चला गया.
अब मैंने हॉल में ही अपने कपड़े पहन लिए.
कुछ देर बाद मामी हॉल में आ गईं और वे सोफे पर बैठ गई थीं.
मैं उनके बाजू में बैठ गया.
मैं- सॉरी मामी … वह मैंने आपको देखा नहीं था और उसी वजह से तौलिया हट गया था.
रिद्धि- अरे कोई बात नहीं विशाल … होता रहता है. यह तो अच्छा हुआ कि कमरे में सिर्फ़ में ही थी, मेरे साथ कोई और नहीं थी.
मैं- मामी एक बात पूछूं?
रिद्धि- हां पूछो.
मैं- मैं अपने घर में कई बार जब बहुत गर्मी हो तो कुछ अलग तरीके से रहता हूँ. क्या मैं यहां भी वैसे ही रह सकता हूँ प्लीज़!
रिद्धि- ओके ठीक है. लेकिन तुम्हारी गर्मी का इलाज करना जरूरी है.
मैं उनकी इस बात पर जरा चौंक गया कि यह क्या कह दिया है मामी ने!
मामी- मेरा मतलब है कि बाद में जब मामा आएंगे … तो मैं उनसे एक कूलर मंगवा लूँगी.
मैं- ओके मामी.
मैं खड़ा हो गया और मैंने अपनी शर्ट को निकाला और उसे अलग को रख दिया.
फिर अपने लंड और बॉल्स, पैंट की ज़िप से बाहर निकाल कर उनके बाजू में बैठ गया.
रिद्धि- विशाल … ये सब क्या है … अन्दर डालो इसे!
मैं- मामी बहुत गर्मी है यार, पसीने से इन्फेक्शन हो जाता है.
रिद्धि मामी मेरा लंड देखती हुई बोलीं- ओह फिर … ठीक है.
हम दोनों फिर से टीवी देखने लगे लेकिन अब वे बार बार मेरे लंड और बॉल्स को घूरे जा रही थीं.
मैं आधा घंटा बाद सोफे पर ही सोने की एक्टिंग करने लगा.
कुछ मिनट बाद मुझे उनका हाथ मेरे लंड पर महसूस हुआ.
वे मेरे बॉल्स सहला रही थीं और लंड को भी हिला दे रही थीं.
मुझे मज़ा आने लगा.
तभी मेरे लंड ने फुफकार मारी तो वे समझ गईं कि लौड़े में जान आने लगी है.
अब वे अपने दोनों हाथों से मेरे लंड को हिलाने लगीं.
उनकी चूड़ियों की ख़न ख़न भी तेज़ हो गई.
तभी मैंने आंखें खोल दीं.
मैं- अरे यार मामी … आप ये क्या कर रही हो?
रिद्धि- विशाल यार माफ़ कर दो प्लीज … क्या करूं यह सब अपने आप ही होता चला गया. तुम मामा को कुछ मत बताना प्लीज.
मैं- सिर्फ़ एक शर्त पर!
रिद्धि- कैसी शर्त?
मैं- आप पूरी नंगी होकर मेरी गोदी में बैठ जाओ.
पहले तो वे ना ना बोलती रहीं, फिर बाद में खड़ी हुईं और अपना गाउन उतार कर मेरे सामने आ गईं.
नंगी मामी ने मेरे पैंट को खींच कर बाहर निकाल दिया.
मैंने उन्हें अपने हाथ से पकड़ कर अपनी गोदी में बिठा लिया.
वे मचलने लगीं और मैंने उन्हें पीछे से हग कर लिया और उनके बूब्स मसलने लगा.
मेरा लंड पूरा खड़ा होकर उनकी चूत से रगड़ रहा था.
लंड चूत दोनों गर्म गर्म थे तो हम दोनों को बहुत मज़ा आ रहा था.
रिद्धि- आह विशाल और ज़ोर से दबाओ न … कितना अच्छा लग रहा है!
मैं थोड़ा सा हिला और अपने लंड को उनकी चूत में घुसेड़ दिया.
रिद्धि- आह मर गई … कितना बड़ा है तुम्हारा … आह फट गई मेरी!
मैंने उनका मुँह दबाया और अपनी गांड उठा उठा कर उन्हें चोदने लगा.
कुछ ही झटकों के बाद मामी को भी मजा आने लगा और वे भी मेरे लौड़े पर उछलने लगीं.
मैं- आह मामी … थोड़ा और जोर से कूदिए न … आपकी लेने में बड़ा मज़ा आ रहा है!
वे बोलीं- मेरी लेने में मजा आ रहा है तो आसन बदल लो न!
मैंने उन्हें उठाकर सोफे पर पटक दिया और मिशनरी पोज में लंड पेल कर धकापेल चोदने लगा.
उनके बड़े बड़े बूब्स मस्त उछल रहे थे.
मैं पोर्न सेक्स करते हुए और हॉर्नी हो रहा था.
मैं बस उनकी जांघों पर चुंबन करता, कभी काटता और ताबड़तोड़ चोदे जा रहा था.
जैसे ही उनकी चूत स्खलन के बिन्दु पर आने वाली हुई, मैं लंड निकाल कर उनकी चूत चाटने लगा.
रिद्धि- विशाल आह … चोदना क्यों छोड़ दिया … आह साले मार डालेगा क्या … चाट मादरचोद … आह और जोर से चाट हरामी.
तभी वे झड़ गईं और उनकी पूरी चूत रस से भर गई.
मैं चूत चाटता और फिर से चोदने लगता.
कुछ पल बाद फिर से चाटने लगता और वापस पेलने लगता.
ऐसे करीब 4-5 बार करने के बाद मैं अब झड़ने वाला था.
मामी को घुटनों पर बिठाया और उनके मुँह में लंड घुसा कर सारा माल अन्दर ही निकाल दिया.
मामी माल अपने मुँह में ले गईं.
बाद में मैं उन्हें किस करने लगा और अपने ही लौड़े से निकले माल को उनके मुँह से अपने मुँह में लेने देने लगा.
मेरा एक हाथ उनकी कमर में था, दूसरा चूत में चल रहा था.
उनका एक हाथ मेरी छाती पर था और दूसरा हाथ मेरे टट्टे मसल रहा था.
ऐसे ही थोड़ी देर चाटने चूसने के बाद मामी लंड का वीर्य पी गयी.
अब हम दोनों ऐसे ही नंगे बैठ हुए थे.
तभी घंटी बजी.
हमारी फट गई कि अभी कौन आया!
मैं कमरे में चला गया और मामी ने जल्दी से गाउन पहन कर दरवाज़ा खोला.
उनकी सहली ग्रीष्मा आई थी लेकिन मैं अपने कमरे में अभी सिर्फ शर्ट पहन पाया था.
तभी मामी ने मुझे आवाज दी- बाहर आओ, देखो तुमसे मिलने कौन आया है.
मैं बिना लोअर पहने बाहर आ गया.
मेरा लंड लटक रहा था.
उसे ग्रीष्मा ने देख लिया … और मामी ने कहा- अरे कपड़े पहन कर आते!
आगे क्या हुआ … वह अगली बार लिखूँगा.
तो दोस्तो, मैं आपकी काव्या.
आपको विशाल की सेक्स कहानी सुना रही थी.
जब विशाल ने मुझे रिद्धि की तस्वीर दिखाई थी तो मेरी तो चूत एकदम से गीली हो गई थी.
क्योंकि मुझे लड़के लड़कियां दोनों के साथ सेक्स करना पसंद हैं.
आपको यह सेक्स कहानी कैसी लगी?
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