मॅाम Xxx स्टोरी मेरे दोस्त की है. उसने एक दिन मुझे बताया कि कैसे उसने पहली बार अपनी अम्मी को चोदा था लंड में दर्द का बहाना करके!
हाय दोस्तो, मेरा नाम अल्ताफ है. मेरी उम्र 21 साल है.
मैं मिडल क्लास फैमिली से हूं. घर में मैं मुझसे बड़ा भाई, मेरी अम्मी और अब्बू हैं.
मेरा बड़ा भाई शहर में पढ़ाई करता है इसलिए वह वहीं पर रहता है.
मैं आज अपनी मॅाम Xxx स्टोरी में बताऊंगा कि कैसे मेरे दोस्त ने मुझे बताया कि उसने भी अपनी अम्मी को सैट करके चोद लिया है.
तो उसी की सलाह पर मैंने भी अपनी अम्मी को सैट करके चोद दिया.
यह मॅाम Xxx स्टोरी पिछले साल की है.
मैं पढ़ाई में कमजोर था इसलिए मैंने पढ़ाई छोड़ दी और खेती में पापा का हाथ बंटाने लगा.
जब काम ज्यादा होता, तो अम्मी भी मदद करने आ जातीं.
मैं आपको मेरी अम्मी के बारे में बता देता हूँ. मेरी अम्मी की उम्र 45 साल है, लेकिन वे अब भी जवान ही लगती हैं.
मेरी अम्मी का नाम सुल्ताना है. उनका रंग एकदम गोरा है. उनका शरीर गदराया हुआ है.
चूचियों का साइज 36 इंच है, गांड बाहर को निकली हुई है.
पहले मैं अम्मी को बहुत अच्छी नजरों से देखता था, लेकिन जब से अशफाक ने मुझे पोर्न दिखाना शुरू किया, मैं बिगड़ने लगा.
अशफाक मेरा खास दोस्त है, हम एक साथ ही स्कूल में पढ़े थे.
अशफाक बहुत हरामी लड़का था. वह मुझसे कोई भी बात नहीं छुपाता था.
एक दिन उसने मुझे मां और बेटे की चुदाई की फिल्म दिखाई.
तो मैंने उससे पूछा- क्या ऐसा भी होता है कि कोई बेटा अपनी अम्मी को चोद सकता है?
अशफाक मुस्कुराने लगा और कहने लगा- होता है मेरी जान, बिल्कुल होता है.
मैंने कहा- ऐसा कैसे हो सकता है?
यह सुनकर अशफाक कहने लगा- मैंने खुद अपनी अम्मी को चोदा है.
मैंने हैरान होकर कहा- क्या बात कर रहा है यार … तूने ऐसा कैसे किया?
अशफाक ने कहा- मैं रोज मां बेटे की चुदाई वीडियो देखता हूं और सेक्स कहानी पढ़ता हूँ.
यह सुनकर मुझे भी अपनी अम्मी को चोदने का नशा चढ़ने लगा.
मैंने पूछा- लेकिन तूने यह सब कैसे किया?
अब अशफाक उसकी और उसकी अम्मी की चुदाई की कहानी बयान करने लगा.
वह कहने लगा कि मेरी अम्मी मुझसे बहुत प्यार करती हैं, मेरा बहुत ख्याल करती हैं. मैंने आज तक अम्मी से जो मांगा, मुझे मिल जाता रहा है.
मैं आप सबको बता दूँ कि अशफाक बहुत गरीब घर का लड़का था. उसके घर में किचन बाथरूम के अलावा एक ही कमरा था. अशफाक अपनी अम्मी अब्बू के पास ही सोता था.
उसने मुझे बताया:
मैं एक दिन अपनी अम्मी के पास सोया हुआ था.
रात के करीब एक बजे मेरी आंख खुली तो मैंने देखा कि मेरा बाप अम्मी को चोद रहा है.
मैं चुपचाप यह सब देखने लगा. मैं उस वक्त 19 साल का हो गया था.
अपने सामने अम्मी अब्बू की चुदाई देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया.
मैं रजाई में ही अपने लंड की मुट्ठी मारने लगा.
मेरी अम्मी उस वक्त पूरी नंगी थीं. मेरी अम्मी की बड़ी-बड़ी चूचियां लटक रही थीं.
मेरे बाप का लंड लगभग 7 इंच का था. उनका लौड़ा बहुत काला था.
उस वक्त अब्बू का लंड मेरी अम्मी की चूत में अन्दर बाहर हो रहा था.
मैं अपनी रजाई में मुठ मारे जा रहा था और अपनी अम्मी का गोरा शरीर देखकर गर्म हो गया था.
अचानक से मेरी उत्तेजना चरम पर आ गई और मेरे लंड का पानी गिर गया.
बस तब से मैं मां और बेटे की पॉर्न देखने लगा और अपनी अम्मी के शरीर का दीवाना बन गया.
अब मैं रोज अपनी अम्मी अब्बू की चुदाई देखने लगा और मुठ मारने लगा.
अशफाक के दिमाग में उसकी अम्मी की जवानी घुस गई थी और अब वह अपनी अम्मी को चोदने की योजना बनाने लगा.
उसका बाप सुबह 5:00 बजे खेत चला जाता था और शाम को 7:00 बजे ही घर आता था.
सारा दिन अशफाक और उसकी अम्मी ही घर में रहते थे.
उसकी अम्मी अशफाक को बहुत सीधा बालक समझती थीं.
वे उसे अभी छोटा बच्चा ही समझती थीं.
इसी के चलते अशफाक की अम्मी उसके सामने ही कपड़े आदि बदल लिया करती थीं.
और कमरे के बाहर एक आड़ लगी हुई थी, जो कमरे में खुली हुई थी, वे उधर ही नंगी होकर नहाती थीं.
अशफाक यह सब देखकर ठरकी बन चुका था.
उसकी अम्मी अब भी उसे अपने हाथों से ही नहलाती थीं.
एक दिन उसकी अम्मी नहा रही थीं, अशफाक ने देखा तो वह अपनी अम्मी को अन्दर से देखकर मुठ मारने लगा.
उसकी अम्मी ने उसे आवाज लगाई- बेटा अशफाक … जरा इधर आना!
अशफाक ने झट से कहा- हां आ रहा हूं अम्मी!
वह खुशी खुशी अपनी अम्मी के पास आ गया.
अशफाक की अम्मी को उससे शर्म नहीं आती थी क्योंकि अशफाक उसकी अम्मी के लिए अभी बच्चा ही था.
उसकी अम्मी ने उससे कहा- बेटा सहन का पर्दा लगा दे. मैं लगाना भूल गई और नहाने बैठ गई.
अशफाक ने सहन का पर्दा डाल दिया.
उसकी अम्मी ने उस वक्त सिर्फ पेटीकोट ही पहना हुआ था और उसकी अम्मी की चूचियां बिल्कुल नंगी थीं.
यह देखकर अशफाक का लंड खड़ा हो गया और वह अम्मी से कहने लगा- अम्मी मुझे भी आपके साथ नहाना है.
उसकी अम्मी ने कहा- ठीक है आ जा बेटा.
अशफाक अपनी अम्मी के पास आकर खड़ा हो गया.
उसकी अम्मी ने कहा- चल बेटा, अपने कपड़े उतार दे.
अशफाक ने जल्दी से अपने सारे कपड़े उतार दिए.
वह सिर्फ चड्डी पहने था और उसका खड़ा लंड चड्डी से उसकी अम्मी को साफ नजर आ रहा था.
अशफाक भोला होने का नाटक करने लगा और उसने अपने लंड की तरफ इशारा करते हुए अपनी अम्मी से कहा- अम्मी यह बहुत दर्द कर रहा है.
लंड देख कर उसकी अम्मी ने कहा- बेटा तू अब बड़ा हो गया है, इसलिए हो रहा है. थोड़ी देर में यह बैठ जाएगा और दर्द कम हो जाएगा.
अशफाक ने अपनी अम्मी से कहा- क्या मैं चड्डी उतार दूं?
अम्मी मुस्कुराईं और बोलीं- अब तू बड़ा हो गया … लेकिन दिमाग से अभी बच्चा ही है. उतार दे अपनी चड्डी.
अशफाक का प्लान सही जा रहा था.
उसने अम्मी से कहा- अब तुम ही उतार दो ना अम्मी!
उसकी अम्मी ने उसकी चड्डी उतार दी.
अशफाक का 8 इंच का लंड उसकी अम्मी के सामने अकड़ कर तन्ना रहा था.
उसकी अम्मी ने अपने बेटे के लंड को देखा और वे चौंक गईं.
उन्होंने कहा- बेटा कितना बड़ा है तेरा?
अशफाक खुश हो गया और कहने लगा- सच में अम्मी मेरा यह बड़ा है!
अम्मी ने कहा- हां बेटा, सच में.
अशफाक का लंड उसकी अम्मी के होंठों के बिल्कुल करीब था.
अशफाक ने नाटक करते हुए कहा- इसमें बहुत दर्द हो रहा है … कुछ करो ना अम्मी!
अम्मी ने कहा- बेटा कुछ देर रुक, दर्द कम हो जाएगा.
अशफाक ने कहा- अम्मी आप इसे हाथ लगाओ ना!
उसकी अम्मी ने डरते हुए अपने बेटे का लंड पकड़ लिया.
अशफाक ने कहा- आह अम्मी इस पर थोड़ा हाथ फेरो न!
उसकी अम्मी उसके लंड पर हाथ फेरने लगीं.
अशफाक आंख बंद करके और सर ऊपर उठा कर मजे लेने लगा.
उसकी अम्मी ने कुछ देर के बाद अपना हाथ हटा दिया, तो अशफाक झट से अम्मी से बोला- हाथ फेरती रहो अम्मी … दर्द कम हो रहा है.
उसकी अम्मी ने उसका लंड फिर से पकड़ लिया और लंड को आगे पीछे करने लगीं.
अशफाक अपनी अम्मी से कह रहा था कि करते रहो अम्मी … आह बड़ा सुकून मिल रहा है मुझे.
उसकी अम्मी ने कहा- बेटा अपने हाथ से हिला ले, पानी निकल जाने पर दर्द कम हो जाएगा.
अशफाक रोने के अंदाज में कहने लगा- अम्मी तुम ही करो न!
उसकी अम्मी ने कहा- लेकिन तू अपनी आंखें तो खोल … और मुझे देख. इससे तेरा पानी जल्दी निकल जाएगा.
अशफाक यह सुनते ही खुश हो गया और वह आंखें खोल कर अपनी अम्मी की चूचियों को देखने लगा. वह साथ ही रोने का नाटक भी कर रहा था.
उसकी अम्मी कह रही थीं- बेटा फिक्र मत करो, दर्द कम हो जाएगा तुम मेरी छातियों को देखो. इससे तुम्हारा पानी जल्दी बाहर निकल जाएगा … और दर्द खत्म हो जाएगा. अब तुम जवान हो गए हो, इसलिए यह सब हो रहा है. तुम मेरी छातियों को देखते रहो, तुम्हें अच्छा लगेगा.
अशफाक ने रोने के अंदाज में कहा- अम्मी तुम्हारी छातियों कितनी बड़ी हैं और कितनी नर्म नर्म दिख रही हैं.
उसकी अम्मी ने कहा- हां जब तू छोटा था, तो इनको चूस चूस कर पीता था.
अशफाक अम्मी से कहने लगा- अम्मी क्या मैं इन्हें छू सकता हूं?
अम्मी ने कहा- बिल्कुल मेरे बच्चे … क्यों नहीं!
यह सुनते ही अशफाक और खुश हो गया.
वह अपनी अम्मी के मम्मों को हाथों से दबाने लगा और कहने लगा- अम्मी कितने अच्छे दूध हैं आपके … कितने नर्म नर्म है अम्मी … क्या मैं इन्हें पी भी सकता हूं?
उसकी अम्मी ने कहा- हां पी ले मेरे बच्चे.
फिर वह अपनी अम्मी की चूचियों को बच्चों की तरह चूसने लगा.
कुछ देर बाद उसकी अम्मी ने कहा- बेटा, तेरा पानी तो निकल ही नहीं रहा है, चलो मैं अब ऐसा करती हूं कि इसे अपने मुँह में ले लेती हूँ और चूसती हूँ. शायद पानी निकल जाए और तुम्हारा दर्द कम हो जाए. चलो अब खड़े हो जाओ.
अशफाक खड़ा हो गया.
उसकी अम्मी ने उसका लंड मुँह में ले लिया और चूसने लगीं.
अशफाक का प्लान सही काम कर गया.
अब वह अपनी अम्मी का मुँह चोदने लगा.
उसकी अम्मी यह सब उसके दर्द के लिए कर रही थीं लेकिन अशफाक बड़ा तो नंबर एक का हरामी था.
उसे तो अपनी अम्मी को चोदना था.
जैसे मॉम सन पोर्न में होता है.
वह अपनी अम्मी से कहने लगा- आह … बहुत अच्छा लग रहा है अम्मी.
अशफाक अपनी अम्मी के मुँह में लंड घुसा रहा था.
फिर कुछ देर बाद उसकी अम्मी ने उसका लंड मुँह से निकाल दिया तो अशफाक फिर से रोने का नाटक करने लगा- अम्मी, मेरा दर्द ठीक नहीं हुआ है.
उसकी अम्मी कहने लगीं- बेटा बहुत वक्त हो रहा है. मेरे सारे काम बाकी हैं. इसे अपने हाथों से हिला ले, यह ठीक हो जाएगा.
वह फिर रोने का नाटक करने लगा और कहने लगा- नहीं अम्मी मुझको यह सब नहीं आता. प्लीज प्लीज आप करो न!
उसकी अम्मी को उस पर रहम आ गया और वे कहने लगीं- ठीक है मेरे लाल … तू पहले रोना बंद कर. मैं कुछ करती हूं … लेकिन तुम यह बात किसी को नहीं बताना!
फिर उसकी अम्मी ने अपना पेटीकोट उतार दिया. अब उसकी अम्मी उसके सामने बिल्कुल नंगी थीं.
अशफाक के मन में लड्डू फूटने लगे, उसका लंड और फड़फड़ाने लगा.
अशफाक अपनी अम्मी को नंगी देखकर बहुत खुश था; उसका सपना सच होने जा रहा था.
उसकी अम्मी ने अशफाक से कहा- बेटा किचन में जा और सरसों का तेल लेकर आ.
वह समझ गया कि अम्मी अब उससे चुदने वाली हैं.
वह दौड़ कर अन्दर गया और झट से सरसों का तेल लेकर आ गया.
उसकी अम्मी ने कहा- चलो अब सरसों का तेल अपनी लूली पर लगाओ.
उसकी अम्मी लंड कहने में अब भी शर्मा रही थीं लेकिन वे अपने बेटे के लिए यह सब कर रही थीं.
अशफाक ने अपने लंड पर सरसों का तेल लगाया और भोला बनकर पूछने लगा- अम्मी अब क्या करना है?
उसकी अम्मी उसके आगे कुतिया के जैसे झुक गईं.
अशफाक की योजना अब अपने शिखर पर थी.
उसकी अम्मी ने कहा- बेटा इधर आओ.
अपनी अम्मी की गदराई हुई गांड देखकर अशफाक का लंड झटके खाने लगा.
उसका लंड सरसों के तेल में लथपथ था.
अब अशफाक का सपना पूरा होने वाला था.
अशफाक अपनी अम्मी के पास गया और बोला- हां कहो अम्मी, अब क्या करूं?
अम्मी ने कहा- बेटा मेरी गांड के दोनों फलकों को थोड़ा फैलाओ.
वैसे अशफाक को सब पता था लेकिन वह तो नाटक कर रहा था.
उसने अपनी अम्मी की गांड के दोनों फलकों को खोला. वह अपनी अम्मी की चूत का दीदार करने लगा.
अपनी अम्मी की फूली हुई चूत देखकर वह और ज्यादा उत्तेजित हो गया और अपने लंड को दबाने लगा.
फिर उसने अपनी अम्मी से पूछा- अम्मी अब क्या करूं?
उसकी अम्मी ने कहा- बेटा जो नीचे वाला छेद दिख रहा है न … वह मेरी योनि का छेद है. उसमें अपनी लूली को डालो.
अशफाक ने झट से अपनी अम्मी की चूत पर अपना लंड रख दिया.
अम्मी अपने बेटे के गर्म लंड के अहसास से चुदास से भर उठीं और कहने लगीं- बेटा आराम आराम से पूरा अन्दर तक घुसा दे.
अशफाक तो यही चाहता था.
वह धीरे-धीरे अपनी अम्मी की चूत में लंड घुसाने लगा और पूरा लंड अन्दर डाल दिया.
उसने नाटक करते हुए पूछा- अम्मी अब क्या करना है?
अम्मी ने आंखों में वासना भरते हुए कहा- आह बेटा अब अपनी लूली को अन्दर बाहर करो.
अशफाक अपनी अम्मी की चूत में शॉट मारने लगा.
उसकी अम्मी भी सिसकारियां लेने लगीं- आह आह आह उम उम आह्ह्ह!
अशफाक अम्मी से कहने लगा- आह अम्मी … आपकी चूत बड़ा मजा दे रही है … यह बहुत मजा आ रहा है.
उसकी अम्मी भी चूत शब्द सुनकर और भी ज्यादा गर्म हो गई थीं.
अम्मी कहने लगीं- आह बेटा … तेरा लंड भी बड़ा मस्त चुदाई कर रहा है … आह चोदते रहो बेटा अपनी अम्मी की चूत का भोसड़ा बना दे … आह जब तक तेरे लौड़े का पानी ना निकल जाए … तब तक जोर जोर से चोदो मुझे … आआह आह अह्ह्ह.
अशफाक ने अम्मी की कमर पकड़ कर ताबड़तोड़ धकापेल चुदाई की और दस मिनट तक वह अपनी अम्मी को चोदता रहा.
आखिर में उसने अपनी अम्मी की चूत में ही अपने लंड का पानी छोड़ दिया.
उसकी अम्मी भी दो बार झड़ चुकी थीं.
फिर अशफाक ने अम्मी से कहा- थैंक्यू अम्मी … आपने मेरा दर्द समझा और मुझे सुकून दिया.
उसकी अम्मी ने कहा- कोई बात नहीं मेरे बच्चे … मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं. मैं तुझे तकलीफ में नहीं देख सकती. लेकिन तू यह बात किसी से नहीं कहना.
अशफाक ने यहीं पर अपनी मॅाम Xxx स्टोरी खत्म कर दी.
उसकी सेक्स कहानी सुनकर मेरा तो लंड खड़ा हो गया था.
वह मुझसे पूछने लगा- तूने अपनी अम्मी को नहीं चोदा?
मैंने कहा- नहीं यार.
वह कहने लगा- तेरी अम्मी तो बहुत सेक्सी हैं अल्ताफ.
उसने मुझे कुछ प्लान बताए कि अम्मी को कैसे चोदा जा सकता है.
कुछ देर बाद मैं अपने घर आ गया.
अब मैं अपनी अम्मी को चोदने के ख्वाब देखने लगा.
मेरी अम्मी भी मुझे बहुत प्यार करती थीं.
दोस्तो, अपनी सेक्स कहानी के अगले भाग में मैं आपको अपनी अम्मी की चुदाई की कहानी लिखूँगा.
आप मुझे बताएं कि आपको मॅाम Xxx स्टोरी पढ़ कर कैसा लग रहा है.
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मॅाम Xxx स्टोरी का अगला भाग: दो दोस्तों ने अपनी अपनी अम्मी को चोदा- 2