रंडी अम्मी और बहन की चूत चुदाई

माँ बहन चुदाई कहानी मेरी अपने घर की है. मुझे पता चला कि मेरी अम्मी और आपा दोनों चुदाई का धन्धा करती हैं. तो एक बार मैं खुद ग्राहक बन कर उनके पास गया.

हाय दोस्तो, मैं आपका साथी असलम. आप सब कैसे हो … उम्मीद है कि सब ठीक होंगे.
दोस्तो, आज मैं फिर से एक सच्ची घटना पर आधारित सेक्स कहानी के साथ हाजिर हूँ.

आप सभी ने मेरी पिछली कहानी
मेरी अम्मी ने पैसे लेके चुत चुदाई
पढ़ी थी और मुझे काफी मेल भी मिले थे. उसके लिए आप सभी का बहुत शुक्रिया.

जैसा कि आपको मालूम है कि मेरी फैमिली में मैं, मेरी अम्मी यास्मीन और बहन सबीना … हम 3 लोग ही रहते हैं.
अम्मी की उम्र 42 साल है, लेकिन वो 32 की ही लगती हैं. अब अम्मी का फिगर 38-34-40 हो गया है.
पहले अम्मी का फिगर 34-32-36 का था और बहन का 34-28-36 का हो गया है.

आज की माँ बहन चुदाई कहानी में मैं आपको बताऊंगा कि मैंने अपनी घर की दोनों रंडियां कैसे चोदीं.
आप सब लड़के लंड हिलाने तैयार हो जाएं और लड़कियां अपनी अपनी चूत में उंगली डालने को तैयार हो जाएं.

एक दिन मैंने अपने दोस्त धीरज से बोला- यार, मुझे भी लड़की चोदनी है.
तब धीरज बोला- जिन रंडियों के पास जाता हूँ, उधर तू भी चला जा. बहुत मजा देती हैं.

लेकिन धीरज यह नहीं जानता था कि वो जिन रंडियों की बात कर रहा है. वो मेरी अपनी अम्मी बहन हैं.

मैंने भी सोच लिया था कि बस मुझे बुर चोदनी है.
इसलिए मैंने धीरज से कहा- हां ठीक है, तू इन दोनों को बुक कर दे.

धीरज ने मेरी अम्मी को फोन किया.
लेकिन अम्मी का नम्बर बंद आ रहा था तो उसने मेरी बहन सबीना को फोन किया.
धीरज ने फोन स्पीकर पर रखा था.

सबीना- हैलो धीरज जानू, कैसे याद किया?
धीरज- बस मूड हुआ जान … वैसे बड़ी रंडी का नंबर बंद आ रहा है, कहां है भोसड़ी वाली?

सबीना- अरे, अम्मी ग्राहक के साथ हैं.
धीरज- अच्छा, दोनों खूब मजे कर रही हो. वैसे मुझे भी तुम दोनों को बुक करना है. मेरा एक दोस्त है, उसे दोनों से मजे लेने हैं … कितना लोगी?

सबीना- अम्मी फ्री होते ही मैं फोन करवाती हूँ. वो ही बता सकती हैं.
इतनी बात करके सबीना ने फोन रख दिया.

फिर लगभग आधा घंटा बाद अम्मी ने धीरज को फोन किया.

धीरज मोबाइल पर नम्बर देखता हुआ बोला- ले, बड़ी वाली रंडी का फोन आ गया.

अम्मी- हैलो धीरज, बुकिंग करवाना है क्या?
धीरज- हां रांड, बोल कितना लेगी … मेरा खास दोस्त है.

अम्मी- हम दोनों साथ के 12,000 लूँगी. फुल मजा के साथ फुल नाइट … बोल?
मैंने इशारे से हां बोल दिया.

धीरज- ठीक है, मैं पैसे ऑनलाइन ट्रांस्फर करता हूँ और आज की बुकिंग नोट कर ले.
अम्मी- ठीक है. तेरे दोस्त की कुछ फर्माइश … जैसे कपड़े कौन से पहनने हैं या और कुछ?

धीरज- वो मैं पूछ कर बताता हूँ.
उसने फोन काट दिया.

मैंने धीरज से कहा- जो बड़ी वाली है, वो जींस टॉप और दूसरी स्कर्ट मिडी में.
धीरज ने फिर से अम्मी को फोन लगाया और बोला- तू जींस टॉप में और तेरी छकड़ी स्कर्ट मिडी में होना मांगता.
अम्मी ने ओके बोला.

अब मैं शाम को घर गया लेकिन आज एक बेटा या भाई नहीं … ग्राहक बन कर रंडी चोदने गया था.

मैंने अपने मुँह पर कपड़ा बांध रखा था और काला चश्मा लगाया हुआ था ताकि वो दोनों मुझे एकदम से न पहचान सकें.

पहुँच कर मैंने बेल बजाई.
अम्मी ने धीरज को जो कोड दिया था कि जो भी आए, वो ‘बड़ी छोटी रंडी’ बोले.
मैंने कोड बोला.

मेरे मुँह से वो सुनकर अम्मी सहज हो गईं और मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखने लगीं.

मैं उनको नजरअंदाज करते हुए अन्दर आ गया.
मैंने अपना दुपट्टा हटा दिया था और चश्मा भी हटा दिया था.

अम्मी ने दरवाजा बंद कर दिया और तभी मेरी बहन रूम से बाहर आ गई.

वो अपनी धुन में बोलती हुई आई- आओ जी.
लेकिन मुझे देख कर वो भी चौंक गई.

वो मेरी तरफ सवालिया नजरों से देख ही रही थी कि मैंने फिर से कोड बोला.
अम्मी ने भी मुझे देख लिया था.

मेरे मुँह से कोड सुन कर मेरी अम्मी बहन से बोलीं- आज यह ग्राहक बन कर आया है.
इतने में धीरज ने मेरे फोन पर कॉल किया.

धीरज- हैलो असलम, पहुंच गया ना?
मैं- हां.

फिर धीरज बोला- फोन स्पीकर पर कर!
मैंने फोन स्पीकर पर कर दिया.

धीरज- यह असलम मेरा दोस्त है, इसे सही से खुश कर देना.
ये कह कर उसने फोन रख दिया.

अब अम्मी बोलीं- मतलब आज तू हम दोनों का ग्राहक है तो हम दोनों तुझे खुश करेंगी. क्या लेंगे असलम जी, गर्म ठंडा या दोनों?
मैंने अपनी बहन को अपने पास खींचा और उसे सीने से लगा कर कहा- दोनों लूँगा.

मैं अपनी बहन सबीना को किस करने लगा- उउमम्माह … ऊम्माआ!
उसकी जीभ से जीभ मिला कर किस करने लगा और वो भी मेरी जीभ का रस पीने लगी.

हम दोनों 5 मिनट किस करने बाद अलग हो गए.

मैं सोफ़े पर अम्मी के बाजू में जाकर बैठ गया और बहन से बोला- चल डांस कर.
मेरी बहन ‘बेबी डॉल तू सोने दी …’ वाले गाने पर डांस करने लगी और मैं अपनी अम्मी के टॉप के ऊपर से उसके मम्मों को दबाने लगा.

अम्मी का भी एक हाथ मेरी जींस पर आ गया, जिससे मेरा लंड जल्दी से खड़ा हो गया.
मैंने अम्मी को अपनी गोद में खींचा और उनके गाल पर किस किया.
वो मेरे साथ चुम्बन करने में मस्त होने लगीं.

हम दोनों सबीना के डांस का मजा लेने लगे.

उसी बीच अम्मी शराब की बोतल और गिलास पानी नमकीन वगैरह ले आईं.
तीन पैग बना कर हम तीनों दारू का मजा लेने लगे.

मेरी बहन सबीना नाचती हुई आती और मेरी गोद में बैठ कर एक सिप लेकर वापस नाचने लगती.
अम्मी ने सिगरेट सुलगा ली थी और उस एक सिगरेट से ही हम तीनों बारी बारी से धुंआ उड़ा कर मजा लेने लगे थे.

मैं इसी तरह से अपनी बहन सबीना से 15 मिनट तक डांस कराता रहा. मेरा लंड एकदम कड़क हो गया था.
हम तीनों के बीच एकदम सहजता हो गई थी.

भाई बहन और मां बेटे का रिश्ता अब रंडी और कस्टमर के रिश्ते में बदल गया था.
मैंने हल्के नशे में हिलते हुए अम्मी के दूध दबा कर उनसे कहा- मेरे कपड़े उतार रंडी.

अम्मी ने मेरे कपड़े उतार दिए.
मैं पूरा नंगा हो गया.
मेरा लंड देख कर मेरी अम्मी और बहन हंसने लगीं.

बहन बोली- अबे साले, यह कोई लंड है … ये तो केवल 4.5 इंच की लुल्ली है.
मैंने कहा- साली रंडियो, हंसो मत अभी अन्दर जाएगा तब मालूम चलेगा.

सबीना हंसती रही.
मैं अम्मी से बोला- यास्मीन, रांड तू मेरे लंड की वैसे मालिश कर, जैसे तू धीरज के लंड की करती है.

मेरी अम्मी यास्मीन मेरे लंड की मालिश करने लगीं.
मेरा लंड कुछ और तन गया.

उसके बाद मैंने सबीना और यास्मीन से अपना लंड चुसवाया.
वो दोनों घुटने के बल बैठ कर मेरा लंड चूसने लगीं.

कुछ मिनट बाद मेरे लंड से पानी की पिचकारी निकली और दोनों के चेहरों पर जा लगी.

यास्मीन ने अपनी ब्रा से मेरा लंड साफ कर दिया और मैं सोफ़े पर टांगें पसार कर बैठ गया.
सबीना को अपनी गोद में लेकर उसके मम्मों को चूसने लगा और यास्मीन लंड की मालिश करने लगी.

दस मिनट में मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.
अब मैंने यास्मीन को बेड पर सीधा लेटने को कहा और उसकी टांगें खोल कर उसके ऊपर चढ़ गया.

मैंने अपना लंड यास्मीन की चूत पर सैट कर दिया और पेला तो लंड किसी ढीले छह सूत के बोल्ट के जैसे दस सूत के नट में सटक कर घुस गया.
मैंने अन्दर बाहर करते हुए अपनी अम्मी को चोदना शुरू कर दिया.

साथ ही मैंने सबीना से यास्मीन के मुँह पर बैठने को कह दिया.
यास्मीन सबीना की चूत चाटने लगीं.

मैं यास्मीन की चूत चुदाई में लग गया.
चूंकि मैं एक बार झड़ चुका था तो काफी देर तक अपनी अम्मी यास्मीन की चूत चोदता रहा.

उसके बाद जब मेरा पानी निकलने को हुआ तो मैंने अपनी अम्मी यास्मीन की चूत में ही लंड रस निकाल दिया.
अब मैं बेड पर सीधा लेट गया और सबीना अपनी ब्रा से मेरा लंड साफ करने लगी.

मैंने सबीना से लंड की मालिश करने को कहा.
वो लंड हिलाने लगी और उसकी मालिश करने लगी.

कुछ मिनट में मेरा लंड फिर से तन गया.

मैंने सबीना से कहा- चल अब तू मेरे लंड पर बैठ जा और अपनी चूत रगड़.
सबीना ने मेरे लौड़े पर अपनी चूत सैट की और मेरा लंड छेद में सैट कर लिया.

लंड चूत में घुस गया और मेरी बहन मेरे लौड़े पर उछल उछल कर चूत चुदवाने लगी.
मैं अपनी अम्मी यास्मीन को अपने मुँह पर बैठा कर उसकी फटी हुई भोसड़ी को चाटने लगा.

अम्मी की चूत गजब की मजा दे रही थी.
एकदम गर्म और मखमल सी लग रही थी.

उधर सबीना मेरे लौड़े पर अपनी चूत रगड़ कर चुदाई करवा रही थी.
वो अपनी चूत को लगभग बीस मिनट तक रगड़ती रही.

सबीना की चूत चुदाई से मेरे लंड ने पानी छोड़ा तो मैंने अपनी बहन सबीना की चूत के अन्दर ही पिचकारी मार दी.

सबीना लंड रस को अपनी चूत में लेकर मेरे ऊपर से उठ गयी.
उस हटता देख कर अम्मी यास्मीन भी मेरे मुँह से उठ गईं.

अब हम तीनों ने ड्रिंक करने लगे.

यास्मीन और सबीना बोलीं- क्या मस्त चुदाई हुई.
मैं बोला- हां साली, मेरे घर की दोनों रंडियां मस्त चुदवाती हैं.

सबीना पैग चुसकती हुई बोली- भाई तेरा लंड छोटा है.
वो ये कह कर हंसने लगी.

मेरी अम्मी यास्मीन बोलीं- अरे मैं मालिश करके इस बड़ा कर दूंगी. तू देखना कितना तगड़ा लंड हो जाएगा. घोड़ा जैसा हो जाएगा.

इस तरह की बातें करते हुए हम तीनों ने दो दो पैग ले लिए.
इसी बीच अम्मी सिगरेट के कश भी लेती रहीं.

उसी सिगरेट से मैंने और सबीना ने भी धुंआ उड़ाया.

अब मैंने सबीना को उल्टा लेटा दिया और सबीना की गांड में अपना लंड सैट कर दिया.
सबीना को मेरा टोपा चुभने लगा.

मैंने पहली बार गांड में लंड डाला था, वो भी अपनी बहन की गांड में.
सच में गांड में लंड देने में बड़ा मस्त लगा.

मेरी बहन मेरे लंड से गांड मराने में कराहने लगी.
मुझे मजा आने लगा.
मैं तेजी से सबीना की गांड मारने लगा.

मैंने लगभग 30 मिनट तक अपनी बहन की गांड मारी और अपना पानी सबीना की गांड में छोड़ दिया.

मैं पेट के बल लेट गया था और अम्मी यास्मीन मेरी पीठ पर चढ़ कर नुरू मसाज के जैसे मेरा बदन चूम रही थीं और अपने मम्मों से मेरी पीठ की मालिश कर रही थीं.

कुछ देर बाद मैंने अपनी अम्मी यास्मीन को घोड़ी बना दिया और अम्मी की गांड में लंड डाल कर उनकी गांड मारने लगा.
अम्मी की गुदगुदी गांड में लंड अन्दर बाहर होने गप्प गपा गप की आवाज गूंज रही थी.

मैंने अपनी अम्मी यास्मीन की चूचियां भींचते हुए उनकी काफी देर तक गांड मारी. फिर अम्मी की गांड में मेरा पानी छूट गया और मैंने उनकी गांड को चिकनी कर दिया.
इस तरह माँ बहन चुदाई की मस्ती चलने लगी.

रोज रात में मैं अपनी अम्मी और बहन को चोदने लगा.

मैं अपनी अम्मी यास्मीन से लंड की मालिश करवाता.
लगभग 30 दिन में मेरे लंड में बहुत फर्क़ आ गया.
मेरा 4.5 इंच का लंड अब 7 इंच हो गया था.

कभी कभी धीरज भी आता और कभी धीरज के साथ कोई और भी आता.
उस वक्त मैं घर से गोल हो जाता.

फिर एक दिन धीरज आया, मैं उस वक्त घर पर ही था.
उसे पता चल गया कि यह दोनों रंडियां मेरी अम्मी और बहन हैं.

धीरज बोला- साले तूने तो अपनी मां बहन चोद दी. वैसे ये दोनों हैं ही इतनी कातिल कि इनकी चूत गांड का दीवाना तो सारा शहर हो जाएगा.

उस दिन मैंने धीरज के साथ मिलकर अपनी अम्मी और बहन के मजे लूटे.

हम चारों ने दारू और सिगरेट के साथ ग्रुप सेक्स का मजा लिया.
तभी धीरज को एक आइडिया आया.

वो अम्मी से बोला- यास्मीन, तू जिस तेल से मालिश करती है, उसे ऑनलाइन बेचना शुरू कर.
अम्मी ने पूछा- वो कैसे?

तब धीरज बोला- सेक्स साईट पर अपने तेल की डिटेल डाल, जैसे हिन्दी वाली फ्री सेक्स कहानी या अन्तर्वासना जैसी वर्ल्ड फेमस साइट पर डाल.
उसने पूरा तरीका समझाया तो अम्मी मान गईं और वो अपने मसाज ऑइल को ऑनलाइन बेचने लगीं.

उससे उनके पास मालिश करवाने के लिए भी मेल आने लगे.
न जाने कितने ग्राहक चोदने भी आने लगे.
कभी मैं अम्मी और अपनी बहन के लिए ग्राहक लेकर आता, कभी धीरज लाता.

उसी दौरान मेरी बहन सबीना दो बार प्रेगनेंट भी हुई और बच्चा गिरवाना पड़ा.

दोस्तो, आपको मेरी माँ बहन चुदाई कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मुझे जरूर बताएं.
धन्यवाद.
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