इस हॉट सिस्टरहार्ड कोर फक कहानी में मैंने अपनी खाला यानि मौसी की कुंवारी बेटी की पहली बार चुदाई करके उसकी सील खोली. भाई बहन का रिश्ता चुदाई तक पहुंचा और चूत लन्ड का रिश्ता बन गया।
दोस्तो, मेरा नाम उस्मान खान है. मेरी उम्र 27 साल है और मैं अभी उज्जैन में जॉब करता हूं.
मैं मध्य प्रदेश के गुना शहर का रहने वाला हूँ. मैं जिम जाता हूँ तो मेरा शरीर हमेशा से ही गठीला रहा है.
मेरा हथियार भी 7 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है. मैं बिना रुके 40 मिनट तक चुदाई कर सकता हूँ.
मैं नियमित रूप से अंतर्वासना पर सेक्स कहानी पढ़ता हूँ. इस पटल पर कई लोग अपनी बहन की चुदाई को बेझिझक लिख कर बताते हैं तो मुझे उनकी चुदाई को पढ़ कर बड़ी सनसनी होती थी.
चूंकि मैं भी अपनी बहन को पेल चुका हूँ, इसी वजह से मुझे भी लगा कि अपनी बहन की चुदाई के बारे में आप सबको बताने में कोई हर्ज नहीं है.
हालांकि हमारे यहां सगी बहन को छोड़ कर अन्य कजिन बहन के साथ शादी का भी रिवाज है तो आप यह सोच सकते हैं कि हमारे बीच में मौसेरी बहन की चुदाई का क्या मसला है.
आपकी सोच सही है तब भी मौसेरी बहन के साथ सेक्स करना मेरे लिए सनसनीखेज बात थी.
यह हॉट सिस्टर हार्ड कोर फक कहानी मेरे और मेरी खाला की लड़की यानी मेरी मौसेरी बहन की है.
तब मेरी उम्र सिर्फ 23 साल की थी. उस वक्त मैं बीटेक के तीसरे साल में था.
एक दिन मैं कॉलेज में बैठा हुआ था तो मेरे पास मेरी मौसी का कॉल आया.
उन्होंने मुझसे हाल-चाल पूछा, फिर इधर उधर की बातें की.
फिर वह थोड़ी सीरियस होकर बोलीं- देखो उस्मान तुम बुरा न मानो तो एक बात कहूं?
मैंने सामान्य होकर कहा- हां बोलिए.
उन्होंने कहा- उस्मान देखो, क्या तुम अपनी आगे की पढ़ाई यहीं हमारे पास रहकर कर सकते हो?
मैं बता दूं कि मेरे मौसा जी 5 साल पहले ही शांत हो गए थे.
इस वजह से मैंने मौसी की जरूरत को समझा और कह दिया- हां मौसी, पर पहले आप मेरी अम्मी से बात कर लो.
उन्होंने ‘ठीक है’ कहते हुए कॉल कट कर दिया.
बाद में मैंने अम्मी से पूछा तो उन्होंने बताया- तेरी मौसी की तबियत ठीक नहीं है … और उनको कैंसर होने की आशंका है. इसलिए वह अपनी बेटी के बिना रहने की आदत लगाने के लिए तुम्हें अपने पास बुलाना चाह रही हैं.
यह बात मुझे थोड़ी अजीब सी लगी … पर उनकी इच्छा समझते हुए मैंने अपना ट्रांसफर गुना से ग्वालियर करवा लिया.
कुछ दिनों बाद मैं वहां पहुंच गया.
मैंने खाला के घर पहुंच कर डोरबेल बजाई तो सामने से एक बला की खूबसूरत लड़की ने आकर दरवाजा खोला.
मैं तो उसको देखता ही रह गया.
क्या दूध सा गोरा रंग, मलाई से सॉफ्ट गाल, तीखे नैन नक्श … देखते ही मन किया कि इसे यहीं पटक लूँ.
मैं अभी खुद पर कंट्रोल कर ही रहा था कि उसने मुझे हिलाया.
लड़की- क्या हुआ जनाब कहां खो गए?
मैं बस उसके 32 के बड़े बड़े चूचे देख रहा था.
बिल्कुल टाइट गोल और कसे हुए मम्मे थे उसके!
मैंने खुद को संभाला और अन्दर की ओर जाते हुए कहा- कहीं नहीं … खाला किधर हैं?
उसने कहा- अम्मी ऊपर वाले रूम को तेरे लिए साफ कर रही हैं.
यह सुनते ही मेरा मुँह खुला रह गया कि ये 32-28-34 का कयामत सा गोरा बदन रखने वाली लड़की मेरी बहन अल्फिया है.
मैंने तुरंत उसको बहुत कसके हग किया.
दरअसल बचपन में हम दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे, उसी झटके में मैंने उसे हग कर लिया.
वह भी मुझे बांहों में लेकर पकड़ कर खड़ी हो गई.
तभी मुझे अपनी छाती पर उसके बड़े बड़े मम्मे महसूस हुए.
आह … मेरा तो लंड एकदम से खड़ा हो गया.
शायद उसे लंड का अहसास अपनी चूत पर महसूस हुआ और वह मुझसे दूर हट गई.
वह मुझे देख कर मुस्कान देने लगी.
मैंने भी बदले में उसे मुस्कान दी और मौसी से मिलने चला गया.
फिर मैंने फ्रेश होकर खाना खाया.
खाना खाते समय वह मेरे पास ही बैठी थी.
मैं बस उसके चूचे देखते हुए खाना खा रहा था और वह शाम के खाने की तैयारी कर रही थी.
ऐसे ही एक दूसरे से मुस्कान पास करते करते एक हफ्ता निकल गया.
अब तक मैं वहां सैट हो गया था.
मैंने उसे पटाने के लिए बहुत से तरीके सोचे.
मैं जानता था कि आग वहां भी लगी है, पर शुरू मुझे ही करना पड़ेगा.
फिर मुझे एक तरकीब सूझी.
हम दोनों के कमरे ऊपर वाले फ्लोर पर थे और नीचे मौसी व किराएदार रहते थे.
दोनों फ्लोर पर एक एक बाथरूम टॉयलेट बने थे.
एक दिन मैं सुबह जल्दी उठ गया और बाथरूम में उसके आने से पहले ही घुस गया.
मैंने दरवाजा लॉक किए बिना ही कपड़े निकाल लिए और उसके नाम की मुठ मारने लगा.
थोड़ी देर बाद उसके आने की आहट हुई तो मैं धीरे धीरे उसका नाम लेकर लौड़ा हिलाने लगा.
प्लान के मुताबिक उसने सुनते ही वहीं बाहर रुक कर बाथरूम में झांका.
वह पहले मुझे पूरा नंगा देखती रही, फिर उसकी नजर मेरे मूसल पर पड़ी तो उसकी आंखें चौड़ा गईं.
वह शर्मा कर वहां से भाग गई.
मैं भी जल्दी से मुठ मारकर नहाया और बाहर आ गया.
हम दोनों एक दूसरे को देख कर मुस्कुराते रहे.
फिर वह भी बाथरूम में चली गई.
मैंने जल्दी से बाथरूम की दीवार से कान लगा कर सुना, तो मैं समझ गया कि मेरा प्लान कामयाब हुआ.
वह अन्दर बैठी अपनी बहुत चूत में उंगली कर रही थी.
मैं बहुत खुश हुआ.
अब मैं कॉलेज चला गया.
रात में हमने साथ में खाना खाया.
तब मैंने डाइनिंग टेबल के नीचे से उसके पैर को सहला दिया.
उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
मैं अपना पैर और ऊपर करता हुआ उसकी जांघ पर ले आया.
तो वह मुस्कुराने लगी और जवाब में उसने मेरी जांघ को पैर से सहलाया.
उधर हम दोनों इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकते थे.
तो मैंने जल्दी से खाना खत्म किया और मौसी से जल्दी सोने की कह कर ऊपर रूम में आ गया.
वह भी थोड़ी देर बाद ऊपर आई तो मैंने जल्दी से उसे रूम में खींच लिया.
कमरे में लेते ही मैंने दरवाजा बन्द किया और उसे जोर से हग करने लगा.
वह भी मेरा साथ देने लगी.
मैंने कुछ देर बाद उसे छोड़ा और उसके माथे पर किस कर दिया.
वह थोड़ी शर्मा रही थी और अपनी आंखें नीचे किए हुई थी.
मैंने उसके चेहरे को दोनों हाथों से ऊपर किया और उसकी आंखों में देखते हुए उसके गुलाबी रसीले होंठों पर एक किस कर दिया.
उसने मुझे देखा, फिर उसने खुद ही मुझे किस किया.
बस फिर क्या था … हम दोनों एक दूसरे के होंठों में खो गए.
कभी वह मेरे होंठों को चूस रही थी, कभी मैं उसके.
फिर हम एक दूसरे से जीभ लड़ाने लगे.
ऐसे ही 10 मिनट किस करने के बाद मैंने उसके एक मम्मे को हाथ से दबोच लिया और जोर से सहलाते हुए मसलने लगा.
इससे वह गर्म होने लगी.
फिर उसने मुझे खुद से अलग करते हुए 12 बजे रूम में आने को कहा और वहां से भाग गई.
मुझे उस पर बहुत गुस्सा आया कि साली ने खड़े लंड पर धोखा दे दिया.
पर हालात को समझते हुए मैं 12 बजने का इंतजार करने लगा.
जैसे तैसे 12 बजे तक मैंने खुद को नियंत्रित किया.
करीब 12:10 पर किसी ने मेरे कमरे का दरवाजा खोला.
यह वही थी.
वह केवल एक छोटी सी नाइटी में आई थी जो एक जालीदार नाइटी थी.
उसने नाइटी के अन्दर ब्रा पैंटी नहीं पहनी थी.
मेरा तो लौड़ा वैसे ही खड़ा हुआ था, उसे देखते ही मेरा लौड़ा फटने को होने लगा.
वह दरवाजा लॉक करने के लिए पीछे मुड़ी तो मैंने जल्दी से जाकर पीछे से ही उसके दोनों मम्मे पकड़ लिए और जोर जोर से मसलना शुरू कर दिए.
इससे वह मस्त होने लगी और सिसकारियां भरने लगी.
फिर वह मेरी तरफ पलटी और मुझे बेड पर धक्का दे दिया.
वह अपनी नाईटी उतार कर मेरे ऊपर चढ़ गई और मुझे किस करने लगी.
दस मिनट तक मेरे होंठ चूसने के बाद वह मेरे कपड़े उतारने लगी.
मैं हैरान होकर उसे देखता रहा.
कुछ ही पलों में उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया.
अब मैं उसके ऊपर चढ़ गया और उसके 32 इंच के कसे हुए कबूतरों में से एक को एक हाथ से दबाते हुए दूसरे चूचे को चूसने लगा.
वह आह ओह आह … करती हुई अपने हाथों से अपने मम्मे मेरे मुँह में देने लगी.
मैं उसके पूरे बदन की खुशबू लेते हुए उसे हर जगह किस करते और चाटते हुए उसकी जांघों तक पहुंच गया.
आह … क्या मस्त दूध सी सफेद जांघें थीं उसकी … मैं उसकी जांघों को हल्के से काटते हुए चूसने लगा.
वह मस्त मस्त आह भरने लगी.
उसकी चूत पूरी पानी पानी हो रही थी.
मैंने उसकी चूत की दरार के पास मुँह किया और उस फांक पर एक बार जीभ फेर दी.
मेरा इतना करते ही वह एकदम से अकड़ गई और उसकी चूत ने पानी का फव्वारा छोड़ दिया.
मैंने उसकी चूत का सारा पानी पी लिया और चुत को चाटता रहा.
वह कुछ ही पलों में दुबारा से गर्म हो गई और मेरे मुँह को अपनी चूत में घुसाने लगी, अपनी गांड उठाती हुई बड़बड़ाने लगी.
अल्फिया- आह … ओह माई गॉड … ओह गॉड आह चूसो बेबी ऐसे ही करते रहो आह … मजा आ रहा है … हां बस ऐसे ही आह आह आह ओह … चूसो और तेज ऐसे ही अच्छा लग रहा है.
अब मैं उठा और अपना लौड़ा उसके मुँह के पास ले गया.
उसने तुरंत ही अपने मुँह में ले लिया.
आह … वह लौड़े को क्या मस्त चूस रही थी.
अगले 5 मिनट में ही मैं उसके मुँह में झड़ गया.
वह साली चुदक्कड़ मेरा पानी पी गई और लवड़ा चाट कर साफ कर दिया.
हम दोनों 69 पोजीशन में हो लिए.
मैं उसकी चूत में जीभ देता हुआ चूत चाटने लगा और वह मेरा लौड़ा खाने लगी.
करीब दस मिनट तक चूत चाटते चाटते हुए ही मेरा लौड़ा खड़ा हो गया.
वह मेरे मुँह पर ही झड़ गई.
अब मैं उसे सीधा लिटा कर उसके पैरों के बीच में आ गया.
उसके दोनों पैरों को कंधों पर रखकर लंड और चूत पर थूक लगाया और उसकी चूत के दरवाजे पर रगड़ने लगा.
ऐसे करने से वह फिर से गर्म हो गई और लौड़ा डालने के लिए बोलने लगी.
वह धीरे धीरे अपनी गांड को ऊपर उठाने लगी.
मैंने मौका देख कर जल्दी से उसके मुँह पर हाथ रखकर कर एक जोर का शॉट लगा दिया.
मेरा लौड़ा उसकी चूत में दो इंच घुस गया.
मुझे भी एकदम से अपने लौड़े में बहुत तेज दर्द हुआ और उसी के साथ कुछ गर्म गर्म महसूस हुआ.
उसकी चूत की सील टूटने की वजह से खून की धार बह निकली थी और वह दर्द से तड़प रही थी.
पर आवाज को रोकने के लिए अपने होंठ भींच कर रखे थी और कुछ भी नहीं बोल रही थी.
उधर उसकी आवाज रोकने के लिए मैंने भी अपना हाथ लगाया हुआ था.
मैंने अपना हाथ हटाया और उसे किस करना शुरू कर दिया.
साथ ही मैं एक हाथ से उसके चूचे दबाने लगा.
थोड़ी देर में मैंने धीरे धीरे करके 3 शॉट में पूरा लौड़ा उसकी चूत में ठांस दिया था.
अब वह दर्द के मारे रोने लगी थी और अपने हाथ बेड पर पटकने लगी थी.
मैंने उसकी एक नहीं सुनी और लगा हॉट सिस्टर हार्डकोर फक में रहा.
हालांकि मैंने अब उसकी चूत में धीरे धीरे लंड चलाना शुरू किया था तो उसे और दर्द होने लगा.
मैंने उसे किस करते हुए लौड़ा चलाना जारी रखा.
थोड़ी देर बाद वह सामान्य हो गई और हम दोनों भाई बहन सेक्स का मजा लेने लगे.
वह मस्त सिसकारियां लेने लगी- आह ओह आईईई … हाय भाई और चोदो मुझे … जोर से … आह भोसड़ा बना दे मेरी इस छोटी सी भूखी बुर का … आह मजा आ रहा है भाई … तू कितना अच्छा चोद रहा है … आई लव यू भाई चोद मुझे … मैं बस तेरी हूँ. भाई भाई आह आह मैं गई ईई!
इतना कहती हुई वह अकड़ने लगी और झड़ गई.
पर मैं अभी बाकी था.
मैंने उसे पेट के बल किया और पीछे से अपना मूसल उसकी चूत में घुसा दिया.
इससे उसकी एक सेक्सी आह निकल गई और मुझे उसकी आह सुनने से और जोश आ गया.
मैंने अपनी रफ्तार बढ़ा दी.
इससे उसके चूतड़ मेरे हर झटके पर ऊपर नीचे होने लगे.
कोई 5 मिनट इस पोजीशन में चोदने के बाद मैंने उसे घोड़ी बनाया और पीछे से मूसल घुसा दिया.
वह भी पूरे जोश के साथ चुदाने लगी और मस्त मस्त आवाज में सिसकार रही थी- आह ओह बेबी … कितना अच्छा लौड़ा है तेरा … भाई आह … बस चोदता रह आह … बहनचोद, तूने एक हफ्ते से क्यों नहीं किया ये सब … मैं तो कब से चुत खोल कर चुदने को तैयार थी … आह अपनी चूत का भोसड़ा बनवाने को … आह क्या मस्त मजा आ रहा है यार … बस कर भाई अब मैं तेरे ऊपर आ रही हूँ उस्मान!’
वह मेरे ऊपर आ गई और लौड़ा पकड़ कर एक बार में चूत पर सैट करके बैठ गई, लंड लेकर ऊपर नीचे आगे पीछे होकर चुदाने लगी.
आह क्या मस्त जवानी थी उसकी … उसके ऊपर नीचे होते हुए बोबे मुझे और पागल कर रहे थे.
अब मेरा भी होने वाला था.
मैंने उसकी कमर पकड़ी और नीचे से जोर जोर से शॉट लगाने शुरू कर दिए.
कुछ मिनट बाद तेज तेज शॉट देते हुए मैं उसकी चूत में झड़ गया.
और वह भी आह उह हायईई करती हुई फिर से झड़ गई.
वह मेरे ऊपर ही निढाल होकर लेट गई.
हम दोनों ऐसे ही एक दूसरे को बांहों में लेकर लेटे रहे.
उसने मेरे माथे पर एक किस करते हुए आई लव यू कहा और कपड़े पहनने लगी.
पर वह कहते है न मन चाही चीज मिल जाए, तो पेट भर जाता है … पर मन वह कभी नहीं भरता.
आज के लिए इतना ही दोस्तो, अगले भाग में मैं आपको बताऊंगा कि मैंने उसे फिर से कैसे चोदा और उसकी गांड भी मारी.
इस हॉट सिस्टर हार्डकोर फक कहानी का अगला भाग मैं आपके कमेंट्स मिलने के बाद जरूर शेयर करूंगा.
मुझे जरूर बताएं कि मेरी पहली सेक्स कहानी आपको कैसी लगी!