हॉट मॅाम ऐस्स फक स्टोरी में मैं अपने बेटे के लंड को अपनी चूत में ले चुकी थी. वह अब अपना लंड मेरी गांड में पेलना चाहता था. मैंने इसकी तैयारी कर ली.
दोस्तो, मेरा नाम कविता है.
कहानी के पहले भाग
बेटे के लंड का मजा लेने की चाह
में मैं आपको अपनी चुदाई की कहानी सुना रही थी कि किस तरह से मैं अपने बेटे के मूसल लंड से उसके बाप के बाजू में ही चुदी.
एक बार चोदने के बाद मेरा बेटा मुझे और चोदने की बात कहने लगा था.
मन तो मेरा भी था लेकिन मुझे उसके बाप के जाग जाने का डर सता रहा था.
अब आगे हॉट मॅाम ऐस्स फक स्टोरी:
मेरे बेटे से जब मुझसे दूसरे राउंड की चुदाई के लिए कहा तो मैं सोचने लगी कि इसकी बात सही है.
उस वक्त घड़ी में रात के सिर्फ दस ही बज रहे थे और उसके बाप की हालत देख कर कहीं से नहीं लग रहा था कि वह उठेगा.
मैंने कहा- अच्छा, तुम अपने कमरे में जाओ … मैं कुछ देर में तुम्हारे कमरे में आऊंगी.
उसने पूछा- मम्मी पक्का आओगी न?
मैंने कहा- हां, अभी जाओ.
राजू कमरे में चला गया.
मैं बैठ कर ये सोचने लगी कि अभी अभी ये मैंने क्या कर डाला, अपने ही बेटे से चूत मरवा ली.
जिसे चूत से निकाला था उसका लंड ही चूत में डलवा लिया.
मुझे थोड़ा खराब लग रहा था, मैं लेट कर इस सब के बारे में सोचने लगी.
मैं अभी भी वैसी ही नंगी लेटी थी, जैसा मेरा बेटा मुझे चोद कर छोड़ गया था.
मेरी चूत से उसका माल बाहर रिस रहा था जो मेरी गांड की दरार में जाकर उसे चिकना कर रहा था.
मैं उसके लौड़े की सोच सोच कर जरा सी ही देर में फिर से गर्म हो गई क्योंकि बहुत दिन से मैंने न गांड मरवाई थी … ना चूत … और अभी अभी मेरे बेटे ने मेरी चूत को ओखली समझ कर अपने लंड से बहुत पेला था.
एक घंटे बाद मैं उठी और मैंने सोचा कि चल कर उससे बात कर लूंगी और घर की बात घर में ही तो रहेगी, कहां बाहर जानी है.
ये सोच के मैं बाथरूम में चली गई और मैंने उधर एनिमा डाल कर अपनी गांड साफ की और गांड में जैली भर कर खुद को साफ करके बाहर आ गई.
अब मैंने एक दूसरी मैक्सी उठाई और पहन कर अपने बेटे के कमरे में चली गई.
राजू अन्दर अपने बेड पर लेटा हुआ था और उसका लंड वापस दूसरे राउंड के लिए तैयार हो चुका था.
मैंने कमरा बंद किया और लाइट बंद करने लगी.
तो राजू बोला- मम्मी लाइट जलने दो, तभी तो तुम्हारा ये कातिल बदन देख पाऊंगा.
मैंने कहा- नहीं, लाइट बंद करने दो मुझे शर्म आ रही है.
राजू बोला- मम्मी, अभी तो मेरे लंड से आधा घंटा तब अपनी चूत फड़वा रही थीं, तब तो शर्म नहीं आ रही थी!
मैंने कहा- मैंने तुमसे कहा था ना गंदी बातें मत करो, मुझे अच्छा नहीं लगता.
इस बात पर मेरा बेटा बोला- अरे मम्मी, तुम ये सब छोड़ो, अभी तुम्हें सब अच्छा लगेगा … तुम बस जरा अपनी मैक्सी उतार कर नंगी हो जाओ ताकि मैं तुम्हारा हुस्न देख पाऊं और तारीफ कर पाऊं.
मैंने अपनी मैक्सी कंधे से नीचे की और उतार कर नंगी हो गई.
वह बोला- वाह … जरा एक बार पीछे घूम कर तो दिखाओ!
मैं घूम गई तो वह बोला- अब थोड़ा झुक कर भी दिखाओ.
मैंने कहा- मैं ये सब नहीं करूंगी!
तो वह उठ कर मेरे पास आया और बोला- अभी देखो मम्मी, तुम क्या क्या करोगी.
वह मेरी बड़ी बड़ी चूचियां मसलने लगा और बेड पर ले जाकर धकेलते हुए उसने मुझे गिरा दिया.
फिर वह मेरे पास लेट कर अपना लंड मेरे हाथ में पकड़ा कर और मेरी चूत रगड़ते हुए बोला- मम्मी, तुम्हारी चूचियां पीने का कब से मन है मेरा … और तुम्हारी मोटी गांड देख कर तो मेरा लंड रोज ही पागल रहता है!
तो मैंने पूछा- तुम कबसे अपनी मम्मी पर नज़र लगाए बैठे हो?
वह बोला- पिछले साल से, जब से आपको पहली बार नंगी देखा था.
मैंने कहा- तुमने मुझे कैसे नंगी देख लिया?
तो उसने कहा- मम्मी ज्यादा बनने की जरूरत नहीं है, मैंने आपको चाचा और दादा जी से चूत मरवाते देखा है और मामा से भी … जब आपके साथ नानी के घर गया था तब!
यह सुनकर मैं थोड़ा डर गई कि इसे तो सब मालूम है!
मैंने कहा- ऐसा कुछ नहीं है बेटा, वह सब बस गलती से हो गया था.
राजू बोला- अच्छा मम्मी गलती कितने बार होती है?
तो मैंने कहा- बेटा तुम ये सब बातें किसी को नहीं बताना वरना हमारा घर टूट जाएगा.
तो उस पर राजू बोला- परेशान क्यों हो मम्मी, किसी को बताना होता तो अब तक क्यों चुप रहता?
ये बोल कर उसने फिर से मेरी टांगें फैलाईं और मेरी चूत चाटने लगा.
मैं अपनी गांड उठा कर उसका मुँह अपने हाथ से पकड़ कर दबाने लगी और एंजॉय करने लगी.
कुछ देर बाद राजू लेट कर बोला- मेरे ऊपर बैठ कर लंड अन्दर लो मम्मी!
मैं राजू के ऊपर चढ़ गई और उसके लंड के टोपे पर थूक लगा कर उसे अपनी गांड के छेद पर रगड़ा.
वह मुस्कुरा दिया.
मैंने भी उसे देखते हुए हंस कर गांड के छेदे पर थूक लगा कर उसे चिकना किया.
फिर मैंने उसका लंड अपनी गांड के छेद पर रखा और उसका टोपा गांड में डाल लिया.
राजू सिसकारी लेकर बोला- वाह मम्मी, तुम्हारी गांड तो बहुत टाइट है.
मैं हल्का सा मुस्कुराई और उसका लंड अपनी गांड हिला कर अन्दर लेने लगी.
उसने मेरी कमर पकड़ कर नीचे से धक्का मारा.
एनिमा लगाने के बाद जो जैल, मैं कमरे से अपनी गांड में भर कर आई थी, उस कारण से उसका लंड सट से सरकता हुआ मेरी गांड के अन्दर घुस गया.
इतने दिन बाद मेरी गांड में लंड गया और वह भी मेरे बेटे का.
हॉट मॅाम ऐस्स फक का मजा लेते हुए मेरा बेटा मेरी गांड नीचे से धक्के मार कर चोदने लगा और मैं अपनी गांड उठा उठा कर उसका साथ देती हुई चुदवाने लगी.
फिर उसने मुझे घोड़ी बनाया और पीछे से मेरी गांड में लंड पेल कर चोदने लगा.
वह मेरी गांड पर थप्पड़ मार मार कर उसे लाल करने लगा.
आधा घंटा तक राजू ने मेरी बुर और गांड को खूब चोदा और मेरी गांड में अपना सारा माल भर दिया.
वह बोला- आज मेरे साथ ही सो जाओ.
मैं बोली- नहीं, किसी को पता नहीं चलना चाहिए … इसलिए मैं अपने कमरे में जा रही हूं.
राजू ने मेरी गांड अपने दोनों हाथों से फैलाते हुए मुझे उठा लिया.
वह बोला- मम्मी अब मैं तुम्हें रोज चोदूंगा.
मैं कुछ नहीं बोली बस हल्का सा मुस्कुरा दी.
मैंने अपनी मैक्सी पहनी और कमरे में चली गई.
मेरे पति न/शे में सोए हुए थे और मेरा बेटा मुझे चोदता रहा था.
मैं यह सोचती हुई सो गई.
उस रात से मेरे और बेटे के बीच सब बदल गया.
अब जब मैं उसे उठाने सुबह उसके कमरे में जाती हूँ, तो वह पहले मुझे चोदता है और बाद में बेड से उठता है.
वह हफ्ते में चार से पांच रातों में कम से कम 2 राउंड मुझे जरूर चोदता है.
कभी कभी मेरे पति के बगल में ही मुझे पेल देता है और कभी अपने कमरे में.
कुछ दिन के बाद उसकी हिम्मत और बढ़ गई. अब वह मुझे किचन और बाकी घर में छेड़ने लगा.
मैं किचन में होती तो वह पीछे से आकर मेरी पैंटी में हाथ डाल देता और मेरी चूत रगड़ देता या चूत और गांड में उंगली करने लगता.
कभी मेरी चूचियां निकाल कर चूस लेता, तो कभी मेरे हाथ में अपना लंड पकड़ा देता.
मैं उसको बोलती कि उसके दादा दादी या पापा कोई देख लेंगे?
पर वह मेरी सुनता ही नहीं.
वह कहता कि अरे मम्मी तुम्हारी गांड है ही इतनी मस्त कि मन करता है कि दिन भर चोदूं तुम्हें!
उस रात के बाद में पापा न/शे में और बेटा मजे में ही रहता है.
कई बार वह पापा से बहाना बना कर मुझे अपने साथ ले जाता, कभी ये कहकर कि बाहर जाना है … कोई कंपटीशन है कभी कुछ और बहाने बना कर.
फिर होटल में कमरा बुक करके मैं और मेरा बेटा 2–2 दिन खूब चुदाई करते हैं.
कई बार तो उसको पता होता था कि पापा के पास दिन में टाइम नहीं रहता तो वे घूमने नहीं जाएंगे, तो जिद करके कह देता कि मैं मम्मी के साथ घूमने जा रहा हूं.
वह मेरे साथ कपड़े पैक करके घर से निकल लेता और होटल में जाकर बस मेरी चुदाई करता.
मुझे भी अपने बेटे के साथ चुदाई में पूरा मजा आने लगा था तो मैं भी उसकी बातों में हां में हां मिला देती ताकि उसके पापा जाने की परमिशन दे दें और मैं पूरी आजादी से चुद पाऊं.
अपने बेटे के साथ किसी सुनसान कमरे में जितनी मर्जी आवाजें निकालूं और कोई कुछ ना कहे, यह मुझे बड़ा अच्छा लगता था.
हम दोनों होटल में जाकर बस नंगे ही रहते और चुदाई खाना पीना और सोना और जब उठे तो फिर से वही सब.
हम दोनों ने होटलों में बहुत चुदाई की है.
मेरा बेटा जब मुझे होटल से कहीं बाहर लेकर जाता तो मुझसे कहता कि सेक्सी ड्रेस पहन कर चलो, मेरी गर्लफ्रेंड बन कर.
मैं भी वैसा ही करती.
जब मैं लड़कियों की तरफ ड्रेस पहन कर अपने बेटे के साथ बाहर जाती हूं तो लोगों की नजरें मुझसे हटती ही नहीं हैं.
होटल में कई बार मैंने बेटे के कहने पर थ्रीसम फोरसम और ग्रुप सेक्स भी किया.
ज्यादातर मेरे बेटे का कोई न कोई लफाड़ी दोस्त रहता है और लड़की में कोई रंडी.
मेरे बेटे के लगभग सारे दोस्त मुझे अब तक कई कई बार चोद चुके हैं.
जब भी मैं और मेरा बेटा होटल जाते हैं तो उसके सारे दोस्त अपनी अपनी जुगाड़ में लग जाते है कि वह उन्हें बुला ले.
कई बार रात में उसके दोस्त घर पर रुकते हैं. वे मेरे बेटे के कमरे में सोते हैं, पर वहां होटल जैसी आजादी से वह सब मुझे चोद नहीं पाते हैं.
अब तक सबसे ज्यादा बड़ा ग्रुप सेक्स तब हुआ था, जब मेरे बेटे और उसके 7 दोस्तों ने मुझे मिल कर चोदा था.
उस दिन उसके 8 दोस्त आए थे, जिसमें एक लड़की थी. वह लड़की शायद किसी दोस्त की बहन थी. उसे मेरा बेटा चोद रहा था और बाकी 7 मुझे चोद रहे थे.
तीन दिन तक उन सातों ने चोद चोद कर मेरी बुर गांड से कचूमर निकाल दिया था.
मेरे बेटे के दोस्त उम्र में उससे सारे बड़े ही हैं क्योंकि उसके ज्यादातर दोस्त स्कूल से बाहर के हैं या उसके सीनियर हैं.
उसके दोस्त मुझे रंडी बना कर चोदते हैं और वे मेरे लिए महंगे गिफ्ट भी लाते हैं.
अब इतने सालों बाद मुझे उन सबसे चुदवाने में और भी मजा आने लगा है.
जब से मेरे बेटे का कॉलेज खत्म हुआ है, तब से हम दोनों बहुत कम बार होटल जा पाते हैं.
ज्यादातर बार उसके दोस्त ही रात में पढ़ाई के बहाने घर पर रुक जाते हैं.
वैसे इस साल मैंने अपने पति से कहा है कि राजू के लिए ऊपर की मंजिल में एक और कमरा बनवा दें, जिसमें वह अकेले में पढ़ सके.
होनी तो उसमें मेरी चुदाई ही है.
रात मेरे बेटे के कभी 2 कभी 3-4 दोस्त उसके कमरे में रुकते हैं और मैं राजू के पापा को सुलाने के बाद राजू के कमरे में चली जाती हूं, जहां वे सब मिल कर खोल खोल कर मेरी गांड और चूत की चुदाई वाली पढ़ाई करते हैं.
मुझे ग्रुप सेक्स में बहुत मजा आता है, जिसमें मेरा बेटा भी खूब चुदाई करता है और बाकी भी.
भाई के साथ मेरी चुदाई की कहानी को मैं अगले पार्ट में बताऊंगी.
उसके बाद अन्य चुदाई की कहानियों को लिखूँगी.
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