शादी में घर में बेटी बाप से चुद गयी

HindiXxx फॅमिली स्टोरी में घर की बेटी को अपने ही घर की सच्चाई पता नहीं थी. पर चचेरी बहन के शादी में उसे घर की एक सच्ची पता लगी और फिर वो उसी रंगीन दुनिया का एक हिस्सा बन गई।

मैं सलमान, 31 साल का गोरा-चिट्टा नौजवान लड़का हूँ। मैं आपको एक सच्ची कहानी से अवगत करा रहा हूँ, जो बिल्कुल सच्ची घटना है। बस नाम बदल दिए गए हैं।

वैसे, मैं बता दूँ कि मैं बिहार से हूँ, और ये कहानी भी बिहार की ही है।

अब HindiXxx फॅमिली स्टोरी पर आते हैं.

शबीना शादी के एक साल बाद ही अपने अब्बू के घर आई थी।
उसके बड़े अंकल की छोटी बेटी की निकाह तय हो गई थी।

शबीना अपने शौहर के साथ बैंगलोर में रहती है।

शबीना का शौहर इंजीनियर है, जिस वजह से उसे बहुत कम समय मिलता है।
इसलिए उसने शबीना को पहले मायके भेज दिया।

शबीना निकाह के बाद पहली दफा अपने अब्बू के घर आई थी।

शबीना 30 साल की एक सुंदर और बेहद चंचल लड़की है और बिल्कुल अपनी अम्मी शबाना पर गई है।

माँ-बेटी दोनों की कद-काठी, बोल-चाल, हाव-भाव, आवाज़, सब मिलते-जुलते हैं।
इसीलिए उसका नाम अपनी अम्मी शबाना से मिलता-जुलता शबीना रखा गया था।

घर में निकाह का माहौल था, और बहुत सारे रिश्तेदार आए हुए थे।
सभी निकाह की तैयारी में जुटे थे।

शबीना के अंकल का घर बँटवारे के बाद शबीना के घर से कुछ दूरी पर था।

निकाह में वैसे भी बहुत लोग होते हैं तो कितना भी बड़ा घर हो, जगह कम पड़ ही जाती है।

सब कुछ ठीक चल रहा था।
सभी लोग अपनी-अपनी जिम्मेदारियाँ निभा रहे थे।
दिन भर शादी के काम और मार्केटिंग में सभी थक-हारकर चूर हो जाते थे।

निकाह पास के ही मैरिज हॉल में होने वाला था।

ऐसे ही एक शाम, मार्केटिंग में बहुत काम होने की वजह से सभी थक गए थे।

शबीना की अम्मी ने निकाह की सारी जिम्मेदारी उठा रखी थी।
क्योंकि शबीना की आंटी का इंतकाल हो गया था।

शाम के 8 बज गए थे।
सभी मार्केट से लौटकर मैरिज हॉल ही पहुँचे।

वहाँ से शबीना के अब्बू और उसके भाई इरफान अपने घर आ गए।
शबीना और उसकी अम्मी अभी भी मैरिज हॉल में रुककर कपड़े और गहने देख रही थीं।

शबीना के अब्बू का कॉल आया, “अरे, कल भी काम है! अब कितनी देर करोगी? रात हो गई, बहुत ठंड का भी वक्त है!”

नवंबर का महीना वैसे भी गुलाबी ठंड का होने लगता है।

शबीना की अम्मी अब मैरिज हॉल से उठकर आने ही वाली थीं कि शबीना के अंकल ने कुछ कहा।
शबाना ने शबीना की तरफ देखा, फिर बोलीं, “बेटा, तुम चली जाओ और ये लो गेस्ट रूम की चाबी! तुम वही सो जाना!”

“अम्मी, आप?”
“बेटा, मुझे थोड़ा वक्त लगेगा, और तुम्हारे अंकल को तो बहुत समय लगेगा। तुम जाओ, मैं आ जाऊँगी!”

शबीना ने हाँ करते हुए वहाँ से निकल गई।

इसी बीच, शबाना ने अपने शौहर को व्हाट्सएप पर मैसेज कर दिया।

“आप लोग सो जाइए। मैं कुछ काम निबटाकर आती हूँ और आकर गेस्ट रूम में सो जाऊँगी!”

उधर से जवाब भी आ गया, “ओके!”

शबाना अब फ्री थीं।
वो शबीना के बड़े अंकल के साथ रातभर के लिए फ्री थीं।

इधर, शबीना घर पहुँचकर सीधे छत पर चली गई और अपने शौहर से बातें करने लगी।

बातें खत्म करके वो सीधे गेस्ट रूम में आई और अपनी अम्मी का गाउन पहनकर उसी कमरे में लेट गई।

रात के करीब 11 बजे होंगे, तभी कुछ हरकत हुई।
शबीना के कमरे की लाइट बंद थी।

तभी हॉल की लाइट जली।
वो उठना चाहती थी, पर थकान की वजह से नहीं उठी।

कुछ ही देर में शबीना के कमरे का दरवाज़ा खुला, जिसे शबीना ने कुंडी नहीं लगाई थी।

हॉल में जल रहे बल्ब की रोशनी से शबीना ने अंदर आने वाले इंसान की कद-काठी से अंदाज़ा लगाया कि ये उसके अब्बू हैं।

उसके अब्बू कमरे में आते ही बोल पड़े, “मोहतरमा, इस शादी के चक्कर में तो आपने मेरा ख्याल ही रखना छोड़ दिया!”

शबीना के कानों में इयरफोन लगे होने की वजह से उसने कुछ नहीं सुना।

उसके अब्बू ने अपने सारे कपड़े उतार दिए थे।
शबीना ये देख रही थी।
उसे डर था कि कहीं उसके अब्बू कमरे की लाइट न जला दें।

वो कुछ सोचती या बोलती, उससे पहले ही उसके अब्बू बिस्तर पर आ चुके थे।

शबीना का शरीर अपनी अम्मी की तरह ही भरा-भरा था, जिससे किसी को जल्दी समझ पाना मुश्किल था।

उसके अब्बू बिस्तर पर आते ही शबीना के बूब्स दबाने लगे।
शबीना की साँसें तेज़ हो गईं।

शबीना के अब्बू ने शबीना के साथ पूरी मस्ती शुरू कर दी थी।
इसी बीच, हॉल में फिर से हलचल हुई।

शबीना और उसके अब्बू दोनों ने बाहर की ओर देखा।
शायद शबीना का भाई असलम था।

इसलिए शबीना के अब्बू अब खामोशी से शबीना को अपनी बीवी शबाना समझकर किस करने लगे।

शबीना कुछ बोल नहीं पाई।
उसे इन सब की उम्मीद नहीं थी।

वो धीरे-धीरे शबीना के कपड़े उतारने लगे और फिर शबीना को नंगा करके उसके ऊपर आ गए।

“क्या ऊपर वाले ने हुस्न दिया है, मोहतरमा!” शबीना के अब्बू हल्की आवाज़ में बोले।

वो अब शबीना के नंगे बदन के ठीक ऊपर और दोनों जांघों के बीच आ चुके थे।

वो शबीना को किस करते जा रहे थे और बूब्स मसलते जा रहे थे।
शबीना के मुँह से भी अब आह-आह की आवाज़ आने लगी थी।

शबीना के अब्बू पूरे जोश में थे।
वो शबीना को भूखे शेर की तरह नोच रहे थे।

धीरे-धीरे शबीना सब भूलकर अपने अब्बू की बाहों में सिमटती चली गई।

दोनों ने एक-दूसरे का पूरा साथ दिया।
कमरे में बिस्तर पर काफ़ी देर तक दोनों एक-दूसरे का साथ देते रहे और फिर शबीना के अंदर ही उसके अब्बू झड़ गए।

शबीना ने अपनी शादी के एक साल में पहली बार ऐसी चुदाई का मज़ा लिया था।
कुछ देर बाद शबीना के अब्बू जल्दी से उठकर कपड़े पहनकर कमरे से निकल गए।

शबीना अभी इस खुशनुमा माहौल को महसूस ही कर रही थी कि उसे अहसास हुआ कि अब्बू का फोन बिस्तर पर ही छूट गया।

तभी कमरे में किसी और के आने की आहट हुई।
वो समझी कि उसके अब्बू अपना फोन लेने आए होंगे. पर ये तो उसका भाई असलम था।

अब ये यहाँ किसलिए?

असलम भी कमरे में आते ही अपने कपड़े उतारने लगा, “अम्मी, आपने आज तो अब्बू को बहुत वक्त दिया है!”

अम्मी की चुदाई की ये सुनकर शबीना शॉक्ड हो गई।

पर असलम ने बिना समय गँवाए तुरंत शबीना के पास आकर मानो सालों से भूखा हो, उस पर टूट पड़ा।

शबीना उसे रोकती-मनाती, पर फिर सोची कि अगर ये बात अभी इस वक्त इस कमरे से बाहर गई, तो सारे भेद खुल जाएँगे।

निकाह के घर में बहुत बवाल मच जाएगा और उसकी निकाह भी टूट सकती है।
ये सोचकर वो चुप रह गई।

इसी चुप्पी का फायदा असलम ने उठाया।
वो शबीना को अपनी अम्मी समझकर बेतहाशा प्यार करने लगा।

वो शबीना के एक-दो कपड़े, जो उसने बाद में पहने थे, उन्हें भी उतार फेंका और फिर मज़े करने लगा।

“अम्मी, आज आप मेरा लंड चूसोगी? पिछली बार भी चूसी थी!”

अब शबीना समझ गई थी कि उसके घर का क्या माजरा है।

इसी बीच, असलम अपना लौड़ा शबीना के मुँह के पास रखकर दबाव डाल रहा था।

शबीना के पास अब कोई उपाय नहीं था, वो लंड चूसने लगी।
असलम मस्ती में आवाज़ निकालने लगा।

कुछ ही देर में असलम ने अपने पूरे जोश में आकर अपना माल शबीना के चेहरे पर निकाल दिया।

HindiXxx फॅमिली में ऐसे-ऐसे काम होते हैं!
शबीना के आगे न आसमान था, न ज़मीन।

असलम ने घड़ी की तरफ देखते हुए कहा, “ओह, आज अब्बू ने ही ज़्यादा टाइम लिया, अम्मी! दिल्ली तो 1 बजने को है!”

असलम अब जल्दी से दूसरी बार शबीना के साथ सेक्स करने लगा।

वो शबीना के बड़े और कड़े बूब्स को मसलने और चूसने लगा।

कुछ ही देर में असलम ने शबीना के साथ चुदाई शुरू कर दी।

असलम भाई का लौड़ा ताकतवर था।
शबीना अपनी चूत में महसूस कर रही थी।

वो शबीना की दोनों जांघों को फैलाकर ज़ोर-ज़ोर से धक्के मार रहा था।

शबीना भी अब मस्त हो चुकी थी।
वो भी कमर उठा-उठाकर असलम के लौड़े का मज़ा ले रही थी।

दोनों 20 मिनट तक तेज़ धक्कों का मज़ा लेने के बाद शांत हो चुके थे।
शबीना भी आज दो बार झड़ चुकी थी।

असलम अपना काम निबटाकर वापस अपने कमरे में चला गया।

शबीना भी सुकून से बिस्तर पर लेटी रही।

और अपने अब्बू के छूटे हुए फोन के मैसेज देखने लगी, जिसमें उसकी अम्मी का मैसेज था।

“मैं गेस्ट रूम में सो जाऊँगी कुछ देर में, और शबीना यहाँ का काम कर देगी!”

अब शबीना को समझ आ गया था कि ये सब गलतफहमी में हुआ है, पर जो भी हो रहा था, वो सबकी रज़ामंदी से हो रहा था।

शबीना के मन में कई सवाल थे, पर अब उसे अच्छी नींद आ रही थी।
उसकी दिनभर की थकान दूर हो चुकी थी।

फिर भी, वो अपने अब्बू का फोन हॉल के सोफे पर रख आई और वापस गेस्ट रूम में आकर सो गई।

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