चचेरी बहन की चूत और गांड मारी

ब्रदर सिस्टर फक स्टोरी में पढ़ें कि मेरी वासनामयी दृष्टि मेरी चचेरी बहन की उफनती जवानी पर थी क्योंकि मेरी बहन बहुत ही सेक्सी है। एक बार हम दोनों घर में अकेले थे. तो क्या हुआ?

मैं शहर में रहने वाला एक साधरण युवक हूँ. मेरी उमर 30 साल है।

मैंने अपनी चचेरी बहन को कैसे चोदा उसकी ब्रदर सिस्टर फक स्टोरी आपको बताने जा रहा हूँ।

मेरी बहन बहुत ही सेक्सी है। वह अभी अभी जवान हुई है, उसकी उमर 19 साल है।
उसका गदराया शरीर देख के मजे हमेशा उसको चोदने की इच्छा होती थी मगर कभी मौका नहीं मिल पाता था।

वह टाइट कुर्ता और टाइट पजामा पहनती है जिससे उसके उभार साफ दिखते थे।
उसकी चूची तो हमेशा शर्ट फाड़ कर बाहर आने को बेताब रहती थी।

जब वह चलती थी तो उसकी गांड उपर नीचे होती जिसको देखकर मेरा 7 इन्च लम्बा लण्ड खड़ा हो जाता और मैं बाथरूम में जाकर उसको मन ही मन उसको चोदने को सोचकर मुठ मारता था।

एक दिन मेरे माता पिता 1 सप्ताह के लिये मेरी बड़ी बहन के यहाँ कुछ काम से चले गये।
अब घर में केवल मैं और चाची का परिवार था।

चाचा सुबह काम पर चले जाते है और रात में 9 बजे तक आते है।

एक दो दिन किसी तरह बीता।

फिर एक दिन चाची ने मुझसे कहा कि वे अपने मायके जा रही हैं क्योंकि उनकी मम्मी की तबीयत ठीक नहीं है, साथ में वे अपने छोटे बेटे को लिये जा रही हैं जिसकी उमर कम थी।
उन्होंने कहा- तुम्हारी बहन को नहीं ले जा रहे हैं, वह तुमको खाना बना के दे देगी।

फिर क्या था … जिस मौके का मुझको कबसे इन्तजार था, वह आ गया।
मैं मन ही मन बहुत खुश हुआ।
चाची के जाने के बाद अब घर में केवल मैं और मेरी चचेरी बहन थे।

हम दोनों साथ में बैठकर टीवी देख रहे थे।
तभी मेरी बहन ने कहा कि वह खाना बनाने जा रही है।
वह खाना बनाने चली गई.

मैं कमरे से ही उसको रसोई में खाना बनाते उसकी गांड को देख रहा था.
उसको भी इस बात का अंदाजा हो गया।

कुछ देर बाद वह खाना बना कर लौटी और कहा- भैया जब खाना खाना होगा तो बता दीजियेगा।
मैंने कहा- तुम कितना काम करोगी. आओ मेरे पास बैठो, थोड़ी बात करनी है.
वह आकर मेरे सामने बैठ गई।

मैं उससे पढ़ाई के बारे में पूछने लगा.
वह बीएससी साइंस की छात्रा है।

मैंने उससे पूछा- तुमने रिप्रोडक्शन सिस्टम के बारे में तो पढ़ा होगा कि क्या होता है?

पहले तो वह थोड़ी सी हिचकिचाई लेकिन बाद में वह बोली- मेल और फीमेल के सम्बंध के बारे में है।
मैंने अंजान बनते हुए बोला- तो क्या इसे ही सेक्स कहते हैं?

वह अजीब नज़र से मेरी ओर देखने लगी.
तो मैं थोड़ा घबरा गया।

थोड़ी देर बाद वह बोली- मुझे क्या पता कि सेक्स क्या होता है. मैंने कभी किया थोड़े ही है।

मैंने भी मौका देख तुरंत बोला- मुझे भी नहीं पता. चलो आज करके देखते हैं कि कैसे होता है।

वह नजरें नीचे करके हल्की मुस्कान के साथ बोली- जब पता नहीं तो कैसे करोगे?
मैंने कहा- मोबाइल है ना!

फिर मैं जल्दी से पोर्न वीडियो साइट पर गया और जापानी सेक्स वीडियो प्ले कर दिया.
और उससे कहा- आओ मेरे पास आकर बैठो, दोनों साथ में ही देखेंगे.

वह मेरे बगल में आकर बैठ गई.
मैं समझ गया कि आग उधर भी लग चुकी है।

थोड़ी देर बाद जब वीडियो में चुदाई शुरु हुई तो वह गर्म हो गई.
उसकी आंखें बन्द थी और उसका हाथ उसकी चूत पर था.
मैं समझ गया कि यही सही समय है।

मैंने वीडियो बन्द कर दी और कहा- मैं समझ गया कि सेक्स कैसे होता है. अब मैं कर के दिखाऊँगा।

वह थोड़ी सी डर गई और कहा- ये सही नहीं है।
मैंने कहा- कुछ नहीं होगा, जवानी के मजे लो।

उसने ज्यादा विरोध नहीं किया और लेट गई।

मैं तुरंत उसके ऊपर चढ़ गया और उसको किस करने लगा. मैं उसके होठों को चूसने लगा.
वह भी मजे लेकर मेरे होठों को चूसने लगी.

फिर मैंने फिर मैंने उसकी चूची पर हाथ फेरा.
इतनी मुलायम और नर्म चूची थी.

मैं तुरंत उसका कुर्ता उतरने लगा.
पर उसका टाइट कुर्ता मुझसे उतर नहीं रहा था.

तो उसने खुद उठ कर अपना कुर्ता उतारा.
अब वह ब्रा में थी.

मैंने तुरंत उसकी ब्रा हटा दी.
उसकी गोल गोल मुलायम चूची देखकर मुझसे रहा नहीं गया और मैं उसको मुंह में भरकर चूसने लगा.

काफी देर तक मैंने चूचियों को चूसा और बीच बीच में अपने दांतों से उसकी चूची को काटता जिससे वह सिहर जाती और मादक आवाजें निकालती।

उसकी मादक आवाज सुनकर मुझे और जोश आता।

काफी देर चूची चूसने के बाद मैंने उसका पजामा उतार दिया.
अब वह मेरे सामने केवल पैंटी में थी.

उसने रेशम की काले रन्ग की पैंटी पहन रखी थी।

देखते ही मेरा दिमाग खराब हो गया और मैं पैटी के ऊपर से ही उसकी चूत चाटने लगा.
उसकी चूत से रस बह रहा था जिससे उसकी पैटी गीली हो गयी थी।

मेरी बहन की चूत से इतनी मादक खुशबू आ रही थी कि मेरा मुझपे कण्ट्रोल ही नहीं रहा.
मैंने तुरंत उसकी पैंटी उतार दी।

अब वह मेरे सामने पूरी नंगी थी.
उसकी गुलाबी फुली हुई चूत देख कर मैं अपना होश खो बैठा और पागलों की तरह उसकी चूत को अपनी जुबान से चोदता रहा.
वह भी तेज तेज मादक सिसकारियां निकाल रही थी।

तभी उसका बदन अकडने लगा और उसने एक तेज आवज के साथ अपना पानी छोड़ दिया।
मैं अभी भी उसको जीभ से चोद रहा था, मैंने उसका सारा पानी चाट कर साफ कर दिया।

वह ढीली पड़ चुकी थी।

मेरा लण्ड तन्ना रहा था, अब मैं उसको चोदने वाला था।
मैंने अपना 7 इन्च लम्बा लण्ड उसकी चूत पर रखा और एक जोर का धक्का मारा.

वह आज से पहले कभी चुदी नहीं थी तो केवल मेरा सुपारा ही उसकी चूत में गया और वह छटपटाने लगी.
उसकी आँखों में आंसू आ गये.

वह कहने लगी- अब मत करो.
मैंने कहा- बस थोड़ा सा दर्द होगा, बाद में बहुत मजा आयेगा.

और मैं उसके होंठ चूसने लगा और एक हाथ से उसकी चूची दबाने लगा।

5 मिनट बाद उसको मजा आने लगा और वह फिर मादक आवाजें निकालने लगी.

मैं उसके उपर से उठा और एक और जोरदार झटका मारा.
मेरा पूरा लण्ड उसकी चूत में समा गया.

वह फिर छटपटाने लगी.
लेकिन मैंने धीरे धीरे धक्के मारने चालू रखे।

थोड़ी देर बाद उसको मजा आने लगा और वह गांड उठा उठा कर अपनी पहली चुदाई का मजा लेने लगी।

मैंने चुदाई तेज कर दी.
5 मिनट की चुदाई के बाद वह एक बार फिर झड़ गई।
उसकी चूत का गर्म गर्म पानी मेरे लण्ड को अन्दर भून रहा था।

अब उसकी चूत के पानी से मेरा लण्ड आसानी से अन्दर बाहर हो रहा था।

मुझे बहुत मजा आ रहा था।
ऐसा लग रहा था कि मैं किसी और दुनिया में हूँ।
और मजा आता भी क्यों ना … यह हम दोनों की पहली चुदाई थी।

15 मिनट ताबड़तोड़ चुदाई के बाद मैं अपने आप को कण्ट्रोल नहीं कर सका और उसकी चूत में ही अपना सारा माल छोड़ दिया।

मैं बेहाल होकर उसके ऊपर गिर गया।

हम लोग 10 मिनट तक यूँ ही पड़े रहे।
मेर लण्ड अभी भी उसकी चूत में था।

मैंने फिर उसको चूमना शुरु किया।
उसने मना किया- अब बस!

मैंने कहा- अभी तो तुम्हारी गांड बाकी है जिसको चोदने को सोचकर ना जाने कितनी बार मैंने मुठ मारी है।
वह मुंह नीचे करके मुस्कुरा उठी.

मैं उसको चूमता रहा.
मेरा लण्ड उसकी चूत में ही खड़ा हो गया।

वह भी फिर से गर्म हो गई।

मैंने उसकी चूत से अपना लण्ड निकला और फच्च की आवाज के साथ उसका और मेरा पानी भी बाहर आ गया।

अब मैंने उसको पेट के बल लेटाया और उसकी कमर के नीचे एक तकिया लगाया।
उसकी गोल गोल मोटी उभरी हुई गांड देख कर मैं उसकी गांड को चूमने लगा और उसकी मोटी गांड को अपने दांतों से काटने लगा.

फिर मैंने उसकी गांड फैला कर उसकी गांड का छेद देखा।
उसकी गांड का छेद बहुत ही छोटा था।

मैं तुरंत फ्रिज़ से मक्खन लाया और उंगली से उसकी गांड की छेद में भर दिया और थोड़ा मक्खन अपने लण्ड पे लगाया।

फिर मैंने अपने लण्ड को उसकी गांड की छेद पर रखा और जोर मारा तो मेरा लण्ड उसकी गांड से फिसल गया।
उसको भी दर्द हुआ और मेरे लण्ड में भी हल्का सा दर्द हुआ।

फिर मैंने अपनी दो उंगली उसकी गांड में घुसेड़ दी और उसके छेद को बड़ा करने लगा।

5 मिनट तक उसकी गांड में उंगली करने के बाद मैंने फिर अपना लण्ड उसकी गांड के छेद पर रखकर एक जोर मारा।
मेरा पर लण्ड उसकी गांड में उतर गया।

वह बहुत तेज सी चीखी और कहने लगी- हाय … तुमने मेरी गांड फाड़ दी
2 मिनट रुकने के बाद उसका दर्द कम हुआ।

अब मैंने धीरे-धीरे बहन की गांड को चोदना शुरु किया।

कुछ देर बाद उसको भी मजा आने लगा और वह सिसकारी ले लेकर अपने गांड चुदवाने लगी।

मैंने अपने दोनों हाथों से उसकी मोटी गांड पकड़कर खूब चोदा।

फिर मैंने उसको कुतिया बनाया और खूब जोर जोर से उसकी गांड मारी।

10 मिनट तक उसको कुतिया बना कर चोदने के बाद मैं उसकी गांड में झड़ गया।

ब्रदर सिस्टर फक के बाद अब हम दोनों का शरीर पूरी तरह से टूट गया था।
हम लोग काफी देर तक यूं ही पड़े रहे।

कुछ देर बाद मैंने फच्च की आवाज के साथ उसकी गांड से अपना लण्ड निकाला।

फिर हम दोनों साथ में नहाने गये।
नहाते वक़्त मैंने फिर उसको चोदा।
नहा के आये फिर हमने साथ में खाना खाया।

तभी चाची का फोन आया कि वे आज नहीं आयेंगी और चाचा भी उनके पास ही जायेंगे।

फिर क्या … हम लोगों का चुदाई का कार्यक्रम पूरी रात चला।
मैंने उसे पूरी रात अलग अलग पोज में चोदा।

अब जब भी मौका मिलता है, मैं उसकी चूत और गांड दोना चोदता हूँ।

दोस्तो, यह थी मेरी पहली चुदाई जिसमें मैंने अपनी चचेरी बहन को चोदा।

आपको मेरी ये ब्रदर सिस्टर फक स्टोरी कैसी लगी?
जरूर लिखियेगा।
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धन्यवाद।