चुदासी अम्मी को शिमला में चोदा

बैड सन मॅाम सेक्स कहानी में मैं अम्मी अब्बू के साथ ट्रेन शिमला घूमने जा रहा था. मैं और अम्मी फर्स्ट क्लास के कूपे में थे. मेरी अम्मी ने पूरी नंगी होकर कूपे में मेरे सामने कपड़े बदले.

मेरा नाम शाहिद है और मैं पुणे से हूँ.
मेरी अम्मी का नाम शराफ़त है और मेरे अब्बू इंजीनियर हैं.

जब अपनी ग्रेजुएशन की परीक्षा में मुझे 96% अंक मिले तो घर में सब बहुत खुश हुए और हम सभी ने शिमला जाने का प्लान बनाया.

यह बैड सन मॅाम सेक्स कहानी चंडीगढ़ जाने वाली ट्रेन में शुरू हुई.

पहले हम चंडीगढ़ जाने वाले थे इसलिए हमने ट्रेन के फर्स्ट क्लास की टिकटें लीं.
लेकिन हमें फर्स्ट क्लास की सिर्फ़ दो टिकटें मिलीं तो अब्बू ने एक टिकट सेकंड एसी की बुक की.

मैं और अम्मी फर्स्ट क्लास में साथ थे.
मेरी अम्मी को सोते समय नाइटी पहनने की आदत थी.
उस रात अम्मी ने मेरे सामने ही शरारा उतार दिया और ब्लाउज़ भी निकाल दिया.

उनके 34 के मम्मे ब्रा से बाहर झांक रहे थे.
मैं उन्हें घूर रहा था.

अम्मी मेरी तरफ़ देखकर हंसी और नाइटी पहन ली.

मैंने ठान लिया कि मैं अम्मी को चोदूँगा.
अम्मी सो गईं और उनकी नाइटी जांघों तक खिसक गई थी.

मैंने धीरे से उनकी पैंटी के ऊपर से उनकी चूत को सहलाना शुरू कर दिया.
वे थकी हुई थीं तो कुछ भी प्रतिक्रिया नहीं दी.

थोड़ी देर बाद मैं भी मुठ मार कर सो गया.

सुबह हम सब चंडीगढ़ पहुंच गए.
उधर एक होटल में जाकर हमने आराम किया.

मेरे अब्बू के कुछ दोस्त चंडीगढ़ में रहते थे तो वे अपने दोस्तों से मिलने बाहर गए थे.
उस समय मैं और मॉम सो रहे थे.

मैंने मॉम की पैंटी के अन्दर हाथ डालकर उनकी चुत को सहलाया और छेद में उंगली डाल कर आगे-पीछे करना शुरू कर दिया.

मॉम कोई हॉट सपना देख रही थीं शायद तो उनके कंठ से ‘आह … आह … ओह याह’ जैसी आवाज़ें निकलने लगीं.

मुझे लगा कि मॉम को मजा आ रहा है तो मैंने और जोर से उनकी चुत में उंगली करना शुरू कर दिया.
मॉम ने अपनी टांगें फैला दीं और वे मेरी उंगली से अपनी चुत रगड़वाने का मजा लेने लगी थीं.

अब मैंने उनकी सामने से खुलने वाली नाइटी को खोल दिया.
उनके मस्त दूध मुझे गर्म करने लगे.
मेरी मॉम मेरे सामने पूरी नंगी पड़ी थीं.

मैंने झट से अपना लंड निकाला और उनकी चूत के ऊपर रखकर धीरे से अन्दर डालने लगा.
लेकिन लंड फिसल जा रहा था.

तभी मॉम जाग गई और बोलीं- जोर से डाल न मादरचोद! साला जब से चुत को भट्टी बना रहा है … अब चोदने के टाइम देरी कर रहा है.

मैंने जोश में आकर जोर का झटका दिया और आधा लंड मॉम की चुत के अन्दर चला गया.

आधा लंड घुसते ही मॉम जोर से चिल्लाईं- आह फाड़ दी अम्मी के लौड़े ने … आह अब चोद जोर जोर से … आह साले मादरचोद फाड़ दे अपनी मॉम की चुत!
मैं जोर-जोर से अपनी मॉम को चोदने लगा.

उनके मम्मे दबाने लगा और कभी कभी उनके दूध अपने मुँह में लेता हुआ उन्हें धकापेल चोद रहा था.
पंद्रह मिनट बाद मेरा पानी निकल गया.

मैंने सारा पानी अम्मी की चूत में ही छोड़ दिया और उनके ऊपर लेट गया.

वे लंबी सांस लेती हुई बोलीं- तेरे अब्बू से बड़ा लंड है तेरा … साले तूने तो आज मुझे मार ही डाला बड़ा मस्त लंड है तेरा!

मैंने उनके दूध चूसते हुए पूछा- मॉम मुझसे चुदवाने में आपको मजा आया न!
वे हंस दीं और मुझे चूम कर सहलाने लगीं.

फिर मॉम बोलीं- एक बार और चोद दे बेटा.
मैं उनकी चूत चाटने लगा.

उनकी चूत पर बहुत सारे बाल थे.
मैंने उन्हें बाल काटने की सलाह दी तो वे बोलीं- तेरा बाप मुझे ठीक से चोदता ही नहीं, इसलिए मैंने बाल नहीं हटाए. अब पहली फुर्सत में झांटें साफ कर लूँगी.

मैंने जल्दी से उनकी चुत में अपना लंड पेला और उन्हें धकापेल चोदना चालू कर दिया.
करीब बीस मिनट में मॉम की चुत ठंडी हो गई.

वे बोलीं- अब जल्दी से तू भी झड़ जा … तेरा बाप आने वाला होगा!
उनकी बात सही थी, अब्बू के आने का समय हो रहा था.

तो हम दोनों ने जल्दी से चुदाई खत्म की और अलग होकर अपने अपने कपड़े पहन लिए.

कुछ ही देर में अब्बू आ गए.
वे ड्रिंक करके आए थे तो नशे में थे.
उन्हें कुछ अहसास ही नहीं हुआ कि मैंने मॉम की चुत चोद दी है.

फिर शाम हुई और हम सब खाना आदि खाकर सो गए.

अगले दिन हम शिमला निकलने वाले थे लेकिन अब्बू को ऑफिस से कॉल आया और उन्हें पुणे बुला लिया गया.

मॉम ने कहा- हम दोनों भी पुणे चलें.

लेकिन अब्बू ने समझाया कि हम शिमला चले जाएं.
मॉम मान गईं.

मैं बहुत खुश था क्योंकि मुझे शिमला में भी मॉम को चोदने का मौका मिलेगा.
अब्बू वापस चले गए और मैं मॉम को लेकर शिमला पहुंच गया.

होटल के रूम में जाकर हम दोनों ने एक साथ लेट कर कुछ देर चूमाचाटी की और थोड़ा आराम किया.
शिमला में सर्दी थी तो मॉम ने व्हिस्की की बोतल निकाली और हम दोनों ने तीन तीन पैग लगा लिए.

उसके बाद खाना खाने बाहर आ गए.

खाना खाने के बाद हम दोनों सोने के लिए रूम में आ गए.

जैसे ही रूम में पहुंचे, मैंने मॉम को बेड पर धक्का दे दिया और उनके ऊपर चढ़कर उनके होंठ चूसने लगा.
मॉम भी मेरा साथ दे रही थीं.

मैंने धीरे-धीरे उनकी साड़ी उतारनी शुरू की.
थोड़ी देर बाद मैं उनका पूरा बदन चाटने लगा.
मॉम मादक सिसकारियां लेने लगीं.

मैंने उनकी पैंटी उतारी और उनकी चूत पर मुँह रखकर चाटने लगा.

वे मेरा सिर पकड़ कर अपनी चूत पर दबाती रहीं और चिल्लाने लगीं- आहा … आ … मेरी चुत चूस साले मादरचोद!

मैं जोश में आकर और जोर-जोर से चूसने लगा.
मैंने उनसे कहा कि आप भी मेरा लंड अपने मुँह में लो!
लेकिन वे मना करने लगीं.

मैंने उन्हें पकड़ा और जोर से मुँह में लंड डाल दिया.
वे गों गों करने लगीं और मैं अपना लौड़ा उनके मुँह में आगे-पीछे करने लगा.

थोड़ी देर बाद वे मस्ती से मेरे लंड को चूसने लगीं.
मेरे पोते सहलाने लगीं.

कुछ ही देर में मैंने उनके मुँह में माल छोड़ दिया तो उन्होंने मेरा वीर्य थूक दिया और मुझे गालियां देने लगीं.

वे बोलीं- साले भोसड़ी के … मैंने आज तक तेरे बाप का लंड नहीं चूसा और साले तूने तो मेरे मुँह में माल ही गिरा दिया!
मैंने उनसे माफी अम्मीगी और कहा- जोश में पता ही नहीं चला कि माल निकलने वाला है!

थोड़ी देर बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया.

मैंने उनकी चूत पर लंड रखकर डालना शुरू किया.
पूरा लंड एक ही झटके में अन्दर चला गया.

मैं मॉम को धीरे-धीरे चोद रहा था.
तभी वे बोलीं- जोर जोर से चोद न साले!

मैंने चुदाई की स्पीड बढ़ाई और जोर-जोर से चोदने लगा.
मॉम को चोदते समय रूम में थप-थप की आवाज़ गूँजने लगी.

बीस मिनट बाद मैंने सारा माल उनकी चूत में छोड़ दिया और उनके ऊपर लेट गया.

थोड़ी देर बाद वे मेरे लंड को हाथ से सहलाने लगीं.
धीरे-धीरे लंड फिर खड़ा हो गया.

इस बार मॉम मेरे लंड पर आकर बैठ गईं और उसे अपनी चूत में डालने लगीं.
जब पूरा लंड अन्दर गया, तो वे जोर-जोर से मेरे ऊपर कूदने लगीं.

मुझे उनके दूध चूसते हुए उन्हें चोदने में बहुत मज़ा आ रहा था.

वे चिल्ला रही थीं- आह … फाड़ दे मेरी चूत.

थोड़ी देर बाद मैं उनकी चूत में झड़ गया.
मॉम मेरे लौड़े के ऊपर ही चुत फंसाए हुई लेट गईं और सो गईं.

अगले दिन सुबह जब मैं जागा, तो मॉम मेरे बगल में नंगी सो रही थीं.

मैं धीरे-धीरे उनके बूब्स चूसने लगा.
दूध चूसने की वजह से मॉम नींद से जाग गईं.

वे मुझे दूध चूसता देखकर गुस्से से बोलीं- मादरचोद सोने दे … रात भर चोदा है तूने … मन नहीं भरा क्या?
उनकी बात सुनकर मुझे भी गुस्सा आ गया.

मैंने झट से मॉम की चूत पर लंड रखा और जोर-जोर से चोदने लगा.
मैं उन्हें गालियां देने लगा- रंडी साली … लंड ले कुतिया … आह मजेदार मॉम है … साली बहन की लौड़ी क्या मस्त चुत है तेरी!

मॉम मदभरी सिसकारियां ले रही थीं.

मैं उन्हें बहुत जोर जोर से चोदने लगा, जिससे पूरे रूम में थप-थप की आवाज़ गूँज रही थी.

मेरा वीर्य उनकी चुत में निकल गया और मैं थोड़ी देर उनके ऊपर लेटा रहा.

इसके बाद हम दोनों नहाने चले गए.
बाथरूम में भी हम दोनों एक दूसरे के अंगों से खेलने लगे.

बाथरूम के फर्श पर 69 करके एक दूसरे के लंड चुत को चूसने लगे और मैंने मॉम को चुदास से भर दिया.

उसके बाद मैंने उन्हें शॉवर के नीचे खड़े-खड़े चोदा.
शॉवर से गर्म पानी आ रहा था लेकिन ठंडा सा लग रहा था.
हालांकि हम दोनों गर्म थे तो बहुत मज़ा आ रहा था.

मैं बेरहमी से अपनी मॉम को चोद रहा था.

थोड़ी देर बाद उन्होंने मेरे लंड पर ही मूत दिया.
मैं उनके होंठ चूस रहा था.

फिर हम दोनों बाथटब में बैठकर रोअम्मीस करने लगे, साथ साथ व्हिस्की के पैग का मजा लेने लगे.

चुदाई करने के बाद हम शिमला घूमने बाहर निकले.

अम्मी ने काली साड़ी पहनी थी, जिसमें वह 25 साल की लड़की जैसी लग रही थीं.
सब लोग उन्हें ही घूर रहे थे.

हम दोनों ने थोड़ी देर घूमा, खाना खाया और रूम में वापस आ गए.

थोड़ा आराम करने के बाद मैंने उनकी साड़ी उतारनी शुरू की और उनके पूरे जिस्म को चाटने लगा.

मैंने उनकी पैंटी उतारी और चूत चाटने लगा.

इसके बाद मैंने उन्हें घोड़ी बनाया और लंड उनकी गांड के ऊपर रगड़ने लगा.

मैंने थोड़ा सा लंड गांड के अन्दर डालने की कोशिश की.
तो मॉम ने मना कर दिया, वे बोलीं- आज तक मैंने गांड नहीं मरवाई, मुझे गांड नहीं मरवाना!

मैंने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं मानीं.
मैंने कहा- अगर बहुत दर्द हुआ, तो मैं गांड नहीं मारूँगा.

वे चुप रहीं तो मैं समझ गया कि मॉम गांड में लंड लेने के लिए राजी हैं.

मैंने अपने लंड पर वैसलीन लगाई और उनकी गांड को भी वैसलीन से चिकना कर दिया.
फिर मैंने उनकी गांड में लंड अन्दर डालने की कोशिश की लेकिन लंड जा नहीं रहा था.

वे मना कर रही थीं.

फिर मैंने व्हिस्की की बोतल उनके मुँह में लगाई और उन्हें नीट दारू पिला कर मस्त कर दिया.

उसके बाद वे अपनी गांड हिलाने लगीं तो मैंने लंड को उनकी गांड में सैट किया और उनके बाल पकड़ कर जोर का झटका दे दिया.

मेरा आधा लंड मॉम की गांड में अन्दर घुसता चला गया.

मॉम चिल्लाने लगीं- ऊई मर गई आह निकाल बाहर लंड … आह साले मर जाऊंगी मैं!

मैंने उनकी एक नहीं सुनी और पूरा लंड अन्दर डाल दिया.

थोड़ी देर रुकने के बाद मैं धीरे-धीरे मॉम की गांड मारने लगा.

अब उन्हें भी बैड सन मॅाम सेक्स में मज़ा आने लगा और वे मेरा पूरा साथ देने लगीं.

मैंने स्पीड बढ़ाई तो वे मस्ती से चिल्लाने लगीं- आह मजा आ रहा है आह चोद साले … मेरी गांड फाड़ दे!
मैं भी उनकी चुत में उंगली करने के साथ साथ उनकी गांड का बाजा बजाता रहा.

उसी वक्त उनके मुँह से अचानक से निकल गया- आज बहुत दिनों बाद किसी का लंड मेरी गांड में गया है … बड़ा अच्छा लग रहा है!

मैंने मॉम के दूध मसलते हुए पूछा- क्या अब्बू ने आपकी गांड मारी थी?

वे हंस कर बोलीं- नहीं मेरा एक ब्वॉयफ्रेंड मेरी गांड मारता था. उससे मैंने चुत नहीं चुदवाई थी इसलिए वह मेरी गांड मारता था.

मैं समझ गया कि मेरी मॉम एक चुदक्कड़ रांड हैं और इनको अब्बू के लंड से मजा नहीं आता है इसलिए ये अलग अलग मर्दों से चुदवाती रहती हैं.

मैंने उस दिन मॉम की गांड मार कर लंड का रस गांड में ही भर दिया.

दोस्तो, अब मैं अपनी अम्मी की चुत गांड खूब मजे से चोद लेता हूँ.
और वे भी मस्ती से घर में ही अपनी चुत गांड के लिए मेरे लंड को काम पर लगा देती हैं.

आपको मेरी बैड सन मॅाम सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज जरूर बताएं.
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