ट्रेन में भाभी के मम्मों को देख कर मस्ती

इंडियन बूब्ज़ सेक्सी कहानी में मैंने रेलगाड़ी में यात्रा करते समय एक जवान भाभी की गोरी चूचियां पूरी नंगी देखी. मुझे देख वे पूरी चूची निकाल कर बेबी को दूध पिलाने लगी.

नमस्ते दोस्तो, मैं अन्तर्वासना और फ्री सेक्स कहानी के पटल पर अक्सर आता हूं और यहां पर सेक्स कहानी पढ़ कर अपने लंड को हिला कर अन्दर की आग को शांत कर लेता हूँ.
मुझे यह पढ़ कर बहुत अच्छा लगता है कि कैसे लोग अपनी अपनी कहानियां बिंदास बताते हैं.

ये मेरी पहली सेक्स कहानी है.
यह अब तक कि मेरे जीवन की सबसे रोचक घटनाओं में से एक है.
जब भी मैं उस घटना के बारे में सोचता हूँ, तो यह अभी भी मुझे अन्दर से गर्म कर देती है.

ये इंडियन बूब्ज़ सेक्सी कहानी उस समय की है जब मैं अपने कॉलेज की परीक्षा खत्म करके वापस अपने घर जा रहा था.
कोविड का टाइम होने की वजह से उस टाइम टिकट्स ऑनलाइन ही बुक होती थी और जनरल में भी रिजर्वेशन जैसा था.

एक आदमी के लिए एक सीट.

हुआ यूं कि मुझे घर जाने की जल्दी थी और टिकट मिल नहीं रही थी.
इसलिए मैंने बिना टिकट ही यात्रा करने का निर्णय लिया.

अपना सारा सामान उठा कर स्टेशन पर पहुंच गया और अपनी दोपहर की ट्रेन का इंतजार करने लगा.

ट्रेन में मैंने जनरल डिब्बे का चयन किया जो कि पीछे को तरफ था.

क्योंकि अक्सर लोग बोलते हैं कि पीछे टिकट चैक नहीं होते हैं.
जैसे ही मैं उस डिब्बे में गया, वहां ज्यादा भीड़ नहीं थी.
तब भी मुझे बैठने के लिए जगह नहीं मिली थी.

मैंने अपने सामान को ऊपर रखा और मुझे ऊपर ही एक तरफ खाली जगह सी दिखी, उधर मैं बैठ गया.
एक तरफ काफी सामान था और जिस तरफ मैं बैठा था, उस तरफ मेरा पूरा सामान था.

मेरे सामने बस एक अधेड़ उम्र का आदमी बैठा हुआ था.

उस समय तक मेरे दिमाग में कुछ नहीं था.
मैं ऐसे ही गाना सुनता हुआ सफर तय कर रहा था.

कुछ स्टेशन निकलने के बाद एक परिवार मेरे डिब्बे में दाखिल हुआ.
देखने से लग रहा था कि वे सब पूरे परिवार के साथ कहीं दूर की यात्रा पर जा रहे हैं.

अब तक नीचे की सारी जगह खाली हो चुकी थी लेकिन उनके बैठने से साथ ही सारी जगह भर गई.
उनके साथ कुछ बच्चे भी थे.

तभी मेरा ध्यान फोन से हटा और मुझे मेरी कहानी की नायिका दिख गई.
उसका गोरा रंग, सुनहरी साड़ी, कमर नंगी दिख रही थी.
ऊपर 34 इंच के दूध, उसके नीचे 30 इंच की कमर और कमर के नीचे भरी हुई गांड का इलाका शुरू ही गया था.
उसकी गांड शायद 36 की रही होगी. यह मेरा अनुमान था.

उसके हाथ में एक दुधमुँहा बच्चा था.
उसने मेरी तरफ देखा तो नहीं, पर मेरी नजर उसके ब्लाउज के बीच में से दिख रही उसकी चूचियों पर ही टिकी हुई थी.
ऐसा इसलिए था क्योंकि उसकी साड़ी का पल्लू नीचे को था और उसने उसे सही करना ठीक भी नहीं समझा था.

उसका बच्चा बार बार उसके पल्लू को खींच दे रहा था.
लगातार चूचों को देखने की वजह से मेरी जींस में 7 इंच का मेरा लंड खड़ा हो गया था और तम्बू सा बन गया था.

पैंट में फूला हुआ लंड एकदम साफ दिख रहा था.
मैंने हिम्मत की और मोबाइल में फोटो ले ली. उसकी इंडियन बूब्ज़ की दरार की कुछ वीडियो भी बनाईं.

एक बार उसने मुझे घूरते हुए देख भी लिया था पर कुछ बोली नहीं, बस एक हल्की सी मुस्कान बिखेर दी.
मैंने भी नजरें हटा लीं.

शायद उसने मुझे अपने दूध की तरफ देखते हुए और फ़ोटो निकालते हुए पकड़ लिया था.

कुछ देर बाद मैंने बच्चे के रोने की आवाज सुनी.
ऐसा लग रहा था मानो उसे भूख लगी हो.
वह अपनी मम्मी का पल्लू बार बार खींच रहा था.

ऐसा करते करते उसने ब्लाउज को भी थोड़ा सा बाहर खींच दिया था जिससे मुझे लाल रंग की ब्रा साफ़ साफ़ दिख रही थी.

मेरी नजर बस उस भाभी के ब्लाउज और उसमें से दिख रही लाल रंग की ब्रा पर ही ऐसी टिकी थी.
ऐसा लग रहा था मानो मुझे कोई खजाना मिल गया हो.

मैंने देखा कि वह भाभी ऊपर देख रही थी कि मैं क्या कर रहा हूं.

मैंने डर की वजह से खुद को पीछे करना चाहा पर उसकी स्माइल ने मुझे हिम्मत दी और मैं उसे देखता रहा.
फिर जो हुआ उसके लिए मैं तैयार नहीं था.
उस भाभी ने नीचे से अपना ब्लाउज ऊपर की तरफ किया और अपने एक दूध को बाहर निकाल लिया.

मैं उसके गोरे और गोल दूध को साफ साफ देख सकता था.
मैंने पहले तो एक बार के लिए नजरें हटा लीं, पर मन नहीं माना तो फिर से हिम्मत करके देखने का प्रयास किया.

वह बच्चा अपने मुँह में अपनी मम्मी का दूध लेकर खींच खींच कर चूस रहा था.

बार बार खींचने से भाभी का निप्पल उस बच्चे के मुँह से निकल जाता था और भाभी के निप्पल से टपकता हुआ दूध, मेरे लौड़े को एकदम से अकड़ जाने पर मजबूर कर रहा था.
अब मेरे दिमाग में आया कि भाभी की वीडियो बनाई जाए.

मैं फोन खोल कर वीडियो बनाने लगा और साथ ही साथ उस बच्चे की जगह खुद को सोच रहा था.
इतने में भाभी को शायद फोन दिख गया और उसने झटके से अपना पल्लू आगे कर दिया.

उसने एक तरह से मुझे ज्ञान दे दिया था कि मैं उसकी चूचियों की फ़ोटो या वीडियो न बनाऊं.

मेरे अन्दर उससे आंख मिलाने की हिम्मत नहीं थी क्योंकि मैं ये सोच रहा था कि मैं भी उन्हीं सब लोगों की तरह ही हूं जो वीडियो बना कर किसी की जिंदगी खराब कर देते हैं.
मैं एक बार के लिए खुद की नजर में गिर गया था.

पर मैंने देखा कि जैसे ही मैंने फोन हटाया.

उस भाभी ने पल्लू धीरे से ऊपर की तरफ ऐसे खींच दिया मानो वह बोल रही हो कि देखना है तो देख लो पर वीडियो नहीं बनाओ.
उसी पल मेरी नजरें उससे मिलीं और वह मुस्कुरा दी.

उसकी मुस्कान यह साफ साफ बता रही थी कि उसे अपने दूध दिखाने में कोई ऐतराज नहीं है.
अब मुझमें हिम्मत आई और मैंने एक बार भाभी के आस-पास नजर दौड़ा कर देखा.

उसका पति सो रहा था और उसके बगल में उसके साथ की ही कोई औरत थी, वह खिड़की से बाहर देख रही थी.

भाभी ने भी अपना मुँह खिड़की की ही तरफ किया हुआ था.
मेरा फिर से भाभी को देखने का सिलसिला शुरू हुआ.

अब मैं लंड सहला रहा था.
भाभी खिड़की के बाहर देख कर यूं मुस्कुरा रही थी मानो मुझे अपने चूचे दिखा कर उसे खुशी मिल रही हो.

वह अपने चूचे के निप्पल को अपनी दो उंगलियों में पकड़ कर अपने बच्चे के मुँह में देने का प्रयास करती और उसके मुँह में दूध टपका कर निप्पल वापस दूर कर लेती.

मैं यह सीन देख रहा था कि यह ऐसा क्यों कर रही है.
कुछ ही देर में उसकी वासना मुझे समझ में आने लगी.

वह मेरी तरफ छिप कर नजरें करके अपने दूध के निप्पल से दूध की धार निकाल रही थी और अपने बच्चे के मुँह में दे रही थी.
कुछ दूध बच्चे के मुँह में चला जाता था तो कुछ उसके गाल पर जा लगता था.

मैंने एक तरकीब सोची और उसकी नजरों से खुद की नजरों को मिलाने की चेष्टा करने लगा.
मैंने एक हाथ से अपने लंड को सहलाया और दूसरे हाथ से मोबाइल को कुछ इस तरह से किया मानो मैं उसकी चूचियों की फ़ोटो ले रहा हूँ.

उसी वक्त उसने मेरे मोबाइल की तरफ देखा और आंख से गुस्सा दिखाया.
इस बार मैंने तुरंत वह किया, जो उसने सपने में भी नहीं सोचा होगा.

मैंने अपनी जीभ निकाली और होंठों पर ऐसे फिराने लगा, मानो मैं उसकी चूची पीने के लिए अपनी जीभ निकाल रहा होऊं.
वह हैरान सी नजरों से मेरी जीभ को देखने लगी.

तभी उसके बच्चे ने मुँह बाहर निकाला और उसकी गोद में लेटे लेटे ही इधर उधर हाथ पैर करने लगा.
भाभी ने भी अपने दूध को वापस ब्लाउज में करने की कोशिश नहीं की.
वह भी मानो मुझे अपनी जीभ से दूध पिलाने के लिए बिंदास दूध निकाली पड़ी थी.

उसका एक दूध ब्लाउज के बाहर निकला हुआ मुझे बड़ी मादकता दे रहा था.
गोरी चूची और उसका गहरा गुलाबी निप्पल जिसके मुँह से दूध की एक बूंद टपकने को आतुर दिख रही थी.

मुझे भाभी के उन डार्क निप्पलों के ऊपर दूध की कुछ बची हुई बूंदें साफ दिख रही थीं जिनसे सफेद दूध निकलता हुआ स्पष्ट दिख रहा था.

मैं बस उसके दूध को अपनी जीभ से चाटता रहा और वह मस्त नजरों से मेरी जीभ की कामुकता को निहारती रही.
मेरा मन कर रहा था कि जाकर अभी भाभी के निप्पल से मुँह से लगा लूँ.

पर मन मचल कर रह गया.
भाभी ने एक बार और ब्लाउज और पूरा ऊपर किया और बच्चे के मुँह में देने से पहले अपने दूध को दबाया जिससे दूध की एक पतली सफेद धार बाहर आई.

मैं उस समय मानो आसमान की ऊंचाई पर था. मेरा लंड पूरा लोहे जैसा बन गया था मानो जींस फाड़ कर बाहर आ जाएगा.
निप्पलों से दूध टपक रहा था.

भाभी ने उसे फिर से अपने बच्चे के मुँह में दे दिया.
बच्चा अपनी मम्मी के निप्पल को चूसते हुए साफ साफ दिख रहा था.

भाभी के इंडियन बूब्ज़ देख कर मुझे काफी मजा आ रहा था लेकिन साथ में मेरे अन्दर आग भी जल रही थी.

थोड़ी देर चूसने के बाद शायद पेट भर जाने की वजह से उस बच्चे ने निप्पल को अपने दांत से पकड़ लिया.
सच बता रहा हूँ जो दृश्य था न … वह लंड की मां चोदने वाला सीन था.

दांत से निप्पल खिंचा, तो भाभी के मुँह से बस आह निकलती निकलती रह गई.
उस भाभी ने अपना मुँह खोल दिया था, बस आवाज नहीं आई.

फिर उसने दूध अन्दर दबाते हुए ब्लाउज ऊपर चढ़ा लिया और पल्लू से अपने मम्मों को ढक लिया.

मेरा लंड बहुत देर से खड़ा होने की वजह से काफी मचल रहा था.
मुझसे रहा नहीं जा रहा था.

मैं नीचे उतरा और भाभी की तरफ देख कर मैंने स्माइल किया.
भाभी भी समझ गईं कि मैं कहां जा रहा हूँ.
उसने भी एक जान ले लेने वाली कातिल स्माइल दी.

मैं ट्रेन के बाथरूम में आ गया.
जींस नीचे करते ही मेरे खड़े लंड ने अंडरवियर में पूरा टेंट बना दिया था.

मैंने अंडरवियर नीचे किया और भाभी की पिक्स और वीडियो देख कर उसे हिलाने लगा और वहीं लंड का पानी निकाल दिया.
फिर फ्लश करके जींस को ऊपर किया और बाहर आ गया.

वापस आकर ऊपर की बर्थ पर चढ़ते समय भी भाभी मुझे घूर रही थी और मैं अन्दर ही अन्दर सोच रहा था कि काश ये माल चोदने को मिल जाए.
पर मेरी किस्मत इतनी अच्छी कहां.

न ही फिर से वह दृश्य दिखा और ना ही भाभी ने कुछ इशारा किया कि मैं बाथरूम में ले जाकर उसके मजे ले पाऊं.

फिर रात होने से पहले ही वह पूरी फैमिली और सेक्सी भाभी एक स्टेशन पर उतर गई.

दोस्तो, आपको मेरे साथ घटी ये घटना कैसी लगी?
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धन्यवाद.