Xxx देसी भाभी फक कहानी में बाजार में मैंने एक सेक्सी भाभी को देखा, मेरे होंठ गोल हो गए और सीटी बज गई. भाभी भी मुस्कुरा दी. मैं उनके पास चला गया और बात की.
मित्रो, मेरा नाम श्याम है, मैं इंदौर का रहने वाला हूँ.
इस Xxx देसी भाभी फक कहानी की नायिका एक भाभी हैं और वे 31 साल की हैं, उनका शरीर 32/28/32 का है.
वे बहुत हंसमुख औरत हैं, मुझसे मिलकर भाभी बहुत खुश थीं!
वे मेरी मदद भी करती थीं और मैं उनकी मदद करता था.
भाभी बहुत बड़े दिल की थीं.
उन्हें सेक्स करना बहुत पसंद है और गजब का लंड चूसती हैं, साथ ही बहुत चिपकती हैं!
हुआ यूं कि एक दिन मैं इंदौर में राजबाड़े पर घूम रहा था, तभी मुझे एक भाभी मिलीं, जो बहुत हॉट थीं.
उन्हें देखते ही मेरे लंड में हलचल होने लगी.
मैंने उन्हें देखा तो अपना लंड मसलने लगा.
उसी समय भाभी की नजर भी मुझ पर पड़ गई.
मैंने होंठ गोल करके हल्की सी सीटी बजाई और एक आंख दबा दी.
भाभी मुस्कुरा दीं.
मैंने सोचा कि इनसे बात करता हूँ, शायद मामला सैट हो जाए.
मैंने पास जाकर हैलो कहा तो वे भी बोलीं- हाय, सीटी तो बड़ी अच्छी बजा लेते हो!
मैंने उनकी फूली हुई गांड को देखते हुए कहा- मैं तबला भी मस्त बजाता हूँ!
भाभी खिलखिला कर हंस पड़ीं और बोलीं- मैं भी बांसुरी बजाने में माहिर हूँ.
मैंने कहा- अब तक कितनी बजाई हैं!
वे समझ गईं और बोलीं- अब तक तो दो ही से मजा आया है. बाकी मेरी घर वाली बांसुरी जरा सही से काम नहीं करती हैं इसलिए कोई दूसरी सही वाली बांसुरी ढूंढ रही हूँ.
मैंने कहा- अरे आपकी तलाश समझिए खत्म हुई … मैं ऐसा बजाना जानता हूँ कि बस आपको खुश कर दूंगा.
वे एक बार फिर से हंस दीं और बस इसी तरह हम दोनों में बात होनी शुरू हो गई.
मैंने उनसे बात शुरू की, तो पता चला वह विजय नगर में ऑफिसर्स कॉलोनी किसी काम से जा रही थीं.
मेरे बारे में पूछा, तो मैंने भी अपने शहर की एक जगह सटसाई चौरे का नाम लेते हुए उन्हें बताया कि मैं वहां जा रहा हूँ.
ये सब बात होने के बाद मैंने भाभी से कहा- चलो भाभी चाय या कॉफी वगैरह कुछ खा-पी लेते हैं!
भाभी ने मना कर दिया, शायद उन्हें बहुत जल्दी थी.
फिर मैंने कहा- आज नहीं तो कल ही मिल लेना!
भाभी बोलीं- कहां मिलोगे कल?
मैंने कहा- जहां आप चाहो!
भाभी मुस्कुराकर बोलीं- अपना कॉन्टैक्ट नंबर दे दो!
फिर मैंने उन्हें अपना नंबर दिया और कहा- आप मुझे मिस कॉल दे देना, तो मेरे पास आपका नंबर आ जाएगा!
भाभी मुस्कुरा कर बोलीं- ओके.
मैंने उनके निहारते हुए कहा- तो फिर कल पक्का मिलते हैं!
भाभी बोलीं- फोन पर बात कर लेंगे, उसी हिसाब से मिलना तय कर लेंगे.
मैंने कहा- हां यह भी ठीक है.
फिर मैं अपने घर आ गया.
मैंने सारा दिन भाभी के फोन का इंतज़ार किया.
पर फोन नहीं आया.
अगले दिन भी जब उनका फोन नहीं आया तो मैं अपसैट हो गया कि भाभी चकमा दे गई.
अब मैं अपने काम में लग गया.
फिर एक दिन बाद भाभी का फोन आया और बोलीं- अरे मैं फोन करना भूल गई थी. अभी आ सकते हो तो आ जाओ, मैं तीन घंटे के लिए फ्री हूँ!
मैं उनका इशारा समझ गया और बोला- आपको मेरे साथ बस तीन घंटे ही मिले … चलो यह पहली बार है तो तीन घंटे भी बहुत है!
वे हंस दीं और बोलीं- तीन घंटे में तो पूरी फिल्म खत्म हो जाती है!
मैंने कहा- भाभी आजकल वेब सीरीज का जमाना है. एक एपिसोड चालीस मिनट में खत्म हो जाता है. तीन घंटे में चार एपीसोड दिख जाते हैं!
वे बोलीं- हां इतना पावर होना चाहिए कि चार एपिसोड खत्म कर सको.
मैंने कहा- अब मिलने पर बताता हूँ कि कितना पावर है. बस आप रेडी रहना.
वे बोलीं- ओके मैं मोबाईल पर लोकेशन भेज रही हूँ, तुम जल्दी आओ.
हमारी बात खत्म हुई तो मैसेज की टोन बजी.
मैंने देखा तो भाभी ने करंट लोकेशन भेजी हुई थी.
मैंने अपनी गाड़ी स्टार्ट की और तेज स्पीड में चलाई और दस मिनट में उन्हें उनकी लोकेशन से पिक कर लिया.
भाभी आज मस्त लग रही थीं.
उन्होंने एकदम चुस्त ब्लाउज और कसी हुई साड़ी पहनी हुई थी.
मैंने देखते ही होंठ गोल करके हल्की आवाज में सीटी बजा दी.
भाभी मेरी अदा देख कर मुस्कुरा दीं.
मैंने पूछा- कहां चलें?
भाभी इतरा कर बोलीं- जहां ले जाना चाहते हो, ले चलो … बस तीन घंटे के लिए ही मैं तुम्हारे साथ हूँ!
मैंने पूछा- ओके … क्या खाओगी?
उन्होंने कहा- कुछ भी गर्म गर्म पैक करवा लो और जल्दी चलो!
मैंने तुरंत पोहा जलेबी पैक करवा लिया और पास वाले ओयो में आ गया.
उधर रूम लिया और भाभी को लेकर कमरे में चला गया.
कमरे के अन्दर जाते ही भाभी मुझसे चिपक गईं और बोलीं- आज मुझे खूब प्यार करो और मेरी प्यास बुझा दो!
मैंने तुरंत हां कर दी और भाभी के कपड़े निकाल दिए.
मैंने भी अपने कपड़े निकाले और हम एक-दूसरे से चिपक गए.
किस करना शुरू किया और उनके बूब्स दबाने लगा.
भाभी बहुत दिनों से प्यासी थीं, तुरंत नीचे बैठकर लंड चूसने लग गईं.
लंड चूसने के बाद मैंने भाभी को सुलाया, लंड चुत पर सैट किया और डाल दिया.
मेरा आधा लंड ही गया था कि भाभी चिल्लाने लगीं- उई मां मर गई!
दूसरे झटके में मैंने पूरा लंड डाल दिया.
मैं आगे-पीछे करता रहा और भाभी कुछ ही देर में झड़ गईं.
थोड़ी देर बाद मैं भी झड़ गया.
उस दिन मैंने भाभी के साथ दो बार सेक्स किया.
वे बोलीं- अब बस!
मैंने कहा- अभी तो दो एपिसोड ही हुए हैं भाभी!
Xxx देसी भाभी बोलीं- मेरी कमर दुखने लगी है. बाकी के एपिसोड बाद में कभी देख लेना!
मैंने हंस कर कहा- तो पावर पसंद आई?
भाभी मेरे सीने से लग कर मुझे चूमने लगीं और बोलीं- तुम तो एकदम गामा पहलवान निकले!
मैंने हंस कर उन्हें अपनी गोदी में बिठाया और हम दोनों ने नाश्ता किया.
उसके बाद हम लोग होटल से निकल कर घर आ गए.
फिर जैसे-जैसे समय मिला, हम मिलते रहे.
कुछ दिन बाद मैंने फिर भाभी को फोन लगाया और कहा- मुझे आपसे मिलना है!
भाभी बोलीं- ठीक है. लेकिन आज होटल में नहीं, तुम एक घंटे बाद मेरे घर पर आ ही जाओ. आज तुम्हारे भैया घर पर नहीं हैं!
मैं एक घंटे बाद गया और घर के कुछ दूर से उन्हें फोन लगाया.
वे बोलीं- आ जाओ, गेट खुला है!
मैं जैसे ही अन्दर गया, भाभी ने गेट बंद किया और बोलीं- बैठ जाओ, मैं पानी लाती हूँ!
भाभी ने पानी पिलाया और पूछा- क्या खाओगे?
मैंने कहा- बाद में खाऊँगा, अभी तो कुछ और ही करना है!
इतने में भाभी हंस पड़ीं और बोलीं- करो ना … देर क्यों कर रहे हो!
मैंने इतना सुनते ही तुरंत भाभी को बांहों में भर लिया और उन्हें किस करने लगा, गाल चूसने लगा!
किस करने के बाद एक-एक करके कपड़े उतारने शुरू कर दिए और पूरी तरह नंगे होकर एक-दूसरे से चिपक गए.
हम एक-दूसरे को सहलाने लगे.
गर्म होने के बाद मैंने भाभी के बूब्स दबाए, चूसे.
थोड़ी देर बाद भाभी मेरे लंड पर आ गईं और चूसने लगीं!
दस मिनट लंड चूसने के बाद भाभी बोलीं- अब मत तड़पाओ!
मैंने तुरंत भाभी को घोड़ी बनाया, थूक लगाकर एक ही बार में पूरा लंड डाल दिया.
भाभी एकदम से उछल गईं और बोलीं- आराम से करो यार … मैं कहीं भागी नहीं जा रही हूँ!
मैं आगे-पीछे करके लंड डालता रहा.
फिर भाभी बोलीं- अब मैं लंड की सवारी करूँगी!
मैंने कहा- ज़रूर करो भाभी, ये लंड तो आपका ही है!
भाभी ऊपर आकर लंड सैट करके बैठ गईं और ऊपर-नीचे करने लगीं.
मैं लेटे-लेटे भाभी की कमर मसल रहा था और बूब्स भी दबाए.
कुछ देर बाद मैं ऊपर आया और लंड डालकर आगे-पीछे करता रहा.
हम दोनों ने खूब मज़ा किया और झड़ गए.
उसके बाद मैं रात में भाभी के घर में ही रुका और उनको रात भर चोद चोद कर मजा लिया.
सुबह चार बजे हम दोनों संतुष्ट होकर नंगे ही सो गए.
सुबह दस बजे उठे तो हम दोनों ने एक राउंड और सेक्स किया और मैं अपने घर आ गया.
दस दिन बाद फिर भाभी का फोन आया और बोलीं- आ जा, आज कुछ नया करेंगे! आज मेरे साथ मेरी एक सहेली भी है, उसे भी तुम्हारा लंड चाहिए!
मैंने कहा- कहां आना है … आपके घर पर?
वे बोलीं- नहीं, इस बार होटल में चलेंगे, सारा खर्चा मेरी फ्रेंड उठाएगी, खाने से लेकर पीने तक का!
मैंने कहा- ठीक है!
फिर मैं उनके बताए समय पर गया.
भाभी रिसेप्शन पर खड़ी थीं.
मैं उनसे मिला और हैलो-हाय किया.
मैंने भाभी से पूछा- आपकी फ्रेंड कहां है? वे बोलीं- वह 102 नंबर रूम में है. आप उसी कमरे में चलो, मैं अभी आती हूँ!
मैं गया और डोरबेल बजाई.
एक हसीन लड़की साड़ी में खड़ी थी, मैं देखकर चौंक गया.
वह बोलीं- कहां खो गए आप?
मैंने कहा- मैं आपकी भाभी की सहेली हूँ, उन्होंने आपको मेरे लिए बुलाया है!
वह बोली- तो अन्दर आओ न … बैठो, मैं पानी लाती हूँ!
मैंने पानी पिया, इतने में भाभी ने कमरे में आकर हम दोनों का परिचय करवाया.
भाभी बोलीं- कहां तक पहुंची बात?
उस लड़की ने कहा- अभी तो बस आए हैं!
फिर भाभी मेरे पास आईं और बोलीं- हो जाओ शुरू!
भाभी ने मुझे किस करते हुए नंगा कर दिया.
वह लड़की मेरे पास आई, मुझसे चिपक गई और चूमने लगी.
कुछ देर बाद भाभी लंड चूसने लगीं.
मैं उस लड़की को नंगी करने लगा और धीरे-धीरे भाभी के मुँह को चोदने लगा.
फिर भाभी मुझे किस करने लगीं और वह लड़की मेरे लंड पर जाकर चूमने-चूसने लगी.
कुछ देर बाद मैं दोनों को बेड पर ले जाकर किस करने लगा.
कभी उस लड़की को, तो कभी भाभी को.
फिर मैंने उस लड़की को सुलाया और लंड डालने लगा, पर वह जा नहीं रहा था.
फिर तेल लगाया, तब जाकर अन्दर गया.
वह बोलीं- बाहर निकालो, मुझे दर्द हो रहा है!
मैंने एक न सुनी और चुदाई करने में जुट गया.
कुछ देर बाद उसे राहत मिली और वह मज़े लेने लगी.
थोड़ी देर बाद घोड़ी बनाकर पेला, फिर Xxx देसी भाभी को भी खूब पेला.
कभी कंधे पर पैर रखकर, तो कभी घोड़ी बनाकर.
कभी भाभी को घोड़ी बनाया, तो कभी उस लड़की को.
उस लड़की की चूत बहुत टाइट थी, भाभी की गांड मारने और चूत मारने में बहुत मज़ा आया.
उस दिन से लेकर आज तक भाभी मुझे अनेकों बार चुद चुकी हैं और वे मेरे लंड के नीचे से अपनी चार सहेलियों को भी निकाल चुकी हैं.
आपको मेरी Xxx देसी भाभी फक कहानी पसंद आई होगी.
मुझे मेरी ईमेल पर मैसेज करें.
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धन्यवाद.