भाभी की कमसिन चूत की चुदाई रात में

हॉट भाभी देवर की चुदाई कैसे हुई, यही बताया है मैंने इस कहानी में! वह मेरे मामा के बेटे की नवविवाहिता पत्नी थी और मेरा भाई विदेह गया था कुछ समय के लिए.

दोस्तो, मेरा नाम राहुल है और मैं 24 साल का हूँ.
इस साल मेरा स्नातक पूरा हो गया है.

आज जब मैं सेक्स कहानी पढ़ रहा था, तब मुझे लगा कि क्यों ना आज मैं मेरी खुद की एक सेक्स कहानी लिखूँ.

ये हॉट भाभी देवर की चुदाई कहानी दो साल पहले की है जब मैं गुजरात में कॉलेज की पढ़ाई करने गया था.
वहां मैं अपने मामा के लड़के के घर में रहता था.

वह मुझसे 3 साल बड़ा था.
हम दोनों दोस्त जैसे ही थे.
उसका नाम राजवीर था.

राजवीर की शादी को अभी सिर्फ़ एक ही साल हुआ था.
वह बैंक में नौकरी करता है, उसकी बीवी यानि मेरी भाभी का नाम खुशबू है.
जैसा नाम है, वैसी ही भाभी जी हैं.

उनके शरीर से एकदम मस्त ऐसी खुशबू आती है मानो कोई अप्सरा आसमान से नीचे आई हो.

भाभी और मेरी बहुत अच्छी बनती है.
हम दोनों आपस में एकदम खुले हुए हैं.

जब मैं गुजरात गया, तब राजवीर भैया का ऑस्ट्रेलिया का टूर था.
वे अकेले ही गए थे क्योंकि उनकी कंपनी इस तरह के टूर पर जाने का सिर्फ़ एक व्यक्ति का ही ऑफर देती है; दूसरे को पैसा लगा कर जाना पड़ता है.

मेरे राजवीर भैया ठहरे एकदम कंजूस आदमी, वे भाभी को लेकर नहीं गए.
भाभी घर में अकेली थीं.

उसी समय जब मैं वहां गया तो उन्होंने मुझे देखा.
वे मुझे देख कर खुश हो गईं कि अब घर में उन्हें अकेला नहीं रहना पड़ेगा.
उनके घर में सिर्फ़ भैया और भाभी ही रहते थे.

भाभी और मैं बात करने लगे, एक दूसरे का हाल पूछने लगे.
तभी भाभी पुरानी बातें निकालने लगीं शादी के टाइम की.

दरअसल शादी के वक्त मैं रेडी हो रहा था.
उसी समय भाभी अचानक से मेरे कमरे में आ गयी थीं.
उस वक्त मैं मूड में था तो मोबाइल में किसी नंगी रांड को देख कर अपने लंड को सहला रहा था.

उस समय मैं पूरा नंगा था और भाभी ने मुझे नंगा देख लिया था.
उन्होंने मेरा मोटा और काफी लंबा लंड भी देख लिया था.

उसी समय की सब बातें करके भाभी सॉरी बोलने लगी थीं- मुझे ऐसे आपके कमरे में नहीं आना चाहिए था.
मैंने भी हंस कर कह दिया- अरे भाभी आप कोई जानबूझ कर थोड़ी ही मेरे कमरे में आई थीं.

वे कहने लगीं- हां, मैं गलती से आ गई थी.
मैंने उनसे मजाक किया कि चलो आप गलती से अन्दर आ गई थीं. मगर ऐसा आपने क्या देख लिया था … जो आप आज सॉरी बोल रही हैं?

वे चुप हो गईं फिर धीरे से बोलीं- मतलब?
मैंने कहा- मतलब यह भाभी कि यदि मैं आपके कमरे में चला जाता और आप उस वक्त न्यूड होतीं तो मेरा माफी मांगना तो बनता है कि किसी महिला को नग्न देखना अपराध है. पर आपने ऐसा क्या देख लिया था जो आप सॉरी बोल रही हो?

भाभी समझ गईं कि मैं उन्हें छेड़ रहा हूँ.
वे बोलीं- सब कुछ तो देख लिया था!

मैंने कहा- अरे, आपने मेरा सब कुछ देख लिया था?
वे हंस दीं और बोलीं- हां सब कुछ देख लिया था!

मैंने कहा- अच्छा जरा बताना तो कि मेरा वो कितना बड़ा था?
वे हाथ से बताने की मुद्रा में करती हुई बोलीं- क्यों बताऊं?

मैंने कहा- तभी तो साबित होगा कि आपने मेरा सब कुछ देख लिया था.
वे बोलीं- आपका सामान मेरे पति से दोगुना होगा.

मैंने कहा- सामान मतलब क्या?
वे हंस कर बोलीं- सामान नहीं समझ आता है तो सब बेकार है. इतना बड़ा सामान साथ लेकर चलने से क्या फायदा!

मैंने कहा- मैं कुछ समझ नहीं पा रहा हूँ भाभी जी कि आप क्या कह रही हैं.
भाभी खिलखिला कर बोलीं- आप नहीं समझ पा रहे हैं तो मैं बस इतना कह सकती हूँ कि आपको पोगो देखना चाहिए!

मैंने कहा- मैं पोगो देखता हूँ … आपको दिखाऊँ कि मैं कौन सा पोगो देखता हूँ!
भाभी बोलीं- कौन सा?

मैंने कहा- उस वाले पोगो में सनी लियोनी एक्टिंग करती है भाभी!
वे बोलीं- मैं सब समझती हूँ भैया कि आपको क्या चाहिए?
मैंने कहा- क्या समझ गई हैं आप?
वे हंसने लगीं.

उस दिन यही सब बात करते करते हम दोनों काफी खुल गए थे.
फिर रात को खाना खा कर सोने लगे तो मैंने देखा कि भाभी ने सेक्सी नाइटी पहन ली है.

वे मेरे सामने आईं तो मैंने कहा- वाह भाभी, आपको तो पोगो में सनी लियोनी की जगह काम मिल सकता है.
वे हंसने लगीं और बोलीं- यदि उस फिल्म में आप एक्टर का काम करेंगे, तो मैं आपके साथ काम करने को राजी हूँ.

मैं समझ गया कि हॉट भाभी देवर की चुदाई के पूरे मूड में हैं.
मैंने जीभ पर होंठ फिराए और कहा- वह सब छोड़ो भाभी जी, दूध पीने का मन कर रहा है, पिलाओगी क्या?

वे भी अपने मम्मे हिलाती हुई बोलीं- हां क्यों नहीं … अभी पिला देती हूँ.

यह कह कर भाभी अपनी गांड मटकाती हुई किचन में दूध लेने चली गईं.
मैं दबे पांव उनके पीछे गया और देखा कि भाभी दूध में कुछ मिला रही हैं.

उसके बाद मैं चुपचाप रूम में आ गया.
भाभी भी मेरे पास आ गईं और मुझको दूध का गिलास देकर बोलीं- लो दूध पी लो.

मैंने उनके सामने ही गिलास मुँह से लगाया और एक ही सांस में खाली कर दिया.
दूध पीने के बाद मैंने अपने होंठों पर जीभ फिराई और उनकी तरफ देखा.

वे मुस्कुरा कर चली गईं.

मैं उनके जाते ही वापस किचन में गया और मैंने डस्टबिन में देखा कि सेक्स की गोली का रैपर डस्टबिन में गिरा हुआ है.
मैं समझ गया कि भाभी आज चाहती हैं कि मैं उनको जी भरके चोदूं.

मैंने भी वैसे ही किया.
एक घंटा बाद मैं भाभी के कमरे में आ गया.

मैंने देखा कि भाभी अचानक से दूसरी तरफ पलट कर सोने की एक्टिंग करने लगीं.
मैंने भाभी के ऊपर पड़ा हुआ कंबल हटाया और भाभी की नाइटी को फाड़ दिया.

भाभी पलट कर चित हो गईं.
मेरे सामने भाभी की चूत पैंटी में बंद थी. मैं चूत पर हाथ रगड़ने लगा.

भाभी अपनी चूत को ऊपर उठा रही थीं.
शायद वे भी समझ गयी थीं कि गोली खिला कर ग़लती कर दी; अब ये मुझे घोड़े के जैसे चोदेगा.

मैंने भाभी के मुँह के सामने जाकर अपने लंड को उनके होंठों पर रखा तो भाभी ने धीरे से अपना मुँह खोल दिया.
मगर आंखें नहीं खोलीं.
वे सोने की एक्टिंग करती रहीं.

मैंने लंड उनके मुँह के अन्दर डाला और उन्हें लंड चुसवाने लगा.
जब लंड एकदम कड़क बन गया और हिनहिनाने लगा तो मैंने नीचे आकर भाभी की पैंटी फाड़ दी और लंड को चूत पर रगड़ने लगा.

भाभी की चूत बहुत टाइट थी.

तब भाभी ने पलट कर टेबल पर हाथ बढ़ाया और सांडा के तेल की बोतल उठाने लगीं.
मगर किसी वजह से वह तेल कि बोतल नीचे गिरने को हुई.
तभी उन्होंने उसे ऐसे झपट कर पकड़ा मानो वह टूट गई तो उनका सुहाग ही उजड़ जाएगा.

उनकी इस हरकत से मैं अच्छे से समझ गया कि भाभी ने पहले से ही सब इंतज़ाम किया हुआ है.

मैंने उनके हाथ से तेल की बोतल लेकर लंड पर लगाया और बोतल का मुँह भाभी की चूत के अन्दर लगा कर टेढ़ी कर दी.
इस तरह से मैंने काफी सारा तेल भाभी की चूत में डाल दिया.

उसके बाद पोजीशन बनाई और लंड को भाभी की चूत पर रख कर ठेल दिया.
धक्का मारते हुए अन्दर को झटका मारा, तो भाभी उछल कर दूर हो गईं.

मैं समझ गया कि भैया अभी तक भाभी कि चूत की सील भी सही से नहीं तोड़ पाए हैं.
मैं भाभी के कान में बोलने लगा कि भाभी सील भी मुझे ही तोड़नी पड़ेगी क्या?

भाभी बोलीं- तुम्हें जो तोड़ना है, तोड़ दो लेकिन ऐसे जानवरों की तरह मुझे मत चोदना कि मैं उठ ही ना पाऊं.
मैंने भाभी को पकड़ा और लंड को चूत पर रखकर ज़ोर से झटका दे मारा.

भाभी ज़ोर से चिल्लाने लगीं- आआईई … आहह … मर गई यहह … ओह … राहुल प्लीज इतना ज़ोर से झटका मत मारो. यार मैं तेरी भाभी हूँ … मैं तुम्हें सब कुछ दे दूँगी लेकिन धीरे धीरे प्यार से चोदो … जितना चोदना है उतना चोद लो. आज मैं पूरी तरह से तुम्हारी हूँ लेकिन राजा धीरे धीरे चोदो.

मैं बोला- भाभी आपने ही गोली मिलाई थी न तो अब सहना भी आपको ही पड़ेगा.
ये बोल कर मैंने फिर से झटका दे मारा.

इस बार मेरा पूरा लंड अन्दर चला गया और भाभी रोने लगीं- अहह … मर गईई … बचाओ कोई!
भाभी की आंखों में आंसू निकल आए थे.
उनकी उम्र भी कुछ ज्यादा नहीं थी वे अभी कुल 24 साल की थीं.

मैं समझ सकता हूँ कि वे जवान हैं इसलिए इतना बड़ा लंड नहीं सह पा रही हैं.
मैंने लंड बाहर निकालना चाहा लेकिन लंड चूत में अटक गया था और निकल ही नहीं रहा था.

मैंने भाभी को बताया कि भाभी यह तो आपकी चूत में फंस गया है, निकल ही नहीं रहा है.
भाभी दर्द से तड़फ कर बोलीं- मुझे कुछ नहीं मालूम, जैसे भी करके जल्दी से बाहर निकालो, मैं मरी जा रही हूँ.

मैंने भाभी के मुँह में कपड़ा ठूंस दिया और उनसे कहा- अब सिर्फ़ एक ही विकल्प है कि आपको चोद चोद कर अपना लंड ढीला कर लूँ. कुछ लंड ढीला हो जाएगा और कुछ चूत भी फैल जाएगी, तो लंड बाहर निकल आएगा.
यह बोल कर मैंने ज़ोर ज़ोर से भाभी को चोदना चालू कर दिया.

वे बहुत छटपटा रही थीं.
काफी देर की भीषण चुदाई के बाद मैंने अपने लंड का सारा माल भाभी की चूत में ही छोड़ दिया.

अब लंड बाहर निकला तो देखा मेरा पूरा लंड लाल हो रखा था.
भाभी की चूत से खून की धार बह रही थी.

वे चूत को हाथ से पकड़ कर बहुत रो रही थीं.

मैं जल्दी से दवाई लाया और भाभी की चूत को साफ करके दवा को लगा दिया, दर्द निवारक गोली भी खिला दीं.
भाभी जैसे तैसे चुप हुईं.
मैं भी भाभी के पास में ही नंगा सो गया.

सुबह जब मैं उठा तो देखा भाभी एकदम ठीक हो गई थीं.
मैंने पीछे से जाके भाभी की गांड पकड़ ली और कहने लगा- भाभी अब आपकी गांड के दर्शन करने और बाकी हैं.

भाभी मेरी तरफ गुस्से से देखती हुई बोलीं- गांड की तरफ देखना भी मत, मेरी चूत को तो फाड़ कर रख दिया, अब गांड भी चाहिए.
उनके ऐसा बोलते ही मैंने भाभी को अपने हाथों में उठाया और ऊपर वाले कमरे में ले गया.

उधर भाभी को बिस्तर पर गिरा कर मैं फिर से भाभी की चूत को पेलने लगा.
इस बार भाभी मुझ पर भारी पड़ रही थीं.

जल्द ही वे मेरे ऊपर चढ़ कर मेरे लंड पर ज़ोर ज़ोर से उछलने लगीं और बोलने लगीं- अब चोद कर दिखाओ एक एक घंटा तक!

मैंने अपनी कमर उठा उठा कर उन्हें बहुत पेला.
उनकी चूचियों को पकड़ कर मसल मसल कर भर्ता भी बनाया मगर आज मेरे लौड़े में गोली वाली शक्ति नहीं थी.

हालांकि भाभी भी दो बार झड़ चुकी थीं लेकिन वे मेरे लंड से लोहा ले रही थीं.

आज उन्होंने हॉट भाभी देवर की चुदाई में मुझे बीस मिनट में ही ढीला कर दिया और लंड से चूत निकाल कर चूत साफ करने लगीं.

पाँच मिनट तक वे मेरे सामने रहीं और बाद में खाना बनाने की कह कर किचन में चली गईं.

मैं अपने ढीले हो चुके लंड को सहला कर भाभी की गांड को याद कर रहा था.

यह तय था कि मैं जल्द ही भाभी की गांड का उद्घाटन करके रहूँगा और आप सभी को भाभी की कुंवारी गांड की चुदाई की कहानी सुनाऊंगा.

दोस्तो, आपको मेरी हॉट भाभी देवर की चुदाई कहानी कैसी लगी, प्लीज बताएं.
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