ट्रेन में मिली एक खूबसूरत आंटी की चुदाई

आंटी फक़ इन ट्रेन पोर्न स्टोरी में रात की गाड़ी में मेरा पास एक आंटी बैठी थी. उनसे मेरी बात शुरू हो गयी. फिर हम दोनों के बीच सेक्स कैसे हुआ? इस कहानी में पढ़ें.

मैं यश (बदला हुआ नाम), मैं 29 साल का हूँ.

वो मेरे जीवन में बीता एक खूबसूरत पल था, आंटी फक़ इन ट्रेन पोर्न स्टोरी तब बनी जब मैं इंदौर से जबलपुर जा रहा था.

मैं ट्रेन में बैठा था. मेरे पास वाली सारी सीटें खाली थीं.

कुछ दूर चलने के बाद भोपाल में एक खूबसूरत आंटी आकर मेरे सामने वाली बर्थ पर बैठ गईं.

उनके बारे में बताऊं तो उनका नाम सपना था. यह नाम बदला हुआ है.
उनके फिगर का साइज 34-28-38 का था जो मुझे उस रात उन्हें नंगी करने पर पता चला था.

उनको देख कर मैं उनको देखता ही रह गया.
जब उन्होंने मुझे जोर से आवाज लगाई और हैलो कहा, तब मेरा ध्यान हटा.

उन्होंने पूछा- आप कहां जा रहे हो?
मैंने कहा- मैं जबलपुर जा रहा हूँ और आप?
उन्होंने भी कहा- हां, मैं भी जबलपुर जा रही हूँ. वहां मेरे परिवार में शादी है.

वो मुझसे कुछ ज्यादा ही लस रही थीं. मुझे भी उनकी बातों में मजा आ रहा था.
मुझे उनकी चूचियां देख कर गर्मी चढ़ने लगी थी. मेरा लंड खड़ा होने लगा था.

इस बात का अनुमान सपना आंटी को भी शायद लग गया था.

मैंने उनसे कहा- मैं अभी आता हूँ.
वो बोलीं- किधर जा रहे हो?

मैंने अपनी लिटिल फिंगर उठा कर दिखा दी.
वो बोलीं- चलो, मुझे भी जाना है.

मैं सर हिलाता हुआ उठ खड़ा हुआ.
वो पहले बाथरूम में घुस गईं. मैं सामने वाले में घुस गया और लंड निकाल कर हिलाने लगा.

मुझे सिगरेट पीते हुए लंड हिलाने में बड़ा मजा आता है. मैंने जेब से एक सिगरेट निकाली और सुलगा कर पीने लगा.
अब धुंआ निकालते हुए मैं सपना की चूचियों को याद कर रहा था और लंड की मुठ मार रहा था.

कुछ देर में माल निकल गया और मैं हाथ धोकर बाहर आ गया.
बाहर सपना आंटी खड़ी थीं.

वो मुझे देख कर मुस्कुरा दीं.
मैंने भी मुस्कुरा दिया और चलने को हुआ तो बोलीं- एक सिगरेट और है?
मैंने कहा- हां है.
वो बोलीं- दे दो.

मैंने दे दी, साथ में लाइटर भी पकड़ा दिया.
वो बाथरूम में घुस गईं.
अन्दर जाते समय सपना आंटी मुझसे बोलीं- आप यहीं रूकना.
मैंने सर हिला दिया.

वो अन्दर जाकर लाइटर जलाने लगीं.
मगर उन्हें ज्यादा अनुभव नहीं था कि लाइटर कैसे जलाते हैं, तो दरवाजा खुल गया.
सपना आंटी ने मुझे अन्दर आने का इशारा किया.

मैं अन्दर चला गया.
मैंने उनके होंठों में सिगरेट फंसी देखी, तभी उन्होंने मुझे लाइटर पकड़ा दिया.

मैंने लाइटर जलाया और सिगरेट को लौ दिखा दी.
वो सिगरेट पीने लगीं. उनकी चूचियों से साड़ी हटी हुई थी.

मुझे भी मजा आ रहा था कि एक ही बाथरूम में एक अनजान हॉट लेडी मेरे सामने सिगरेट पी रही है.
मैंने भी एक सिगरेट निकाली और जलाने के लिए मुँह से लगा ही रहा था कि सपना आंटी ने कहा- एक ही से अपन दोनों पी लेते हैं. मुझसे वैसे भी ये पूरी नहीं पी जाएगी.

मैंने ओके कहा और सिगरेट जेब में वापस रख ली.
अब सपना आंटी ने मुझे सिगरेट पकड़ा दी और मैं उनकी उंगलियों में फंसी सिगरेट लेने लगा.

उनका नाजुक स्पर्श मुझे बड़ा ही उत्तेजक लग रहा था.
कुछ देर तक हम दोनों मौन रह कर सिगरेट का मजा लेते रहे.

फिर एक एक करके बाहर आ गए.
बाहर आकर ऐसे ही हम दोनों कुछ देर बातें करते रहे.

फिर हमने साथ में ही खाना खाया.

अब रात गहरा गई और वो सो गईं.
कुछ ही देर बाद उनकी कुछ आवाज सी आ रही थी.

मैंने उनकी तरफ देखा तो पाया कि उन्हें ठंड लग रही थी.
उनके ऊपर से कम्बल हट गया था, तो मैंने उसे ठीक किया.

कम्बल ओढ़ लेने के बाद उन्हें नींद आ गई. फिर मैं भी उनके सामने वाली बर्थ पर सो गया.

जब रात में मेरी नींद खुली तो मेरे नीचे प्राइवेट पार्ट में कुछ हलचल महसूस हो रही थी.
मैं कुछ देर वैसे ही लेटा रहा. मैंने देखा कि सामने वाली मैडम हाथ बढ़ा कर मेरे लंड से खेल रही थीं.

उन्होंने मुझे देखते हुए कहा- मुझे ठंड बहुत लग रही है … क्या आप थोड़ा पास सो सकते हो?
मैंने कहा- आपकी बर्थ पर आ जाऊं?
वो बोलीं- हां.

मैं उनकी बर्थ पर जाकर उनसे चिपक कर लेट गया.
अब उन्हें नींद नहीं आ रही थी तो वैसे ही उन्होंने मेरे नीचे हाथ रख दिया.

उन्हें गर्म लगने लगा, तो वो मुझसे चिपक कर सो गईं.
मैंने कहा- कुछ गर्मी लगी?

वो हंस कर मेरे होंठों से होंठ लगा कर गर्म सांसें टकराने लगीं.
मैंने न जाने क्यों उन्हें चूमा नहीं और मुँह अलग कर लिया.

कुछ देर बाद उन्होंने मेरी तरफ अपना पिछवाड़ा कर लिया.
अब मेरी नींद उड़ गई थी.

उन्होंने ठंड लगने के कारण अपनी गांड को मेरी तरफ कुछ और दबा दिया.
मेरा लंड खड़ा होने लगा था.

फिर उन्होंने कहा- क्या तुम मेरे बैक साइड में जरा दबा दोगे, बहुत कमर दुख रही है.
मैं दबाने लगा.

कुछ देर बाद मेरा लंड एकदम अकड़ कर तन गया.
ये उन्हें भी पता चल गया था.

फिर उन्होंने कहा- कमर के नीचे थोड़ा और दबा दो.
मैं नीचे दबाने लगा.

अब उनके मुँह से ‘आह आह आह’ की आवाज आने लगी.
मुझे लगा कि आंटी को अब और मजा देना चाहिए.

मैंने अपने लंड को चड्डी से बाहर निकाला और उनके पीछे रगड़ने लगा.
उनकी आह आह की सीत्कार और बढ़ गई.

उन्होंने कहा- मेरे आगे की ओर पेट से नीचे भी खुजली हो रही है, थोड़ा खुजा दोगे?
मैंने उनकी साड़ी में हाथ डाल कर पेटीकोट खोल दिया और उनकी चड्डी में हाथ डाल दिया.

उनकी चूत से पानी निकल रहा था और गीली हो गई थी.
मैंने कहा- ये गीली क्यों हो गई है?

उन्होंने कहा- खुजली की वजह से … तुम नीचे उंगली डाल कर खुजा दो.

मैंने भी उनकी चूत में उंगली पेली और अन्दर बाहर करने लगा.

उन्होंने कहा- मेरा पति शराबी है और उसका चक्कर किसी और के साथ चल रहा है. वो महीनों में कभी कभार ही मेरे साथ सेक्स करता है. आज तुम्हारी बातों से लगा कि तुम मेरी गर्मी मिटा सकते हो, इसलिए कमर दर्द का बहाना बनाया. क्या तुम मेरी चूत की गर्मी को शांत कर दोगे?

मैंने ये सुनते ही उनकी साड़ी और ब्लाउज को ढीला कर दिया और उनके बड़े बड़े मम्मों को मसलने लगा.

लाल रंग की ब्रा में वो बहुत खूबसूरत लग रही थीं.
मैंने उनके मम्मों को ब्रा से बाहर निकाला और दबाने लगा.

उनके मुँह से आह आह की आवाज और तेज आने लगी.
फिर उन्होंने मेरी शर्ट पैंट निकाल दी.

अब हम दोनों कपड़े हटा चुके थे. हमने ये सब उस कम्बल में ही किया था. अभी हमारे कपड़े ढीले हुए थे. शरीर से जुदा नहीं हुए थे.

उन्होंने मेरे सारे कपड़े निकाल दिए, फिर मैंने भी उनके पूरे कपड़े निकाल दिए.
मैंने उनसे कहा कि 69 पोजिशन में हो जाओ.
वो झट से हो गईं.

अब मैं उनकी चूत चाट रहा था और वो मेरा लंड.
ऐसे ही हम दोनों दस मिनट तक लंड चूत चाटते रहे.

फिर उनसे रहा नहीं गया तो वी बोलीं- यश, मेरी चूत से अब रहा नहीं जा रहा … प्लीज इसको अपने मोटे लंड से चोद दो.

मैंने उन्हें अपने लंड के ऊपर आने को कहा.
वो मेरे ऊपर चढ़ गईं.

मैंने अपना लंड उनकी चूत में घिस दिया.
लंड एकदम तैयार था.
मैंने हाथ से लंड पकड़ कर उनकी चूत पर सैट किया और उनकी चूत में पेल दिया.

उनकी चूत बहुत टाइट थी, वो आंह आंह कर रही थीं. किसी तरह से लंड अन्दर घुसा.

हम दोनों चुम्मी करने लगे ताकि उनकी आवाज आस पास के लोगों को न सुनाई दे जाए.

मैं धीरे धीरे उनकी चूत को चोदने लगा.
ऐसे ही चोदते चोदते वो लंड लेने लगीं.

अब उन्होंने कहा- आह मजा आने लगा है … अब फुल स्पीड से चोदो यश … और चोदो … आज से पहले मुझे इतनी खुशी कभी नहीं मिली. मेरे गांडू पति का लंड छोटा सा ही है. मुझे तुम्हारे जैसे लंड की ही चाहत थी, जो आज पूरी हो गई … और तेज तेज चोदो.

मैं उन्हें धकापेल चोदने लगा और 20 मिनट तक चोदता रहा.

उन्होंने कहा- अब तुम मेरे ऊपर आ जाओ.
मैं उनके ऊपर चढ़ गया और जोर जोर से चोदने लगा. उनको बहुत मजा आ रहा था.

उन्होंने कहा- मेरा पति तो 5 मिनट में झड़ जाता है. तुमको तो बीस मिनट हो गया और तुम अब तक नहीं झड़े. क्या खाते हो?
मैंने कहा- ये तो नेचुरल ही है … मैं कुछ नहीं खाता.

उन्होंने कहा- मेरा पति तुम्हारे जैसे चूत भी नहीं चाटता, बस साड़ी निकाल कर चोदने में लग जाता है. साला मेरा मूड बनाता ही नहीं, तुमने मेरे मूड को आज जैसे बनाया है, वैसे आज तक उसने नहीं बनाया. तुम बहुत अच्छे से चूत चाटते हो. मालूम मेरी चूत ने आज 3 बार पानी छोड़ दिया है … एक वो मेरा चूतिया पति … साला मेरा पानी निकाले बिना ही सो जाता है … नामर्द कहीं का.
मैं उन्हें और स्पीड से चोदने लगा.

उनकी आवाज भी बढ़ गई और वो ‘आह आह आह …’ करने लगीं.
मैंने अब उनको घोड़ी बनने को कहा, तो वो मेरी बर्थ से सहारा लेकर घोड़ी बन गईं.

मैंने उनके पीछे से अपना लम्बा और मोटा लंड उनकी चूत में डाला और चोदने लगा.
मेरा लंड उनकी बच्चेदानी से टच हो रहा था.

मैं उनको दस मिनट तक कुतिया पोज में चोदता रहा. फिर मैं थक गया था तो मैं उनके ऊपर लेट गया और किस करने लगा.
उनकी चूत की आग को और भड़काने के लिए मैं फिर से उनकी चूत में उंगली करने लगा.

उनकी आग भड़क गई थी और उनकी चूत में से फिर से पानी निकलने लगा था.
सपना आंटी फिर से गर्म हो गई थीं. उन्होंने कहा- आज मेरी चूत को चोद चोद कर भोसड़ा बना दो.

मैं फिर से उनकी चूत पर लंड टिका कर चढ़ गया और अपना लंड उनकी चूत में पूरा पेल दिया.
उनकी चूत को मैं जोर जोर से चोदने लगा, जिससे उनको दर्द के साथ खुशी भी मिल रही थी.

मैं उनको चोदे जा रहा था.
आंटी फक़ से उनकी चूत पूरी खुल गई थी, जो महीनों से पैक थी. उन्हें देर तक चोदे जाने से चूत में जलन सी होने लगी थी.

वो मुझे रुकने का कहने लगीं और उनकी आंखों से आसू आने लगे.

मैंने कहा- ओके, अब मैं हाथ से झड़ जाता हूँ.
उन्होंने कहा- नहीं … ये खुशी के आंसू निकल रहे हैं … इन्हें आने दो, तुम रूको मत … बस चोदते रहो.

मैं उन्हें फुल स्पीड से चोदता रहा. फिर अन्दर ही झड़ गया.
मैंने उस रात उन्हें 3 बार चोदा.

अगले दिन हम दोनों जबलपुर पहुंच गए.
मैंने उनका फोन नम्बर ले लिया और उन्होंने मेरा.

उन्होंने कहा- मैं इंदौर जाकर तुमको कॉल करूंगी, मिलना जरूर.
हम दोनों ट्रेन से उतर गए.

मेरी आंटी फक़ इन ट्रेन पोर्न स्टोरी पर किसी ने कुछ कहना हो तो मुझे मेल कर सकते हैं.
[email protected]