अपनी टीचर बीवी को जवान लड़के से चुदने दिया- 3

Xxx मल्टीपल सेक्स कहानी में मेरी बीवी मेरे घर में मेरे कहने से अपने एक स्टूडेंट से चुदी, बार बार चुदी. फिर उसने मुझे अपनी चुदाई की पूरी कहानी फोन पर बताई.

दोस्तो, मैं अनिल आपको अपनी अध्यापिका बीवी की कमतर होती वासना को जागृत करने के लिए उसे उसी के छात्र से चुद जाने के लिए हौसला दे रहा था.

कहानी के दूसरे भाग
अपनी टीचर बीवी को गैर मर्द से चुदने के लिए उकसाया
में अब तक आप पढ़ चुके थे कि वह अपने छात्र से चुद रही थी और अचानक से वह विलास से बोली कि अब पीछे से करो.

अपनी बीवी के मुँह से यह सुनकर मैं हैरान हो गया था कि क्या मेरी बीवी आज पहली बार अपनी गांड मरवाने के लिए भी राजी हो गई थी!

अब आगे Xxx मल्टीपल सेक्स कहानी:

मेरी बीवी ने कहा- विलास ने कहा कि अभी गांड में नहीं, चूत में ही करूंगा!’

‘फिर क्या हुआ?’
सीमा- फिर मैं पलट गई और गांड उसके लंड के सामने कर दी! वह डॉगी स्टाइल में लेकर मुझे उठा कर चोदने लगा! उसका लंड जोर-जोर से मेरी चूत के अन्दर जा रहा था! फक-फक आवाज़ तेज़ हो गई थी! सही में मैं पहली बार इस तरह चुद रही थी अनिल बहुत मजा आ रहा था! वह मेरे ऊपर चढ़ कर मेरे बूब्स दबा रहा था. मेरा सिर नीचे झुका था और गांड हवा में थी. एक तो उसके तेज़ धक्के और मारने वाला कोई अजनबी मर्द … नए लंड के कारण मैं चार-पांच बार झड़ चुकी थी!

‘हम्म … फिर?’
सीमा- करीब 20 मिनट वह मुझे चोदता रहा था. अब हम दोनों थक चुके थे.

‘फिर?’
सीमा- थोड़ी देर बाद मैं विलास की तरफ़ पीठ करके लेट गई. विलास पीछे से मेरे कान को काट रहा था, चूस रहा था! उस वक्त उसका लंड चूत में नहीं था, उसने बाहर निकाल लिया था. उसका टाइट लंड मेरी गांड की दरार पर टिका था.

‘फिर क्या उसने गांड में पेलने का सोच लिया था?’
सीमा- हां मैंने उससे कहा भी कि विलास, गांड में मत डालना! मुझे डर लगता है और अनिल ने कभी डाला भी नहीं है!

‘हां फिर?’
‘फिर वह मेरी पीठ पर चूस रहा था, कान के छेद में अपनी जीभ घुसा रहा था और मेरे दूध दबा रहा था. अपने एक हाथ से मेरी चूत के दाने को रगड़ रहा था!’

‘फिर?’
सीमा- उसके चुत रगड़ने से मुझे मजा आने लगा और मैं बड़बड़ाने लगी कि आह जोर-जोर से रगड़ो … आह सी … विलास और करो मज़ा आ रहा है ओह … मां … बहुत बढ़िया लग रहा था अनिल मैं उसे लगातार उकसाए जा रही थी कि और रगड़ो मेरी चुत के दाने को … आह और जोर से!

‘फिर?’
सीमा- फिर वह अपनी उंगली से जोर-जोर से रगड़ता रहा और उसी बीच मेरा पुनः पानी छूट गया.

एक पल रुक कर मेरी बीवी पुनः बताने लगी- अब विलास ने मौक़ा देख कर मेरी एक टांग ऊपर उठाई और अपना लंड चूत में घुसा दिया!

‘हम्म … फिर?’
सीमा- फिर मैं भी लंड को चूत के अन्दर घुसाने लगी. चूत को ठेलते हुए लंड जोर से घुस गया और विलास ने ताबड़तोड़ पीछे से धक्के मारने शुरू किए! मैंने अपनी दोनों टांगें पेट के पास सिकोड़ लीं, ताकि लंड फंसता हुआ अन्दर जाए और रगड़ता हुआ बाहर आए!
‘हम्म …!’

सीमा- अनिल, इस स्थिति में उसका लंड पूरा अन्दर जाता था. उसने स्पीड से धक्के देना शुरू किया! मेरी हालत खराब हो रही थी! सेक्स मुझ पर हावी हो गया था! विलास को मालूम था, अब वह जो बोलेगा, मैं करूँगी! और मैं भी तैयार थी! जो वह बोलता, मैं करती!

मैं बस अपनी बीवी की चुदास भरी बातों को सुन रहा था- बस यूं समझ लो अनिल … जिस तरह से वह मुझे चोद रहा था, तुमने आज तक नहीं चोदा था!’
‘हां सच में यंग लंड हो तो ऐसा ही होता है!’

सीमा- उसने एकदम से मेरी टांग एक हाथ से हवा में ऊपर उठाई और फुल स्पीड में चुदाई शुरू कर दी! मैं चिल्लाने लगी कि मर गई मैं … आह … मां मर गई … फाड़ दो मेरी चूत आह्ह!

मेरी बीवी एक पल के लिए रुक गई, फिर मैंने उसे टोका- आगे बताओ न!

‘हां अनिल सही में यार, विलास मस्त चोदता है! उसने मुझे इस तरह से करीब दस से बीस मिनट चोदा! उसका स्टैमिना जबरदस्त है. साला चोदता भी मस्त है! जो भी एक बार उससे चुदवाती होगी, वह बार-बार उससे चुदवाने जाएगी! Xxx मल्टीपल सेक्स करता है वो!’

मैं अपनी बीवी को उकसा रहा था- हां फिर क्या हुआ?
सीमा- फिर विलास ने लंड चूत से निकाल लिया और सीधा लेट गया. मैं बोली कि क्या हुआ? गिरा नहीं क्या? तो वह बोला कि नहीं! अभी थोड़ा रुको.
‘हम्म …’

सीमा- हम दोनों आजू-बाजू लेट गए. वह मुझे सहलाने लगा. मैं उससे चिपकी थी. बहुत मज़ा आ रहा था!

‘फिर?’
सीमा- फिर थोड़ी देर तक हम दोनों उसी तरह चिपके पड़े रहे. मैं उसके लंड को प्यार कर रही थी. मुझे इसी लंड ने मज़े दिए थे. मैं उसे हाथ से ऊपर-नीचे कर रही थी.

‘फिर?’
सीमा- फिर थोड़ी देर बाद मैं खुद उसको किस करने लगी. उसके बालों को सहलाने लगी. मेरा मन अभी भी नहीं भरा था, मैं फिर से चुदवाना चाहती थी. फिर से उसका मोटा लंड लेने को मन कर रहा था, मगर विलास शांत पड़ा था.

‘फिर?’
सीमा- फिर मैंने खुद ही उसके होंठ चूसना शुरू किए और एक हाथ से लंड दबाने, ऊपर-नीचे करने लगी. मगर वह चुप था, आंखें बंद किए पड़ा था … और मैं फिर से चुदवाने के लिए बेताब थी!

‘फिर?’
सीमा- फिर मैंने एक बार फिर से उसका लंड मुँह में लिया और चूसने लगी! वह प्यार से मुझे देखते हुए बोला कि हां और मस्ती से चूसो … अच्छा लग रहा है!

मैं हंस दिया- अच्छा मस्त लगने लगा था तुमको?

वह शर्माई नहीं बल्कि बिंदास बोली- हां मैं उसके लौड़े को प्यार से चूसने लगी. अब उसका लंड मुझे बहुत अच्छा लग रहा था! कुछ ही पलों में उसका लंड फिर से टाइट होने लगा, मगर विलास वैसे ही सोया हुआ था.

मैंने कहा- अरे वह सोया नहीं होगा … वैसे पड़ा होगा!
सीमा- हां हो सकता है कि वह वैसे ही लेटा हो, मगर मैं उसके लौड़े को चूस कर फिर से गर्म हो गई थी!’

‘फिर?’
सीमा- फिर मैं खुद ही ऊपर से उसके लंड पर बैठ गई और उसके लंड को अपने हाथ से पकड़ कर अपनी चूत में घुसा लिया और ऊपर से धक्के देने लगी! उस वक्त मेरी चुत में बहुत आग लग गई थी तो मैं अपनी चूत को लंड के ऊपर तक निकालती और एकदम से नीचे जोर से घुसा देती! मुझे बेहद मज़ा आ रहा था.

अपनी बीवी की इस मस्ती से मेरी झांटें सुलग उठीं और मैंने कहा- लेकिन तूने मुझे इस तरह कभी नहीं चोदा!

सीमा- अरे वह सब छोड़ो यार, उस वक्त मैं क्या करती … मेरी चूत में आग लगी हुई थी और मुझे किसी भी तरह से अपनी चुत की आग बुझानी थी. विलास का लंड तुमसे काफी अच्छा है और वह लोहे की रॉड के जैसे मेरी चुत में चल रहा था.

‘फिर … लोहे के लंड ने क्या किया?’
सीमा- तुम कुढ़ रहे हो अनिल … मगर सच कह रही हूँ कि उसका लंड बहुत हार्ड था. थोड़ी देर तक मैं धीरे-धीरे चुदती रही थी. फिर विलास नीचे से धक्के देने लगा और मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी.

‘ओके .. फिर?’
सीमा- फिर मैं फुल स्पीड में ऊपर-नीचे कर रही थी … विलास नीचे से और मैं ऊपर से, एक-दूसरे को चोद रहे थे! वह मेरे बूब्स दबा रहा था, किस कर रहा था.

‘हम्म … तो तुमने अपन दूध नहीं पिलाए?’
सीमा- नहीं … अब उसने एक उंगली मेरे दाने के ऊपर टिकाई. मेरे दाने में मानो सेक्स भर गया हो … मुझे ऐसा लगा कि बस अब मैं झड़ने को हो गई. तभी मेरा पानी विलास के लंड को गीला करने लगा और मैं निढाल होती चली गई.

मैंने कहा- कुछ बाहर भी निकला होगा!
सीमा- हां ध्यान नहीं है, पर थोड़ा तो पक्का बाहर आया होगा. मुझे तो होश ही नहीं था, मैं तो उसकी छाती से लिपट गई थी.

‘हम्म …!’
सीमा- वह भी मेरी पीठ पर हाथ फेरने लगा था. मुझे उसका यूं हाथ फेरना बहुत अच्छा लग रहा था. थोड़ी देर तक हम दोनों उसी तरह पड़े रहे. फिर विलास अचानक जब नीचे से धक्के देने लगा, तब मुझे याद आया कि वह अभी झड़ा नहीं था!
मैं बोला- हां वह तो देर तक चोदने वाला घोड़ा है न!
सीमा- हां … उसके कुछ ही शॉट मारने से मैं फिर से गर्म हो गई और ऊपर से अपनी कमर हिला कर उसके लौड़े से चुदवाने लगी. हम दोनों की चुदाई की स्पीड बढने लगी और पंद्रह मिनट तक हम दोनों खूब मस्ती से तेज तेज चुदाई करते रहे थे. तभी विलास ने अपनी बीच वाली उंगली मेरी चूत में घुसा दी. चिकनाहट के कारण मुझे उस तरह चोदने में भी मज़ा आ रहा था. उंगली और लंड एक साथ मेरी चूत में होने के कारण मैं बहुत उत्तेजित हो गई और पुनः झड़ गई!

‘और विलास?’
सीमा- विलास अभी भी नीचे से जबरदस्त चुदाई कर रहा था. फिर तभी उसने एकदम से मुझे अपने सीने से चिपका लिया और बांहों में कस लिया! मेरी चूत में गर्माहट होने लगी. वह झड़ रहा था.

‘हम्म …’
सीमा- हम दोनों तृप्त हो गए. उसने अपना लंड चूत में ही फंसा कर ही रखा. मैं उसकी छाती पर लेट गई थी. वह मेरी पीठ को मेरी गांड तक हाथ से सहलाता रहा. कभी कभी वह मेरे चूतड़ मसल देता तो मैं उसके लंड की उपस्थिति अपनी चुत में करने लगती.

‘हम्म … फिर?’
सीमा- फिर करीब आधा घंटा तक हम दोनों एक-दूसरे की बांहों में एक-दूसरे को सहलाते रहे. उसके बाद विलास का लंड सिकुड़ने लगा, तो मैंने चूत से बाहर निकाल कर प्यार से पौंछ दिया और उसके बगल में नंगी ही सो गई.

‘विलास कुछ बोला नहीं!’
सीमा- हां, उसने मुझे अपनी बांहों में कसकर दबाया और बोला- मज़ा आया! तो मैं बोली कि हां बहुत अच्छा लगा! उसने किस किया और मुझे वापस अपनी बांहों में भर लिया. मुझे नींद आने लगी और मैं उससे चिपक कर नंगी ही सो गई!

‘ओके फिर?’
सीमा- फिर थोड़ी देर बाद वह बोला कि सीमा, उठो … शाम हो गई है! मैं फिर से उससे चिपक गई. मेरा उसे छोड़ने का मन ही नहीं कर रहा था!

‘क्या दुबारा से चुदवाने का मन करने लगा था?’
सीमा- नहीं यार … बहुत थक गई थी और मेरे शरीर का अंग अंग टूट रहा था. बस हम दोनों ने कपड़े पहने और हॉल में आ गए. हमने थोड़ी देर बातें कीं. विलास थैंक्यू बोला, तो मैं बोली थैंक्यू किस लिए? तो वह बोला कि चोदने देने के लिए! बड़ी इच्छा थी तुमको चोदने की! आज मज़ा आ गया!

‘हम्म …’
मेरी बीवी ने कहा- मैं उससे बोली कि मैंने नहीं, तुमने मुझे मज़ा दिया! उस पर वह बोला कि तुम सैटिस्फाइड तो हो न? तो मैं बोली हां बहुत … बहुत ज्यादा खुश हूँ … आज पहली बार किसी ने इतने अच्छे से और इतने देर तक चोदा है!

‘और क्या हुआ?’
सीमा- और वह पूछने लगा कि मेरा लंड कैसा लगा तो मैंने कहा कि एकदम मस्त … मुझे चाहिए था वैसा ही! और तुम बताओ तुम्हें मेरी चूत कैसी लगी? तो वह बोला कि तुम्हारी तो एकदम मस्त, टाइट और चिकनी. उसने मेरे मम्मों की भी तारीफ करते हुए कहा कि तुम्हारे बॉल्स भी मस्त हैं!

‘इतना ज्यादा खुल गई थीं तुम?’
सीमा- हां, चुदाई के बाद हम खुलकर बोलने लगे थे. फिर वह बोला कि अब मैं चलता हूँ … तो मैं फिर से उससे चिपक गई. उसने भी मुझे अपनी बांहों में भर लिया और किस किया. थोड़ी देर मेरी गांड भी सहलाई. उस वक्त मैं उससे बोली कि फिर कब होगा? तो वह बोला कि क्या … यही सब? तो मैं बोली कि हां!

‘इस पर उसने क्या कहा?’
सीमा- वह बोला कि जब-जब तुम कहोगी, बस एक कॉल कर देना! इतना कह कर वह चला गया.

‘फिर क्या किया तुमने?’

सीमा- उसके जाते ही मैंने फिर से अपने सारे कपड़े उतारे और आईने के सामने नंगी खड़ी होकर अपनी फटी हुई चूत को देख रही थी और विलास के लंड को याद करने लगी थी अनिल … सच में वह मुझे पहली बार तृप्त करके गया था और मैं तुम्हारा भी थैंक्स करती हूँ यार! अगर तुम न कहते, तो मैं नहीं चुदवाती और इस मज़े से दूर रहती! आज बहुत मज़ा आया!

तब मुझे भी लगा कि चलो, मेरा प्लान सफल हुआ!
अब विलास सीमा को अलग-अलग तरह से चोदता रहेगा और ये मुझे भी उसी तरह से चोदने देगी!

बस अब मेरे मन में एक इच्छा रह गई थी कि किसी दिन विलास सीमा को चोद कर जाए और उसी गीली चूत में मैं अपना लंड डालूँ.
मैंने उससे यह कहा तो वह शर्मा गई.

मैंने उससे कहा- चलो, सीमा तुम्हारी चुदाई शुरू तो हो गई है, अब मेरे मन की भी हो जाएगी!
वह हंसने लगी और मुझे आई लव यू कहने लगी.

तो दोस्तो, यह थी मेरी बीवी की एक गैरमर्द से चुदाई की कहानी, आपको Xxx मल्टीपल सेक्स कहानी कैसी लगी … प्लीज मुझे जरूर बताएं.
इसके बाद क्या हुआ, वह मैं अपनी अगली सेक्स कहानी में बताऊंगा.
धन्यवाद.
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