स्माल डिक हस्बैंड ककोल्ड स्टोरी में मेरी बीवी मेरे छोटे से लंड से खुश नहीं होती थी. मैंने उसे किसी बड़े लंड से चुदवा कर सेक्स का पूरा मजा दिलवाना चाहता था.
दोस्तो, मैं अपना नाम नहीं बता सकता हूँ.
बस इतना जान लीजिए कि मैं एक छोटे और पतले से लंड वाला दुबला पतला सा इंसान हूँ.
मैं अपनी अति सेक्सी बीवी को संतुष्ट नहीं कर पाता था.
मेरी बीवी का नाम निखत है.
उसकी उम्र 32 साल, रंग सांवला, कद 5’2″ छाती और चूतड़ दोनों 36″ के हैं.
उसका सेक्सी बदन बहुत रसीला है.
मेरी शादी को पांच साल हो गये हैं, जल्दी झड़ जाने के कारण मैं उसको संतुष्ट नहीं कर पाता हूं.
मैं जब भी उसकी चुत में लंड डालने की कोशिश करता तो लंड घुसने से पहले ही झड़ जाता था.
कभी कभार अन्दर भी चला जाता था तो कुछ ही पल बाद उसके अन्दर से पतला सा पानी निकल कर खेल खत्म हो जाता था.
स्माल डिक हस्बैंड ककोल्ड स्टोरी में मैंने अपनी बीवी की जरूरत को समझा.
एक दिन रात को चोदते समय मैंने उससे पूछा कि वह किसी गैर मर्द से चुदेगी?
पहले तो उसने मना कर दिया और मुझ पर गुस्सा भी हो गई.
फिर मैं अपना काम खत्म करके सो गया.
उसके अगले दिन मैंने उसे सेक्स करते समय फिर से कहा.
मैं सेक्स करते-करते जल्दी झड़ गया और वह अभी भी तृप्त नहीं हो पाई थी.
वह आज गुस्सा नहीं हुई थी, बस वह चुप रह गई थी.
मैंने उससे कहा कि तुम्हारे लिए किसी मोटे लंड की व्यवस्था करता हूं!
तो आज निखत ने कहा- रोज कहते हो कि किसी दूसरे लंड से चुदने की मंशा है … तो लो आज मैं कहती हूँ कि हां मुझे बड़े और मोटे लंड से चुदने की लालसा है. लाओ कहां है दूसरे मर्द का लंड … जल्दी बुलाओ उसे!
उसकी बात सुनकर मैं समझ गया कि इसे मेरे लंड से संतुष्टि नहीं हो पाती है इसलिए आज इसके मन की बात इसकी जुबान पर आ ही गई.
मैंने उससे कहा कि मेरे पास इस वक्त लंड नहीं है लेकिन मैं तुम्हारी खुशी के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूँ.
वह मुझसे लिपट कर रोने लगी और सुबकती हुई बोली- मैं भी तुम्हारे लिए हर तरह से राजी हूँ पर मैं क्या करूं … मेरी आग नहीं बुझ पाती है तो लगता है कि तुमसे बेवफाई कर लूँ.
मैंने उससे कहा- यह बेवफाई नहीं है मेरी जान हम दोनों की रजामंदी से होना है.
फिर मैंने प्रोग्राम बनाया कि किसी होटल में जाकर किसी अनजान व्यक्ति के साथ इसको चुदवा देता हूँ.
वह भी राजी थी.
मैं इसी बारे में गहराई से सोचने लगा.
फिर अगले संडे को हम दोनों होटल में डिनर के लिए गए.
उधर मेरी मुलाकात इन्द्रेश नामक व्यक्ति से हुई जो देखने में काफी खूबसूरत और जवान था.
उस दिन हम दोनों में सिर्फ औपचारिक बात हुई और खाना के बाद हम लोग वापस घर चले आए.
उसके बाद इन्द्रेश से मेरी बातें होने लगीं.
मैंने उसको अपने बारे में बताया कि यार मैं रात को बीवी के सामने ज्यादा देर नहीं टिक पाता हूं.
तब उसने मुझसे मेरी बीवी को उसके पास लाने का प्रस्ताव दिया.
मैंने उससे कहा कि यार वह नहीं मानेगी.
उसने कहा- तुम कोशिश करके तो देख लो, हो सकता भाभी मेरे साथ सेक्स करने के लिए मान जाए.
मैंने उसकी बात सुनकर अपनी बीवी को बताया कि उस दिन इन्द्रेश मिला था न … वह तुम्हारे साथ सेक्स करने को रेडी है.
जब मैंने इन्द्रेश का नाम लेकर उससे सेक्स करने के लिए कहा, तो वह इन्द्रेश का जिक्र सुनते ही झट से मान गई.
उस दिन उसने भी इन्द्रेश से बात की थी और वह शायद इन्द्रेश के कसरती शरीर पर फिदा हो गई थी.
फिर मैंने इन्द्रेश के साथ वीडियो कॉलिंग की.
मैंने इन्द्रेश से अपना लंड दिखाने को कहा.
जब उसने अपना लंड दिखाया तो मेरी बीवी उसके लंड को देखकर चौंक गई.
उसका लंड एकदम कड़क था और सात इंच का बहुत मोटा व बहुत सख्त दिख रहा था.
उसका लंड देखकर मेरी बीवी की चुत में पानी आने लगा.
उसकी चुत गीली हो गई थी तो वह उठकर बाथरूम में चली गई.
मैं यह देख कर खुश हो गया.
फिर मैंने इन्द्रेश से कहा कि बाद में बात करते हैं.
उसने ओके कहा.
अब मैंने फोन काट दिया.
फिर जब बीवी बाथरूम से बाहर आई तो मैंने उससे पूछा- क्या हुआ!
तो वह शर्मा कर बोली- इतना मोटा लंड मैं अपनी चुत में कैसे लूंगी?
मैंने कहा- पहले पहल दिक्कत होती है फिर धीरे-धीरे सब हो जाता है.
यह सुनकर उसने भी मन बना लिया क्योंकि उसे भी लंड पसंद आ गया था.
उसने कहा- चलो ठीक है मगर उससे कह देना कि आराम से करे और मैं बगैर कंडोम के नहीं कर पाऊंगी!
मैंने खुश होते हुए कहा- हां ठीक है. तुम जैसा चाहती हो, उससे वैसे करवा लेना.
फिर हम दोनों ने सेक्स को घर पर करने के लिए सोचा मगर यह आइडिया सही नहीं लगा तो मैंने सोचा कि कहीं बाहर कमरा लेकर करते हैं.
मेरी लोकेशन के नजदीक में एक कॉलोनी है. उसका नाम साउथ सिटी है.
मैंने वहां एक कमरा किराए पर ले लिया और सब कुछ प्लान के मुताबिक वहां इन्द्रेश को बुलाया.
मैंने उससे बात की- देखो मेरी बीवी ने अब तक कभी किसी गैर मर्द के साथ सेक्स नहीं किया है, तो उसे डर लग रहा है. आप उसके साथ आराम आराम से सेक्स करना. चिंता की कोई बात नहीं है, वह आपके साथ सोने को राजी है.
इन्द्रेश समझ गया कि मेरी बीवी ज्यादा चुदी हुई नहीं है.
उसने मुझसे दोस्त जैसा बनते हुए कहा- अबे साले तू डरता क्यों है, मैं तेरी बीवी को इतनी अच्छी तरह से चोदूंगा कि तेरी बीवी मेरे लंड की दीवानी हो जाएगी.
मैंने कहा- ठीक है. मगर वह तुम्हारे बड़े लंड को देख कर डर रही है.
उसने कहा- मैं तेरी बीवी को दुल्हन की तरह चोदूंगा. उसे सुहागरात के जोड़े में लाना.
मुझे भी उसका आइडिया पसंद आ गया तो मैं बाजार चला गया और वहां से ब्रा पैंटी का सैट खरीद लिया. फिर एक लाल रंग की बिल्कुल पारदर्शी साड़ी लेकर आया जिसको पहनने से मेरी बीवी के अन्दर के कपड़े बाहर से ही दिख जाएं.
मैं वह नेट वाली साड़ी लेकर घर आ गया.
वह खुश थी.
उसने मेरे लाए सब कपड़े पहने और मेकअप करके रेडी हो गई.
इन्द्रेश से शाम को 7:00 बजे मिलने का वादा था.
इन्द्रेश भी शाम को 7:00 बजे तैयार होकर मेरा इंतजार कर रहा था.
हम लोग फोन पर बात करके घर से निकले और उस कमरे पर पहुंच गए.
इन्द्रेश उधर पहले ही आ गया था और उसने कमरे को सजवा लिया था.
मैंने खुद देखा कि उसने कमरा बिल्कुल सुहागरात की तरह सजवा कर तैयार कर रखा था.
मेरी बीवी सुहागसेज पर बैठ गई.
फिर मैंने इन्द्रेश को अपने पास बुलाया और उससे कहा- ले यार, आज तेरी दुल्हन तेरा इंतजार कर रही है.
उसने मुझसे कहा- चल बे गांडू, तू ये पैसे ले जा … और बाजार से कुछ खा पी. तू जब तक वापस मत आना, जब तक मैं फोन न करूं. आज मैं तेरी बीवी को चोद चोद कर उसकी चुत का भोसड़ा बना दूंगा.
उसकी इस तरह की बातों को सुनकर मुझे समझ आ गया था कि आज मेरी ख्वाहिश पूरी होने वाली है.
मैं बाहर चला गया.
मैं कहीं दूर नहीं गया, उस कमरे के दरवाजे में एक छेद था, जिस पर मैंने कैमरा लगाया हुआ था.
मैं उसे अपने मोबाइल पर जोड़ लिया था और गली के नुक्कड़ पर खड़े होकर सिगरेट पीते हुए कमरे के अन्दर का नजारा देखने में मशगूल हो गया था.
मैंने देखा कि इन्द्रेश अन्दर गया और उसने मेरी बीवी के करीब जाकर देखा, तो मेरी बीवी एकदम कमसिन लौंडिया जैसी लग रही थी.
उसने मेरी बीवी को देखा, तो मेरी बीवी निखत बिस्तर से उठ खड़ी हुई.
इन्द्रेश ने उसको वापस पलंग पर बैठा लिया और उसे प्यार करने लगा.
वह किसी नवविवाहित की तरह बिल्कुल धीरे-धीरे मेरी बीवी के कपड़े उतार रहा था.
कुछ ही देर में इन्द्रेश ने मेरी बीवी के सारे जेवर उतार दिए.
फिर सब कपड़े खोलकर इन्द्रेश उसको चोदने की तमन्ना से देखने लगा.
फिर जैसे ही उसने मेरी बीवी की साड़ी ब्लाउज और पेटीकोट को उतार कर अलग किया तो मेरी बीवी ब्रा पैंटी में उसके सामने थी.
उसने बड़े प्यार से मेरी बीवी की एक चूची दबाई तो वह एकदम से आह कर उठी.
इन्द्रेश को समझ आ गया कि मेरी बीवी की चूचियां बहुत सख्त हैं.
क्योंकि उसने कभी भी मुझसे अपने मम्मों को दवबाया ही नहीं था. मैं कभी दबाता भी तो वह हल्के-हल्के से दबवा कर मेरे हाथ को हटा देती थी.
इधर इन्द्रेश ने इतनी कसके उसकी चूचियों को पकड़ा कि मेरी बीवी की दर्द भरी आवाज निकल गई.
बीवी की चूचियों में से उसे रस टपकने जैसा लगने लगा.
वह एक हाथ को एक दूध पर रखे हुए था और दूसरे हाथ को उसने मेरी बीवी की पैंटी में घुसा दिया.
वह मेरी बीवी की चुत और चूचे दोनों को मसलने का मजा लेने लगा.
मेरी बीवी की चुदास बढ़ती जा रही थी, जो उसके मुँह से निकलने वाली आहों और कराहों से साफ समझ में आ रही थी.
तभी इन्द्रेश ने एक झटका दिया और उसने मेरी बीवी की पैंटी को फाड़ कर चुत से अलग कर दिया.
वह मेरी बीवी की चुत को सहलाने और भँभोड़ने लगा.
फिर उसने ब्रा को खींच कर उसके मम्मों से उतार कर अलग कर दिया और उसके एक निप्पल को धीरे-धीरे चूसने लगा.
वे दोनों गर्म होने लगे.
जब इन्द्रेश ने मेरी बीवी के दूध के निप्पल को अपने होंठों से पकड़ कर खींचा तो पहले तो मेरी बीवी चिल्लाई, मगर बाद में उसे मजा आने लगा और वह धीरे-धीरे उसका साथ देने लगी.
मैंने देखा कि इन्द्रेश ने कुछ देर तक मेरी बीवी की चुत से खेल कर उसे गर्म किया और उसके बाद इन्द्रेश ने अपना लंड निकाल कर मेरी बीवी के मुँह पर रख दिया.
मेरी बीवी ने अपना मुँह खोल कर इन्द्रेश के लंड को चूसना चालू कर दिया.
कुछ देर तक चुसाई करने के बाद निखत इन्द्रेश की आंखों में आंखें डाल कर उसके लौड़े को चाटने चूसने लगी.
उसने जल्द ही इन्द्रेश के लौड़े को ऐसा सख्त कर दिया कि इन्द्रेश से रुका नहीं गया और उसने अपने लौड़े से प्रीकम वाला लिसलिसा सा पानी निकालना चालू कर दिया.
अब मेरी बीवी भी इतनी ज्यादा चुदासी हो गई थी कि वह कहने लगी- जल्दी से मेरी चुत में अपना लंड डाल कर इसे फाड़ दो. मेरी चुत में खुजली बढ़ गई है.
मैं यह सब नजारा अपनी आंखों से देख रहा था कि मेरी बीवी एक गैर मर्द से किस तरह से अपनी चुत चोदने की बात कह रही थी.
अब इन्द्रेश ने चुदाई की पोजीशन बनाई और अपने लंड का सुपाड़ा मेरी बीवी की चुत पर रख कर पेलने की कोशिश की.
इन्द्रेश का मोटा लंड तो बीवी की चुत के अन्दर घुस ही नहीं पा रहा था.
फिर इन्द्रेश ने शक्ति लगाई और उसने चुत की फाँकों में अपने लंड का सुपारा फंसा कर हल्का सा धक्का लगा दिया.
उस धक्के से इन्द्रेश का थोड़ा लंड अन्दर घुस गया.
जरा से लवड़े के घुसने से ही मेरी बीवी एकदम से चीख पड़ी- आह इन्द्रेश … क्या कर रहे हो … मार डालोगे क्या!’
इन्द्रेश ने उसे चुप करवाया और धीरे धीरे लौड़े को चुत के अन्दर पेला.
कुछ देर के दर्द के बाद मेरी बीवी भी इन्द्रेश के लौड़े से मजा लेने लगी.
अब मैंने भी अपना कैमरा देखना बंद कर दिया और अपने मरियल से लंड से खेलने लगा.
कुछ देर की चुदाई के बाद वे दोनों लोग फारिग हो गए और इन्द्रेश अपने कपड़े पहन कर बाहर आ गया.
जबकि मेरी बीवी अभी अन्दर ही थी.
मैं भी उधर आ गया था.
मुझे देख कर वह सिगरेट सुलगाता हुआ बोला- यार, तेरी बीवी की चुत तो बहुत मस्त है … बहुत टाइट है. क्या तूने कभी इसकी ली नहीं है?
मैंने उसको अपना लंड दिखाया- मेरे लंड का हाल देख ले भाई. इसी वजह से मैंने तुमको अपनी बीवी चोदने दी है!
उसने मेरा ढाई इंच का बिल्कुल पतला लंड देखा तो वह बोला- अबे यार … यह क्या है … तेरी बीवी तेरे पास इतने दिन कैसे रुक गई?
मैंने बोला- हां यार, इसी लिए तो तेरे पास लाया हूं कि उसकी चुत चुदवाने की तमन्ना को तू अच्छे से पूरी कर सके.
उसने कहा- कोई बात नहीं, अब मैं मिल गया हूं. तेरी और तेरी बीवी की सारी ख्वाहिशों को मैं पूरी करूंगा. अब जा थोड़ा सा तेल लेकर आ जा. अभी उसको और सही से चोद कर अपने लौड़े की गुलाम बनाना है.
मैं दुकान पर गया और उधर से थोड़ा तेल लेकर आ गया.
इस बार मैं भी उन दोनों के साथ कमरे में था.
उस वक्त मेरी बीवी पलंग पर नंगी लेटी थी.
फिर जैसे इन्द्रेश का लंड तैयार हुआ तो निखत ने उसे मुँह में ले लिया.
उसने मुँह में लेकर लंड को चूस चूस कर इतना सख्त कर दिया कि एकदम लोहा.
अब मैंने थोड़ा सा तेल अपनी नंगी बीवी की चुत पर भी लगाया और कुछ इन्द्रेश के लौड़े पर भी लगा दिया.
अब इन्द्रेश ने लंड का सुपारा मेरी बीवी की चुत पर रखा और ऐसा झटका मारा कि एक ही झटके में उसका लंड मेरी बीवी की चुत में पूरा जड़ कर उतरता चला गया.
लंड झटके से अन्दर घुसा तो मेरी बीवी भी एकदम से चिल्ला पड़ी- ऊई मम्मी रे … मेरी फट गई. आह मेरी चुत फट गई. आह साले तुमने मेरी बुर का भोसड़ा बना दिया आह साले ने फाड़ दी मेरी चुत!
वह बहुत जोर जोर से चिल्लाने लगी.
कुछ देर तक इन्द्रेश ने मेरी बीवी के दूध चूसे और सहलाए तो धीरे-धीरे वह उसका साथ देने लगी.
बाद में जब मेरी बीवी को मजा आने लगा तो वह जोर जोर से चिल्लाने लगी- आह इन्द्रेश … जल्दी करो … मेरी चुत फाड़ दो!
उसको चुदने में बेहद मजा आ रहा था और उसे मजा लेते देख कर मुझे भी बहुत सुख मिल रहा था.
उसे अपने सामने चुदवाते देखकर मेरी फैंटेसी पूरी हो गई थी.
अब वहां चुदाई चलते-चलते करीब 20 मिनट हो गए थे.
फिर इन्द्रेश ने मेरी बीवी को डॉगी स्टाइल में खड़ी किया और उसको पीछे से चोदने लगा.
कुछ देर बाद इन्द्रेश के लंड का पानी निकलने वाला था तो मैंने इशारा किया कि चुत में ही छोड़ दो.
इन्द्रेश ने अपना पानी निकाल दिया.
अब वे दोनों लोग निढाल हो गए थे.
उसके बाद इन्द्रेश ने मेरी बीवी को अपनी बांहों में उठाया और किस किया.
फिर वे दोनों बाथरूम में नहाने चले गए.
जब मेरी बीवी बाहर आई तो वह बड़ी खुश दिख रही थी.
मैंने अपनी बीवी के पास आकर उससे पूछा कि हो गई तुम्हारी तमन्ना पूरी?
उसने हंस कर हां बोला और मुझे थैंक्स भी कहते हुए कहा कि ऐसा पति सबको मिले, जो पत्नी की इच्छा को पूरा करना जानता है.
बीवी की चुत में किसी दूसरे मर्द का लंड के अगले अंक में एक नई सेक्स कहानी के साथ मिलते हैं.
तब तक के लिए धन्यवाद दोस्तो, बताना जरूर कि आपको मेरी यह स्माल डिक हस्बैंड ककोल्ड स्टोरी कैसी लगी?
और यह भी बताना कि क्या मैंने अपनी बीवी को गैर मर्द के लौड़े से चुदवा कर सही किया या नहीं!
धन्यवाद.