गैर मर्दों के लंड से चुत चुदवाकर मां बनी

यह हसबैंड फ्रेंड सेक्स कहानी है मेरी चुदाई की … मेरा गांडू पति जिस मर्द से गांड मरवाता था, उसी से मेरी दोस्ती हो गयी और एक दिन उसने मेरी चूत फाड़ दी.

हाय दोस्तो, मैं आपकी अंजलि!
आपने मेरी कहानी
मेरी सौतेली मां के कारनामे
पढ़ी और पसंद की. धन्यवाद.

आज मैं आप सब के सामने फिर से एक सेक्स कहानी लेकर हाजिर हूँ.

इस कहानी को सुनें.

यह हसबैंड फ्रेंड सेक्स कहानी मेरी फैन अनीसा बानो की है. आप अनीसा की चुदाई की कहानी को मेरी कलम से पढ़कर मजा लीजिए.

मेरा नाम अनीसा है, मेरी उम्र 36 साल है. मेरा जिस्म 38-34-40 का है. मुझे हर कोई चोदना चाहे, मेरा ऐसा मक्खन बदन है.

मैं शादी नहीं करना चाहती थी क्योंकि मुझे लगता है कि शादी के बाद मेरी आजादी खो जाएगी.

लेकिन घर परिवार समाज सब देखना पड़ता है इसलिए जब मैं 23 साल की हुई, तो मेरे लिए रिश्ते आना शुरू हो गए थे. जब मैं 26 साल की हुई, तब मेरी शादी हो गई.

मेरा शौहर मुझसे उम्र में 13 साल बड़ा था और मोटा भी कुछ ज्यादा ही था. लेकिन घर परिवार अच्छा देख कर मेरे परिवार ने मेरी शादी उससे कर दी.

मेरी सुहागरात के दिन पता चला कि मेरा शौहर मुझे चोद ही नहीं सकता है. वो सेक्स मैं ढीला ढीला था.
लेकिन जैसा भी था एक स्थाई लंड मिल गया था, तो कैसे भी करके उससे चुदाई कर लिया करती थी.

शादी को 6 महीने हो गए थे. मुझे सयुंक्त परिवार वाले इस घर में घुटन सी होने लगी थी.
मैंने अपने शौहर से लड़ाई की और कहा कि या तो एक अलग घर ले या मुझे तलाक दे दे.

बदनामी के डर से मेरे शौहर ने अलग घर ले लिया और मैं उसके साथ इस नए घर में रहने आ गई.

मेरा शौहर सुबह 8 बजे फैक्ट्री निकल जाता था और सीधे रात में वापस आता था.

सारे दिन मैं घर में अकेली ही रहती थी.
खाली समय खूब था, तो टाइम पास करने के लिए नेट सर्फ करने लगी.

एक दिन मैंने एक सेक्स साईट देखी. उस साईट पर ज्यादातर लड़के और मर्दों की डीपी की जगह उनके मोटे लंबे लंड लगे हुए थे.
उन मोटे लम्बे लंड की फोटो देख कर मैं यह सोचती थी कि क्या सच में ऐसे लंड होते होंगे.

एक दिन मैंने ऐसे ही एक लड़के को फ्रेंड रिक्वेस्ट सेंड कर दी.
उसने दूसरे दिन मेरी रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली और मुझे हाय लिख कर भेजा.

मैं ऑनलाइन थी तो मैं उसके मैसेज को देख कर खुश हो गई.
मैंने उसके हाय कर जबाव दिया.

उसने मेरा नाम पूछा.
मैंने उसे अपना नाम बताया और उसका नाम पूछा.

उसने अपना नाम नवाब कुरैशी बताया और उम्र 26 साल बताई.

वो कुछ देर की औपचारिक बातचीत के बाद मुझसे सेक्स चैट करने लगा.
हम दोनों ने एक दूसरे से काफी बार वीडियो चैट भी की मैंने उसे अपने मम्मे चुत सब दिखाए.
उसने भी अपना मोटा लंड हिला कर दिखाया.

एक दिन नवाब ने मुझसे मेरे घर का पता मांगा, लेकिन मैंने मना कर दिया और उसे पता नहीं दिया.
उसने भी ज्यादा जोर नहीं दिया और हम दोनों सेक्स चैट करने लगे.

कुछ दिन चैट करते करते मैंने उसे अपने घर का पता बता दिया.

नवाब दूसरे दिन मेरे घर आ गया.

मैंने उस दिन ब्लू साड़ी और ब्लाउज पहनी थी.

नवाब जींस शर्ट में था.
मैं उसे देख कर चौंक गयी और बोली- तू यहां?
नवाब हंस कर बोला- साली, सेक्स चैट कब तक करती रहेगी. आज तो मैं सच में सेक्स करूंगा.

उसने मुझे अपनी बांहों में ले लिया और कसके जकड़ लिया.
मैं पहली बार किसी गैर मर्द की बांहों में थी. मुझे बड़ा अजीब लग रहा था.

उधर नवाब मुझे किस पर किस करने लगा ‘ऊऊमम्माह … ऊऊऊमम ..’
वो मेरी गांड पर हाथ घुमाने लगा. मुझे भी मजा आने लगा तो मैं उससे चूमाचाटी करती रही.

ऐसे ही कुछ मिनट किस करने के बाद उसने मेरी साड़ी का पल्लू हटा दिया और मेरे ब्लाउज में तने हुए मेरे मम्मों को मसलने लगा.

मैं गर्म होकर उसके पैंट पर हाथ ले गई तो नवाब ने मेरा एक हाथ अपनी जींस में डाल दिया.
मैंने पहली बार किसी मर्दाना लौड़े का अहसास किया. वर्ना अभी तक तो मेरे हाथ में थुलथुल शौहर की लुल्ली ही आई थी. जिसे पकड़ने में तक मुझे घिन आने लगी थी.

नवाब मेरे हाथ से अपने लंड को रगड़वा रहा था और वो खुद मेरे मम्मों पर हाथ घुमा रहा था.
साथ ही हम दोनों चुम्बन कर रहे थे.

नवाब मुझे चूमते हुए बोला- क्या मस्त माल है रे तू … मन कर रहा है कि तुझे कच्चा ही खा जाऊं!
मैं हंस दी और कहा कि खा जा साले … मैं भी कौन सा तुझे भून कर खाऊंगी, आज मैं भी तुझे सालम ही खा लूंगी.

नवाब ने इतने में मेरा ब्लाउज उतार दिया और मेरी साड़ी पेटीकोट भी खोल दिया.
अब मैं सिर्फ एक ब्रा पैंटी में उसके सामने खड़ी थी.

उसने मेरा मादक बदन देखते हुए अपनी जींस टी-शर्ट उतार दी. अब नवाब मेरे सामने एक अंडरवियर में खड़ा था.

कुछ देर तक यूं ही हम दोनों ने एक दूसरे के कामुक शरीर का नापतौल किया और उसके बाद नवाब मेरे ऊपर झपट पड़ा.
उसने मुझे बेड पर लेटा दिया और मेरी ब्रा पैंटी को भी उतार दिया.

मैं एकदम नंगी उसके सामने अपनी चुत खोले पड़ी थी. वो मेरी चूत चाटने लगा और चुत में उंगली भी डाल रहा था. वो अपनी दो उंगलियों से मेरी चुत का छेद खोल रहा था.

लगभग बीस मिनट तक उसने मेरी चूत चाटी.
इसी बीच मैं दो बार झड़ चुकी थी.

फिर नवाब ने अपना अंडरवियर उतारा और मुझे घुटने बल बिठा कर अपने लंड का टोपा मेरे सामने कर दिया.

मैं मुस्कुरा दी तो उसने लंड का सुपारा मेरे होंठों पर घुमाना शुरू कर दिया. मैं मुँह बंद किये बस उसके लंड की महक को सूंघ रही थी.

वो बोला- चल मुँह खोल.
मैंने उतना ही मुँह खोला, जितने में टोपा आ जाए.

नवाब ने अपना टोपा मुँह में रखा और पीछे से मेरा सर अपनी तरफ खींच दिया जिससे उसका पूरा लौड़ा मुँह में घुस गया.

उसने अपना लंड कुछ मिनट तक मेरे मुँह के अन्दर ही घुसेड़ कर रखा. उसके मोटे मूसल से लंड से मेरी तो समझो आंखें ही फट गयी थीं.

नवाब मेरे मुँह में लंड को अन्दर बाहर करने लगा और मेरे मुँह की चुदाई करने लगा.

आज मैंने पहली बार किसी का लंड अपने मुँह में लिया था, तो मुझे भी कुछ देर बाद लंड चूसने में मजा आने लगा.

लगभग दस मिनट तक नवाब ने मेरे मुँह की चुदाई की और अपने लंड का पानी मेरे मुँह में ही छोड़ दिया.
मुझे उसके रस को पीने में बड़ा सा अजीब लगा क्योंकि मैंने किसी के लंड का रस पहली बार मुँह में लिया था.

अपने मुँह की चुदाई से मेरा मुँह भी दुखने लगा था, क्योंकि नवाब ने जबरदस्त झटके देकर मेरा मुँह चोदा था.

कुछ देर बाद नवाब ने मुझे बेड पर लेटा दिया और खुद भी बेड पर घुटने के बल बैठ गया.
उसने मेरी दोनों टांगें चौड़ी की और अपने कंडोम लगे लंड का टोपा मेरी चूत में पेल दिया.

लंड को चुत में फंस कर वो मेरे ऊपर चढ़ गया और मुझे किस करने लगा.
मैं अभी उसके लौड़े के टोपे की गर्मी का मजा ले ही रही थी कि भैन के लौड़े ने एकदम से चुत में धक्का दे दिया.
मैं दर्द से हिल गई और चीख भी नहीं पाई.

मेरा मुँह उसने अपने मुँह से बंद कर रखा था. लेकिन मेरी आंख से आंसुओं की धार निकल आई.

नवाब ने जल्दी जल्दी चार पांच बार लंड चुत में अन्दर बाहर किया तो इस धकापेल से उसका लौड़ा मेरी बच्चेदानी से टच हो गया.
वो मुझे हचक कर चोदने लगा.

अब तक मैं भी दर्द से निजात पा चुकी थी और उसके लंड के मजे लेने लगी थी.
मैं खुद अपनी गांड ऊपर नीचे कर करके अपनी चूत में लंड के मजे देने लगी.

मेरे मुँह से मस्त मादक आवाजें निकलने लगीं- आआह … ऊऊह … साले सांड की तरह चुत चोद रहा है … आआह … ऊऊऊईई … उउउह … मजे लेने लगी.

नवाब किसी मदमस्त घोड़े की तरह मेरी चुत को भोसड़ा बनाने पर तुला हुआ था.
उसकी तेज चोटों से मेरी जवानी कुचल सी गई थी.

उसने लगभग 30 मिनट तक मुझे धकापेल चोदा. उसने अपने लंड का पानी कंडोम में निकाल दिया और मेरे ऊपर ही गिर कर हांफने लगा.
कुछ देर बाद उसने लौड़ा बाहर निकाल लिया.

मेरी चूत गीली हो चुकी थी.

नवाब का लौड़ा भी मुरझा गया था. मैंने बड़े प्यार से लंड से कंडोम उतारा और नवाब का लौड़ा चाट कर साफ़ कर दिया.

कुछ ही देर में नवाब का लंड फिर एकदम से खड़ा हो गया.

वो मेरी गांड पर हथेली मारता हुआ बोला- चल अब उल्टी लेट जा.
मैं झट से औंधी लेट गई.

नवाब मेरी गांड चाटने लगा और चूतड़ों पर थप्पड़ मारने लगा. उसने मेरी गांड चाट कर रसीली कर दी थी.
मैं ‘आआआह … ऊऊऊम्म ..’ कर रही थी.

नवाब बोला- चल डॉगी बन जा.
मैं घुटने के बल हो गई और अपनी कमर झुका कर डॉगी बन गई.

नवाब ने मेरी गांड में लौड़ा डाला और एकदम से मेरी कमर पकड़ कर धक्का मारने लगा.

मैं दर्द से चिल्ला उठी. मगर उसे बेदर्दी को मेरी चीखों से कोई फर्क नहीं पड़ा था. वो ताबड़तोड़ मेरी गांड में लौड़ा ठोकने लगा.

कुछ देर बाद मुझे राहत मिल गई और मैं अपनी गांड हिला हिला कर गांड मरवाने का मजा लेने लगी.

नवाब ने मेरी चूचियां थामीं और धकापेल चुदाई में लग गया.
उसने लगभग 25 मिनट तक मेरी गांड मारी और अपना लंड झाड़ दिया. उसके लंड का पानी मेरी गांड में छोड़ दिया.

उसने उस दिन रुक रुक मुझे सारे दिन चार बार चोदा. दो बार गांड बजाई और दो बार चुत फाड़ी.

बाद में हम दोनों साथ में नहाने गए.

तब मैंने नवाब से पूछा कि तू क्या करता है?
नवाब मेरे दूध मसक कर बोला- तुझ जैसी रंडियों को चोदना ही मेरा काम है.
मैंने उसका लंड हिला कर कहा- तो चल कल से रोज मेरी सेवा करने आ जाना.

उसके बाद नवाब रोज मुझे चोदने आने लगा.

एक दिन नवाब ने मेरे शौहर का फोटो मेरे फोन में देखा और बोला- यह कौन चूतिया है?
मैं बोली- यह मेरा शौहर है क्यों क्या हुआ?

नवाब बोला- यह फेन्सी है क्या?
मैं बोली- मतलब … समझी नहीं!

नवाब ने अपने फोन में से मुझे कुछ फोटो दिखाईं, जिन्हें देख कर मैं दंग रह गयी. मेरा शौहर ने नवाब का लंड मुँह में लिया हुआ था.

नवाब बोला- यह साला गान्डू है और इसको गांड मराने का शौक है.
मैंने कहा- क्या तूने इसकी गांड मारी है?

वो बोला- हां मादरचोद मेरे लंड से गांड मराने के लिए गिड़गिड़ाता है.
मैंने कहा- तब तो समझ तेरा काम बन गया. अब तू बेख़ौफ़ मुझे चोदने आया कर.

नवाब मेरी चुत चोदने रोज आने लगा. शौहर के सामने भी उसने मुझे चोद दिया. हसबैंड फ्रेंड सेक्स पर मेरा गांडू शौहर कुछ नहीं कह पाया.

कुछ दिन बाद नवाब अपने साथ एक और मर्द को लाया.

मैं उसे देख कर बोली- यह कौन है?
नवाब बोला- यह मोहनीश है … बहुत बड़ा वकील है. मैंने इससे कुछ पैसे उधार लिए थे. मैं इसका कर्ज चुका नहीं पा रहा हूँ. इसलिए तू इसे खुश कर और मेरा कर्जा अपनी चुत चुदवा कर उतार दे.

ये कह कर नवाब चला गया.

अब मैं और मोहनीश आमने सामने थे. मोहनीश की उम्र 40 साल की थी. वो एकदम पहलवान किस्म का मर्द था.
मैं मोहनीश को अपने रूम में ले गयी.

मोहनीश सिगरेट जला कर बोला- साड़ी उतार कर ड्रेस पहन.
वो धुंआ उड़ाता हुआ बोला- मेरी बीबी सेक्स का पूरा मजा नहीं देती है. मैं बहुत औरतों के साथ चुदाई कर चुका हूँ. आज तेरे साथ देखता हूँ तू कितना मजा देती है.

मोहनीश ने पहले मेरे साथ डांस किया. मुझे नंगी करके लंड चुसवाया.
इसके बाद उसने मेरे सेक्स शुरू किया.

मोहनीश ने कंडोम के चुदाई की और लंड का रस मेरी चुत में चोद दिया.

उसके वीर्य से मैं मां बन गई. लेकिन मेरा शौहर किसी को कुछ नहीं बोल पाया कि बच्चा किसका है और कैसे हुआ. उसने मुझसे पूछा भी नहीं.

अब कभी नवाब आता है तो कभी मोहनीश मेरी चुदाई करने आता है.

अब तो वो दोनों लोग अपने साथ कोई ना कोई को ले आते हैं और मेरे दोनों छेद में लंड पेल कर मेरी सैंडविच चुदाई करते हैं.

दोस्तो, आपको मेरी यह हसबैंड फ्रेंड सेक्स कहानी कैसी लगी, मुझे मेल करके जरूर बताएं, मेरी ईमेल आईडी है.
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