तीन समलैंगिक पुरुष और एक की पत्नी- 3

दोस्त की बीवी की गांड में एस प्लग घुसाकर मैंने उसे गांड खुली की और उसे गांड मरवाने का मजा दिया. मेरा दोस्त भी अपनी बीवी की गांड मारने लगा.

दोस्तो, मैं रवि एक बार फिर से अपनी सेक्स कहानी के साथ हाजिर हूँ.

कहानी के पिछले भाग
दोस्त की बीवी को गांड मरवाना सिखाया
में आपने पढ़ा था कि सोनी, तापोश कॉलेज के समय मेरी गांड मारते थे.
हम सब 54 साल की उम्र में फिर से मिले.
सोनी और मेरी पत्नी अब हमारे साथ नहीं थीं. सोनी और मैं फार्म हाउस में पति पत्नी की तरह रहने लगे.
बाद में तापोश अपनी बीवी नीना के साथ फार्म हाउस में रहने आया.
मैंने नीना को गांड मरवाने की कला सिखाई. मैंने और नीना ने आपस में यौन आनन्द का मजा लिया.

अब आगे दोस्त की बीवी की गांड की कहानी:

एक महीने में तापोश का कमरा बन गया, तापोश, नीना रहने आए.

तापोश- मैं 4 दिनों के लिए टूर पर जा रहा हूँ, टूर से वापस आकर मैं 3 दिन तुम लोगों के साथ रहूँगा. नीना यहां तुम लोगों के साथ रहेगी. नीना के साथ तुम लोग पुणे जाकर बेड और फर्नीचर खरीद लेना.
वह चला गया.

सोनी, मैं और नीना ने पुणे से किंग साइज पलंग, गद्दा और फर्नीचर ख़रीदा.

उस रात नीना और मैंने जमकर संभोग किया. मुझको चूत मारने में ही मजा आता था, मैंने नीना की गांड नहीं मारी.

हम दोनों सम्भोग के बाद संतुष्ट थे.
मैं- नीना, तुम सोनी को भी मौका दे सकती हो क्या?
नीना- हां, तापोश ने बताया की सोनी का लंड बड़ा और मोटा है, मैं उसे देखने और लेने को उत्सुक हूँ.

अगले दिन नीना ने मेरे और सोनी के साथ उनके फल के बाग और बकरी पालन देखा.
नीना को मजा आया.

रात को खाने के बाद सोनी नए कमरे में गया.
नीना ने तब झीना नाईट गाउन पहना था, ब्रा पैंटी नहीं पहनी थी.

सोनी ने नीना को बांहों में लेकर चूम लिया. इतने साल बाद सोनी को स्त्री के साथ सम्भोग करने का मौका मिला था.
दोनों लेट कर एक दूसरे के होंठ चूम रहे थे. सोनी नीना के स्तन दबा रहा था.

कुछ ही देर में दोनों नंगे हो गए. नीना सोनी की छाती, पेट चूमती हुई नीचे सरकने लगी.

नीना जब सोनी के लंड के पास पहुंची, सोनी का खड़ा लम्बा, मोटा और काला लंड देखकर मुग्ध हो गयी.
उसने लंड को चूम लिया, नीना की चूत गीली होने लगी.

नीना को सोनी ने पेट के बल लिटा दिया, नीना ने समर्पण में अपनी टांगे फैला दीं.
सोनी बहुत उत्तेजित था, उसने अपना लंड नीना की प्यारी चूत में डालना शुरू किया.

नीना ने इतना मोटा लंड कभी लिया नहीं था, नीना दर्द से चीख उठी.
सोनी ने रूककर नीना के निप्पल मरोड़ना और चूसना शुरू किया.

नीना का दर्द मजे में बदलने लगा, उसने कमर हिलाना शुरू कर दी.
ये देख कर सोनी ने अपना पूरा लंड एक झटके में डाल दिया.
नीना एक बार फिर चीख उठी.

उसका दर्द कम होने के बाद सोनी, नीना की घमासान चुदाई करने लगा.
नीना भी कमर उठाकर साथ देने लगी.

दोनों ने उस रात दो बार सम्भोग का आनन्द लिया.

सोनी- अगली रात मैं तुम्हारी गांड को आनन्द देना चाहता हूँ.
नीना- तुम्हारा लंड इतना बड़ा है, मुझे डर लगता है. मैं रवि गुरूजी से सलाह करने के बाद तुम्हें बताऊंगी.

मैंने ही उसकी गांड तैयार की थी इसलिए वो मुझे गुरुजी कहती थी.

दूसरे दिन नीना ने मुझे कहा- सोनी मेरी गांड मारना चाहता है, पर मुझे डर लग रहा है, सोनी का लंड बहुत बड़ा है, मैं बड़ा लंड लेने का अनुभव पाने को उत्सुक भी हूँ.
मैं- नीना शाम को फार्म के काम के बाद मिलते है, मैं तुम्हें तैयार करूँगा.

शाम को 4 बजे मैंने नीना को बड़ा ऐस प्लग दिखाकर कहा- यह तुम्हारी गांड में डालूंगा, कुछ देर रखने से गांड का छेद और फ़ैल जायगा.
नीना राजी हो गयी.

मैंने नीना की गांड पिचकारी से भरकर साफ़ की, नीना ने अपनी गांड ढीली की. मैंने ऐस प्लग में तेल लगाकर धीरे से नीना की गांड में डाल दिया.
अन्दर डालते समय नीना को थोड़ा दर्द हुआ, वह सह गयी.

अब नीना पांव फैलाकर चल रही थी.
नीना- रवि, जब सोनी मेरी गांड में लंड डालेगा, तुम मुझे हिम्मत देने के लिए कमरे में रहना.
मैंने पूरी बात सोनी को बताई. रात को तीनों बेडरूम में आ गए.

नीना की गांड में अभी भी ऐस प्लग लगा था. सोनी नीना को चूमने और उसके चूचे दबाने लगा.
वो दोनों नंगे हो गए.

नीना आस प्लग निकालकर कमर के नीचे तकिया लगाकर पीठ के बल लेट गई.
नीना ने अपने पांव छाती की तरफ लेकर पकड़ लिए. सोनी ने अपने लंड पर तेल लगाया.

फिर तेल की बोतल का मुँह नीना की आस प्लग से खुली गांड में लगाकर ढेर सा तेल गांड की छेद में भर दिया.

अब सोनी ने अपना लंड नीना की गांड पर रखा.
नीना बोली- सोनी जरा धीरे से.

मैंने नीना का सर सहलाकर कहा- नीना डरो मत … अपनी गांड ढीली छोड़ो.
नीना ने गांड ढीली की, सोनी ने नीना की गांड में थोड़ा सा लंड डाला.

नीना चीख उठी- आ मर गयी!
सोनी रुककर नीना के चूचे चूसने लगा.

थोड़ी देर बाद मैंने नीना से पूछा- अब दर्द कम हुआ?
नीना के हां कहने के बाद सोनी ने पूरा लंड नीना की गांड में पेल दिया.

नीना एक बार फिर से तड़फ उठी.
थोड़ी देर बाद नीना शांत हुई और बोली- देखो रवि, मैंने इतना बड़ा लंड गांड में ले लिया.

मैंने उसे चूम कर शाबाशी दी.
अब सोनी धीरे धीरे नीना की गांड मारने लगा.

नीना को मजा आ रहा था, वह कमर उछाल कर साथ देने लगी.
मैं कमरे से चला गया.

नीना- अब कमर दुख रही है.
सोनी ने अपना लंड निकाला.

नीना पेट के बल पैर फैलाकर लेट गयी.
सोनी ने नीना के ऊपर लेटकर गांड मारी.

फिर 15 मिनट बाद दोनों झड़ गए.
थोड़ा आराम करने के बाद दोनों फिर चूमा चाटी करने लगे.

नीना- अबकी बार मेरी चूत को सुख दो.
दोनों ने अलग अलग आसन में काफी देर तक चुदाई का आनन्द लिया.

दूसरे दिन नीना की गांड में हल्का दर्द था.
मैंने बर्फ से नीना की गांड की सिकाई की और उसकी गांड में अन्दर तक बोरोलीन लगा दी.

शाम तक नीना का दर्द कम हो गया.
रात को तापोश टूर से वापस आ गया.
तापोश काफी थका हुआ था.

नीना और तापोश नए कमरे में सो गए. सोनी और मैंने अपने कमरे में यौन आनन्द लिया.
अगली सुबह सोनी मेरे साथ, तापोश और नीना फल, सब्जी और बकरी पालन का काम कराने गए.

तापोश और नीना को यह काम में मजा आया.
शाम को चारों गांव में घूमने गए.

तापोश, नीना ने देखा कि गांव के लोग सोनी और मेरी काफी इज्जत करते हैं.

आज शनिवार की रात थी. चारों व्हिस्की पीने बैठ गए.
नीना ने गुलाम, राजकुमारी का सेक्स खेल का वीडियो लगाया.

सब समझ गए कि आज रात क्या होने वाला है.

पीने खाने के बाद नीना ने तापोश और सोनी को नए कमरे में जाने को कहा.
नीना और मैंने रवि के कमरे में सेक्सी ब्रा पैंटी और राजकुमारी वाला गाउन पहना, मेकअप किया. हाथ में बेल्ट लेकर दोनों नए कमरे में आ गए.

नीना- तापोश तुम और सोनी आज मेरे और रवि के गुलाम हो.
नीना और मैंने सोनी और तापोश को बेल्ट से मारकर कहा- नंगे हो जाओ.

उनके नंगे होते ही, फिर एक बार बेल्ट की मार पड़ी.
मैं- अब दोनों चार हाथ पांव पर चलकर पलंग तक जाओ और पलंग पर पीठ के बल हाथ पांव फैलाकर बाजू बाजू लेट जाओ.
किंग साइज बेड में काफी जगह थी.

मैंने और नीना ने तापोश और सोनी के हाथ पांव पलंग के चारों कोनों में बांध दिए.

नीना उनके लंड और गोटे सहलाने लगी.
वो उनके होंठ के पास अपने होंठ ले जाती, पर चूमती नहीं.

सोनी, तापोश बंधे होने के कारण उठ नहीं पा रहे थे.

नीना और मैंने गाउन उतार दिए.
अब हम दोनों ब्रा पैंटी में थे.

वह अपनी चूची तापोश, सोनी के मुँह के पास ले जाती, पर उनको चूची चूमने नहीं देती.
मैं और नीना ब्रा पैंटी उतारकर सोनी और तापोश के मुँह के ऊपर बैठ गए.

मैंने अपना लंड तापोश के मुँह में डालकर कहा- चूसो.
नीना ने अपनी चूत सोनी को चूसने को कहा. दोनों चूसने लगे.

मैंने नीना से अपनी जगह बदली और सोनी, तापोश को चूसने को लगाया.

नीना और मैंने मिलकर सोनी और तापोश के लंड पर तेल लगाया.
मैंने सोनी के लंड पर बैठकर सोनी का लंड अपनी गांड में ले लिया.

नीना ने तापोश का लंड अपनी गांड में ले लिया.
दोनों लंड पर उछलने लगे.

फिर हम दोनों ने जगह बदली.
अब नीना सोनी का लंड गांड में लेकर और मैं तापोश का लंड गांड में लेकर उछलने लगे.

तापोश आंखें फाड़ कर देख रहा था कि कैसे नीना ने सोनी का बड़ा, मोटा लंड आसानी से गांड में ले लिया.

यह खेल काफी देर चला.
आखिर चारों झड़ गए.

सोनी, तापोश के हाथ पांव खोल दिए गए.
उनको नीना ने कहा- तुम दोनों आज रात इसी कमरे में सोओगे.

नीना और मैं दूसरे कमरे में चले गए.
दूसरे कमरे में जाने के बाद नीना बोली.

नीना- रवि, मेरा सपना लेस्बियन सेक्स करने का है. तुम्हारा बदन और चूचे लड़की की तरह हैं. लंड को छोड़कर तुम पूरी महिला ही हो. आधा लेस्बियन सेक्स ही सही, पर करते हैं.
हम दोनों नंगे थे.

नीना मेरे चूचे दबाने लगी.
मैंने नीना के चूचे चूसने चालू कर दिए.

फिर दोनों बारी बारी एक दूसरे के चूचे, निप्पल चूसने लगे.

थोड़ी देर बाद नीना पैर फैलाकर लेट गयी, मैं नीना की चूत चाटने लगा.

नीना बहुत उत्तेजित हो गयी- रवि बहुत मजा आ रहा है, मेरी एक और इच्छा पूरी करोगे प्लीज!
मैं- नीना बोलो, मेरे बस में होगा तो जरूर करूँगा. तुमने मुझे बहुत बरसों बाद चूत का यौन सुख दिया है.

नीना ने अपने बैग से स्ट्रेप ऑन डिल्डो निकाला और बोली- मैं तुम्हारी गांड चोदना चाहती हूँ.
मैं भी मूड में था, मैंने कह दिया कि हां मैं तैयार हूँ.

मैंने पीठ के बल लेटकर कमर के नीचे तकिया लगाया, अपने पाँव छाती के तरफ कर लिए. नीना ने डिल्डो में एलोवेरा जैल लगाकर मेरी की गांड में डिल्डो डाल दिया और चोदने लगी.

मैं नीना के चूचे दबाने लगा.
हम दोनों सीत्कार भर रहे थे.

नीना मेरे ऊपर लेटकर मेरे होंठ चूसने लगी.

थोड़ी देर बाद नीना थक गयी और बोली- रवि, अब तुम मुझे चूत चुदाई का आनन्द दो.
नीना स्ट्रेप ऑन निकालकर पाँव फैलाकर लेट गयी.

मैंने नीना की चूत बहुत देर तक चोदी.
हम दोनों थककर नंगे सो गए.

नीना और तापोश सतारा वापस जाने के पहले बता गए कि वो दोनों दीवाली की छुट्टी में 7 दिन के लिए फार्म हाउस आएंगे.

तापोश और नीना दीवाली मनाने फार्म हाउस पहुंचे.
हम सभी बहुत खुश थे.
इस बार चारों मिल कर दीवाली मनाने वाले थे.

नीना मिठाई बनाने का सामान और नौकरों के बच्चों के लिए उपहार लायी थी.
उसने बहुत सी मिठाई बनायीं.

रात को खाते समय तापोश बोला- मुझे और नीना को यहां की शांत जिंदगी पसन्द है, पैसे बहुत कमा लिए. सोनी और रवि यदि तुम दोनों की सहमति हो तो मैं नौकरी छोड़कर यहां बसना चाहता हूँ. मेरा एक दोस्त ग्रीन हाउस में सब्जी उगाता है, अच्छी कमाई है. उससे सीखकर हम लोग भी वो कर सकते है. खर्चा मैं करूँगा, मुनाफा चारों को मिलेगा. तुम लोग सोचकर बता दो.

दूसरे दिन सोनी और मैंने तापोश को बताया कि हम तैयार हैं.
तापोश- आज शनिवार है, क्या आज रात दारू पीने के बाद नीना की सामूहिक चुदाई की इच्छा पूरी की जाए?
सभी राजी हो गए.

नीना- तापोश, तुम आज मेरी मालिश करके मुझे नहलाओ. मैं आज घर पर ही रहूंगी.

तापोश नीना को नहलाने के बाद खेत पर चला गया.
नीना ने अपनी चूत के बाल वीट से साफ करके क्रीम लगा ली.
वह अपनी गांड में बड़ा ऐस प्लग डालकर खाना खाकर दोपहर को खूब सोई.

रात को नीना की सामूहिक चुदाई होनी थी.

रात को चारों व्हिस्की पीने बैठे, नीना ने झीना नाइटी पहनी थी.
उसके बदन पर ब्रा पैंटी साफ दिख रहे थे.

एक पैग के बाद तापोश ने दूसरा पैग बनाकर नीना को अपनी गोद में बिठाया और अपने गिलास से नीना को व्हिस्की पिलाई.

बारी बारी से नीना मेरी और सोनी की गोद में भी बैठी और उनके गिलास से व्हिस्की पी. व्हिस्की के साथ वो लोग चिकन टिक्का, सेब, ककड़ी खा रहे थे.

आज रात दूसरा कोई खाना नहीं खाना तय था, रात को मेहनत जो करनी थी.

पीने के बाद सभी ने अपने हाथ साबुन से धोये, दांत ब्रश किए, जिससे मसाले लगे हाथ मुँह के नाजुक अंग पर लगने से जलन न हो.
सभी बेडरूम में पहुंच गए.

नीना खड़ी थी.
तापोश, मैं और सोनी, नीना को घेरकर उसके होंठ गर्दन चूमने लगे. उसके चूचे, चूतड़ दबाने लगे.

कुछ देर बाद तापोश ने नीना की नाइटी निकाल दी. मैंने नीना की ब्रा और सोनी ने नीना की पैंटी उतार दी.

अब नीना हम तीनों के बीच नंगी खड़ी थी. तापोश नीना के होंठ चूस रहा था, रवि नीना की चूत और सोनी नीना की चूची चूसने लगा.
इससे नीना गर्म हो गयी.

नीना ने तापोश, मेरे और सोनी के कपड़े उतार दिए.
फर्श पर तकिया रखकर नीना घुटनों के बल बैठ गयी.

बारी बारी से वो सबके लंड चूसने लगी. सबका लंड खड़ा होने के बाद, नीना चूतड़ मटकाकर चलते हुए किंग साइज बेड पर बैठ गयी.
नीना की मटकती गांड देख कर तीनों जोश में आ गए.

नीना ने उंगली हिलाकर सबको बेड पर बुलाया.
तापोश पीठ के बल पलंग पर लेट गया.

दोस्त की बीवी नीना तापोश के लंड पर तेल लगाकर, तापोश की तरफ पीठ करके उसका लंड गांड लेकर बैठ गयी.

सोनी ने नीना के पांव अपने कंधे पर रखे और अपना लंड नीना की गीली चूत में डालकर चोदने लगा.
नीना हिल भी नहीं पा रही थी. मैंने अपना लंड नीना के मुँह में डाल दिया और नीना का मुँह चोदने लगा.
नीना हिल न पाने के कारण लंड चूसने की कोशिश कर रही थी.

थोड़ी देर बाद, मैं नीना के मुँह में झड़ गया, नीना ने वीर्य पी लिया.
सोनी ने नीना की चूत अपने वीर्य से भर दी. सोनी और मेरे हटते ही, तापोश ने नीना को पेट के बल लिटा दिया.

नीना के ऊपर चढ़कर तापोश ने नीना गांड को चोदा. नीना की गांड वीर्य से भर दी.
तीनों ने अपने लंड, नीना ने अपनी गांड, चूत, मुँह धोए.

नीना- मेरे लिए यह नया अनुभव था, पर सच बात यह है कि मैं हिल नहीं पा रही थी. सेक्स के समय मैं अपनी तरफ से मजा नहीं ले पा रही थी. इससे ज्यादा मजा तो किसी एक के साथ सम्भोग में आता है.
मैंने कहा- हां तापोश, सोनी को भी खास मजा नहीं आया. वो ठीक से चोद ही नहीं पा रहे थे.

फिर चारों ने तय किया कि अब कभी ऐसे सामूहिक चुदाई नहीं करेंगे.
जब नीना का मन होगा, रंडी का रोल प्ले करने का, तो एक ही कमरे में चारों रहेंगे और एक के बाद एक एक करके नीना की चुदाई करेंगे.

पूरी दीवाली की छुट्टी में नीना किसी रात तापोश के साथ, किसी रात सोनी के साथ, किसी रात मेरे साथ संभोग करती और वहीं सो जाती.
मेरी गांड भी तापोश, सोनी मारते.

छुट्टी ख़त्म होने पर तापोश, नीना सतारा चले गए.

तापोश ने नौकरी छोड दी.
नीना, तापोश अपने दोस्त के फार्म हाउस जाते और दिन भर ग्रीन हाउस में सब्जी उगाना सीखते.

एक महीने में तापोश, नीना काफी कुछ सीख गए.
तापोश के दोस्त ने वादा किया कि वह उनके ग्रीन हाउस लगाने … और जब जरूरत पड़ी तो उनकी मदद करने उनके फार्म पर आएगा.

दो महीने बाद तापोश, नीना मेरे और सोनी के फार्म हाउस में रहने आ गए.
एक ग्रीन हाउस बनाया गया, उसमें सब्जी लगाने लगे.

आगे के सालों में उन्होंने कई ग्रीन हाउस बनाए.
ऐसे ही छह साल बीत गए.

तापोश, सोनी और मेरी उम्र 60 साल हो गयी थी. नीना की 55 साल.
सब प्रेम से परिवार की तरह रहते. हमारा यौन जीवन अभी भी रंगीन था.

मैं और नीना तय करते कि उनको किसके साथ सोना है, कोई जबरदस्ती नहीं थी.
तापोश, नीना का स्वास्थ भी सुधर गया था. नौकरी का टेंशन नहीं था. फार्म के काम में मजा आता था, कमाई भी अच्छी थी. जमा रूपए भी बढ़ रहे थे.
हम लोग गांव वालों की मदद करते, फल सब्जी उगाने के आधुनिक तरीके गांव वालों को भी सिखाते.

हमने फार्म का नाम रखा था- दोस्ती फार्म
अब कुछ नौकरों के बारे में भी बता देते हैं.

मैं और सोनी ने दोनों नौकरों के लिए फार्म हाउस से दूर दो मकान बना दिए थे. उसमें अटैच बाथरूम, गर्म पानी के लिए सोलर हीटर, बिजली थी. नौकरो के नाम रामू और कालू थे.
उनको अच्छी पगार मिलती, फार्म की सब्जी भी. दोनों खुश और वफ़ादार थे.

दोनों की पत्नी भी फार्म में काम करती थीं. रामू की दो बेटी थीं. कालू के दो बेटे.
दो बच्चे होने के बाद सोनी और मेरे समझाने से रामू व कालू ने नसबंदी करवा ली थी.

नसबंदी के बाद सोनी और मैंने देखा था कि जब रामू गेस्ट हाउस की सफाई के लिए जाता, उसके साथ कालू की बीवी जाती. दोनों सफाई के बाद खुश होकर बाहर आते.

कालू के साथ रामू की बीवी सफाई करने जाती. उनको भी बीवी बदला बदली का शौक लग गया था.

इस तरह से दस साल बीत गए.

सोनी, मैं और तापोश 70 साल के थे, नीना 65 की. उनका स्वास्थ ठीक था, यौन क्रीड़ा कभी कभी ही होती. ज्यादातर मुख मैथुन होता. वीर्य पीने से नीना और मेरे चेहरे की चमक बढ़ गयी थी.

रामू की दोनों बेटियों की शादी हो गयी, वह अपने पति के साथ शहर चली गईं.
कालू के दोनों बेटे स्कूल की पढ़ाई के बाद फार्म में काम करने लगे, उनको अच्छी तनख्वाह मिलने लगी.
मैं, सोनी, तापोश, नीना ने कालू के दोनों बेटों को बता दिया था कि उनके बाद फार्म उनका होगा, ऐसी वसीयत उन्होंने कर रखी है.

सोनी, मैंने, तापोश और नीना ने दो एकड़ बंजर जमीन खरीदी है. उस पर हम लोग आधुनिक ओल्ड ऐज होम खोलने वाले हैं.

आपको मेरी दोस्त की बीवी की सेक्स कहानी कैसी लगी, कृपया बताएं.
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