होली का रंग चूत चुदाई के संग- 6

बाँडेज सेक्स करने के लिए 4 लड़कियों की आँखों पर काली पट्टी बाँध दी गयी. उसके बाद चार लड़कों ने उन लड़कियों की चूत गांड के साथ क्या खेल खेला?

प्यारे दोस्तो, मैं आपकी फेहमिना इकबाल एक बार फिर से आपके लंड खड़े करने के लिए हाजिर हूँ.
कहानी के पिछले भाग
पार्टनर बदल बदल कर चुदाई
अब तक आपने पढ़ा था कि लड़कों ने ये तय किया था कि वो हम चारों लड़कियों की आँख पर पट्टी बांध कर कुछ करेंगे. वो क्या करने वाले थे ये हमें नहीं मालूम था.

अब आगे बाँडेज सेक्स:

पट्टी बांधने के बाद मोहित ने मेरे चूतड़ों पर थप्पड़ मारा और बोला- क्या गांड है साली की!
उसने मेरी गांड पर हल्का सा काट लिया तो मैं चिहुंक उठी.

मोहित ने कहा- अब गेम ये है कि तुम्हें बताना है कि किसका लंड तुम्हारी चूत में है?
मैंने गाली देते हुए कहा- बहनचोद, ऐसे कैसे कोई भी लड़की बता सकती है कि किसका लंड उसकी चूत में है. अजीब चूतिया किस्म के लड़के हो बे तुम!

मेरी बात सुनकर रिया ने मेरा हाथ दबा दिया.
शायद वो ये कहना चाह रही थी कि चुप रह … इस गेम में मज़ा आएगा.

मैं समझ गयी कि साली ये अपनी हार्डकोर चुदाई करवाना चाहती है.

हालांकि ऐसे सेक्स में मुझे भी मज़ा आता है तो मैंने भी ज्यादा विरोध नहीं किया.
फिर हम सब लड़कियों ने अपनी सहमति दे दी.

अब चूंकि मेरी आँख पर पट्टी बंधी थी तो कुछ दिखाई नहीं दे रहा था.

उसी वक्त पता नहीं किसने, मगर फिर से मेरी गांड पर थप्पड़ जड़ दिया.

तभी अचानक से किसी ने रिया की चूत में लंड डाल दिया तो उसकी जोर की चीख निकली.

पीछे से आवाज आई- बोल रिया रंडी, किसने तेरी चूत में लंड डाला है?
रिया बोली- आंह अमित ने!

तभी पीछे से अमित ने उसके दोनों चूतड़ों पर दोनों हाथ से थप्पड़ मारकर कहा- वाह मेरी रंडी, तू तो मेरा लंड पहचानती है.
यह कहकर उसने जोर जोर से रिया की चुदाई शुरू कर दी.

फिर नंबर आया मेरा … मेरी चूत में भी किसी ने अचानक से पूरा लंड डाल दिया.

मुझे समझ नहीं आया कि ये किसका लंड मेरी चूत में दाखिल हुआ है.
मैंने बस तुक्का मार दिया कि ये मोहित का लंड है.

मगर वो लंड पुलकित का था, तो मोहित ने मेरे चूतड़ पर थप्पड़ मारकर कहा- साली, आज तेरी हार्डकोर चुदाई होगी.
यह कह कर उसने मेरी चूत से लंड निकाल लिया.

अब बारी आई नेहा की.
तो नेहा का जवाब भी गलत निकला और अंत में आयेशा ने भी गलत जवाब दिया.

अब रिया को छोड़कर हम तीनों की हार्डकोर चुदाई होने वाली थी.
मैंने और आयेशा ने तो पहले भी नीग्रो लंड से हार्डकोर चुदाई करवाई हुई थी मगर मुझे नेहा का लग रहा था कि ये बेचारी कैसे झेलेगी.

लेकिन फिर मैंने सोचा कि ये साले इंडियन लड़के हैं, इन्हें हार्डकोर का मतलब भी ठीक से पता नहीं होगा.

खैर इतने में रिया ने कहा- बहनचोद, ये तीनों रंडियां तो हार्डकोर का मज़ा लेंगी और मेरी चूत ऐसी शांत रहेगी. सालो मैं तुम सब लड़कों की माँ चोद दूंगी अगर मेरी चूत की आग शांत नहीं हुई.

रिया से ये सुनकर मोहित उसके पास गया और उसके बूब्स दबाकर बोला- मेरी जान, जब ये तीन रंडियां चुदेंगी, तो तुझे भी ऐसे ही चोद देंगे. तू चिंता मत कर.
ये सुनकर रिया ने मोहित की किस कर दिया.

अब बारी आई हमारी हार्डकोर चुदाई की.

उस वक़्त रात के दो बज रहे थे और नींद तो किसी भोसड़ी वाले की आंखों में थी ही नहीं.
सब बहनचोद चुदाई के नशे में चूर थे.

इतने में मोहित ने सबको एक एक गोली दी और खाने को बोला.

आयेशा ने कहा- ये किस चीज़ की गोली है?
मोहित ने कहा- मेरी जान ये तेरी चूत में आग पैदा करने वाली गोली है.

हम सबने वो गोलियां खा लीं.

फिर अमन ने हम सबको घोड़ी बनने को बोला तो हम लड़कियां घोड़ी बन गईं और अपने चूतड़ पीछे की तरफ कर दिए.

इसके बाद अमन ने हम सबकी आंखों पर फिर से पट्टी बांध दी और हमारे हाथ बिस्तर के सिरे से बांध दिए गए.
कुछ ही पल बाद कुछ ऐसा हुआ कि हम चारों लड़कियों की एक साथ एक तेज चीख निकली.
हमें ऐसा लगा कि किसी ने बहुत पतली डंडी से हमारे चूतड़ों पर मारा हो.
लेकिन ये तो एक ट्रेलर था.

फिर अचानक से मेरे गले में एक पट्टा टाइप का बांध दिया गया.
मैंने सोचा कि ये सब लड़कियों को बांधा गया होगा.

अब फिर से हमारे चूतड़ों पर जोर जोर थप्पड़ बरसाए जाने लगे जिससे कमरे में सारी लड़कियों की चीखें निकलने लगीं.
हमें मजा भी आ रहा था.

तभी मैंने फिर से महसूस किया कि कोई मेरी चूत चूस रहा है.
अब चूँकि दवा का असर भी होने लगा था तो मैंने जोर जोर से अपनी चूत उसके मुँह पर मारनी शुरू कर दी.

पीछे से आवाज आई- साली रंडी, गांड मत हिला, चुपचाप ऐसे ही पड़ी रह.
उस लड़के ने मेरी चूत में जोर जोर से जीभ घुसानी शुरू कर दी और अपनी जीभ से मेरी चूत चोदने लगा.

मुझसे अब बर्दाश्त तो हो नहीं रहा था तो मैंने कहा- तू जो भी है भोसड़ी के, जल्दी से मेरी चूत में लंड डाल दे वर्ना तेरी माँ चोद दूंगी.

तभी मेरे एक चूतड़ पर बहुत जोर से डंडीनुमा चीज़ आकर पड़ी तो मेरी चीख निकल गयी.
मुझे इतना दर्द हुआ कि मेरी आंख से आंसू आ गए.

मेरी चीख सुनकर रिया ने मुझसे पूछा- क्या हुआ?
तो मैंने कहा- भोसड़ी वाली, इधर मेरी माँ चुद गयी और तू पूछ रही है कि क्या हुआ? भैन के लौड़े चोद कम रहे हैं, मार ज्यादा रहे हैं.

तभी पीछे से आवाज आई कि अगर दोबारा किसी भी रंडी ने आवाज निकाली तो उसकी ऐसे ही माँ चोद दी जाएगी.
मैंने मन ही मन सोचा कि आज इन्हें कर लेने दो, कल इनकी अच्छी तरह से माँ चोदूंगी.

यह सोचकर मैं चुप हो गयी.

तभी वो डंडी नुमा चीज़ मेरी चूत के मुहाने पर आ गयी और हल्के हल्के से उससे मेरी चूत सहलाई जाने लगी.

अब मेरी चूत की आग बढ़ती जा रही थी तो मेरी बर्दाश्त की सीमा पार हो चुकी थी.
मैं बिस्तर पर ही अपनी चूत पटकने लगी.

तभी मोहित की हंसने की आवाज आई- देख साली, चुदाई करवाने के लिए कैसे मचल रही है.

अब हम सबको सीधा करके लेटा दिया गया.
किसी के दो हाथ मेरे दोनों मम्मों पर आ गए और वो उन्हें जोर जोर से दबाने लगा या यूँ कहें कि वो भोसड़ी वाला मेरी चूचियों से दूध निकालने की नाकाम कोशिश करने लगा.

तभी मेरे मुँह में किसी का लंड आ गया तो मैंने झट से वो लंड पूरा मुँह तक अन्दर ले लिया और उसे चपड़ चपड़ करके चूसने लगी.
मुझे मज़ा भी आ रहा था.

तभी मैंने महसूस किया कि कोई मेरे साथ 69 पोजीशन में था. उसका लंड मेरे मुँह में था और उसका मुँह मेरी चूत में था.
वो मेरी चूत चूसने लगा था.

मुझे मजा आने लगा.
मगर हरामियों के दिमाग में न जाने क्या चल रहा था.

मैं चूत चुसाई का मजा ले ही रही थी कि उसी समय अचानक से वो मेरी चूत से हट गया.
एक दो पल तक काफी छटपटाहट हुई.

फिर किसी ने मेरे पैर भी बिस्तर से बांध दिए.
अब मैं बिस्तर से हिल भी नहीं सकती थी.

फिर वहां अचानक से शांति हो गयी और लगभग 5 मिनट तक कोइ हलचल नहीं हुई.
मैंने नेहा को पूछा- नेहा यहां कोई है नहीं क्या … सारे किधर माँ चुदाने चले गए?

नेहा ने कहा- बहनचोद साले, ऐसे बांध कर पता नहीं कहां अपनी माँ चुदवाने चले गए.. यहां चूत में आग लग रही है और भैन के लंड भाग गए. यार मेरा बस चले तो अभी किसी कुत्ते से अपनी चूत चुदवा लूं.

तभी आवाज आई- क्यूं रंडियो, कैसा लग रहा है?

नेहा ने कहा- भोसड़ी वालो चूत में लंड डाल दो वर्ना तुम्हारी गांड में गधे का लंड डलवा दूंगी.
तभी नेहा की जोर से चीखने की आवाज आई.

वो बोली- आंह बहनचोद, ये क्या कर दिया भोसड़ी वाले … मेरा जिस्म जल रहा है.
नेहा की आवाज सुनकर मुझे और बाकी लड़कियों को समझ नहीं आया कि आखिर इसके साथ हुआ क्या है.

मैंने नेहा से पूछा- क्या हुआ?
तो नेहा ने कहा- किसी मादरचोद ने मेरे ऊपर मोमबत्ती का जलता हुआ मोम टपका दिया है. मैं माँ चोद दूंगी उस बहन के लौड़े की … अआह्ह्ह मम्मी आआहह.

नेहा बेचारी रोने सी लगी.
चूँकि मैं और आयेशा से पहले भी ऐसा करवा चुकी थीं तो हम दोनों इस झटके के लिए तैयार हो गई थीं.
नेहा की सिसकारियां अभी भी निकल रही थीं.

तभी एक और चीख हमारे कान तक आई.
वो चीख आयेशा की थी.

आयेशा भी जोर से ‘आआईई माँ के लौड़ों बहन चोद दूंगी सबकी … किसी मादरचोद मेरे निप्पल पर मोम डाल दिया. अब कल देखना तुम सबकी गांड के छेद में ये मोम डालूंगी.
आयेशा के मुँह से ये सब सुनकर लड़के जोर जोर से हंसने लगे और बोले- बहन की लौड़ी वो तो तू कल करेगी ना … मगर आज हम तुम सबकी माँ चोद देंगे.

तभी अमित बोला- अब इस बड़ी वाली रंडी फेहमिना की बारी है.
मोहित ने कहा कि अभी नहीं, इस साली के साथ तो कुछ और सोच रखा है मैंने.
यह कहकर वो हंसने लगा.

मोहित के मुँह से ये सुनकर मेरी गांड फटने लगी कि अब ये माँ का लौड़ा मेरे साथ क्या करेगा.
खैर अगली चीख रिया की आई.
उसके जिस्म पर भी मोम डाला गया था, तो वो बेचारी भी बर्दाश्त नहीं कर पाई और कराहने लगी.

वो बोली- बहनचोद इसमें क्या मज़ा आ रहा है तुम चूतियों को … सालो हमारा सारा जिस्म जल रहा है.
इस पर मोहित की आवाज आई- अब तुम सब बस मज़े लो … और अब बारी आती है मेरी जान फेहमिना की.

ये सुनते ही मेरी गांड फट गयी.

मोहित ने कहा- इसी रांड ने हमारी गांड मारने का आईडिया दिया था ना …. तो अब इसको असली मज़ा चखाते हैं.
यह कहकर मोहित ने मेरी चूत में 3 उंगलियां एक साथ डाल दीं, फिर उसने मेरी टांगें हवा में उठा कर मेरी चूत में उंगली करके एक छेद सा बना दिया.

फिर उसने जो किया, माँ कसम मुझे मौत सामने दिखाई देने लगी.
मोहित ने मेरी चूत के अन्दर पिघला हुआ मोम डाल दिया. जैसे ही मॉम मेरी चूत में गया … कसम से मैं जो चीखी थी, उन सबको समझ आ गया था कि इसकी चूत ने खेल हो गया.

चूत में मोम डालते ही मेरे मुँह से चीख निकल गई- आआह उई अम्मी से भैनचोद मर गयी आआह … आई … उईई … मादरचोद ये क्या कर दिया.

तभी रिया ने मुझसे पूछा- साली तू क्यूं इतना चीख रही है, ये सब तो हमारे साथ भी हुआ था न … हम तो ऐसे नहीं चीखी थीं.
मैंने कराहते हुए कहा- बहन की लौड़ी, इन मादरचोदों ने तुम्हारे तो जिस्म पर मोम डाला था. मगर मेरी तो चूत के अन्दर डाला है.

ये सुनते ही आयेशा ने कहा- सालो खोलो हमें … तुम सब चूतिया हो गए क्या … अगर उसे कुछ हो गया तो क्या होगा.

यहां मेरा रोना अभी भी जारी था क्यूंकि मेरे हाथ बंधे हुए थे.
मैं अपनी चूत सहला भी नहीं सकती थी मेरी हालत देखकर सब लड़कों की गांड फट गयी.

तभी अमन ने मेरे हाथ पैर खोल दिए.

मैंने हाथ खुलते ही चूत में उंगली देकर सारा मोम बाहर निकाला और जाकर बाथरूम में अपनी चूत में प्रेशर से पानी मारा, जिससे मुझे थोड़ी शांति मिली.

मैं लगभग 15 मिनट तक चूत में पानी मारती रही, फिर जब मुझे शांति मिली तो मैंने मन ही मन सोच लिया कि इस मोहित की तो मैंने माँ चोद देनी है.

मगर उस वक़्त मैंने मेरे गुस्से पर काबू रखा और नार्मल होकर बाहर आ गयी.
मैंने सबको यही दिखाया कि जैसे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ा.

फिर मैं जाकर बिस्तर पर लेट गयी और मैंने फिर से वो काली पट्टी अपनी आंखों पर बांध ली.
मैंने अमन से कहा कि चल मेरे हाथ पैर बांध दे.

मुझे इतना नार्मल देखकर सब लड़के मुझे घूरने लगे.

अमन ने आकर मेरे हाथ पैर बांध दिए.
अब सब लड़के एक एक लड़की के पास आ गए और सबके मुँह में अपना अपना लंड डाल दिया.
मेरे मुँह में मोहित ने अपना लंड डाला. हालांकि मैं उस वक़्त बहुत गुस्से में थी मगर मैंने पूरी हवस के साथ मोहित का लंड चूसा.

फिर मोहित 69 की पोजीशन में आ गया और उसने मेरी चूत में अपना मुँह लगा दिया.
वो मेरी जांघें पकड़कर मेरी चूत चाटने लगा और जोर जोर से मेरे मुँह में धक्के देने लगा.

फिर वो उठकर आया और मेरे जिस्म से चिपट कर मेरे बूब्स पीने लगा.
अब मेरी चूत में फिर से लंड की आग लगने लगी.

मैंने अपनी कमर बिस्तर पर पटकनी शुरू कर दी, जिससे मोहित समझ गया कि मुझे अब लंड चाहिए.
उसने मुझे पलट दिया और मुझे कुतिया की पोजीशन में कर दिया.

तभी मुझे मेरी गांड में मुझे लंड से सहलाने की सरसराहट सी हुई.
अभी मैं कुछ समझ पाती कि तब तक वो लंड मेरी गांड में घुस चुका था.

कमरे में लड़कियों की मादक आवाजें आने लगी थीं, जिससे मैंने महसूस किया कि सब लड़कियों की गांड में लंड घुस चुका है.
अब सबकी चीख एक साथ निकलने लगी थीं.

सब लड़कियां चीख चीख कर गांड चुदाई का आनन्द लेने लगी थीं.
मैं समझ गयी कि सब लड़कों ने प्लान करके एक साथ हमारी गांड में लंड डाला है, जिससे सबकी चीख एक साथ निकली है.

फिर वो सब बदल बदलकर हम लड़कियों की गांड चुदाई करने लगे.

मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मैं भी जोर जोर से गांड हिला हिलाकर गांड चुदाई का मज़ा लेने लगी.
फिर अचानक मेरी गांड से लंड निकल कर वही लंड मेरी चूत में घुस गया.

अब मेरी चूत में जलन होने लगी.

फिर जो मेरी चूत चुदाई कर रहा था, उसने मुझे सीधा कर दिया और कमर के बल लेटा कर मेरे ऊपर आकर मेरी चूत चुदाई करने लगा.
फिर उसने मेरी टांगें हवा में उठा दीं और फैला कर खुद बिस्तर से नीचे खड़ा होकर मेरी चुदाई करने लगा.

कुछ देर बाद उसने मेरी आंख से पट्टी हटा दी.
मैंने देखा पुलकित मेरी चुदाई कर रहा था.
बराबर में रिया के साथ अमन था, आयेशा के साथ अमित था और नेहा के साथ मोहित लगा था.

हम सब लड़कियों की टांगें हवा में उठी थीं और सबकी चुदाई एक लयबद्ध तरीके से हो रही थी.
ऐसे चुदते हुए देखकर मज़ा बहुत आ रहा था.

फिर कभी कोई किसी की चुदाई करने लगता तो कोई किसी की.
सब पार्टनर बदल बदल कर चुदाई कर रहे थे.

थोड़ी देर बाद अमन, जो फिलहाल मुझे चोद रहा था, वो तेज तेज मेरी चूत में झटके देने लगा.
मैं समझ गयी कि अब वो झड़ने वाला है.

उसने 2-3 जोर जोर के झटके मारे और लंड बाहर निकाल कर मेरे मुँह में दे दिया.
वो मुँह में झटके देने लगा.
मैं लंड चूसने लगी.
उसने अपना सारा पानी मेरे मुँह में निकाल दिया तो मैंने पानी पी लिया और उसका लंड चाट कर साफ़ कर दिया.

वो मेरे जिस्म से चिपट कर लेट गया.
उसने मेरे हाथ पैर खोल दिए और मुझसे चिपट कर लेट गया.

मैंने देखा आयेशा और अमित भी सो चुके थे.
रिया और पुलकित भी सो चुके थे नेहा और मोहित अभी भी चुदाई कर रहे थे.

नेहा बुरी तरह थक चुकी थी तो वो बस लाश की तरह पड़ी थी और मोहित बस उसे ठोकने में लगा हुआ था.

लगभग 5 मिनट बाद मोहित नेहा की चूत में ही झड़ गया और नेहा के ऊपर लेट गया.

हमें ऐसे बाँडेज सेक्स करते हुए सुबह से 4 बज गए थे और अब सबको नींद भी आने लगी थी तो सब सो चुके थे.

दोस्तो, सेक्स कहानी के अगले हिस्से में आपको आगे की दास्तान लिखूँगी.

तब तक आप अपना बहुत ख्याल रखें और मुझे मेल करके इस बाँडेज सेक्स कहानी पर अपने विचार अवश्य बताएं.
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बाँडेज सेक्स कहानी का अगला भाग: होली का रंग चूत चुदाई के संग- 7