बारिश में भीगी ऑफिस की लड़की खुलकर चुदी

Xxx ऑफिस गर्ल सेक्स कहानी में मैंने अपने दफ्तर की एक अविवाहिता लड़की को होटल रूम में चोदा. हम बाइक पर पिकनिक मनाने निकले थे. रास्ते में बारिश में भीग गये.

लंड के राजाओ और चूत की रानियो, आप सबको मेरे खड़े लंड का प्यार वाला नमस्कार.

मेरा नाम मीत (बदला हुआ नाम) है. मेरी उम्र 30 साल है और मैं अविवाहित हूँ.
मैं पंजाब में रहता हूँ. मेरी हाइट 5 फीट 11 इंच है. मैं दिखने में अच्छा हूँ.

मेरे लंड का साइज़ भी काफी मस्त है. यह सात इंच का है और किसी भी चूत को अच्छी तरह से शांत करने में माहिर है.

लंड तो मेरा तगड़ा है ही, साथ में मुझे चूत चाटना बहुत अच्छा लगता है.
मैं जब भी चुदाई करता हूँ तो चूत ज़रूर चाटता हूँ.

आज तक कई लड़कियों को मैंने चोदा है.
मेरे लौड़े की सभी शिकार लड़कियों ने मेरी चुदाई की … और लौड़े की बहुत तारीफ़ की है.

मैंने इस साइट से कहानियां पढ़ कर कई बार अपना लंड शांत किया है.
मुझे इसकी कहानियां बहुत पसंद आती हैं.

यह Xxx ऑफिस गर्ल सेक्स कहानी अभी 2021 के शुरूआत की है.
मेरी नयी जॉब लगी थी. मुझे जॉब पर जाते हुए अभी एक महीना ही हुआ था.

मैं अपनी टीम में सबसे घुल-मिल गया था.
सब लोग अच्छे थे. सब हंसी मज़ाक किया करते थे.

धीरे धीरे टाइम निकलता गया और मेरे ऑफिस में मेरे काफ़ी दोस्त भी बन गए थे.

उनमें से एक लड़की सपना (बदला हुआ नाम) भी थी.
वह हिमाचल से थी.

उसका गोरा रंग, लंबे काले बाल और 34-28-36 का फिगर था.
सपना एकदम अप्सरा सी लगती थी.
उसकी उम्र 27 साल की थी और वह भी अविवाहित थी.

वह ऑफिस के पास ही एक गर्ल्स पीजी में रहती थी.
उसके साथ मेरी काफ़ी अच्छी बनने लगी थी.

हम दोनों काफ़ी अच्छे दोस्त बन गए थे. हम सारे ब्रेक्स एक साथ ही लेते थे.

हमारे साथ 3 लोग और होते थे, उनमें से एक लड़की थी. उसका नाम राशि (बदला हुआ नाम) था.

उसने सपना के साथ ही कंपनी में जॉइन किया था.
उसको और सपना को कंपनी में काफ़ी टाइम हो गया था.

बाकी 2 लड़के थे. एक का नाम राकेश (बदला हुआ नाम) और दूसरे का मोहित (बदला हुआ नाम) था.

एक दिन हम लंच करते हुए बातें कर रहे थे कि कहीं घूमने चलने का प्लान बनाते हैं.
सबने हां कर दी.

अगले हफ्ते टिक्कर ताल जाना तय हुआ.
फाइनल हुआ कि मोहित अपनी गाड़ी ले आएगा और हम सब उसकी कार में चलेंगे.

जाने के लिए अभी पूरा एक हफ्ता बाकी था.
सभी ने तैयारी भी कर ली.

जिस दिन जाना था, मैं पहले से तयशुदा जगह पर टाइम पर पहुंच गया.
मैं अपने साथ में एक दारू की बॉटल भी ले आया था.

थोड़ी देर बाद सपना भी आ गयी.
काले रंग की जींस और क्रॉप टॉप में वह कयामत लग रही थी.
हम दोनों मिले और बाकी के आने का इंतजार करने लगे.

जब देर होने लगी तो सपना ने राशि को कॉल किया.
उसने बोला कि वह नहीं आ पाएगी क्योंकि उसकी तबियत ठीक नहीं है.

मैंने राकेश को कॉल किया तो उसने बोला कि वह कहीं और जा रहा है और मोहित भी उसी के साथ है, तो वह भी नहीं जा पाएगा.

इस बात पर मेरा मूड खराब हो गया कि अब सारा प्लान रद्द करना पड़ेगा.

सपना ने कहा- अब प्लान बना हुआ है, तो सिर्फ़ हम दोनों ही चल लेते हैं.
मैंने कहा- रास्ते में बाइक पर मुश्किल हो सकती है.

वह कहने लगी- कुछ मुश्किल नहीं होगी और अब कोई और प्लान भी नहीं है. सारा दिन हम बोर हो जाएंगे.
इसलिए मैंने भी हां कर दी.

लगभग पचास किलोमीटर का रन था.
हम दोनों बाइक पर ही निकल गए.

हम नाडा साहिब वाले रोड की तरफ से गए थे क्योंकि उस ओर काफ़ी अच्छी कुदरती साइट सीन देखने को मिल जाते हैं.
रोड बिल्कुल साफ थी तो बाइक पर कोई परेशानी नहीं थी.

हम सुबह लेट होने की वजह से टिक्कर ताल भी हम देरी से पहुंचे थे.
हम रास्ते में भी नेचर के नज़ारे लेते हुए काफ़ी जगह रुक रुक कर गए थे.

मैं झरने की तरफ जाना चाहता था, पर पता लगा कि झरना तो सूखा पड़ा है.

जब हम वापस आने लगे तो काफ़ी शाम हो गई थी और मौसम भी बदल गया था. गहरे बादल छा गए थे.
इसलिए हम दोनों ने तय किया कि अभी ही निकल लो.

अगले दिन हम दोनों ने ऑफिस जॉइन करना भी तय कर लिया था क्योंकि अब और ज्यादा छुट्टी लेने का कोई मतलब नहीं रह गया था.

वापस निकलने के कुछ ही देर बाद रास्ते में बारिश होने लगी और हम दोनों भीग गए.
हालांकि ये तो हम दोनों मान कर ही चले थे कि भीग जाएंगे.

इस वक्त बारिश तेज थी तो हम दोनों ने एक जगह देखी और वहां पर बाइक खड़ी करके थोड़ी देर बारिश कम होने का इंतजार करने लगे.
हमें भीगने के कारण ठंड भी लग रही थी.

भीगने से सपना के कपड़े उसके शरीर से बिल्कुल चिपक गए थे.
अब वह और भी हॉट लगने लगी थी.
मेरा मन तो कर रहा था कि अभी पकड़ कर चोद दूँ.

मगर डर इस बात का था कि कहीं साली गुस्सा ना हो जाए.

बारिश और तेज़ हो गई और रुकने का नाम लेती न दिखी तो हमने सोचा कि अब रुकने से कोई फ़ायदा नहीं है, रास्ते में जो भी होटल मिलेगा, वहां रात को रुक जाएंगे और सुबह जल्दी निकल जाएंगे.
कुछ ही दूर चलने पर हमें एक होटल दिखाई दिया.

उधर गए तो किस्मत अच्छी थी कि रूम भी मिल गया था.
पर एक ही कमरा था.

मैं सपना की तरफ देखने लगा.
उसने हामी भर दी.
उसके कहने पर मैंने वो कमरा ले लिया.

औपचारिकता पूरी करने के बाद हम दोनों कमरे में आ गए.
अन्दर जाकर बारी बारी से बाथरूम में फ्रेश हुए.
हमारे कपड़े गीले हो गए थे. उन्हें बदलने के लिए हमने होटल वाले से एक्सट्रा तौलिया ले लिए थे.

अब हम दोनों कपड़े उतार कर तौलिया लपेट कर बैठे थे, ठंड लग रही थी.

तभी मुझे याद आया कि मैं दारू लाया हूँ.

मैंने सपना से पूछा तो उसने भी पीने के लिए हां कर दी.
तो मैंने होटल वाले से चिकन और एग करी ऑर्डर कर दी; एक सिगरेट की डिब्बी भी मंगवा ली.

थोड़ी देर में सामान आ गया.

हम दोनों पैग पीने लग गए.
मैंने एक सिगरेट सुलगा ली.

सपना ने भी एक सिगरेट सुलगा ली.
मुझे भला क्या आपत्ति होनी थी. बस ये था कि सामने एक तौलिया लपेटे हुए लौंडिया दारू और सिगरेट पी रही थी तो जरा नशा का आनन्द कुछ अलग ही मिल रहा था.

लौड़े को भी सुरसुरी होने लगी थी.
कुछ देर बाद दो दो पैग हलक के नीचे उतर गए तो हम दोनों पर सरूर छाने लगा.

अब सपना सामने से मुझे छेड़ने लगी और मुझे टच करने लगी.

ऐसा करते करते हुए उसे काफ़ी टाइम हो गया.

मुझे भी सुरूर सा हो गया था तो मैंने सोचा कि जो होगा देखा जाएगा.
मैंने अचानक से उसके होंठों पर एक जबरदस्त किस कर दिया.

पहले तो एकदम वह डर सी गई लेकिन थोड़ी देर बाद वह भी मेरा साथ देने लगी.

हमें किस करते हुए दस मिनट हो गए थे.
किस करते करते मैंने उसका तौलिया निकाल दिया.
आह सामने एकदम बेदाग गोरा शरीर … कोई भी निशान नहीं था … पूरी अप्सरा लग रही थी.

मैं उसके दूध दबाने लगा.
बड़े ही मस्त रसीले दूध थे और निप्पल एकदम नुकीले थे.

सपना के होंठ चूस चूस कर मैंने लाल कर दिए थे.

थोड़ी देर बाद मैं अपना एक हाथ उसकी चूत पर ले गया.
छोटे छोटे बाल महसूस किए तो ऐसा लग रहा था कि बंदी ने अभी 3-4 दिन पहले ही चूत की सफाई की होगी.
उसकी चूत एकदम गीली हो गई थी.

मैंने सपना को बेड पर लेटाया और उसकी टांगें खोल कर चूत को ध्यान से देखा.
एकदम गुलाबी चूत जो गीली हो जाने से बहुत अच्छी तरह महक रही थी.

मैंने उसकी चूत पर एक चुम्मा कर दिया, जिससे उसने सिहर कर एक बहुत ही मीठी सी सिसकारी भरी.
उसकी सिसकारी सुन कर मुझे बहुत मज़ा आया.

मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया.

वह लंबी लंबी सिसकारियां भरने लगी और मेरा सर पकड़ कर अपनी चूत पर दबाने लगी.

मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.
उसकी चूत के अन्दर अपनी जीभ डाल कर मैं लगातार घुमा रहा था.

सपना को भी बहुत मज़ा आ रहा था.
कुछ मिनट तक मैं चूत चाटता रहा.

फिर वह थोड़ी देर बाद अकड़ने लगी और उसने पानी छोड़ दिया, जिसे मैं चाट कर पी गया.
मुझे उसका पानी बहुत स्वादिष्ट लगा तो मैंने चूत को एकदम से चाट कर चमका दिया.

वह लंबी लंबी सांस ले रही थी.

मैं अब उसके मम्मों को चूसने लगा और साथ ही साथ होंठों पर किस भी कर देता.
थोड़ी देर बाद वह फिर से गर्म हो गई.

मैंने उससे लंड चूसने को बोला तो उसने लपक कर अपने मुँह में ले लिया और अच्छे से चूसने लगी.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.

कुछ मिनट बाद मैंने उसे बेड पर लेटा दिया.
मैं उसकी टांगों के बीच में आ गया और अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा.

वह मुझे अपनी तरफ खींचने लगी और अकुला कर बोली- जल्दी से डाल दो … अब रहा नहीं जा रहा.

मैंने भी देर किए बिना एक बार एक चुम्मा उसकी चूत पर दिया और अपना लंड उसकी चूत में एक झटके में पूरा जड़ तक उतार दिया.

उसी क्षण उसकी चीख निकल गई.
वह बोलने लगी- आह मर गई … आराम से करो … कहीं भाग नहीं रही हूँ. आज की रात तुम्हारे साथ ही हूँ.

अब मैं आराम से आगे पीछे करने लगा. मुझे उसको चोदने में बहुत मज़ा आ रहा था.
वह भी वासना भरी सिसकारियां ले लेकर मज़े ले रही थी.

थोड़ी देर बाद मैंने अपने झटके तेज़ कर दिए और साथ में किस भी करे जा रहा था.
मुझे सच में सपना को चोदने में बहुत मज़ा आ रहा था.

थोड़ी देर बाद हमने पोज़िशन चेंज की.
अब वह मेरे ऊपर आ गई और लंड पर बैठ कर गांड उछालने लगी.
वह गर्म आहें भी भरने लगी.

मैं उसके दूध दबाने लगा.
वह लौड़े पर उछलते हुए अपने बालों के साथ खेलने लगी.
उसए दूध गजब थिरक रहे थे.

ये सब देख कर मैं और जोश में आ गया और नीचे से झटके लगाने लगा.

थोड़ी देर बाद वह सीत्कार भरती हुई झड़ गई और मेरे सीने पर लुढ़क गई.

मैं अभी झड़ा नहीं था तो मैंने उसे साइड में लिटाया और उसके ऊपर चढ़ कर उसे किस करना शुरू किया.
मैंने उसके बूब्स दबाए और उसको लंड चुसवाने लगा.

वह मज़े से लंड चूसने लगी.
जब वह मूड में आ गई तो मैंने उसे घोड़ी बनाया और पीछे से लंड पेल कर उसे चोदने लगा.

घोड़ी बना कर चोदने में मुझे और भी मज़ा आ रहा था.
वह तेज़ तेज़ सिसकारियां ले रही थी और उसकी गांड हिलने के कारण उसकी पीठ पर फैले हुए उसके काले बाल मुझे और भी पागल बना रहे थे.

थोड़ी देर बाद मेरा शरीर अकड़ने लगा.
मैं झड़ने लगा और मैंने अपना सारा गर्म गर्म लावा उसकी चूत के अन्दर ही छोड़ दिया.

सपना भी एक बार फिर से झड़ गई.
मैं उसकी पीठ पर ही लेट गया और थोड़ी देर तक हम दोनों ऐसे ही लेटे रहे.

फिर मैं उसके ऊपर से हटा और उसे देखने लगा. वह भी मुझे देख कर मुस्कुराने लगी.
वह बोली- तुम जितने अच्छे से चोदते हो, उतने अच्छे से ही चूत भी चाटते हो.

मैंने कहा- मजा आया ना!
वह कहने लगी- हां मुझे बहुत मज़ा आया.

वह फिर से मुझे किस करने लगी.
हम दोनों ने एक सिगरेट सुलगाई और बातें करने लगे.

बातों बातों में उसने बताया- मेरे पीजी की मालकिन अकेली रहती है और बहुत तेज़ है. हर हफ्ते साली किसी नए लौंडे को बुलाती है और उसे पैसे देकर चुदवाती है. मैंने खुद कई बार उसको चुदते हुए देखा. उसकी चुदाई देख कर मेरा भी मन करने लगता है, पर कर नहीं सकती थी. आज जब बारिश में रुके हुए तुम मुझे देख रहे थे, तो मुझे भी अन्दर से झनझनाहट होने लगी. दारू पीने के बाद एकदम से जोश आ गया और मैं तुम्हें छेड़ने लगी. सच में यार तुम्हारे साथ बहुत मज़ा आया.

थोड़ी देर बातें करने के बाद हमने खाना खाया और बची हुई दारू बंद करके रख दी क्योंकि एक पूरी बॉटल तो हम दोनों से पी नहीं जानी थी तो रहने दी.

Xxx ऑफिस गर्ल सेक्स के बाद हम सोने आ गए. एक दूसरे से नंगे ही लिपट कर सो गए.

सुबह मेरी आंख जल्दी खुल गई और देखा कि सपना मेरी तरफ मुँह करके सो रही थी.
मेरा मूड बन गया तो मैं उसको किस करने लगा.

इतने में वह भी जाग गयी और मेरा साथ देने लगी.
हमारी चुदाई फिर से आरम्भ हो गई.

चुदाई करने के बाद वॉशरूम में जाकर साथ में नहाए और वापस घर की तरफ निकल गए.
उसे पीजी में छोड़ कर मैं वापस घर आ गया और तैयार होकर ऑफिस आ गया.

शाम को काम के बाद मैंने उसे मेडिकल स्टोर से गोली लाकर दी ताकि कुछ गड़बड़ ना हो.
अगले दिन उसने मुझे शिफ्ट खत्म होने के बाद पीजी छोड़ देने के लिए बोला.

मैं उसके साथ चला गया.
वह मुझे अपने रूम में ले गई.

वहां पर उसने मेरी मुलाकात पीजी वाली आंटी से करवाई.
वह भी कम कयामत नहीं थी. तीखे नैन नख्स, सुर्ख गुलाबी होंठ, कड़क माल थी … साली लग नहीं रही थी कि ये 44 साल की है.

उसके साथ क्या हुआ, वो सब मैं फिर कभी लिखूँगा.
तब तक के लिए बाइ बाइ.
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