पड़ोसी के लंड से चुदवा कर कोख भरी

अंकल ने चोदा मेरी अनछुई कुंवारी बुर को! मैं चुदास की मारी बाथरूम में अपनी चूत में ब्रश का हैंडल घुसा रही थी कि पड़ोस के अंकल ने देख लिया.

हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम टीना है. मैं एक साधारण से परिवार से हूं. मैं बहुत ही सेक्सी हूँ … मेरी उम्र 19 साल है मेरा फिगर 32-28-34 का है.

आज मैं आपके साथ अपनी एक सच्ची सेक्स कहानी शेयर कर रही हूँ.

उस समय मैं स्कूल में पढ़ती थी और काफी शोख व चंचल थी. हालांकि मेरे घर पर बहुत ज्यादा पैसा न होने से मैं बहुत सकुचाई हुई रहती थी.

लड़की की गर्म आवाज में इस सेक्स कहानी को सुनें.

मेरे मन में भी अब जवानी की हिलोरें उठने लगी थीं और ऐसा लगने लगा था कि कोई मुझे रगड़ कर चोद दे.
पर अब तक ऐसा कोई नहीं मिला था.

मेरी सहेलियों में चुदाई को लेकर खुल कर चर्चा होती थी और उनमें से तीन लड़कियां चुद चुकी थीं.
वो सब अब खुल कर चुदाई का मजा लेती थीं.

उनकी बातों से मुझे मालूम चल गया था कि पहली बार की चुदाई में काफी दर्द होता है मगर पहली बार चुदाई करने वाला कोई अनुभवी चुदाई करने वाला हो तो चुत काफी आसानी से खुल जाती है.

ये सब बाते मैं सुनकर गर्म हो जाती थी और अपनी चुत में उंगली करके खुद को शांत कर लेती थी.

मैंने अपने बाथरूम में एक मोटे हैंडल वाला टूथब्रश रखा हुआ था, जिसे मैं अपनी चुत में डालकर अपनी चुत का पानी निकाल लेती थी.

हमारे घर के साथ में एक अंकल आंटी रहते थे. अंकल की उम्र 55 साल थी. वो देसी पहलवान की तरह दिखते थे. उनका जिस्म बहुत ही कड़ियल था.

उनका हमारे घर में बहुत आना जाना था. वह एक तरह से हमारे फैमिली मेंबर थे मेरे माता-पिता उन पर बहुत विश्वास करते थे.

एक दिन में कॉलेज से जल्दी में घर पर आकर सीधे बाथरूम में घुस गई और जल्दबाजी में बाथरूम का दरवाजा बंद नहीं किया और अपनी सलवार उतार कर पेशाब करने लगी.
हमारा बाथरूम का दरवाजा हमारे किचन के सामने था.

मूतने के बाद मैंने टूथब्रश का हैंडल अपनी चुत में डाला और चुत रगड़ने लगी.

पड़ोस वाले अंकल उस समय हमारे घर में रसोई में थे … जिसका मुझे कोई अहसास नहीं था.

अचानक से मेरा ध्यान बाथरूम के खुले दरवाजे पर गया तो मेरे होश उड़ गए.
मैंने देखा अंकल अपने फोन से मेरी वीडियो बना रहे थे; जिसमें मेरी चुत में हैंडल आता जाता साफ दिखाई दे रहा होगा.

मैंने उनकी तरफ देखा, तो अंकल मुस्कुरा रहे थे.
मैं शर्मा गई और बाथरूम से भागकर सीधे अपने कमरे में चली गई.

अब मैं सोचने लगी थी कि अंकल अभी भी कामुक हैं और मेरी नंगी वीडियो बना कर अंकल न जाने क्या करने वाले हैं.
मैं सोचने लगी कि शायद आंटी के ऊपर चढ़ कर मजा लेंगे.

मगर मुझे कुछ डर भी लग रहा था कि कहीं वो ये बात मेरे मम्मी पापा को न बता दें.
तब भी ये सब सोच कर मुझे काफी मजा आने लगा था.

अगले दिन कॉलेज की छुट्टी होने के बाद गेट के सामने अंकल खड़े थे.
मुझे देखते ही अंकल ने इशारे से मुझे बुलाया.

मैं अंकल के पास जाकर बोली- अंकल आप यहां कैसे?
अंकल- टीना मेरी बाइक पर बैठो, मुझे तुमसे कुछ बात करनी है.
मैं- आपको क्या बात करनी है.

फिर अंकल ने अपना मोबाइल निकाल कर मुझे मेरी वीडियो दिखाया, जिसको देखकर मेरे होश उड़ गए.

उसमें बाथरूम में मेरी चुत में हैंडल आता जाता साफ दिखाई दे रहा था.

मैं- अंकल प्लीज यह वीडियो डिलीट कर दीजिए.
अंकल- टीना, तुम्हें मेरी एक बात माननी पड़ेगी … फिर मैं वीडियो डिलीट कर दूंगा. नहीं तो यह वीडियो मैं सबको दिखा दूंगा.

मैं- नहीं अंकल मैं आपकी बेटी जैसी हूं. प्लीज … आप ऐसा ना करो.

अंकल ने मुझे प्यार से समझाते हुए मुझे अपने जाल में फंसा लिया.
वो बोले- कल कॉलेज से बंक करके मिलने आ जाना.

मैं समझ गई कि मैं अंकल के जाल में बुरी तरह से फंस चुकी हूं … इसलिए ना चाहते हुए भी मुझे कल अंकल से मिलने का वादा करना पड़ा.

हालांकि मुझे लग रहा था कि अंकल मेरे साथ मस्ती करना चाहते हैं, ये सोच कर मेरी चुत फड़क उठी थी.
एक अनुभवी मर्द से मुझे खुद को रगड़वाने का सुख मिलने की उम्मीद जाग गई थी.
मुझे अब अंकल के रूप में एक अनुभवी चोदने वाला मर्द नजर आने लगा था.

अगले दिन में सुबह तैयार होकर कॉलेज के लिए निकल पड़ी.

रास्ते में अंकल मेरा इंतजार कर रहे थे. अंकल के इशारे पर मैं उनकी बाइक के पीछे बैठ गई.

फिर अंकल ने किसी होटल के सामने बाइक रोकी और मुझे लेकर होटल के रूम में चले गए.

मैं- अंकल यह आप मुझे कहां लेकर आ गए?
इससे पहले मैं कुछ समझ पाती अंकल ने मुझे आगे बढ़कर अपनी बांहों में लेकर भींच लिया.

मैं- छोड़ो अंकल छोड़ो … यह आप क्या कर रहे हो?
तब मैं अपने आपको छुड़ाने की कोशिश करने लगी मगर अंकल की मजबूत बांहों से छुड़ा ना सकी.
मुझे अच्छा लग रहा था, तब भी अंकल के सामने खुद को रंडी तो नहीं शो कर सकती थी इसलिए मैं उनसे बचने का ड्रामा करने लगी.

अंकल- मेरी जान आज तो तू मुझे खुश कर दे. जब से तेरी वीडियो बनाई है, नींद नहीं आई.
मैं- अंकल नहीं … छोड़ो मुझे प्लीज.

मगर अंकल मुझे अपनी मजबूत बांहों में उठा कर पलंग पर ले गए और मेरे ऊपर लेट कर अपने होंठ मेरे होंठों से मिला दिए और मेरे होंठ चूसने लगे.

मैं- नहीं, अंकल प्लीज मुझे छोड़ दो अआ.. ईश्स.
अंकल का विरोध मैं कर रही थी … मगर थोड़ा बहुत … सिर्फ दिखावे के लिए.

अंकल ने अपना एक हाथ मेरी दाएं चुचे पर दबा दिया और जोर से मसलते हुए मेरी नीचे वाला होंठ अपने मुँह में लेकर चूसने लगे.
इससे मेरे सारे शरीर में चीटियां रेंगने लगी थीं और मेरे तन बदन में आग लगनी शुरू हो गई थी.

अंकल एक हाथ से मेरी चुत को मसल रहे थे. मुझे बड़ी सनसनी हो रही थी. पहली बार मेरी चुत पर किसी मर्द का हाथ आया था.

फिर अंकल ने मेरी सलवार खोलकर नीचे की तरफ निकाल दी. उसके साथ ही मेरी पैंटी भी निकल गई और मैं नीचे से नंगी हो गई.

अब अंकल ने मेरे होंठ छोड़कर अपना मुँह मेरी चुत पर लगा दिया और मस्ती से चुत चूसने लगे.
मैंने भी विरोध करना बंद कर दिया था और अंकल का साथ देने लगी थी.
इससे अंकल भी समझ गए थे कि मैं अब गर्म हो गई हूँ.

अब अंकल तुरंत अपने सारे कपड़े उतार कर नंगे हो गए. मैं अंकल का मोटा लम्बा लंड देखकर डर गई.

मैं- अंकल नहीं … अब छोड़ दो, मैं मर जाऊंगी.
अंकल- नहीं मेरी जान टीना, तुम्हें कुछ नहीं होगा. तुम्हें बहुत मजा आएगा. एक बार मेरा लंड तुम्हारी चुत में घुस जाएगा तो तुम बार-बार मेरा लंड लोगी.

अंकल ने जल्दी से मुझे ऊपर से भी पूरी नंगी कर दी.
अब मैं और अंकल पूरे नंगे थे और अंकल मेरे ऊपर चढ़ गए.
मैं अंकल के नीचे दब गई.
अंकल का लंड मेरी जांघों के बीच में था.

मैं- अंकल आपका लंड बहुत लंबा मोटा है मेरी उसमें नहीं घुसेगा.

मगर अंकल जी मेरी बात को अनसुना करते हुए मेरा एक चुचा अपने मुँह में लेकर चूसने लगे और दूसरे को हाथ से दबाने लगे.
वो अपने खड़े लंड से मेरी जांघों पर धक्का मार रहे थे, जिस कारण मैंने गर्मा कर अपनी जांघें खोल दीं.

अब मेरे मुँह से मीठी-मीठी सिसकारियां निकलने लगी थीं- आह ईउछा ईऊएए आह मर … गई आ.. ईहचिइआ … एएह … आ

अंकल ने मेरी टांग उठा कर अपना लंड मेरी चुत के मुँह पर टिका दिया, जिससे मैं अपने होशो हवास खो बैठी और अपने चूतड़ों को ऊपर को उछालने लगी.

तभी अंकल ने मौका देखकर अपने लंड पर पूरी ताकत से धक्का मार दिया.
अंकल के लंड का सुपारा मेरी चुत को फाड़ता हुआ अन्दर घुस गया और मेरे मुँह से एक लंबी दर्द भरी चीख निकल गई- आई मेरी मां मर गई … आउऊजाग चुउगगग

मेरी हालत की परवाह ना करते हुए अंकल ने पूरी ताकत से धक्के मारकर अपना लंड चुत की जड़ तक घुसेड़ दिया.
लंड मेरी चुत में बच्चेदानी तक पहुंच गया था.

मैं- आह आह आह मर गई मेरी मम्मी … फट गई मेरी आह.
अंकल- बस टीना, थोड़ा दर्द सह लो … फिर बहुत मजा आएगा मेरी जान … तुम्हारी चुत बहुत टाइट है.

मैं- नहीं अंकल अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है … प्लीज बाहर निकाल लो अपना लंड आह बहुत दर्द है अंकल..

मगर अंकल ताबड़तोड़ धक्के लगाने लगे.
लंड से मेरी चुत की वाट लगाते हुए अंकल ने मेरा चुचा मुँह में ले लिया और उसे खींच खींच कर चूसने लगे.

इससे मुझे भी अच्छा लगने लगा और मैंने अपनी बांहों का हार बनाकर अंकल के गले में डाल दिया और जोर से भींच लिया.

अब मैं अंकल को सहयोग करने लगी और नीचे से अपने चूतड़ों को उछालने लगी.

‌मैं- आह मेरे राजा … आह अंकल मुझे चोदो जोर जोर से चोदो … आह जोर-जोर से पेलो … मेरी चुत फाड़ दो.

अंकल ने मुझे चूमते हुए कहा- मेरी जान मेरा लंड कैसा लगा?
मैं- आह अंकल, आपका लंड बहुत मजेदार है … आपका लंड सीधे मेरी बच्चेदानी में जा रहा है आह फक मी चोद दो.

फिर अंकल ने मेरे दोनों पैर उठाकर अपने कंधों पर रख लिए और जोर जोर से चोदने लगे.
इस तरह से चुदाई में अंकल का लंड मेरी बच्चेदानी के अन्दर तक चोट कर रहा था.
मैं भी जोर जोर से अपने चूतड़ों को पकड़ कर उछाल रही थी.

तभी मेरे जिस्म ने एक सिहरन भरी और मेरी चुत का पानी निकल गया.

मैं- आह अंकल आह … मैं मर गई मेरी मम्मी … आह मर गई.

इस तरह मैं झड़ गई थी मगर अंकल झड़ने का नाम नहीं ले रहे थे. पूरे कमरे में जोर-जोर से फटफट फच फच की आवाज हो रही थी.

मैं दो बार झड़ चुकी थी. तभी अंकल जोर-जोर से मुझे चोदते हुए भी अकड़ने लगे.
अब अंकल झड़ने लगे. अंकल ने अपना ढेर सारा गर्म गर्म वीर्य मेरी चुत में भर दिया.

आह उच्च करते हुए अंकल का वीर्य मेरी बच्चेदानी में जा रहा था. इसका मुझे बड़ा गर्म अहसास हो रहा था.

उस दिन मुझे तीन बार जमकर अंकल ने चोदा. अब जब भी अंकल को मौका मिलता, वह मुझे जमकर चोद देते.

इसी दौरान मैं गर्भवती भी हो गई.

‌मैं- अंकल, मैं आपके बच्चे की मां बनने वाली हूं.
अंकल- सच टीना तुम पेट से हो.

वे खुश हो गए थे.

मैं- अंकल मेरी बदनामी हो जाएगी इसलिए आप बच्चे की सफाई करवा दें.
अंकल- नहीं टीना, मैं सब संभाल लूंगा और अंकल मुझे आंटी के पास ले गए.

हमारी बात सुनकर आंटी बहुत खुश हो गईं.
वो बोलीं- तुम इस बच्चे को जन्म देकर हमें दे देना. हम तुम्हारे मम्मी पापा से झूठ बोलकर तुम्हें एक साल के लिए अपने गांव ले जाएंगे. वहां तुम आराम से बच्चे को जन्म दे सकती हो. इस बात की किसी को भी कानों कान खबर नहीं होगी.

अंकल आंटी मेरे मम्मी पापा को बोल कोई बहाना बना कर अपने गांव ले गए.

वहां पर आंटी के सामने मुझे अंकल ने चोदा. फिर मैंने 9 महीने बाद एक लड़के को जन्म दिया.

वह लड़का अंकल आंटी ने ले लिया.
मैं अपने मम्मी पापा के पास लौट आई लेकिन मेरी ममता जाग रही है कि मैं अपने बेटे को अपने पास रख लूं और अपनी छाती से लगा कर रखूं … लेकिन अंकल आंटी नहीं मान रहे हैं.

अब आप लोग मेरी सहायता कीजिए … मैं क्या करूं, जिससे मेरा बेटा मुझे मिल जाए.
इस तरह से अंकल ने चोदा मेरी अनछुई कुंवारी बुर को! मैं इस सेक्स कहानी के लिए आपके जवाब का इंतजार करूंगी.
आपकी टीना.
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