न्यू GF हॉट स्टोरी में मेरे कॉलेज में एक नई लड़की आई. देखते ही मैं उस पर फिदा हो गया. मैंने उससे दोस्ती की और एक दिन उसे प्रोपोज कर दिया. उसने भी हाँ कर दी.
दोस्तो, मेरा नाम मनीष है.
मेरी उम्र अब 27 वर्ष है.
यह न्यू GF हॉट स्टोरी तब की है जब मैं 21 वर्ष का था और बीटेक फाइनल ईयर में था।
मेरी हाईट 5 फीट 8 इंच और परफेक्ट बॉडी शेप है.
मेरा लंड 7 इंच लम्बा है.
मैं अन्तर्वासना का एक पुराना पाठक हूं.
मैंने इधर प्रकाशित बहुत सी सेक्स कहानियां पढ़ी हैं.
आज मैंने भी सोचा कि मैं आप लोगों के साथ अपना एक किस्सा साझा करूं.
ये न्यू GF हॉट स्टोरी कोई कहानी नहीं है … एक सच्ची घटना है जो मेरे साथ तब घटी जब मैं बीटेक के अंतिम वर्ष में था.
कॉलेज के प्रथम वर्ष में अनेक एडमिशन हुए थे, जिसमें एक लड़की ने दाखिला लिया था.
उसका नाम नेहा था.
मैंने उसको पहली बार लाइब्रेरी में देखा और देखते ही मैं उस पर फिसल गया था या कहो कि लट्टू हो गया था.
उसकी उम्र 18 साल हाइट लगभग 5 फीट, रंग गोरा और फिगर 32-30-34 का रहा होगा.
उसमें जो सबसे खास बात थी, वह थी कि उसके गालों पर पड़ने वाले गड्डे यानि डिंपल … जो उसको सबसे अलग बनाते थे.
उसकी छोटी हाइट और भरे पूरे शरीर के साथ वह बिल्कुल टेडी बियर लगती थी.
हमारी पहली मुलाकात कॉलेज के कॉरिडोर में हुई क्योंकि मैं उसका सीनियर था तो उसने मुझे अपना इंट्रो दिया.
उसके बाद जब भी वह मुझसे मिलती, तो गुड मॉर्निंग और गुड आफ्टरनून विश करने लगी.
मैं भी उससे बात करने के बहाने ढूंढता रहता.
कभी उसकी पढ़ाई के बारे में पूछ लेता तो कभी यूं ही उसकी खैरियत के बारे में पूछ लेता.
मैं पढ़ाई में अच्छा था क्योंकि फर्स्ट ईयर से लेकर अब तक मैंने सिर्फ पढ़ाई पर ही फोकस किया था, तो सारे टीचर्स मुझे जानते थे.
उसने मुझसे एक विषय में मदद मांगी जिसमें मैंने उसको काफी अच्छे से समझा कर उसकी मदद की.
इस बात से उसकी दिलचस्पी भी मेरी तरफ बढ़ रही थी और अब वह भी मुझसे बात करने के बहाने ढूंढ लिया करती थी.
फिर हम लोगों ने एक दूसरे का नंबर भी एक्सचेंज कर लिया.
अब हम लोग व्हाट्सएप पर बात करने लगे.
लंच टाइम में वह मुझसे मिलने आया करती थी.
फिर वह मेरे लिए लंच भी बना कर लाने लगी जिसे हम खाली क्लास रूम में बैठकर खाते थे.
हम दोनों को एक दूसरे का साथ अच्छा लगने लगा.
एक दिन चैटिंग करते समय उसने मुझसे पूछा- सर, आपकी कोई जीएफ है?
मैं- अभी तक तो नहीं.
नेहा- अभी तक क्यों नहीं बनाई?
मैं- तुम्हारी जैसी कोई मिली ही नहीं!
इस पर उसने शर्माने वाला इमोजी भेज दिया.
मैंने भी मौका देखकर उसको ‘आई लव यू’ बोल दिया.
उसने मेरे प्रपोजल को एक्सेप्ट कर लिया और ‘आई लव यू टू’ लिखकर भेज दिया
इस तरह से मेरी लव स्टोरी स्टार्ट हो गई.
अब हम लोग एक्स्ट्रा टाइम में साथ रहने लगे और घर आते जाते वक्त बस में भी साथ बैठ जाया करते थे.
इस बात से मेरे सारे दोस्तों को पता चल गया कि वह मेरी जीएफ है.
एक दिन एक्स्ट्रा टाइम में हम लोग लाइब्रेरी के सेकंड फ्लोर पर बैठे हुए बात कर रहे थे.
वहां ज्यादा लोग आते जाते नहीं थे.
मैंने उसके हाथ को पकड़ लिया और अपनी तरफ खींच लिया, जिससे वह शर्मा गई और हाथ छुड़ाने लगी.
लेकिन मैंने उसके गाल पर किस कर दिया.
नेहा- हाथ छोड़ दीजिए सर, कोई आ जाएगा.
मैं- छोड़ दूंगा लेकिन पहले मेरे किस का जवाब दो.
ये कहकर मैंने अपना गाल उसके आगे कर दिया.
उसने इधर उधर देखकर मेरे गाल पर किस करने को अपने होंठों को आगे किया.
जैसे ही वह पास आयी तो मैंने अपना मुँह उसके मुँह की तरफ घुमा दिया और उसके होंठ मेरे होंठों से आ लगे.
मैंने उसके होंठों को जल्दी से चूम लिया.
वह एकदम से पीछे हो गई और मेरे सीने पर हल्के से मुक्का मारकर मुस्कुराने लगी.
जिससे उसके गाल पर डिंपल उभर आए.
मैंने भी उसके चेहरे को पकड़ कर डिंपल पर चूम लिया.
तब से हम लोगों के बीच में किस करना हग करना आम बात हो गई.
हम दोनों मौका देखकर कॉलेज में ही एक दूसरे को किस करने लगे.
ऐसे ही दिन कटने लगे और फिर हमारे कॉलेज का एनुअल फंक्शन आ गया.
यह हर वर्ष फरवरी माह में 2 दिन का होता था, जो सुबह से रात तक चलता था.
उसमें डांसिंग, सिंगिंग, स्पोर्ट्स आदि प्रोग्राम होते थे.
एनुअल फंक्शन वाले दिन नेहा ने एक सफेद कलर का टॉप और ब्लू कलर की जींस पहनी थी और ऊपर से कॉलेज का कोट पहन रखा था.
आज उसने अपने बाल भी खोल रखे थे.
हम लोग सुबह 9 बजे बस में मिले, वह मेरे पास आकर बैठ गई.
मैं- ओह क्या बात है जान … आज तो कहर ढा रही हो!
नेहा मेरी तरफ देखकर कातिलाना मुस्कुराहट देने लगी.
जो लोग वार्षिक परीक्षा में फर्स्ट क्लास पास हुए थे, उनको एनुअल फंक्शन के पहले दिन मेडल दिया गया, तो मुझे भी मेडल मिला.
मैंने मेडल लाकर नेहा के गले में डाल दिया जिससे वह खुशी से उछल कर मेरे सीने से लग गई.
फिर हम लोगों ने साथ में शाम को 7:00 बजे तक प्रोग्राम इंजॉय किया.
उसने मुझसे कहा- मुझको भूख लग रही है.
हम दोनों कैंटीन में कुछ खाने पीने चले गए.
वहां हमने पेटीज और कॉफी ली.
कैंटीन के रास्ते में बी.एड डिपार्टमेंट की बिल्डिंग थी, जो खाली पड़ी थी.
मैंने उसको उसमें चलने को कहा.
तो वह मेरी तरफ देख कर मुस्कुराई और फिर हाथ पकड़ कर मेरे साथ चल पड़ी.
अन्दर जाकर मैंने बिल्डिंग के मुख्य दरवाजे को अन्दर से बंद कर दिया और एक क्लास रूम में चले गए.
अन्दर जाकर मैंने उसको दीवार से लगा दिया और खड़े खड़े ही उसके गालों पर किस करने लगा.
वह मुझसे हाइट में छोटी थी.
उसने मुझे हग किया हुआ था.
तभी मैंने उसके चेहरे को अपने हाथों में थामकर उसके होंठों पर किस किया.
मुझे ऐसा लगा जैसे उसके होंठ नहीं गुलाब की पंखुड़ियां हों.
फिर हम लोग एक सीट पर बैठ गए और एक दूसरे को चूमने लगे.
मैं कभी उसके ऊपर के होंठ को चूमता तो कभी नीचे के … हमारा यह स्मूच 5 मिनट तक चला और फिर हम एक मिनट को अलग हुए.
उसकी सांसें बहुत तेज चल रही थीं.
अब हम दोनों एक दूसरे को हग करके फ्रेंच किस करने लगे.
मैं उसके होंठों पर जीभ फिराने लगा.
वह इतनी उतावली हो रही थी कि वह मेरी जीभ अपने मुँह में लेकर चूसने लगी.
होंठ चूसने के साथ-साथ मैं उसके गाल पर, कान के पास, गले आदि पर चूमने लगा.
इसमें वह भी मेरा भरपूर साथ दे रही थी.
हम लोग एक दूसरे को पागलों की तरह चूमने और चूसने लगे.
तभी मैंने उसके गले पर लव बाइट दे दिया.
नेहा- आऊच!
मैं- आई लव यू सो मच बेबी!
फिर मैं अपना हाथ उसके बूब्स के ऊपर ले गया और उसका एक दूध पकड़ लिया और हल्के से दबा कर देखा तो वह बिल्कुल बड़ी मौसम्मी के आकार का था.
उसका दूध पकड़ते ही वह मदभरी सिसकारियां लेने लगी.
नेहा- आहह उफ़फ्फ़ आहह … मत करो न!
उसके कहने का अंदाज बता रहा था कि वह कहना चाहती है कि और मसलो.
मैंने उसके टॉप के ऊपर से ही मम्मों पर किस कर लिया.
फिर अपना हाथ नीचे से उसके टॉप में डाल दिया, जिससे मेरा हाथ उसके पेट को सहलाता हुआ ब्रा के ऊपर से उसके बूब्स पर पहुंच गया.
मैं उसके बूब्स को दबाने लगा … साथ में उसके होंठों को चूस रहा था.
उसकी सांसें अब बहुत गर्म हो गई थीं.
नेहा- आआह्ह … आईईइ उहह … ससस्स आह्ह … अई ज़ोर से आह्ह … आह्ह … मज़ा आ रहा है!
मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपने लंड के ऊपर रख दिया.
मेरा लंड बिल्कुल कड़क हो रहा था.
वह मेरे लंड को पैंट के ऊपर से ही सहलाने लगी.
अब मैंने उसका टॉप ऊपर कर दिया और ब्रा के ऊपर से उसके दोनों दूध बाहर निकाल लिए और बारी बारी से दोनों को चाटने लगा.
उसके निप्पल भूरे रंग के थे.
मैंने उसके दोनों बूब्स हाथ में पकड़े और बारी बारी से निपल्स के चारों तरफ जीभ फिराई.
फिर एक दूध हाथ में पकड़ कर दूसरे को चूसने लगा और वह आह उह करके मेरे बालों में हाथ फिराने लगी.
वह अपने दूसरे हाथ से लौड़े को सहलाने लगी.
फिर उसने मेरी पैंट की जिप खोली और लंड बाहर निकाल लिया.
वह लौड़े को हाथ में लेकर सहलाने लगी.
मैं कभी उसके निपल्स चूसता, कभी उसके होंठों को.
नेहा- ओह अभी … ओह ओह.
मैंने उसकी जींस का बटन खोला और उसकी चड्डी में हाथ डाल दिया.
उसकी चूत के पास झांटें थीं, मैंने उसकी चूत के ऊपर हाथ फिराया तो पता लगा वहां तो पानी का झरना बह रहा है.
मैंने एक उंगली उसकी चूत की दरार में फिराई तो वह उछल पड़ी.
मैंने उसे कसके हग करके जल्दी से उसकी चूत की दरार में उंगली फिराते हुए उंगली अन्दर डाल दी.
नेहा- ऊई ई ई सी सी सी.
उसकी चूत के पानी से मेरी उंगली भीग गई.
मैंने अपनी उंगली उसके मुँह में डाल दी, जिसे उसने चूस लिया.
मैं फिर से उसकी रस भरी चूत में उंगली करने लगा.
वह बिल्कुल सील पैक माल थी तो उंगली भी सही से अन्दर नहीं जा रही थी.
मैंने उसकी चूत के दाने को सहलाना शुरू किया और साथ में उसके होंठों को भी चूस रहा था.
मेरा एक हाथ बूब्स मसल रहा था.
नेहा भी मस्ती में मुँह से सिसकारी लेने लगी थी.
नेहा- आह हहह ओह हह सीसीसी.
उसका हाथ भी मेरे लंड पर तेज़ी से चलने लगा.
ये सब करते हुए हमें लगभग 45 मिनट हो चुके थे और हम दोनों ही बहुत ही गर्म हो गए थे.
वह पीछे की तरफ सीट से टिक गई.
इससे उसकी चूत सीट के किनारे पर आ गई और मेरी उंगली को और ज्यादा जगह मिल गई.
अब मेरी पूरी उंगली उसकी चूत के अन्दर बाहर हो रही थी.
इतनी देर से हो रही रगड़ाई की वजह से मस्ती में वह अपने मुँह से तरह तरह की आवाज निकालने लगी.
नेहा- ओह माइ डियर अभी आह आह मज़ा आ गया. आई लव यू सो सो सो मच!
वह मेरे लंड को लगातार सहलाए जा रही थी.
तो मुझे लगा मेरा काम होने वाला है.
लेकिन उससे पहले ही उसने मेरे हाथ को कसकर पकड़ लिया और मेरे हाथ पर ही झड़ गई.
नेहा- ओहोह उम् उम् आह अह अहउह मनीष!
उसके साथ साथ मेरा पानी भी निकल गया और हम दोनों के हाथ एक दूसरे के पानी से नहा गए.
मैंने उसकी चूत रस को चाट कर देखा. मुझे बहुत अजीब सा स्वाद लगा.
फिर हम लोग दस मिनट तक ऐसे ही एक दूसरे से चिपक कर बैठे रहे, किस करके अपनी अपनी सांसों को काबू करने लगे.
उसी वक्त मेरे मोबाइल पर रिंग बजी तो देखा मेरे दोस्त की रवि की कॉल थी.
रवि- कहां हो बे … इतनी देर से किधर गायब हो?
मैं- अरे भाई अभी आया … मैं जरा कुछ खाने के लिए आया हुआ था.
मैंने कहकर फोन कट कर दिया और नेहा को हग करके उसके माथे को चूम लिया.
मैं- आई लव यू बेबी … कैसा लगा?
नेहा शर्मा कर मेरे गले से लग गई. उसने मेरे होंठ पर किस कर दिया.
वह हल्के स्वर में बोली- बहुत अच्छा.
मैं- कल हम लोग बाकी का काम करेंगे.
वह मेरी तरफ देखकर मुस्कुराई और अपने कपड़े ठीक करने लगी.
मैंने भी अपने कपड़े ठीक करे और बाहर निकल गए.
दोस्तो, इस भाग में इतना ही.
हो सकता है कि मेरी यह न्यू GF हॉट स्टोरी थोड़ी लम्बी हो जाए क्योंकि ये सच्ची घटना है और मैं आप लोगों को विस्तार से सुनाना चाहता हूं.
आपको कैसा लग रहा है, प्लीज जरूर बताएं.
अगले भाग में पुनः मिलता हूँ.
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