लड़की की गांड चुदाई की कहानी में मैंने अपने पड़ोस में रहने वाली जवान लड़की की गांड मारी. वो मेरी पुरानी दोस्त थी और हमारे बीच सेक्स की कोई बात नहीं थी.
नमस्ते, मेरा नाम कार्तिक है और मैं जयपुर राजस्थान से हूं.
मेरी उम्र 19 साल है और मैं फिलहाल कॉलेज की पढ़ाई करता हूं.
मेरे घर में मैं, मम्मी पापा और भाई हैं. भाई दिल्ली में रह कर उधर के एक कॉलेज में पढ़ रहा है.
मैं काफी समय से यहां सेक्स कहानियां पढ़ता आ रहा हूं, पर ये पहली बार है जब मैं अपना कोई अनुभव यहां लिख रहा हूं.
यह लड़की की गांड चुदाई की कहानी दो हफ्ते पहले मेरे और मेरे पड़ोस में रहने वाली एक लड़की नेहा की है.
नेहा की उम्र भी 19 साल ही है.
देखने में नेहा एकदम सीधी सादी, सुंदर लड़की है.
उसका रंग गोरा है, लंबे बाल हैं. उसकी साढ़े पांच फुट की हाइट है और भरा हुआ बदन है.
आज से दो हफ्ते पहले मेरे मम्मी पापा को किसी प्रोग्राम के चलते गांव जाना पड़ गया.
उन्होंने मुझसे साथ चलने को कहा तो मैंने मना कर दिया क्योंकि मुझे लोगों में ज्यादा घुलना मिलना पसंद नहीं है.
उनके जाने के अगले दिन मैं घर पर अकेला बोर हो रहा था तो मेरे पड़ोस के घर में रहने वाली अपनी बचपन की दोस्त नेहा के पास चला गया.
नेहा और मैं बचपन से एक दूसरे को जानते थे और हमारे में एक दूसरे के घर में आना जाना लगा रहता था.
मैं उनके घर गया तो पाया कि उनके घर में कुछ रिश्तेदार आए हुए थे जिस वजह से वहां काफी शोर शराबा था.
मुझे वहां अच्छा नहीं लग रहा था.
तो मैंने नेहा से कहा- चल मेरे घर चलते हैं, वहां कोई नहीं है. यहां बहुत घुटन सी हो रही है.
नेहा को उस शोरगुल भरे माहौल से दिक्कत हो रही थी तो वह भी मान गई.
वह अपनी मम्मी को मेरे घर जाने का बोलकर मेरे साथ आ गई.
अब तक मेरे मन में कुछ गलत ख्याल नहीं आया था कि उसके साथ ऐसा वैसा कुछ करना है.
मेरे घर आते ही वह सोफ़ा पर बैठ गई और मैंने टीवी ऑन करके मूवी चालू कर दी.
वह टीवी देखने लगी और मैं हम दोनों के लिए किचन से जूस और स्नैक्स लेने चला गया.
वापिस आकर देखा तो नेहा 3 सीटर सोफा पर लेटी हुई थी. मैं दूसरी तरफ़ सिंगल सोफा पर जाकर बैठ गया.
उस दिन नेहा कुछ ज्यादा ही सुंदर और कामुक लग रही थी.
उसने शॉर्ट्स और क्रॉप टॉप पहना था.
उस दिन उसके कपड़े कुछ ज्यादा ही छोटे थे.
उसका टॉप मुश्किल से उसकी छाती से थोड़ा नीचे पहुंच रहा था और शॉट्स भी औसत साइज से काफी छोटे थे, जिसमें से उसके चूतड़ हल्के हल्के बाहर आए हुए थे.
बहुत समय बाद मुझे उसके साथ इतना प्राइवेट टाइम मिला था इसलिए मेरे मन में अजीब से ख्याल आने लगे.
मैं स्नैक्स एक ही कटोरे में लाया था, तो मैं स्नैक्स लेने के बहाने उसके करीब चला गया.
वह जिस सोफा पर लेटी थी, मैं उसी सोफा पर आकर बैठ गया.
वैसे तो वह अक्सर पूरे कपड़े पहनती है.
मैंने बहुत कम बार उसको शॉर्ट ड्रेस में देखा था.
शायद एक दो बार ही उसे ऐसे कपड़ों में देखा था और उस पर भी उसे दूर से देखा था.
मगर आज वह मेरे एकदम करीब थी और हम दोनों अकेले में थे.
उसने मेरे बैठते ही पहले तो अपने पैर समेटे, पर कुछ समय बाद उसने अपने पैर मेरी गोद में ही रख दिए.
अब तक सब सामान्य था.
हम दोनों अक्सर एक दूसरे के गले में हाथ डाल लेते थे या वह मेरी गोद में सर रखकर लेट जाती थी, ये सब करना हम दोनों के बीच सामान्य था.
उसने मेरी गोदी में पैर रखा तो मैंने भी अपना एक हाथ उसकी जांघ पर रख दिया.
तभी मूवी में भी एक ऐसा सीन आया, जिसमें लड़का गाड़ी चलाते समय लड़की की जांघ सहला रहा था.
मैंने भी हल्के से उसकी जांघ सहलाते हुए जोर से दबा दी.
इस पर उसने दर्द के मारे ‘आह!’ किया.
फिर उसने मुस्कुराते हुए मेरा हाथ अपने हाथ से पकड़ लिया, पर हटाया नहीं.
मैंने मजाक में कहा- चुपचाप लेटी रह. आज तू मेरे कब्जे में है.’
उसने हंसते हुए कहा- अच्छा जी … फिर तो आज तुम कुछ भी कर सकते हो मेरे साथ?
मैंने कहा- हां देखते हैं आगे क्या होता है!
हम अक्सर एक दूसरे से खुलकर बातें किया करते थे.
गाली देना, पीरियड वगैरह की बातें करना हम दोनों के बीच ये सब सामान्य था.
थोड़ी देर बाद वह बोली- यार, आज सुबह से मम्मी काम करवा रही हैं. पैर बहुत दर्द कर रहे हैं … दबा दे ना प्लीज़!
मैंने कहा- हम्म … और बदले में मुझे क्या मिलेगा?
वह शरारत भरे ढंग से बोली- मैं सारी की सारी तो तेरी गोद में बैठी हूं … तुझे और क्या चाहिए?
उसके बाद हम दोनों हंस दिए.
मैं हल्के हल्के से उसके पैर सहलाने लगा.
फिर धीरे धीरे मेरा हाथ उसकी जांघ पर ऊपर तक जाने लगा.
वह भी गर्म होने लगी थी.
थोड़ी देर बाद मैं किचन से लिक्विड चॉकलेट ले आया.
उसे लगा मैं स्नैक्स में डालने के लिए लाया हूं.
वह बोली- ये स्नैक्स में मत डालना यार, टेस्ट की मां चुद जाएगी.
मैंने कहा- स्नैक्स में कौन डाल रहा है?
वह बोली- तो?
मैंने कहा- बस तू आज मुझे रोकना मत!
वह समझ गई कि आज कुछ होने वाला है.
मैंने उसकी जांघ पर चॉकलेट डाल दी और उसे अपनी जीभ से चाटने लगा.
मेरी जीभ के छूते ही उसके बदन में करंट सा दौड़ा.
वह एकदम से बीच में से ऊपर को उठ गई.
मैंने उसकी जांघ को चाटना जारी रखा.
धीरे धीरे वह मदहोश होने लगी और अपने पैरों को आपस में रगड़ कर सहलाने लगी.
वह अपने दोनों हाथों से सोफा को नोच रही थी.
फिर उसने एक हाथ से मेरे बाल सहलाने शुरू कर दिए.
मैंने पूछा- हुआ कुछ दर्द कम?
वह बोली- अब तो और कहीं तड़प उठ रही है!
फिर मैं उसके पेट पर चॉकलेट डाली और चाटने लगा.
अब वह बहुत गर्म हो गई थी.
जैसे ही मैं उसके पेट पर लगी चॉकलेट चाटकर उठा, वह झट से मेरी गोद में उल्टी होकर बैठ गई.
उसका मुँह मेरी तरफ था, दोनों पैर दोनों तरफ और मेरा लंड उसकी जांघों के बीच था.
वह मुझे जोर जोर से चूमने लगी.
मेरे दोनों हाथ उसके चूतड़ों को दबा रहे थे.
उफ़ … क्या माल लग रही थी साली … ऐसी मानो कोई हॉलीवुड की एक्ट्रेस मेरे साथ नंगी हो.
तभी उसने मेरी टी-शर्ट उतार दी और मेरी पीठ को नाखूनों से नोंचने लगी.
पर मुझे भी हवस के कारण दर्द नहीं हो रहा था.
मैंने उसे वहीं जमीन पर लेटा दिया और उसका टॉप भी निकाल दिया.
उसने नीचे काले रंग की ब्रा पहनी थी.
थोड़ी देर बाद हम अपने आप ही झड़ गए और शांत हो गए.
झड़ कर हम दोनों वहीं शांति से लेट गए.
फिर हांफते हुए हमने एक दूसरे की तरफ देखा और हंसने लगे.
कुछ समय बाद सांस में सांस आई तो मैं उठकर सोफा पर बैठ गया और वह भी उठकर टॉप पहनने लगी.
मैंने कहा- अरे रहने दे बे … वैसे ही सुंदर लग रही है!
उसने टॉप फेंक दिया और मैंने उसे खींच कर अपनी गोद में बैठा लिया.
थोड़ी देर बाद हम दोनों फिर से गर्म होने लगे और मैं उसकी पीठ चूमने लगा.
अब मैं उसको उठा कर अपने बेडरूम में ले गया और जोर से उसको बेड पर पटक दिया.
वह फट से बेड पर पेट के बल हो गई तो मैंने भी झट से उसकी ब्रा का हुक खोल दिया और ब्रा निकाल कर अलग कर दी.
उसने शर्म से अपने स्तनों पर हाथ रख लिए.
मैंने जबरदस्ती उसके हाथ हटाए और उसके दूध चूसने लगा.
मैंने उसके एक दूध को अपने मुँह में भरा और निप्पल को दांतों से काट लिया.
उसने मीठे दर्द से ‘आह!’ की और मुझे अपने से दूर कर दिया.
मैं फिर उसे जगह जगह चूमने लगा और काटने लगा.
कुछ देर बाद मैंने उसका शॉर्ट्स निकाल दिया.
उसने नीचे कुछ भी नहीं पहना था.
उसका ब्लैक कलर का शॉर्ट एकदम गीला हो चुका था.
मैं उसकी टांगों को फैला कर उसकी चूत को चाटने लगा.
चूत से अजीब सा नमकीन स्वाद आ रहा था. उसकी चूत पर हल्के हल्के बाल भी थे.
मैंने ऊपर देखा तो उसने मदहोशी से आंखें बंद की हुई थीं.
मैंने अपनी पैंट और अंडरवियर निकाल दिया … और उसकी चूत पर लंड रखा ही था कि उसे अहसास हो गया.
उसने एकदम से कहा कि कॉन्डम है?
मैंने कहा- नहीं.
वह बोली- तो आज आज ऊपर ऊपर से ही कर ले.
मैंने कहा- अन्दर भी कर ले यार, कुछ नहीं होगा … गोली ले लेना?
वह बोली- नहीं!
काफ़ी बार कहने के बाद भी वह नहीं मानी तो मैंने भी जबरदस्ती करना सही नहीं समझा.
मैं ऊपर आकर उसके दूध चूमने लगा और मैंने उसको उल्टा लेटा दिया.
फिर मैंने बिना बताए ही उसकी गांड पर लंड रख कर धक्का दे मारा.
उसने एकदम चूतड़ टाइट कर लिए, तो लंड नहीं गया, पर उसके चूतड़ों में फंस गया.
मैंने लंड बाहर निकाल लिया और उससे घोड़ी बनने को कहा.
उसने डरते हुए पूछा- ज्यादा दर्द तो नहीं होगा ना?
मुझे हंसी आ गई.
मैंने उसकी गांड पर झापड़ मारा और कहा- चुपचाप घोड़ी बन जा साली!
वह घोड़ी बन गई.
मैंने उसे पकड़ कर उसका मुँह बेड पर दबा दिया.
अब सिर्फ उसकी गांड ऊपर थी.
मैंने लंड पर थूक लगाया और उसकी गांड पर सैट किया.
मुझे महसूस हुआ कि वह डरी हुई है.
मैंने कहा- डर मत … एक बार सहन कर लेना … थोड़ा सा गांड में दर्द ही होगा!
वह बोली- पता नहीं आज क्या बनाएगा मेरा!
मैंने हंसते हुए एक हाथ से उसकी चोटी पकड़ ली और अचानक धक्का मारा.
चोटी हाथ में होने के कारण वह आगे को नहीं हो सकी और मेरा एक तिहाई लंड उसकी गांड को फाड़ते हुए अन्दर घुस गया.
उसकी चीख निकल गई.
वह दर्द से मचलने लगी.
वह मुझसे रहम की गुहार लगाने लगी- कार्तिक छोड़ दे यार प्लीज … बहुत दर्द हो रहा है … आज आज छोड़ दे … कल तू आगे कर लियो कंडोम लगा कर आह छोड़ दे कमीने!
मैंने कहा- चुप रह बहन की लौड़ी … अब लंड घुस गया है और आज तू मेरे कब्जे में भी है … आज तेरी गांड बजा कर ही रहूँगा.
वह चुप हो गई.
मैंने दूसरा झटका मारा और पूरा लंड गांड में पेल दिया.
इस बार उसकी आंखों से आंसू आ गए.
उसने अपनी आवाज रोकने के लिए तकिए में मुँह दबा लिया.
मुझे उस पर दया आ गई तो मैं थोड़ी देर रुक गया.
मैंने कहा- अब धीरे धीरे दर्द कम होगा … डरो मत … बोल आगे करूं?
उसने हां में सिर हिलाया.
फिर मैंने धीरे धीरे स्पीड तेज की.
उसे भी मजा आने लगा.
मैं उसकी चूत को हाथ से मसलता रहा.
कुछ 15 मिनट बाद हम दोनों झड़ गए.
मैंने अपना वीर्य उसकी गांड के अन्दर ही छोड़ दिया.
तभी उसकी चूत से भी पानी निकल कर जांघों से होते हुए बेडशीट पर गिर गया था.
मैंने उसकी चूत और जांघों को चाट कर साफ कर दिया.
लड़की की गांड चुदाई के बाद थोड़ी देर तक हम दोनों वहीं लेटे रहे.
फिर वह उठ कर कपड़े पहनने लगी तो मैंने देखा कि उसकी चाल बदल चुकी थी.
फिर मैंने उसे कपड़े पहनने से रोका और उसे बाथरूम में ले जाकर नहलाया.
कुछ देर बाद हम दोनों बाहर आ गए.
मैंने अपनी एक उंगली से उसकी गांड में कुछ दवाई लगा दी.
अब हम दोनों थोड़ी देर के लिए बेड पर लेट गए.
वह मुझसे चिपक कर सोई थी.
मैंने पूछा- दर्द ज्यादा हो रहा है क्या?
उसने मासूमियत से हां कहां.
मैंने उसे चूमकर सॉरी बोला.
वह मुस्कुरा कर वहीं सो गई और एक घंटा बाद उठकर घर चली गई.
उसे अभी भी थोड़ा दर्द हो रहा था.
उसके बाद हम दोनों जब भी अकेले में मिलते हैं तो ऊपर ऊपर से मजे ले लेते हैं.
अब मैं अपने पास हर वक्त कंडोम रखता हूँ. हम दोनों फिर से चूत सेक्स करने के मौके का इंतजार कर रहे हैं.
जैसे ही लड़की की चूत में लंड जाएगा मैं आपको अपनी सेक्स कहानी सुनाने हाजिर हो जाऊंगा.
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