सांवली लड़की की काली चूत का मजा

काली चूत की चुदाई कहानी में मेरी एक दोस्त काफी सांवले रंग की थी. उसके बॉयफ्रेंड ने उसे 2-4 बार चोद कर उसके रंग के कारण छोड़ दिया. वह बहुत दुखी थी.

हैलो फ्रेंड्स, मेरा नाम सैम है. मैं 28 साल का हूँ.

यह काली चूत की चुदाई कहानी आज से 8 साल पहले की है.

मेरे पड़ोस में एक लड़की रहती थी, उसका नाम सुमन था.
वह मुझसे 1 साल बड़ी थी पर मेरे साथ एक ही क्लास में पढ़ती थी.

हम दोनों साथ में ही रहते और बात आदि करते थे.

हमारे पड़ोस में और भी लड़के लड़कियां थे लेकिन हम दोनों में बहुत ज्यादा बनती थी.

सुमन का रंग थोड़ा ज़्यादा सांवला था पर उसकी बॉडी एकदम कसी हुई थी.
उसके चूचे और गांड दोनों बहुत ही ज्यादा टाइट थे.
उस टाइम उसका फिगर 32-28-34 का रहा होगा.

पर सांवली होने के कारण कोई भी उसे ज्यादा पसन्द नहीं करता था.
इधर मैं भी दिखने में कुछ खास नहीं था, बस पढ़ने में सही था.

मेरी हाइट पौने छह फुट की है.
मेरे लंड का साइज़ 7 इंच है और ये 3 इंच मोटा भी है.

मैं शक्ल से इतना शरीफ दिखाई देता हूँ कि कोई भी मुझ पर बड़े आराम से भरोसा कर लेता था.

एक दिन हुआ ये कि सुमन स्कूल से आई.
वह उस वक्त बहुत उदास लग रही थी.

पूछने पर उसने बताया कि उसके बीएफ ने उसे छोड़ दिया है.
उसने उसे काला बोल कर छोड़ दिया था, जिस वजह से वह बड़ी अपसैट थी.

घर आते ही वह रोने लगी थी.
मैंने उसे बहुत समझाया कि ऐसा नहीं है, तुम बहुत सुंदर हो. किसी के कह देने से कोई तुम्हारी सुंदरता घट थोड़ी जाएगी!

वह मेरी बात ध्यान से सुन रही थी और उसे मेरी बात सुनकर बहुत अच्छा लग रहा था.

जब मैंने उससे यह कहा तो उसने मुझसे पूछा- क्या सच में मैं बहुत ज्यादा काली लगती हूँ?
मैंने मजाक में कहा- काली तो रौद्र रूप वाली माता को कहा गया है. जबकि तुम्हारे अन्दर तो रौद्रता जैसी कोई बात है ही नहीं!

मेरी इस बात को सुनकर वह हंस दी और बोली- मैं उस काली की बात नहीं कह रही हूँ.

मैंने उससे कहा- हां मुझे मालूम है कि तुम उस काली की बात नहीं कह रही हो. लेकिन एक बात बताओ कि अगर एक काली लड़की को और एक किसी अंग्रेजन गोरी लड़की को एक घने अंधेरे कमरे में बंद कर दिया जाए, तो क्या तब भी कोई हाथ से टटोल कर बता सकता है कि तुम दोनों में कौन ज्यादा सेक्सी है?

मेरी इस बात पर वह पहले तो सोचने लगी, फिर बोली- इस बात का क्या मतलब हुआ?
मैंने कहा- बुरा मत मानना … मैं यह कह रहा हूँ कि यदि वह आदमी तुम्हारे बदन के उभारों को दबा कर देखे और साथ ही उस गोरी लड़की के उभार को भी मसल कर देखेगा तो वह तुम्हारे बदन के लिए अपने विचार रखेगा कि यह लड़की ज्यादा सेक्सी है.

अब उसकी समझ में आ गया था कि मेरे कहने का आशय यह है कि वह ज्यादा टाइट बदन वाली लड़की है.

अब वह हंसने लगी और उसे अपने बीएफ की बात पर आने वाला गुस्सा खत्म हो गया.

इसी तरह की काफ़ी बातें करते हुए मैंने उसे थोड़ा हंसाया.
उसके बाद वह मुझसे अलग हो गई और अपने कमरे में चली गई.

अगले दिन से वह मुझ पर पहले से ज्यादा ध्यान देने लगी.
उसकी इस बात मैंने भी नोट किया.

उसका घर मेरे घर के पास था तो अब वह अपनी स्टडी से संबंध रखने वाला कुछ भी पूछने के बहाने मेरे घर आ जाती थी.

हम दोनों धीरे धीरे और नज़दीक आते गए.

फिर एक दिन उसने मुझसे कहा कि वह मुझे पसंद करने लगी है.
तो मैंने उससे कहा कि मैं तो तुमको बहुत पहले से ही पसंद करता आ रहा हूँ.

वह बोली- क्या सच?
मैंने कहा- हां … मुझे तुम बहुत पहले से ही अच्छी लगती हो.

उस समय हम दोनों अपने कॉलेज के एक खाली क्लास रूम में थे.
वह अपने होंठों को मेरे करीब ले आई और मैंने उसके होंठों को किस कर लिया.

वह भी कुछ देर तक मेरे होंठों से अपने होंठों को जोड़े रही और चुंबन का मजा लेती रही.

मैंने उसे अपनी बांहों में कस लिया तो वह मेरे सीने से अपने दूध रगड़ने लगी.

फिर वह धीमे से मेरे कान में बोली- मेरे बूब्स टाइट हैं या ढीले?
मैंने उसके एक दूध को अपने हाथ में भर कर कहा- एकदम सेब जैसे सख्त हैं बेबी … सच में हार्ड बूब्स!

दूध मिंजवाते ही वह सिहर उठी और उसके मुँह से एक कामुक आह निकल गई.

मैंने उससे कहा- हम लोग खाली क्लास में जरूर हैं लेकिन इधर कभी भी कोई भी आ सकता है!
वह मेरी बात का मतलब समझ गई और मेरे सीने से अलग हो गई.

उसके बाद हम दोनों क्लास से बाहर निकल कर एक खाली पार्क में आ गए और प्यार की बातें करने लगे.

वह अपनी चुदास मुझे बताने लगी कि उसकी टांगों के बीच में बहुत आग लग रही है और उसे जल्दी ही अपनी खुजली मिटवानी है.

मैंने कहा- मैं तुम्हारी खुजली मिटाने का कुछ इंतजाम करता हूँ.
वह हंसने लगी और मेरी गोदी में अपना सर छिपा कर हंसने लगी.

उसने जैसे ही मेरी टांगों में अपना मुँह लगाया कि तभी मेरे लंड ने अंगड़ाई ले ली और वह मेरे लंड को अपनी ठुड्डी से सहलाने लगी.

तभी मेरे फोन की घंटी बजने लगी तो मैंने फोन देखा. यह मेरी मम्मी का कॉल था.
मैंने फोन उठाते हुए कहा- हां मम्मी बताएं?

मम्मी ने बताया कि बेटा अभी तेरी मामी का फोन आया था और उन्होंने बताया है कि नानी की तबीयत खराब है. तू जल्दी से घर आ जा … हम लोग नानी के घर जाने का सोच रहे हैं.

मैंने समझ लिया कि मेरी जान की टांगों के बीच के छेद की खुजली मिटाने का सही अवसर आ गया है.
मैंने कहा- मम्मी मेरे यूनिट टेस्ट होने वाले हैं तो मैं आपके साथ जा नहीं पाऊंगा!

मम्मी बोलीं- अरे … यह तो मुझे मालूम ही नहीं था. चल अब हम लोगों का जाना तो जरूरी है ही. मैं तुमको घर पर अकेली छोड़ कर जाऊंगी, तू अपने खाने का मैनेज कर लेगा?
मैंने कहा- हां मां मैं वह सब देख लूँगा … आप मेरी तरफ से बेफिक्र रहना. वैसे मैं बस अभी घर आ ही रहा हूँ तो सारी बातें कर लेता हूँ.

इसके बाद फोन कट हो गया.

मैंने अपनी ताजी ताजी बनी जीएफ की आंखों में देखा और आंख दबा दी.

सुमन भी खुश हो गई.
मैंने उससे कल आठ बजे के बाद घर आ जाने की कह दी.

अगले दिन मेरे मम्मी-पापा और छोटा भाई नानी के घर जाने वाले थे.

अगले दिन सुबह सुबह घर के सब लोग चले गए और उनके जाते ही सुमन मेरे घर आ गई.

वह पढ़ने के बहाने मेरे घर आ गई थी.
मैंने उसे अन्दर बुला कर दरवाजा बंद किया और सारे पर्दे आदि अच्छे से डाल दिए.

हम दोनों मेरे कमरे में चले गए.

कमरे के अन्दर आते ही हम दोनों एक दूसरे पर टूट पड़े.

वह मेरे होंठों को चूसने लगी और मैं उसके मुँह में अपनी जीभ डालकर उसके मुँह का रस पीने लगा.

उसके बाद हम दोनों ने धीरे धीरे किस करते हुए एक दूसरे के सारे कपड़े उतार दिए.

जब मैंने सुमन को बिना कपड़ों के देखा, तो देखता ही रह गया.
क्या मस्त बॉडी थी … एकदम टाइट बॉडी! तने हुए दूध और तोप सी निकली हुई गांड देख कर मेरे लंड में आग लगने लगी.

मुझे तो ऐसा लगा जैसे मुझे काला सोना मिल गया हो.

जैसे ही मैंने उसके चूचे हाथ में लिए तो समझ में आया कि उसके दूध कितने कड़क थे.

मैंने उसके एक दूध को चूसने लगा और दूसरे को मसलने लगा.

कुछ देर तक मैंने उसके दोनों दूध चूसे और मसले.

उसके बाद उसने मुझसे कहा- तुम मेरी चूत को चूस लो प्लीज!

यह सुनकर मैंने उसे सीधा लेटा दिया और उसकी चूत को देखा.

उसकी चूत काली थी, पर उसके ऊपर झांट का एक बाल भी नहीं था!

शायद उसने सुबह उठने के बाद सबसे पहले आज की चुदाई को याद करके झांटों को साफ किया होगा.
चूत को चिकना करना बता रहा था कि वह चुदवाने के लिए कितनी बेचैन थी.

मैं उसकी चूत के पास अपने होंठ ले गया. उसकी चूत से आती कामुक महक ने मुझे मदहोश कर दिया.

मैं पागलों के जैसे उसकी चूत को चाटने लगा.
मैं कभी उसकी चूत को चाटता तो कभी उसकी चूत में जीभ डाल कर आगे पीछे करने लगता.

उसे भी अपनी चूत की चुसाई करवाने में बहुत मज़ा आ रहा था.
वह मेरे सर को पकड़ कर अपनी चूत पर दबा रही थी.

कुछ ही देर बाद उसका पानी निकल गया.
मैंने अपने मुँह में आए उसके चूत के रस को बड़े स्वाद से चाट लिया.

सारा रस चाट लेने के बाद भी मैं उसकी चूत को चाटने में लगा रहा.
वह ‘आहह आअहह’ की आवाज़ करती रही.

कुछ ही देर में उसकी चूत पुनः गर्म हो गई.
अब उसने कहा- यार अब और मत तड़फाओ … प्लीज अब मुझे चोद दो.

वह चुदाई की प्यासी हो रही थी पर मैं नहीं रुका, मैं उसके कड़क चूचों को दबाता हुआ चूत को चूसता ही रहा.
तभी उसके छेद से पेशाब निकल आई जो मेरे ऊपर आ गई.

उसकी थोड़ी सी पेशाब मेरे मुँह में भी गई.
पर उस वक्त तक मैं इतनी ज्यादा हवस में डूब गया था कि मुझे जरा सा भी फर्क नहीं पड़ा.
मैं उसकी पेशाब में नहा गया था और चूत को चाटने में लगा रहा था.
वह ‘आहह अहह उफ्फ़’ करती हुई पेशाब करने लगी.

फिर वह खुद उठी और उसने मेरे लंड को अपने मुँह में ले लिया.
वह मेरे लौड़े को चूसने लगी.

वह मेरे लौड़े को अपनी जीभ से कभी चाटती, तो कभी मुँह में भर कर चूसने लगती.
कभी अपने हाथ से मेरे टट्टे को सहलाती तो कभी जीभ की नोक से टट्टे को कुरेदने लगती.

दस मिनट तक लौड़े को पूरी मस्ती से चूसने के बाद उसके मुँह की गर्मी को मैं झेल नहीं पाया और उसके मुँह में ही झड़ गया.

वह मेरे लंड से निकले वीर्य के एक एक कतरे को बड़ी चाव से चाटती हुई पी गयी.

लंड के सारे रस को खा लेने के बाद भी वह बड़े प्यार से मेरे ढीली लौड़े को अपनी मुट्ठी से दबोच कर उसके मुँह पर अपनी जीभ फिराती रही.

मैंने उससे उसका इरादा पूछा तो वह बोली- मुझे भी तुम अपने गर्म पानी से नहला दो!

वह मेरे मूत्र से नहाना चाहती थी इसलिए वह लंड को मस्ती से चूसने में लगी रही.

नतीजा यह हुआ कि एक मिनट बाद ही मेरे लंड से गर्म पानी की धार निकलने लगी.
सुमन ने बड़ी मुहब्बत से मेरे मूत्र को पी लिया और वह अपने पूरे चेहरे को मूत्र से नहलाती रही.

मेरे लंड को वह पानी की लेजम सी समझ रही थी.
कभी वह अपने मम्मों को पेशाब से नहालाने लगती तो कभी मूत्र पीने लगती.

सच कह रहा हूँ उस वक्त वह मुझे इतनी हॉट लग रही थी कि मूतने के बाद मैंने उसको अपनी बांहों में भर लिया और हम दोनों एक दूसरे को चूमने में खो गए.
मैं अपने ही मूत्र का स्वाद उसके मम्मों को चूस चाट कर लेने लगा था.

इस सबको को देखते ही देखते मेरा लौड़ा फिर से टनटनाने लगा और अकड़ कर खड़ा हो गया.
सुमन ने कहा- राजा, आज जैसा मज़ा मुझे कभी नहीं आया.

मैंने कहा- मुझे तो यह सब कभी मिला ही नहीं था, पर आज मैं तुझे आसमान की सैर ज़रूर करवाऊंगा.
वह बोली- जरूर मेरी जान. अब जल्दी से मुझे चोद कर मेरी खुजली मिटा दो.

मैंने उसे लेटा दिया और उसकी टांगों को अपने कंधे पर रख कर उसकी चूत पर लंड लगा दिया.
फिर एक ही करारे धक्के में पूरा लंड चूत के अन्दर उतार दिया.

उसकी एकदम से आआहह निकली.
हालांकि वह पहले भी चुदाई का आनन्द ले चुकी थी इसलिए उसे मेरे लंड से कोई तकलीफ नहीं हुई.

मैंने पूरा लंड अन्दर पेला और आराम आराम से अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया.
वह काम की मस्ती में ‘आहह अहह’ करने लगी.

अचानक से उसने कहा- साले तेज़ी से चोद न … चाहे तो चोद चोद कर चूत फाड़ दे मेरी … पर ताबड़तोड़ चोद मुझे!

मैंने भी उसे तेज़ी से चोदना शुरू कर दिया.
वह आहह आअहह करती हुई चुदवाती रही.

उसके कड़क चूचे पकड़ कर मैंने उसे कुछ मिनट तक बहुत तेज़ी से चोदा.

उसके बाद मैंने उसे अपने लंड के ऊपर आने को कहा.

वह आ गई और मेरे लंड को एक बार मुँह में लेकर अपने थूक से गीला करके उस पर बैठ गई.

मेरा लंड उसकी गर्म चूत की भट्टी में अन्दर तक घुसता चला गया.

उसे भी लंड की सख्ती महसूस हुई और कुछ पल बाद उसने मेरे लंड पर कूदना शुरू किया.
कमरे में फॅक फॅक की आवाजें आ रही थीं, जिससे उसकी ‘आअहह … उफ्फ़ मज़ा आ गया मेरे यार!’ की आवाजें मुझे अतिकामुक कर रही थीं.

हम दोनों ऐसे ही तेज रफ्तार से चुदाई करते रहे.

कुछ मिनट बाद उसका पानी निकल गया और वह लौड़े से उतर गई.

मैंने उसे पकड़ा और डॉगी स्टाइल में उसकी चूत चोदने लगा.

वह बोली- आह कुत्ते रुक तो जा मादरचोद … जरा सांस तो ले लेने देता!
मैंने कहा- अभी रुक जा रंडी … मेरा भी हो जाने दे!

मैंने काफी देर तक उसे लगातार चोदा और उसकी काली चूत को अपने सफ़ेद माल से भर दिया.

हम दोनों ऐसे ही नंगे लेट गए और चुदाई की थकान की अधिकता से सो गए.

दो घंटे बाद मेरी नींद खुली तो देखा वह अपनी टांगें फैलाए नंगी पड़ी थी.

मैंने उसे उठाया तो वह बोली- मेरी जान, इतना मज़ा कभी नहीं आया. अब से बस तू ही मुझे चोदा करेगा …. आज से मैं बस तेरी हूँ.

हम दोनों ने किस किया और उठ गए.

वह कपड़े पहन कर चली गई.
जाते वक्त वह अपनी पैंटी मेरे लिए छोड़ गई.

इसके बाद हम दोनों ने कई बार चुदाई का मज़ा लिया.

फ्रेंड्स, मुझे उम्मीद है कि आपको इस काली चूत की चुदाई की कहानी को पढ़ कर मज़ा आया होगा.
अपने कमेंट्स में जरूर बताएं कि आपको काली चूत की चुदाई कहानी कैसी लगी.
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