इंडियन GF चुसदाई स्टोरी में गाँव की शादी में मैंने एक लड़की को देखा. उसका मस्त फिगर देख मेरा लंड तुरंत खड़ा हो गया. मैंने उसे कैसे सेट किया और फिर होटल के कमरे में कैसे चोदा?
दोस्तो, आप सभी कैसे हैं?
मेरा नाम नवीन है और मैं दिल्ली में रहता हूँ.
मेरी हाइट 5 फीट 8 इंच है, गोरा रंग और मेरा लंड 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है, जो किसी भी चूत को तृप्त करने के लिए काफी है.
ये इंडियन GF चुदाई स्टोरी मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड सीमा (बदला हुआ नाम) की है, जो एक ऐसी गर्म चुदाई की दास्तान है, जो आपके लंड और चूत को गीला कर देगी.
सन 2020 में मेरे गांव में एक शादी थी, जहां मैंने पहली बार सीमा को देखा.
वह एक कुर्सी पर बैठी थी और उसका फिगर इतना मस्त था कि मेरा लंड तुरंत खड़ा हो गया.
उसकी हाइट 5 फीट 6 इंच और फिगर 30-28-32 का एकदम कातिलाना.
उसने लाल रंग का सूट पहना था, जिसमें उसकी चूचियां और गांड इतनी सेक्सी लग रही थीं कि मैं बस उसे चोदने के सपने देखने लगा.
मैंने बहुत हिम्मत जुटाई कि किसी तरह से उससे बात कर सकूँ.
लेकिन मेरी हिम्मत ही न हो सकी.
मैं बस यूं ही सारा समय उसे चोरी-चोरी देखता रहा.
शादी खत्म होने के बाद मैंने गांव की कुछ लड़कियों से सीमा के बारे में पता किया.
उनमें से एक लड़की उसकी सहेली थी.
उसी ने सीमा को मेरे बारे में बताया कि मैं उससे बात करना चाहता हूँ.
पहले तो सीमा ने मुझसे बात करने से मना कर दिया.
लेकिन मेरे बार-बार कोशिश करने पर उसने अपनी सहेली से इतना कहा कि मैं उससे फेसबुक पर जुड़ सकती हूँ.
जब मैंने यह जाना तो झट से उसकी फ़ेसबुक आईडी खोज निकाली और उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी.
उसने भी तत्काल मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली.
मैंने उसे मैसेज किया- हैलो, मुझे तुमसे दोस्ती करनी है. क्या तुम मुझे अपने बारे में कुछ बताओगी?
उसका जवाब कुछ देर से आया- हाय, तुम मेरे बारे में क्यों पूछ रहे हो?
मैंने कहा- मुझे तुमसे बात करनी है, तुम बहुत खूबसूरत हो.
पहले उसने मना किया लेकिन मेरे जिद करने पर वह बात करने को राजी हो गई.
उसने साफ साफ कह दिया कि मैं सिर्फ बात करने को राजी हुई हूँ … तुम मुझसे इससे ज्यादा की कोई उम्मीद नहीं रखना.
मैंने हामी भर दी.
धीरे-धीरे हमारी चैट शुरू हुई.
एक दिन उसने फेसबुक पर अपनी फोटो डाली जिसमें उसकी ब्रा का स्ट्रैप दिख रहा था.
मैंने उसे मजाक में बताया, तो उसने झट से फोटो हटा दी.
उस दिन वह मुझसे पूछने लगी कि तुमको मेरी उस फ़ोटो से इतना ऐतराज क्यों था कि तुमने मुझसे ही कह दिया?
मैंने कहा- मुझे ऐसा लगा कि तुम्हारी ब्रा फ़ोटो में नहीं दिखनी चाहिए इसलिए मैंने कह दिया. यदि तुमको यह लगता है कि मैंने गलत कहा तो तुम अपनी फ़ोटो न हटातीं!
वह कुछ नहीं बोली.
पर उसको मेरा यह टोकन ऐसा लगा जैसे कोई पति अपनी पत्नी की इज्जत को ढकना चाहता हो!
वह मुझसे अब नजदीकियां बढ़ाने लगी थी और मैं भी उससे करीब होता गया.
एक दिन मैंने उससे कहा- क्या तुम मुझे गैर समझती हो?
वह बोली- ऐसा क्या हो गया यार कि तुम इस तरह से बोल रहे हो!
मैंने कहा- मुझे अभी तक तुमने अपना फोन नंबर ही नहीं दिया है इसलिए मैंने सोचा कि तुमसे पूछ लूँ और उसी मुताबिक तुमसे बात करूं!
वह एकदम से शर्मिंदा हो गई और उसने अपना नंबर लिखते हुए कहा- मैं तुम्हारे फोन का इंतजार कर रही हूँ.
मैं खुश हो गया और मैंने झट से उसे फोन लगा कर कह दिया- सीमा आई लव यू!
वह अवाक हो गई और कुछ नहीं बोली.
मैंने कहा- जल्दी नहीं है यार तुम अपना समय लो और तब बता देना! मुझे इंतजार रहेगा.
कुछ देर बाद उसने मुझे आई लव यू तो कहा.
पर साथ में यह भी कह दिया कि हम दोनों का प्यार किस अंजाम तक पहुंचेगा, इसकी जानकारी मुझे नहीं है.
मैंने कहा- आगे तो बढ़ने दो पहले … फिर अंजाम देखेंगे!
वह राजी हो गई और हम दोनों की बातें फेसबुक से व्हाट्सएप पर शिफ्ट हो गईं.
अब हमारी दोस्ती प्यार में बदल गई.
मैं हर रात उसकी चूचियों और चूत के बारे में सोचकर लंड हिलाता था.
धीरे धीरे हम दोनों खुल कर बातें करने लगे और वह मेरे साथ फ्रेंक होती गई.
एक दिन हमने मिलने का प्लान बनाया.
मैं उसे लेने उसके घर के पास गया.
वह लाल सूट में आई और उसके मम्मों की उभार देखकर मेरा लंड तुरंत टाइट हो गया.
हम बाइक पर घूम रहे थे, तभी बारिश शुरू हो गई.
मैंने बाइक एक पार्क के पास रोकी और हम पार्क में चले गए.
बारिश में भीगने की वजह से उसका सूट बदन से चिपक गया और उसकी चूचियां और गांड साफ दिखने लगी.
हम दोनों एक बेंच पर बैठ गए.
वह बोली- मुझे सर्दी लग रही है.
मैंने उसका हाथ पकड़ लिया.
वह मुझसे चिपक गई.
उसकी तरफ से रजामंदी सी देख कर मैंने उसे किस करने की कोशिश की.
लेकिन उसने मुझे हर बार धक्का दे दिया.
उस दिन कुछ नहीं हुआ और मैंने उसे घर छोड़ दिया.
रात को मैंने उसकी चूत और मम्मों के बारे में सोचकर दो बार लंड हिलाया.
अगले दिन मैंने उसे कॉल किया.
मैंने कहा- कल तुमने तो एक किस भी नहीं करने दी.
उसने कहा- पार्क में किस करना मुझे ठीक नहीं लगा.
मैंने कहा- चलो, कहीं प्राइवेट में मिलते हैं. मैं वादा करता हूँ, लिमिट में रहूँगा.
उसने कहा- ठीक है, मैं सोचकर बताती हूँ.
अगले दिन जब उससे बात हुई तो वह बोली- मैं शहर जा रही हूँ क्या तुम मुझे शहर में मिल सकते हो?
मैंने कहा- तुम किसके साथ शहर जा रही हो?
वह बोली- बस से जाऊंगी.
मैंने कहा- मेरे साथ बाइक से चलो!
वह बोली- नहीं, मैं ऐसा नहीं कर सकती!
मैंने कहा- अच्छा तुम बस से जाना लेकिन एक स्टॉप के बाद उतर जाना. उधर से मैं तुम्हें बाइक पर ले चलूँगा.
इस बात पर वह राजी हो गई.
शहर ले जाकर उसने अपना काम किया फिर मैं उसे एक फिल्म दिखाने ले गया और अन्दर टॉकीज में वह मुझसे चिपक कर बैठ गई.
मैंने उधर उससे किस मांगा तो वह सहजता से मेरे होंठों से होंठ लगा कर किस करने लगी.
उस दिन मैंने उसके दूध भी दबाए और चुत में उंगली भी की.
वह मेरे साथ एकदम सहज थी और उसे भी मेरे लंड को सहलाने में मजा आ रहा था.
मैंने उससे कहा भी कि चूस लो!
वह हंस दी और उसने मना कर दिया.
मैंने भी सोचा कि आज लंड सहलाया है कल तुम इसे चूसोगी भी!
अब हम दोनों एक दूसरे से चुदाई के लिए रेडी से हो गए थे.
पर अभी तक उसने मुझसे कहा नहीं था कि मुझे चोद दो.
उसके बाद मैंने उसे तीन बार शहर ले जाकर अलग अलग सिनेमा घरों में अपने साथ मजा करवाया.
आखिरी बार मैंने ही उससे कहा- जान अब रहा नहीं जाता!
वह बोली- हां मुझसे भी नहीं रहा जाता!
मैंने कहा- तो चलो कहीं किसी कमरे में चलते हैं.
उसने हां कर दी और मैंने OYO में रूम बुक करने का प्लान बनाया.
दो दिन बाद मैंने ऑफिस से छुट्टी ली और सीमा को भी बता दिया.
हम दोनों शहर में आ गए और मैंने OYO ऐप से रूम बुक कर लिया.
होटल के रिसेप्शन पर डॉक्यूमेंट वेरिफाई करके हम रूम में पहुंचे.
मैं तो कब से सोच रहा था कि आज सीमा की चूत और गांड को जमकर चोदूँगा.
रूम में हम बेड पर बैठकर बातें करने लगे.
मैंने उसे हग किया और अपनी बांहों में जकड़ लिया.
फिर मैंने उसे किस करना शुरू किया और इस बार वह भी मेरा साथ देने लगी.
उसकी जीभ मेरे मुँह में थी और मैं उसकी चूचियों को ब्रा के ऊपर से दबाने लगा.
वह सिसकारियां भरने लगी- आह्ह … नवीन … आह्ह …
मैंने उसका शर्ट उतार दिया और उसकी चूचियों को ब्रा के ऊपर से चूसने लगा.
उसकी सिसकारियां और तेज हो गईं.
मैंने अपना हाथ उसकी जींस के ऊपर से उसकी चूत पर रखा लेकिन उसने मेरा हाथ हटा दिया.
मैंने फिर से कोशिश की लेकिन वह हर बार मना करती रही.
आखिरकार तीसरी बार में उसने मेरा हाथ नहीं हटाया.
मैंने मौका देखकर उसकी जींस का बटन खोला और सीधा उसकी चूत पर हाथ ले गया.
उसकी चूत इतनी गीली थी कि मेरी उंगलियां आसानी से अन्दर चली गईं.
वह सिसकार उठी- आह्ह … नवीन … धीरे!
मैंने उसकी जींस और पैंटी उतार कर अलग कर दी और उसकी चूत को चाटने लगा.
उसकी चूत का स्वाद इतना मस्त था कि मैं पागल हो गया.
वह भी अपनी गांड उठाती हुई चिल्ला रही थी- आह्ह … नवीन … चूसो मेरी चूत … आह्ह … मर गई.
फिर मैंने अपनी जींस उतारी और उसे मेरा लंड चूसने को कहा.
पहले तो उसने मना किया लेकिन मैंने कहा- आंखें बंद करो और सोचो कि तुम आइसक्रीम खा रही हो.
उसने मेरा सवा सात इंच का लंड मुँह में लिया और चूसने लगी.
मैंने उसके सिर को पकड़कर पूरा लंड उसके गले तक ठूँस दिया.
वह गों-गों की आवाजें निकाल रही थी लेकिन मैंने उसे चूसने दिया.
फिर मैंने उसे बेड पर लिटाया और उसकी चूत में अपना लंड डाल दिया.
उसकी चूत इतनी टाइट थी कि उसे दर्द हुआ और वह मना करने लगी.
मैंने थोड़ा रुका और जब उसका दर्द कम हुआ, तो मैंने उसकी चुदाई शुरू कर दी.
इंडियन GF चुदाई में वह कुछ ही देर में मस्त हो गई और गांड उठा उठा कर लंड अन्दर तक पेलने की कहने लगी.
मैंने उसके एक दूध को मुँह में भरा और खींचते हुए उसकी चुत की माँ चोदना चालू कर दी.
अब वह गाली बकने लगी- आह आह मादरचोद … साले तूने मुझे चोद ही दिया आह … बहन के लौड़े मैंने बहुत कोशिश की कि चुत नहीं चुदवाऊं … पर तूने मुझे अपनी बातों में फंसा ही लिया!
मैं भी कहने लगा- जान … मेरा प्यार सच्चा है तभी तो ऊपर वाले ने मुझे तेरी चुत चुदाई का अवसर दिया है!
वह हंस कर कहने लगी- साले भोसड़ी के … चुत चुदाई में सच्चा प्यार नहीं होता. सच्चा प्यार तो अपनी दोस्त को दिल का सुख देना होता है!
मैंने कहा- हां तो तू बता न कि तुझे दिल से खुशी नहीं हो रही है क्या?
वह बोली- तू सच में मादरचोद है लेकिन बड़ा प्यारा है!
इन्हीं सब बातों के बीच वह झड़ गई और मुझसे रुकने का कहने लगी.
मैं रुक गया और उसके बाद मैंने उसे वापस से चोदना चालू कर दिया.
मैंने उसे अलग-अलग स्टाइल में चोदा.
मिशनरी, डॉगी स्टाइल और काउगर्ल.
उसकी चूचियां उछल रही थीं और वह चिल्ला रही थी- आह्ह … नवीन … चोदो मुझे … फाड़ दो मेरी चूत … आह..
आखिरी में मैंने उसकी चूत को अपने माल से भर दिया.
उस दिन मैंने उसे दो बार चोदा और हर बार उसकी चूत और मम्मों को जमकर मसला.
कमरे से चेकआउट करने के बाद मैंने उसे घर छोड़ दिया.
वह अब मुझसे खूब खुल कर चुदवाती है.
उम्मीद है, आपको मेरी और सीमा की इस चुदाई की कहानी पसंद आई होगी.
अगली बार मैं बताऊंगा कि कैसे मैंने उसकी गांड मारी और उसे और भी मस्त तरीके से चोदा.
थैंक्यू!
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