मैंने अपनी बुर में पहला लंड कैसे लिया- 1

हिंदी कॉलेज सेक्स कहानी मेरी है. मैं एक हसीन माल हूँ. मैं किसी अच्छे से लड़के की खोज में थी अपनी कुंवारी बुर में लंड डलवाने का मजा लेने के लिए.

दोस्तो, मेरा नाम शनाया है, मेरी उम्र अभी 23 साल की है. मैं दिखने में एक हसीन माल हूँ. मैंने बहुत सारे लड़कों को अपनी जवानी का गुलाम बनाया है.

मेरे कामुक फिगर और बड़े बड़े मम्मों की वजह से मैं बहुत सुंदर और गर्म माल लगती हूँ. मेरे पीछे लौंडे लंड उठाए घूमते हैं.
मुझे भी उन्हें अपनी तरफ आकर्षित करने में मजा आता है. फिर जो मुझे पटा लेता है, उसके साथ मैं अपनी चुत खोल कर चुदाई का मजा भी ले लेती हूँ.

आज मैं जो हिंदी कॉलेज सेक्स कहानी लिख रही हूँ … वो मेरी पहली की चुदाई की कहानी है.

मेरी पहली चुदाई जब हुई थी, तब मैं 20 साल की थी. इसलिए ये घटना 3 साल पहले की है.

हालांकि चुदने से पहले मैंने अपना ब्वॉयफ्रेंड बालिग़ होते ही बना लिया था. उस समय में एक कमसिन और सामान्य फिगर वाली लड़की थी.

बालिग़ होते ही मेरे दिमाग में ब्वॉयफ्रेंड बनाने का जुनून सवार हो गया था क्योंकि मेरी सभी सहेलियों के ब्वॉयफ्रेंड थे.
वो सब अपने ब्वॉयफ्रेंड्स की बातें करती थीं तो मुझे लगता था कि मुझे भी एक यार बना लेना चाहिए.

मैंने अपने इर्द-गिर्द देखना शुरू किया, तो मुझे मालूम चला कि ऐसे बहुत से लड़के हैं, जिनमें से किसी को भी अपना ब्वॉयफ्रेंड बनाया जा सकता था.

मैंने लड़कों को लिफ्ट देनी शुरू की तो मुझे बहुत से लड़कों के प्रोपोजल आने लगे थे.
लेकिन मैं अभी भी सभी को नजरअंदाज करती गई.
मैं किसी अच्छे से लड़के की खोज में थी.

मेरी कॉलोनी में एक शैंकी नाम का लड़का था.
उसकी उम्र 22 साल की थी. वो मुझे बहुत अच्छा लगता था.

मुझे शैंकी अक्सर उसकी छत पर दिखता था.
मैंने अपनी नजरें उस पर चलाना शुरू कर दीं.
वो भी मुझे देखता रहता था.

दरअसल वो एक बहुत चालू चीज था. मैं उसकी छटवीं नम्बर की गर्लफ्रेंड बनी थी, ये मुझे बाद में पता चला था.

देखते ही देखते, कुछ दिनों में हम दोनों का फोन नंबर एक दूसरे के पास आ गया.
मेरी उससे बात होने लगी.

तीन महीने में ही बातों बातों में उसने मुझे फंसा लिया और मैं उसकी सैटिंग बन गई.

हम दोनों को प्यार की बातें करते हुए अब एक साल हो गया था मगर अब तक हम दोनों में किस भी नहीं हुई थी.

इसी बीच उसका बर्थडे भी आकर निकल गया.
उसके बहुत कहने पर भी मैंने उसको किस नहीं करने दिया.

उसने भी कुछ नहीं कहा और हम दोनों जुड़े रहे.

अब हम दोनों फोन सेक्स भी करने लगे थे. रात रात भर गंदी गंदी बातें होने लगीं.

मुझे वो पोर्न चुदाई वाली वीडियो भेजने लगा … और अक्सर यही कहता रहा कि एक दिन तुम भी मुझसे ऐसे ही करोगी और मैं भी तुम्हारे साथ ये सब करूंगा.
मैं उसकी बातों को हंस कर टाल देती थी.

लेकिन उसकी भेजी उन वीडियो क्लिप्स का खूब मजा लेती.
सेक्स वीडियो देख कर मैं अपनी चुत सहलाने लगती थी.
इससे मेरी चूत रस छोड़ कर चिकनी हो जाती थी.

मगर ये सब न तो शैंकी को बताया और न ही अपनी किसी सहेली को बताया.

मेरी सभी सहेलियों में सबकी चुदाई हो चुकी थी लेकिन मैं अभी तक कुंवारी थी. मेरी चुत में अन्दर तक उंगली भी नहीं गई थी.
कभी कभार मैं सिर्फ अपनी चुत के दाने को मसल लेती थी.

शैंकी को भी मैंने उसके मन का करने नहीं दिया था.

अब मैं 20 साल की हो गई थी.
सहेलियों की चुदाई की बातें सुनकर मेरी भी चुदने की इच्छा होती थी लेकिन उनके दर्द की दास्तान सुनकर मेरी हिम्मत नहीं होती थी कि मैं भी अपनी चुत में लंड ले लूं.

मेरी एक अच्छी सहेली थी, उसने भी मुझे बताया था कि पहली बार में चुत फटने पर खून निकलता है और काफी दर्द होता है … चाल बदल जाती है.
ये सब बातें मुझे चुदने से रोक देती थीं.

अब शैंकी का बर्थडे फिर से आ गया था.

उसने मुझसे पूछा- तुम मुझे क्या गिफ्ट दोगी.
तो मैंने उससे कहा- तुम जो मांगोगे, मैं दे दूँगी.

लेकिन ये कह देना मेरी सबसे बड़ी गलती साबित हुई थी.
शैंकी ने मुझसे इस बात का वादा करवा लिया कि तुम अपने वादे से मुकरोगी नहीं.

अब चूंकि मैं भी उसको बहुत प्यार करने लगी थी तो मैंने भी उसको जुबान दे दी.

उस रात उसने मुझसे वो सब कहा जिसके लिए मैं उसे मना कर देती थी.
उसने मुझे उसी रात चुदाई करवाने के लिए कहा.

हम दोनों बहुत घुल-मिल चुके थे इसलिए उसने सीधे मुझसे कह दिया कि मैं तुम्हें आज चोदना चाहता हूँ.

उसकी बात सुनकर मैं एक बार को झिझक उठी.

उसी समय मैंने अपनी सहेली को फोन करके ये सब बताया.

उसने मुझे हिम्मत दी और कहा- देखो शनाया किसी न किसी दिन तुम्हें चुदना ही पड़ेगा, चाहे तुम कुछ भी कर लो. इसलिए ये मौका सही है, कुछ नहीं होगा. शैंकी तुम्हारा प्यार है. तुमको कभी न कभी तुम्हें ये दर्द मिलना ही है, तो आज ही अपने लवर से ये दर्द झेल लो.

अपनी सहेली की बात में दम जानकर मैंने चुदने का मन बना लिया और शैंकी को वीडियो काल करके उसकी तरफ देख मुस्कुरा दी.

मेरी मीठी मुस्कान देख कर वो समझ गया कि मेरी तरफ से हां है.

उसने मुझसे कहा- मेरा एक दूसरा फ्लैट है, हम वहीं चलते हैं. दोनों सुकून से उधर प्यार करेंगे.
मैं मान गई और शैंकी के साथ चली गई.

मेरे मन में चुदाई का डर तो था, पर अब मैंने मन बना लिया था कि ये दर्द अपनाना ही है.

मैं शैंकी के लंड के आकार से अब तक अनजान थी. उसने कभी मुझे अपना लंड ही नहीं दिखाया था और मैंने उसको कभी कहा भी नहीं था.

मैंने अपनी सहेलियों से अपने घर बात करवा दी और कह दिया कि कल सुबह आऊंगी, आज सहेली के जन्मदिन की लेट नाईट पार्टी है.

और मैं शाम को ही शैंकी के साथ चली गई.

वो मुझे पहले मॉल वगैरा घुमाता रहा, हमने खाना खाया.
उसके बाद वो मुझे अपने फ्लैट पर ले गया.

वहां पहुंच कर मेरे मन में यही बात बार बार आ रही थी कि शैंकी का लंड न जाने कितना बड़ा होगा. कहीं मूसल सा हुआ, तो मैं मर तो नहीं जाऊंगी. मुझे कल घर भी जाना है, किसी को पता तो नहीं चल जाएगा.

मैं यही सब सोच रही थी.

तभी शैंकी ने मुझे बातों में लगा लिया और मैंने उससे कहा कि जान मुझे डर लग रहा है.

उसने मुझसे कहा कि मैं इसमें बहुत एक्सपीरियंस वाला हूँ. मेरी उम्र 24 साल ऐसे ही नहीं हो गई है. तुमसे पहले मैं अपनी भाभी की बहन को और अपनी 5 गर्लफ्रेंड को चोद चुका हूं.

मेरे मन को यह सब सुनकर काफी बुरा लगा लेकिन चुदने के लिए अब मेरा भी मन कर रहा था तो मैंने कुछ नहीं कहा.
फिर मेरी चूत में लंड तो मुझे डलवाना ही था.

मैं बाथरूम गई.
वहां से वापस आई, तो शैंकी बिस्तर पर लेटा हुआ हाथ से अपनी पैंट के ऊपर से ही खड़े लंड पर फेर रहा था और उसको सहला रहा था.

उसने मुझे पास बुला कर बिठाया और किस करने को पास आ गया.
मुझे पकड़ कर उसने किस करना शुरू कर दिया.

मैं अपने इस पहले रोमांस को यादगार और अच्छा बनाना चाहती थी.
भले ही मेरे मन में चुदाई का डर था, लेकिन मैं ये पहला दर्द और पहला मजा लेने को तैयार थी.

मैं रोमांटिक सीन के जैसे उठी और शैंकी के पैरों पर बैठ गई.
अब मैं उससे ऊपर हो गई और उसका मुँह ऊपर था. उसके मुँह पर मेरा मुँह झुक गया था. मेरे बाल उसके चेहरे पर आ गए थे.

उसने मेरे बालों को अपने हाथों से ऊपर कर दिया. मैंने भी उसके कानों के पास हाथ ले जाकर उसको पकड़ा और किस करने लगी.
आज मुझे भी शैंकी को किस करने में मजा आने लगा था.

शैंकी जल्दी जल्दी मेरे होंठों को चूस रहा था.
मैं भी उसका साथ दे रही थी.

कुछ देर के बाद शैंकी ने अपने हाथ मेरे मम्मों पर रख दिए.
मैं कपड़े पहने थी तो उस समय मुझे कुछ अच्छा नहीं लगा लेकिन वो बेपरवाह होकर मेरी चूचियों को हल्के हल्के से मसलने लगा.

मैं शैंकी को किस किए जा रही थी.

कुछ देर बाद उसने मेरे कपड़े उतार दिए और ब्रा भी निकाल दी.
मैं उस समय उसको मना ही न कर सकी.

शैंकी के सामने मेरे खुले सफेद मम्मे फुदकने लगे थे.
उसने अपने हाथों में मेरे दोनों दूध पकड़ लिए थे.

अचानक से मुझे नीचे अपनी टांगों के बीच में कुछ महसूस होने लगा तो मेरा ध्यान वहां चला गया.
वो उसका लंड था … जो बहुत ही कड़क हो चुका था.

शैंकी ने बताया कि उसका लंड दो महीनों से भूखा है.
इसका मतलब ये था कि शैंकी ने दो महीने पहले ही किसी को चोदा था.

मैं अब इन सब बातों को नजरअंदाज करके बस शैंकी को किस कर रही थी.

वो मेरी चुचियों के निप्पल मींजने लगा.
मुझे दर्द हुआ तो मैंने उसके होंठों पर काट लिया.

वो हंस पड़ा और उसने मेरे निप्पल छोड़ दिए. फिर उसने मेरा हाथ पकड़ कर चड्डी के ऊपर से ही अपने लंड पर रख दिया.

मैं अपने हाथ में शैंकी के लंड का स्पर्श पाकर एकदम से झनझना उठी.
उधर शैंकी ने फिर से मेरे एक मम्मे को अपने मुँह में ले लिया था और वो उसे चूसने लगा था.

मुझे अपने निप्पल चुसवाने में अपार आनन्द आने लगा था और उसी पल उसके लंड ने मेरे हाथ की गर्मी पाकर एक ठुमकी मारी.

जैसे ही मेरे हाथ में उसके उस बड़े और मोटे लंड का अहसास जागा, मेरे मन में यही विचार आया कि ये लंड है या कोई बेसबॉल का बल्ला है.

उसने मेरा हाथ पकड़ कर अब अपनी चड्डी के अन्दर कर दिया.

अब तो मैं और चकित रह गई थी. उसका लंड मेरे हाथ में पकड़ ही नहीं आ रहा था.
मेरे यार का लंड बहुत गर्म था और लंड के आगे वाले टोपे पर थोड़ा थोड़ा चिपचिपा भी लग रहा था.

उसी समय उसने मेरे दोनों मम्मों को बारी बारी से चूसना तेज कर दिया.
वो किसी बच्चे की तरह मेरे दोनों दूध चूसे जा रहा था.

फिर उसने एक पल के लिए रुक कर मेरी तरफ देखा और दोनों के ही सारे कपड़े उतार दिए.
उसने मेरी पैंटी भी उतार दी थी.

मेरी नई नवेली चिकनी चूत उसके सामने खुल गई थी.

उसने मुझसे कहा- सन्नो, तुम्हारी तो बड़ी चिकनी चूत है.
मुझे यह सुनकर बहुत अच्छा लगा.

उसने कहा- मैं इसको चूमना चाहता हूँ.

मैं कुछ न कह सकी और उसने अपनी बांहों में भरकर मुझे बेड पर लिटा दिया.

मुझे शैंकी की बांहों में बड़ा मादक लग रहा था, तब भी अन्दर ही अन्दर एक डर भी लग रहा था.

दोस्तो, अपनी पहली चुदाई की हिंदी कॉलेज सेक्स कहानी को मैं अगले भाग में पूरा करूंगी. आप मुझे अपने प्यार भरे मेल जरूर भेजें.
आपकी शनाया राजपूत
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हिंदी कॉलेज सेक्स कहानी का अगला भाग: मैंने अपनी बुर में पहला लंड कैसे लिया- 2