गांड सेक्स ऐनल फक कहानी में मैं अपनी मुंह बोली बहन की चुदाई कर चुका था. वह मेरे साथ रह रही थी तो हम साथ में नहाने गए. वहां उसकी गांड में साबुन लगा कर मैंने लंड गांड के छेद पर लगा दिया.
मैं आपका अहमर खान अपनी मुंह बोली बहन की चुदाई कहानी के आगे की घटना लेकर आपके सामने फिर से आ गया हूं.
इस बार आपको पता चलेगा कि इल्मा के साथ साथ मैंने उसकी सहेली कोमल को भी चोदा।
अब तक की कहानी
मुंह बोली बहन मेरे फ्लैट पर रहने आई
में आपने अब तक पढ़ा के हम दोनों पहली चुदाई कर के एक दूसरे से चिपक के से गए थे.
अब आगे गांड सेक्स ऐनल फक कहानी:
अगले दिन सुबह सुबह मुझे कुछ गीला गीला महसूस हुआ जिससे मेरी आंख खुली.
तो मैंने देखा कि इल्मा बड़े मज़े से मेरा लंड चूस रही थी.
वह लंड चूसने में पूरी तरह से मगन थी.
मैंने टाइम देखा तो सुबह के 11:30 बजे थे।
तब मैंने इल्मा के बालों में हाथ फेरते हुए उससे कहा- इल्मा, अकेली अकेली सुबह का नाश्ता कर रही हो तुम!
मेरी बात का मतलब वह समझ गई और मेरी तरफ देख के मुस्कुराई और लंड चूसते चूसते ही मेरे ऊपर 69 पोजीशन में आ गई.
अब मैं उसकी मस्त गुलाबी पंखुड़ीदार चूत को बड़े मज़े से चाट रहा था और वह मेरे लंड को मुंह में पूरा अंदर तक लेकर चूस रही थी.
10 मिनट बाद इल्मा की चूत ने पानी छोड़ दिया जिसे मैं स्वाद लेकर पी गया.
और अगले ही पल मेरा माल भी इल्मा के मुंह में ही छूट गया.
वह भी मेरे माल को पूरा गटक गई और लंड को चाटने लगी।
थोड़ी देर बाद वह उठकर बाथरूम चली गई, करीब बीस मिनट बाद वह नहा कर सिर्फ तौलिया लपेट के बाहर आ गई और मुझसे बोली- भाई नहा ले जाकर … मैं नाश्ता बनाती हूं.
मैं भी उठ के ऐसे नंगे ही नहाने बाथरूम में चला गया और कुछ मिनट में मैं भी नहा कर सिर्फ तौलिया ही लपेट के बाहर आ गया.
तब तक इल्मा नाश्ता बना चुकी थी.
हम दोनों ने साथ में नाश्ता किया.
फिर वह किचन में सारा सामान वापस रखने चली गई।
मैं भी उसके पीछे पीछे किचन में गया और मैंने उससे पूछा- अब क्या प्लान है?
तो वह बोली- जो तुम बताओ?
मैंने कहा- चलो अब सो लेते हैं थोड़ा!
तो वह बोली- अभी तो सोकर उठे हैं!
मैंने कहा- हम रात भर जाग के चुदाई करते रहे हैं इसलिए थोड़ा और सो लेना चाहिए. क्योंकि आज रात भी मैं तुम्हें सोने नहीं दूंगा.
इस पर उसने मेरी तरफ कातिलाना नज़रों से देखा और मुस्कुराती हुई बोली- चलो तो फिर थोड़ी देर सो जाते हैं।
उसके यह कहते ही मैंने उसे तुरंत अपनी गोद में उठाया और बेडरूम में लेजा कर बेड पर लिटा दिया और खुद भी बेड पर आ गया.
अब मैंने हम दोनों के बदन पर लिपटा हुए तौलिये उतार कर एक साइड में पड़ी हुई कुर्सी पर रख दिए.
मेरे ऐसा करते ही इल्मा ने तुरंत ही मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए और मेरे होंठों को चूसने लगी.
मैं भी उसका साथ देने लगा.
कुछ देर किस करते करते हम लोग सो गए।
फिर जब मेरी आंख खुली तो टाइम देखा.
शाम के 5 बज चुके थे, इल्मा अभी सोई हुई थी.
मैंने उसके बूब्स दबाए जिससे वह थोड़ी देर में ही कसमसा के उठ गई.
हम दोनों थोड़ी देर किस करते रहे.
फिर इल्मा बोली- अब कौन से तरीके से चोदोगे मुझे?
तो मैंने उससे कहा- अब बाथरूम सेक्स करेंगे अगर तुम राज़ी हो तो!
इस पर वह बोली- भाई, तुमने मुझे अपने लंड का दीवाना बना दिया है, अब तुम जहां कहोगे जैसे कहोगे, मैं तुमसे हर तरह से चुदने को तैयार हूं।
उसके इतना कहते ही मैंने उसे गोद में उठाया और हम बाथरूम चले गए.
हम दोनों नंगे ही थे.
मैंने शावर ऑन किया और हम दोनों शावर के नीचे खड़े होकर नहाने लगे.
हम दोनों पागलों की तरह किस करने लगे, एक दूसरे के होंठों को चूसने लगे.
नीचे मेरा लंड इल्मा की चूत में रगड़ रहा था.
दोनों के जिस्म पूरी तरह गर्म थे और ऊपर से ठंडा पानी गिर रहा था जिससे पूरे बाथरूम का माहोल बहुत मस्त बना हुआ था.
साथ में हम दोनों के होंठों से किस करने की चप चप की आवाज़ पूरे बाथरूम में गूंज रही थी और हम दोनों को दीवाना बना रही थी।
मैं अब इल्मा के बड़े बड़े बूब्स दबाने और चूसने लगा. मैं उसके दोनों बूब्स को बारी बारी से दबा दबा के चूस रहा था.
वह पूरे जोश में तेज़ आवाज़ के साथ सिसकारियां भर रही थी.
कुछ देर उसके दूध का मजा लेने के बाद फिर से हम दोनों किस करने लगे.
फिर वह मेरे सीने पर किस करने लगी और धीरे धीरे नीचे की तरफ जाते जाते इल्मा घुटनों के बल बैठ गई और मेरा लंड अपने मुंह में लेकर मज़े से चूसने लगी.
ऊपर से शावर का पानी चल रहा था और नीचे इल्मा मेरा लंड चूस रही थी.
शावर का पानी मेरे बदन से होता हुआ मेरे लंड तक जा रहा था और वह गपागप लंड पूरा अपने मुंह के अंदर तक लेकर चूस रही थी।
अब मैंने उसको ऊपर उठाया और किस करने लगा.
फिर मैंने इल्मा को पलट के दीवार से सटा दिया जिससे उसकी पीठ अब मेरी तरफ थी.
मैं पीछे से उसकी पीठ और गर्दन को चूमने चाटने लगा.
और अब मेरा लंड नीचे उसकी गांड में टच हो रहा था.
36″ साइज़ की उसकी गांड भी बड़ी जबरदस्त थी जिसे देख के अब मेरा मन डोल रहा था.
मैंने उसकी गांड पर हाथ फेरना शुरू कर दिया और उसके दोनों चूतड़ दबा दबा के सहलाने लगा.
वह भी पीछे हाथ करके मेरे लंड को पकड़ के सहला रही थी.
फिर मैंने धीरे से अपनी एक उंगली उसकी गांड में डालना शुरू की.
उसकी सिसकारी निकल गई और वह बोली- यह क्या कर रहे हो भाई?
तो मैंने कहा- तुम्हारे नए छेद का उद्घाटन करने की सोच रहा हूं।
वह बोली- बहुत प्यार से करना … उसमें बहुत दर्द होगा.
तो मैंने कहा- तुम्हें डर नहीं लग रहा गांड मरवाने से?
इस पर वह बोली- डर तो लग रहा है … लेकिन मुझे पता है कि सिर्फ एक बार ही दर्द होगा, बाद में बहुत मजा आएगा.
मैंने कहा- तुम्हें कैसे पता बाद में मजा आएगा इसमें?
तो वह बोली- कोमल बताती है.
मैंने कहा- वह क्या हांड मरवा चुकी है?
तो इल्मा बोली- हम दोनों जब लेस्बियन सेक्स करती थी तो वह डिल्डो अपनी गांड में भी डालती थी. मैंने एक बार ट्राई किया था लेकिन मेरी हिम्मत नहीं हुई. कोमल मुझे रोज़ बताया करती थी कि गांड में उसको बहुत मज़ा आता है. और भाई अब तुमसे चुदने के बाद मुझे सेक्स का असली मजा मिला है तो इसलिए आज मुझे भी गांड में तुम्हारा लंड लेने का मन होने लगा।
अब तो जैसे मुझे मन मांगी चीज़ मिलने वाली थी. मैं बहुत खुश था.
मैंने साबुन उठाया और इल्मा की गांड में रगड़ना शुरू कर दिया.
वह भी मेरे हाथ से साबुन लेकर मेरे लंड पर मलने लगी.
थोड़ी ही देर में उसकी गांड और मेरा लंड दोनों साबुन के झाग से चिकने हो गए थे.
अब मैंने इल्मा को घोड़ी बनाया और खुद भी मैं घुटनों के बल उसके पीछे बैठ के अपना साबुन में सना लंड उसकी गांड पर रगड़ने लगा.
मैंने अपने लंड का टोपा इल्मा की गांड पर सेट करके अंदर ज़ोर लगाया.
तो इल्मा बहुत ज़ोर से चिल्लाई.
मैं रुक गया.
इस पर वह बोली- भाई रुको मत … तुम करते रहो, मैं दर्द सह लूंगी.
उसकी यह बात सुन कर मैंने उसकी दोनों टांगों में अपने हाथ फंसाए ताकि वह आगे न बढ़ पाए.
और फिर मैंने दोबारा धक्का लगाया.
अबकी बार मैंने कुछ ज़्यादा ही ज़ोर लगा दिया जिससे इल्मा की गांड में मेरे लंड का टोपा चला गया.
वह दर्द की वजह से काफी ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी- आआ आआह अह्ह ह्ह!
मैं थोड़ी देर रुका और उसके नॉर्मल होते ही मैंने एक और ज़ोर का धक्का लगाया और मेरा आधा लंड उसकी गांड में चला गया.
अब इल्मा के चिल्लाने की आवाज पूरे बाथरूम में गूंज रही थी.
मेरा लंड उसकी गांड में एकदम जकड़ा हुआ था, ऐसा लग रहा था कि किसी चीज़ में फंस गया हो.
बहुत ही ज्यादा टाइट गांड थी उसकी!
मैंने थोड़ी देर अपने आधे लंड को ही उसकी गांड में अंदर बाहर करना शुरू किया.
थोड़ी देर बाद उसका दर्द कुछ कम हुआ और वह सिसकारियां लेने लगी.
तो मैंने मौके का फायदा उठाते हुए एक और ज़ोरदार धक्का लगाया और अब मेरा लंड इल्मा की गांड में जड़ तक जा घुसा.
इस धक्के के लिए इल्मा तैयार नहीं थी.
वह एकदम से हुए हमले से आगे की ओर बढ़ने लगी लेकिन मैंने उसे जकड़ रखा था।
फिर से कुछ देर तक उसको काफी दर्द हुआ और मैं उसको सहला के उसके दर्द को शांत करने लगा.
कुछ देर बाद उसका दर्द शांत होते ही मैंने धक्के लगाने शुरू कर दिए.
मैंने यही कोई 24-25 धक्के लगाए होंगे … तब तक इल्मा को काफी मजा आने लगा.
वह मादक आवाज़ें निकलने लगी और बोलने लगी- हां भाई चोदो … और ज़ोर से!
उसकी इन आवाज़ों से मैं भी और जोश में आ गया, मैंने भी गांड सेक्स ऐनल फक की अपनी स्पीड बढ़ा दी.
और अब मैं ताबड़तोड़ ज़ोर के धक्के लगा कर इल्मा की गांड मारने लगा और वह मज़े से चिल्लाती रही।
करीब 15 मिनट तक मैंने इल्मा की गांड मारी और उसकी गांड में ही माल निकाल दिया.
फिर मैंने अपना लंड उसकी गांड से बाहर निकाला और हम दोनों खड़े हो गए और किस करने लगे.
थोड़ी देर बाद मैंने उससे पूछा- कैसा लगा गांड मरवा के?
तो इल्मा बोली- दर्द तो बहुत हुआ … मन कर रहा था कि मना कर दूं. बिल्कुल जान निकली जा रही थी. लेकिन बाद में बहुत मज़ा आया।
अब उसने साबुन उठाया और मेरे बदन पर हर जगह लगाने लगी.
फिर मैंने भी उसके पूरे जिस्म पर साबुन लगाया और हम दोनों एक दूसरे को नहलाने लगे.
वह मेरे लंड पर भी अच्छे से साबुन लगा के रगड़ने लगी.
मैंने उसकी चूत और गांड पर अच्छे से साबुन मला.
हम दोनों ने एक दूसरे के पूरे शरीर पर साबुन लगा के अच्छे से नहलाया और नहाने के बाद हम दोनों बाहर आ गए।
अब तक शाम के 6 बज चुके थे.
हम दोनों एक दूसरे के बदन पोंछ के नंगे ही बिस्तर पर लेट गए.
इल्मा बोली- अब बहुत तेज़ भूख लगी है!
मुझे भी भूख लगी थी.
तो मैंने जोमेटो से खाना ऑर्डर किया.
कुछ देर हम दोनों लेटे हुए बातें करते रहे.
फिर जब खाना आ गया तो मैं तौलिया लपेट के दरवाज़े पर खाना लेने गया.
हम दोनों ने बेड पर ही साथ में बैठ के खाना खाया.
खाने के बाद इल्मा किचन में बर्तन धोने चली गई तो मैंने लोअर और टी शर्ट पहनी और बाहर चल दिया.
इल्मा ने मुझसे पूछा- कहां जा रहे हो?
तो मैंने कहा- बाहर जा रहा हूं, अभी आता हूं. अगर तुम्हें कुछ मंगवाना हो तो बताओ।
उसने बोला- डेयरी मिल्क चॉकलेट लेते आना!
मैंने कहा- ठीक है!
और मैं चला गया.
मैं जिस शॉप से अपना खाने पीने का सामान लाता हूं वहां एक आंटी बैठती हैं जिनकी उम्र यही कोई 34-35 साल होगी.
मैंने उनसे पूछा- आंटी, आपके पास मेल्ट (यानी पिघली हुई) डेयरी मिल्क चॉकलेट मिल जायेगी क्या?
तो इस पर आंटी हल्का सा मुस्कुराई और हां में सिर हिलाया.
शायद वे मेरे मेल्ट चॉकलेट मांगने का इरादा समझ गई थी.
मैंने उनसे कहा- 5 बड़ी 50 रूपये वाली मेल्ट डेयरी मिल्क चॉकलेट दे दीजिए!
साथ ही मैंने वहीं से कोल्ड ड्रिंक और कुछ स्नैक्स लिए.
फिर बाहर एक पान की दुकान से 2 सिगरेट की डिब्बी ली और वापस आ गया.
मैंने दरवाज़ा खटखटाया तो इल्मा ने दरवाज़ा खोला.
वह अब भी नंगी थी.
मैंने इल्मा को सारी चॉकलेट्स दीं तो वह खुश हो गई।
कहानी 3 भागों में है.
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गांड सेक्स ऐनल फक कहानी का अगला भाग: मुंह बोली बहन के साथ उसकी सहेली की चुदाई- 2