नया ब्वॉयफ्रेंड बना कर चुत चुदवाई

देसी चूत न्यू Xxx कहानी में मेरा ब्रेक अप हो गया मेरे यार से … मैं नए लंड की तलाश में थी कि मेरे पुराने चोदू के दोस्त ने मुझे प्रोपोज कर दिया. मैंने एकदम हाँ कर दी.

यह कहानी सुनें.

दोस्तो, मैं माधुरी दवे आशा करती हूं कि आप सब बहुत सेक्सी होंगे और आप लोगों की सेक्स लाइफ अच्छी बीत रही होगी.

आज मैं आप सभी के साथ मेरी एक और देसी चूत न्यू Xxx कहानी शेयर कर रही हूं.

जब मैं कॉलेज के पहले साल में पढ़ाई कर रही थी, तब बस में आने जाने वाले लड़कों में से एक अनिल नाम के लड़के से मेरी दोस्ती हो गई थी.
उसके साथ मेरी चुदाई वाली घटना आप
बस में मिले लड़के से खेत में चुदी
में पढ़ चुके हैं.

इस दोस्ती के तीन महीने बाद अनिल के साथ मेरा रिश्ता खत्म भी हो गया था.

अनिल के साथ मेरा रिश्ता खत्म होने से मुझे बहुत बुरा लग रहा था.

मैंने कई बार सोचा कि मैं उसके साथ बात कर के वापस रिश्ता जोड़ लूँ.
लेकिन यह हो ही नहीं सका.

अनिल के साथ रिश्ता खत्म होने के कुछ दिन बाद उसके एक दोस्त सरस ने मुझे फ्रेंडशिप के लिए प्रपोज किया.
मैंने उसके साथ फ्रेंडशिप कर ली.

सरस पहले से जानता था कि अनिल मुझे बहुत बार चोद चुका है और मैं एक चुदी हुई माल हूं.

फ्रेंडशिप के 4 महीने के बाद एक दिन सरस ने मुझसे कहा कि तुम अनिल से तो बहुत बार चुदी हो क्या, मुझसे चुदना चाहोगी?
मेरी चूत में आग तो बहुत दिनों से लगी हुई थी, लेकिन मौका और टाइम नहीं मिल रहा था.

जब सरस ने मुझसे सेक्स करने के लिए पूछा, तब मैंने फालतू के नखरे दिखाने की जगह सीधा सीधा उससे कहा- अगर तुम सच में मेरे साथ सेक्स करना चाहते हो तो मुझे कोई एतराज़ नहीं है, मैं तुम्हारे साथ सेक्स करने के लिए तैयार हूं.
वह हंस कर बोला- अगर मैं सेक्स करने की सिर्फ पूछता, तो तुम्हारा क्या जबाव होता?

इस पर मैं हंस दी और बोली- मैं तब भी तुम्हें छोड़ूँगी नहीं!

अब सरस तो खुद मुझे चोदना चाहता था और जब मैंने उससे कहा कि मैं तुमसे चुदने के लिए तैयार हूं.
तब सरस बहुत खुश हो गया.

उसने तुरंत कहा- चलो अभी मेरा एक दोस्त घर पर अकेला है, उसके घर चलते हैं.
मैंने सरस से कहा- नहीं यार, किसी और के घर जा कर सेक्स करना अच्छा नहीं है. हम लोग किसी और जगह पर सेक्स करेंगे … या फिर तब कर लेंगे जब तुम्हारे या मेरे घर पर कोई ना हो!

मेरी इस बात पर सरस थोड़ा गुस्सा हो गया और मुझे डांटने लगा.
उसने मुझसे कहा- तुम मुझसे चुदना ही नहीं चाहती हो. अनिल को तो तुम बहुत चोदने देती थी.

इस बात को लेकर हम दोनों के बीच में बहुत झगड़ा हुआ.
सरस मुझे समझाने लगा कि उसके फ्रेंड का घर बहुत ही सेफ जगह है और उसके घर पर और कोई नहीं है.

आखिरकार मेरी देसी चूत को भी न्यू Xxx लंड चाहिए था तो थक हार कर मैंने सरस की बात मान ली.
सरस मुझे अपने फ्रेंड के घर ले गया.
वहां उसका फ्रेंड अकेला था.

सरस उसको सब बता चुका था.
इसलिए उसने हम दोनों को अपना बेडरूम दिखाया और कहा कि ये मेरा कमरा है, तुम दोनों जितनी देर चाहो, उतनी देर मज़े करो.

सरस के साथ मैं कमरे में चली गई.

सरस ने अन्दर से कमरे का दरवाजा बंद कर दिया.
उस कमरे में एक सिंगल बेड वाला पलंग था.

मैं पलंग पर बैठ गई.
कमरे का दरवाजा बंद करने के बाद सरस मेरे बाजू में आकर बैठ गया और मुझे गले लगाने लगा.

मैं भी सरस को गले लगाने लगी.
फिर सरस ने मुझे पलंग पर लेटा दिया और मेरे बाजू में लेट कर मुझे होंठों पर किस करने लगा.

मैं भी सरस के होंठों में होंठ डाल कर उसको किस करने लगी.
किस करते हुए हम दोनों धीरे धीरे फुल मूड में आने लगे.

सरस मेरे बदन पर अपना हाथ घुमा रहा था.
वह अपने हाथ से मेरी कमर और गांड को दबा रहा था.
कुछ देर किस करने के बाद सरस ने मेरी टी-शर्ट उतार दी और मैंने भी उसकी शर्ट को उतार दिया.

मैं सरस के सामने ब्रा में थी.
उसने अपना एक हाथ मेरी कमर में डाल कर मुझे अपनी ओर खींच लिया.

दूसरे हाथ से सरस ने ब्रा में हाथ डाल कर मेरा एक बूब पकड़ लिया और उसको मसलने लगा.

वह मेरे दूध को मसलने के साथ साथ मेरे होंठों पर किस करने लगा और मेरे बूब का निप्पल पकड़ कर मसलने लगा.
मैं उसकी हरकतों से बहुत ज्यादा गर्म हो रही थी.

कुछ देर बाद सरस ने मेरी ब्रा निकाल दी और मसले हुए बूब के निप्पल को मुँह में लेकर चूसने लगा.
सरस मेरा एक बूब चूस रहा था और दूसरा दबा दबा कर मसलने लगा.

मैं फुल गर्म हो गई; मेरी चूत गीली हो गई.

कुछ देर बाद सरस मेरे दूसरे बूब को मसल कर चूसने लगा.

मेरे दोनों मम्मों के साथ खेल कर सरस थोड़ा नीचे को गया और मेरी नाभि को चूसने लगा.

मुझे लग रहा था कि ये लड़का फालतू में देरी कर रहा है, सीधा मेरी चुत में ही क्यों नहीं आ जाता.

फिर सरस ने शायद मेरी मनोदशा समझ ली थी.
उसने मेरी जींस निकाल दी और मेरी पैंटी के ऊपर से मेरी चूत को रगड़ने लगा.

मेरी पैंटी गीली हो चुकी थी, सरस मुझसे कहने लगा कि क्या यार तुम तो इतनी जल्दी जड़ गईं!
मैं हंस दी और मैंने कहा- लड़की का झड़ना तो मर्द की जीत होती है!

यह सुनकर सरस ने मुझे चूम लिया और उसने अपने दोनों हाथ से मेरी गीली पैंटी उतार कर फेंक दी.
अब उसने मुझे पूरी नंगी कर दिया था.

वह मुझे नंगी लिटा कर मेरे बगल में लेट गया और मुझे किस करते हुए मेरी चूत को रगड़ने लगा.
मैं बहुत ज्यादा मूड में आ चुकी थी और लंड के लिए तड़प रही थी.

मैंने अपना हाथ सरस के लंड पर रखा और उसे रगड़ने लगी.
सरस का लंड भी कड़क हो चुका था और अपनी चड्डी से बाहर निकलना चाहता था.

कुछ पल बाद सरस पलंग से उतर गया और उसने अपनी पैंट उतार दी.
वह चड्डी में पलंग के पास खड़ा था.

मैंने सरस से कहा कि क्या हुआ, रुक क्यों गए, चड्डी उतार कर जल्दी से आ जाओ?
सरस कुछ नहीं बोला.
उसने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे पलंग से खड़ा किया और अपने दोनों हाथ मेरे कंधों पर रख कर मुझे नीचे बिठाते हुए कहा- अब तू घुटनों पर बैठ जा और मेरा लंड चूस!

मैं उसका लंड चूसने के लिए राजी थी, इसलिए नीचे फर्श पर घुटनों पर बैठ गई और सरस के कदमों में झुक कर उसकी चड्डी को नीचे कर दिया.

सरस का लंड चड्डी से बाहर आ गया उसका लंड बड़ा ही सख्त हो गया था.

उसने मेरे गाल पर लंड फेरा और कामुक नजरों से मुझे देखते हुए आंख से इशारा किया कि लंड चूस!
मैंने भी सरस की आंखों में अपनी आंखें डालीं और उसके लंड को मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया.

मैं सरस का लंड चूस रही थी और वह मेरे बालों में अपना हाथ फिरा रहा था.
करीब 5 मिनट तक मैं सरस का लंड चूसती रही.
उससे सरस का लंड चिकना हो गया था.

अब सरस ने मुझसे कहा- चल, पलंग पर आ जा … अब मैं तेरी चूत मारता हूं.
मैं फर्श से उठी और पलंग पर लेट गई.

मैंने लेटते हुए अपनी टांगें चौड़ी करते हुए अपनी चूत खोल दी.
सरस पलंग के पास खड़ा था.

उसने मुझसे कहा- ऐसे नहीं मेरी जान, यहां मेरे पास आ … और चार पैरों पर कुतिया की तरह मेरे आगे खड़ी हो जा!

मैं सरस के आगे चार पैरों पर खड़ी हो गई और उसने मेरी टांगों के बीच में हाथ डाल कर मेरी चूत पर अपनी हथेली को फिरा कर दाने को मसला.
मेरी आह निकल गई.

फिर उसने अपने लंड को हाथ से पकड़ कर मेरी चूत की फाँकों को फैला कर अन्दर सैट कर दिया.
अब वह धीरे धीरे मेरी चूत में अपना लंड डालने लगा.

मेरी चूत का गीलापन सूख गया था.
जिस कारण से सरस का लंड तेजी से मेरी चूत में घुस नहीं पा रहा था.

वह थोड़ी ताकत लगा कर मेरी चूत में अपना लंड अन्दर डालने की कोशिश कर रहा था.
सूखी चुत में मोटे लंड की रगड़ लगी तो मुझे तकलीफ होने लगी.

मैं दर्द से कहने लगी- आह उहह … सरस रहने दो यार मत डालो. चुत दर्द कर रही है.

लेकिन सरस रुक नहीं रहा था और उसने मेरी कमर को पकड़ कर थोड़ा ज्यादा ताकत लगाते हुए अपना थोड़ा सा लंड मेरी चूत में पेल दिया था.

मैंने सरस को रोक दिया और कहा- यहां पर तेल होगा, पहले मेरी चूत पर तेल लगाओ, फिर चोदो!
सरस ने आस-पास देखा लेकिन उसको कहीं भी तेल की बॉटल नहीं दिखी.

सरस ने मुझसे कहा कि तेल तो नहीं है. मैं थूक लगा कर करता हूँ.
मैं बोली- हां ठीक है!

फिर सरस ने लंड निकाल कर मेरी चूत के सामने अपना मुँह लगाया और मेरी गांड खोल कर मेरी चूत के छेद पर थूक दिया.
उसका गर्म थूक मुझे अपनी चुत पर बड़ा लज्जत दे रहा था.

उसने अपने एक हाथ से मेरी चूत पर लगा थूक रगड़ा और चुत को चिकना कर दिया.

अब सरस ने अपना लंड मेरी चूत पर सैट किया और मेरी कमर पकड़ कर मेरी चूत में अपना लंड डाल दिया.
वह मेरी चुदाई करने लगा.

सरस का लंड धीरे धीरे मेरी चूत में अन्दर तक घुसने निकलने लगा और मुझे उसके लौड़े से चुत की रगड़ाई करवाने में मजा आने लगा.
सरस भी मेरी चूत को मस्ती से चोदने लगा और मजा लेने लगा.

धीरे धीरे सरस अपनी चुदाई की स्पीड बढ़ाने लगा और लंबे लंबे शॉट मारने लगा.
वह कुछ ही देर बाद जोर जोर से मेरी चूत में अपने लंड के झटके मारने लगा था.

मैं बहुत ही ज्यादा मजे लेती हुई सरस के लंड से अपनी चूत चुदवा रही थी.

फिर सरस ने अपना एक पैर फर्श पर और दूसरा पैर पलंग पर रखा और वह काफी जोर जोर से मुझे चोदने लगा.

उसके झटके इतने तेज हो गए थे कि मेरा पूरा बदन हिलने लगा था और मेरे चूचे आगे पीछे आगे पीछे होकर मुझे बेहद सनसनी दे रहे थे.

मेरे मुँह से जोर जोर से उउह्ह्ह आह्ह ह्ह की सिसकारियां निकल रही थीं.
सरस उत्तेजना में मेरी गांड को थपकी देते हुए बोल रहा था- आह साली … क्या मस्त माल है तू … चुदी हुई रांड है, फिर भी बहन की लौड़ी सील पैक लौंडिया लग रही है.

करीब 10-12 मिनट तक चोदने के बाद सरस ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाला और कहा- आ जा मेरी रंडी, मेरा लवड़ा थोड़ा ढीला हो गया है … इसे चूस कर जरा टाइट कर दे!

सरस पलंग के पास खड़ा था और मैं नीचे झुक कर उसका लंड चूसने लगी.
इस दौरान वह अपना हाथ मेरी गांड पर और चूत पर फिरा रहा था.

वह मेरी चूत में उंगली करने लगा, उसने अपनी 2 उंगलियां मेरी चूत में डाल दीं और मेरी चूत को दबाने लगा.

मैं सरस का लंड धीरे धीरे चूस रही थी.
सरस ने कहा- चल छोड़, अभी तू सीधी लेट जा!

मैं सीधी लेट गई और सरस मेरे बूब्स के ऊपर आकर बैठ गया.
उसने मेरे मुँह में अपना लंड दे दिया.

मैंने सरस का लंड मुँह में ले लिया.

सरस मेरे दोनों गालों को एक हाथ से पकड़ कर मेरे मुँह में अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा.
वह अपना पूरा लंड मेरे मुँह में डाल रहा था.

इतनी देर में उसका लंड कड़क हो चुका था.
उसने मुझसे कहा- चल अब बता कैसे चुदना चाहती है?

मैं अपनी टांगों को रंडी की तरह फैला कर बोली- जल्दी से अपना लंड डाल दो.

सरस ने मेरी चूत पर अपना लंड रखा और एक ही झटके में अपना आधा लंड मेरी चूत में डाल दिया.
मैं जोर से आह्ह्ह्ह करके चिल्ला उठी.

सरस धीरे धीरे अपने लंड को मेरी चूत में डाल कर हिलाने लगा.
सरस का लंड धीरे धीरे मेरी चूत में अन्दर घुसने लगा.

मैं धीरे धीरे आह आह्ह कर के सिसक रही थी और सरस मेरी चूत में अपना लंड अन्दर तक डाल कर मेरी चुदाई कर रहा था.
कुछ ही देर में सरस का पूरा लंड मेरी चूत में अन्दर तक घुसने लगा और वह मेरी चूत चोदते हुए मेरे दोनों बूब्स को दबाने लगा.

वह जोर जोर से मेरे बूब्स दबाते हुए मेरी चूत चोद रहा था.
मैं तुरंत ही झड़ गई.

मेरी चूत चोदते हुए और बूब्स दबाते हुए सरस मुझसे बोल रहा था- आह मज़ा आ रहा है ना तुझे … और तेज़ी से चुदना चाहोगी … ले ले बड़ा मज़ा आएगा तुझे!

मैंने कहा- हां और तेज चोदो मुझे … आज बहुत दिनों बाद चुद रही हूं मैं!
फिर सरस ने मेरे दोनों पैरों को पूरी तरह से ऊपर करके मेरे मम्मों पर मोड़ कर दबा दिए.

मेरे घुटने मेरे बूब्स को छू रहे थे और सरस अपने दोनों घुटनों पर पलंग पर बैठ कर मेरी चूत में जोर जोर से अपना लंड डाल कर मुझे चोदने लगा.
कसम से दोस्तो, बहुत दिनों बाद ऐसे चुदने में बड़ा मज़ा आ रहा था.

सरस लगातार लंबे लंबे तेज़ झटके मार कर मुझे चोद चुका था और अब वह भी झड़ने वाला था.
तेज़ी से चोदते हुए सरस ने मुझसे कहा- मैं झड़ने वाला हूं, रस कहां लेना चाहोगी?

मैं उससे कुछ भी कह पाती कि उससे पहले ही सरस ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाल लिया और वह तुरंत ही झड़ गया.
उसके वीर्य के छींटे मेरी चूत के ऊपर और पलंग पर आ गिरे.

चुदाई के बाद सरस मेरे बगल में नंगा ही लेट गया. मैं भी उसके साथ नंगी लेटी रही.
सरस मुझसे कहने लगा था- सच में शब्बो यार … तू बहुत ही कमाल की है, तुझे चोदने का बहुत मज़ा आया.

मैं भी सरस से बात कर रही थी कि यार तुम भी बहुत अच्छे से चोदते हो, बहुत दिनों बाद मुझे चुदने का पूरा मज़ा आया है.

सरस ने मुझसे कहा- अभी तो घर जाने में बहुत वक्त बाकी है, एक और बार चोदने दोगी?

देसी चूत न्यू Xxx में मुझे बड़ा मज़ा आया था और सरस बहुत अच्छे से चोदता था तो मेरा भी मन हो गया.
मैंने सरस से कहा- हां ठीक है, लेकिन पहले मैं थोड़ा फ्रेश हो कर आती हूं.

उस दिन सरस ने मुझे पहली ही बार में दो बार चोद लिया.

उसके बाद तो समझो उसने मुझे बहुत बार चोदा.
यदि गिनती की बात करूं तो मैंने सरस से कम से कम 300 से ज्यादा बार चुदवाया था.

सरस से मेरा रिश्ता काफी लंबा चला.

आपको मेरी यह देसी चूत न्यू Xxx कहानी कैसी लगी, प्लीज मुझे जरूर बताएं.
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लेखिका की पिछली कहानी थी: बस में मिले लड़के से खेत में चुदी