देसी चूत फक कहानी में मेरे कमरे के पास एक दूकान वाले की लड़की बहुत सेक्सी माल थी. मैं दूकान पर जाता था. उस लड़की से मेरी दोस्ती हो गयी. उसने खुद से सेक्स का ऑफर किया.
दोस्तो, मेरा नाम प्रेम कुमार है और मेरी उम्र 28 साल है.
मैं मूलतः उत्तर प्रदेश के संभल जिला का रहने वाला हूं.
मेरा कड़क लंड किसी भी लड़की की चूत की गर्मी को शांत कर सकता है.
ये देसी चूत फक कहानी चार साल पहले की है.
मुझे अपने कार्य को लेकर बुलंदशहर में रहना पड़ा.
उधर मेरा अच्छा खासा परिचय आस पास के लोगों से हो गया था.
उन लोगों में कुछ मेरे हम उम्र थे, तो कुछ अंकल लोग भी शामिल थे.
उन्हीं लोगों में से एक अंकल थे, जिनकी किराने की दुकान थी.
उनकी दुकान पर बैठ कर हम कुछ लोग गप्प लड़ाते थे.
उन अंकल की एक लड़की भी थी, उसका नाम शिवानी था.
साली बड़ी ही कांटा माल थी.
उसकी मदहोश कर देने वाली उसकी आंखें, प्यारी सी मुस्कराहट, नागिन की तरह लचीली पतली कमर, तने हुए बूब्स ऐसे कि पीने लगो तो मुँह हटाने का मन ही न हो … और चाल ऐसी कि जो लंड को खड़ा होने पर मजबूर कर दे.
उसको याद कर करके न जाने कितने लोग उसके चोदने के सपने देखते हुए मुट्ठ मारते होंगे.
मैं भी अक्सर उसे छत से देखता रहता था.
शुरुआत में तो मेरा ऐसा कोई विचार नहीं था … पर बाद में उसके हाव-भाव देखकर मुझे भी उसे चोदने के सपने आने लगे थे.
मैं छत पर बने बाथरूम की खिड़की से उसे देख देख कर अक्सर मुट्ठ मार लेता था.
एक दिन मैं उसकी दुकान पर खड़ा था तो उसने मुझसे पूछा कि आपको ड्राइंग करनी आती है?
मैंने कहा- हाँ बिल्कुल आती है.
उसने उसी समय मुझसे कुछ चित्र बनवाए और उसके बाद हमारा बातचीत का सिलसिला शुरू हो गया.
एक दिन वह अपनी ड्राइंग के पेज लेने मेरे कमरे पर आई.
तो उस समय मैं नहा रहा था.
वह सफेद सलवार और नीली कमीज पहनी हुई थी.
मैंने बाथरूम से बाहर आकर उसे देखा तो वह बड़ी ही सेक्सी लग रही थी.
मेरे मन में तो आया कि साली को अभी पटक कर चोद दूं … परंतु मेरी हिम्मत नहीं पड़ी.
उसने पूछा कि ड्राइंग की शीट्स कहां रखी हैं.
मैंने बताया कि आपके सारे पेज स्लिप पर रखे हुए हैं.
उसने जाकर अपने पेज उठाए.
वहीं पर मेरी पुरानी गर्लफ्रेंड के कुछ लव लैटर भी रखे हुए थे, जिन पर उसकी नजर अचानक ही पड़ गई.
उसने दो लव लेटर भी उठा कर अपने पास रख लिए और सारे कागज लेकर चली गई.
लगभग 3 दिन बाद उसने फिर से मुझे कुछ सीट्स दी कि इनमें भी ड्राइंग बनानी है.
मैं उससे सीट्स लेकर ड्राइंग बनाने लगा.
तो वह मेरे पास आकर बैठ गई और मुझे ड्राइंग बनाते हुए देखने लगी.
वह मेरे हाथों को बड़ी गौर से देख रही थी और मुझे एक अलग सी उत्तेजना या डर … कह नहीं सकते क्या फील हो रहा था … परंतु मेरे शरीर के रोम रोम में एक अजीब सी उत्तेजना भरी हुई थी.
तभी उसने लव लैटर्स की बात छेड़ दी.
उसने कहा कि आपको वे लैटर्स किसने दिए थे?
मैं समझ तो गया था कि ये उन्हीं लव लैटर्स की बात कर रही है.
लेकिन मैंने तब भी अनजान बन कर पूछा- कौन से लैटर्स?
वह मुस्कुरा दी और उसने सारी बात बताई कि वह उन लैटर्स को ले गई थी.
मैंने भी उसकी बात को हंस कर लिया और उसे सारी बात बताई.
वह मेरी बातों में रुचि लेने लगी तो मैं भी उसे सब कुछ बताता चला गया.
फिर जब मैंने उसकी लव लाइफ के बारे में पूछा तो वह भी बताने लगी कि उसे कौन-कौन छेड़ता है.
तभी मैंने अचानक से उसकी जांघ पर हाथ रख दिया.
इस बात का उसने कोई विरोध नहीं किया.
मैं भी ड्राइंग बनाता रहा और हाथ भी जांघ पर रखे रहा.
लगभग दस मिनट बाद उसने मेरा हाथ पकड़ा और कहा- आई लव यू!
मैं एकदम से भौचक्का रह गया कि क्या मेरी भी लॉटरी ही खुल गई!
परंतु उसे उस वक्त समय नहीं था इसलिए वह केवल मेरे गले से मिली और किस किया.
तभी उसके पापा ने उसको आवाज लगा दी.
वह झट से मुझसे अलग होकर नीचे चली गई.
फिर उससे मेरी फोन पर बातें होने लगीं.
एक दिन उसके पापा बाजार गए हुए थे, तब उसने फोन किया- गेट खोल कर रखना, मैं आ रही हूं.
मेरे तो मन में लड्डू फूटने लगे कि आज तो बंदी देने के मूड से आती दिख रही है.
साली नहीं भी देगी तब भी ऊपर ऊपर से तो खेल होगा ही!
कुछ देर इंतजार करने के बाद आखिर वह आ गई.
आते ही उसने मुझे कस कर अपने गले से लगा लिया.
मैंने भी उसे एकदम से कसकर गले लगा लिया.
वह मुझे किस करने लगी.
मैं भी उसका साथ देने लगा, मैं उसकी गर्दन पर किस करने लगा.
फिर धीरे-धीरे घूमता हुआ मैं उसके पीछे चला गया.
मैंने उसे पीछे से और कस कर अपने सीने से लगा लिया.
अब उसके दोनों दूध मेरे दोनों हाथों में थे.
मैं प्यार से उसके दोनों दूध दबा रहा था और सहला रहा था.
कपड़ों के ऊपर से ही उसके निप्पल कड़क महसूस होने लगे थे, जिनको मैं मींज रहा था.
उसकी आंखें बंद थीं और कुछ नहीं बोल रही थी.
वह बस आह आह कर रही थी.
मैंने उसके गले पर किस करना चालू रखा और साथ ही साथ उसके बूब्स को दबाता रहा.
फिर मैंने उसकी कुर्ती को उतार दिया.
उसने अन्दर ब्रा नहीं पहनी थी.
उसे अमरूद जैसे कड़क दूध मेरी आंखों के सामने पूरी मस्ती से चमक रहे थे.
मैं उन रसभरे मम्मों पर झपट पड़ा और उन्हें बारी बारी से पीने लगा.
वह भी मुझे अपने मम्मों पर दबाने लगी और आह आह करती हुई मुझसे अपने दोनों दूध चुसवाने और नुचवाने लगी.
लगभग 5 मिनट उसके दोनों दूध खूब चूसने के बाद मैंने देखा कि उसका हाथ मेरे लंड पर आ गया.
वह मेरे खड़े लौड़े को सहलाने लगी.
कुछ देर तक सहलाने के बाद उसने लंड को छोड़ दिया.
मैंने उससे मुँह में लेने के लिए कहा, पर उसने मना कर दिया.
मैंने भी अधिक जोर नहीं दिया.
तब उसने कहा- अब आगे भी कुछ करो न … मुझे नीचे बड़ी आग लग रही है.
मैं समझ गया कि यह चुदने को मचल रही है.
मैं कुछ कहता कि वह खुले शब्दों में बोली- जल्दी से मुझे चोद दो … नहीं तो मेरी चूत गर्म की गर्म रह जाएगी … फिर अगर मम्मी आ गईं तो सारा खेल बिगड़ जाएगा.
अब इतनी साफ भाषा में कोई लड़की कहे कि उसको जल्दी से चोद दो, तो फिर तो उस लड़के की जवानी पर थू है जो उसे चोदे न!
मैंने भी देर ना करते हुए उसको बेड पर पटका और उसकी पजामी खींच कर बाहर निकाल दी.
अन्दर उसने लाल रंग की पैंटी पहनी हुई थी जो उसकी चुत के पानी से पूरी भीग गई थी.
मैंने पैंटी के ऊपर से ही उसकी चुत को सहलाना शुरू किया और वह मस्त होने लगी.
अचानक से मैंने उसकी फूली हुई चुत को एकदम से दबा दिया.
वह उछल पड़ी और बोली- ऊई क्या कर रहे हो … गुदगुदी होती है यार … प्लीज जल्दी करो ना!
मैंने पैंटी उतारी और लंड पर थूक लगाकर उसकी चुत पर सैट कर दिया.
वह अपनी चुत पर लंड का टोपा लगते ही मचलने लगी.
मैं धीरे-धीरे उसकी चुत के दाने को लंड से रगड़ने लगा और वह पूरी तरह पागल हो गई.
अब वह मुझसे मिन्नतें करने लगी थी ‘आह प्लीज अब चोद दो न … अब सहा नहीं जा रहा … प्लीज आप चोद दो आह चोद दो मुझे … मेरी चूत का भोसड़ा बना दो!’
अब मैं उसकी बात सुनकर आपे से बाहर हो रहा था.
मेरा लंड भी फुंफकार मार रहा था.
मैंने लौड़े में फिर से थूक लगाया और कहा- तैयार हो न!
उसने हामी में सिर हिलाया.
मैंने एक जोर का झटका मारा तो मेरा आधा लंड उसकी चूत में घुसता चला गया.
वह कसमसाने लगी और मुझसे छूटने की कोशिश करने लगी.
पर मैंने भी अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी.
कुछ देर बाद जब वह शांत हुई तो मैंने एक धक्का और लगा दिया.
इस बार मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया.
अबकी बार उसकी चीख निकल गई.
तभी मैंने उसके मुँह हाथ से बंद कर दिया, जिससे उसकी आवाज गले में ही दब गई.
फिर कुछ पल बाद वह कुछ शांत हुई, तो मैंने धीरे धीरे पेलना शुरू कर दिया.
अब उसे भी चुदने में मजा आने लगा था और वह मेरा साथ देने लगी थी.
जब मैं उसकी चुत में लंड को अन्दर पेलता था तो वह नीचे से अपनी कमर उठा दे रही थी.
मैं भी समझ गया कि अब इसको आनन्द आने लगा है.
मैंने अपनी रफ्तार बढ़ा दी.
लगभग 5 मिनट बाद वह झड़ गई और निढाल होकर गिर गई.
परंतु मैं अभी नहीं झड़ा था तो मैं उसे चोदता रहा.
दो मिनट बाद वह पुनः चार्ज हो गई और हम दोनों वापस पूरे जोश से देसी चूत फक का मजा लेने लगे.
इसी प्रकार लगभग 15 मिनट तक हम दोनों चुत चुदाई करते रहे.
उस दिन वह मेरे साथ चुदाई में कई बार झड़ चुकी थी.
फिर जब मेरे रस निकालने का समय आया तो मैंने उससे कहा- मेरा निकलने वाला है, कहां निकालूँ?
उसने कहा- अन्दर ही निकाल दो … मेरे सेफ डेज चल रहे हैं.
मैंने यह सुनकर लगातार चार पांच धक्के मारे उसके अन्दर ही झड़ गया.
झड़ने के बाद हम दोनों ऐसे ही पड़े थे और वह मेरे नीचे दबी पड़ी थी.
कुछ मिनट बाद उसने कहा- मेरी मम्मी आ सकती हैं, अब मैं जा रही हूं.
मैंने कहा- अभी रुको न!
उसने पूछा- क्यों?
मैंने कहा- अभी 5 मिनट रुको, अगर मम्मी आ जाएं तो कह देना कि ड्राइंग बनवा कर ही जाओगी. इससे उन्हें शक नहीं होगा.
वह मान गई.
फिर हम दोनों नंगे ही बैठ गए थे.
मैं उसकी गर्दन में हाथ डाल कर उससे बातें करने लगा.
कुछ मिनट में ही मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा और मैं उससे एक बार फिर से चुदाई के लिए कहा.
वह मना करने लगी.
फिर वह राजी हो गई क्योंकि उसकी चुत में भी आग जल उठी थी.
मैंने अबकी बार उसे घोड़ी बनने को कहा.
काफी देर मनुहार करने के बाद आखिर वह घोड़ी बन गई.
मैं उसके पीछे से चुदाई करने के लिए तैयार हो गया.
अभी मैंने उसकी कमर पकड़ कर एक जोर का झटका मारा ही था कि वह दर्द से कराह उठी क्योंकि मेरा लंड एक बार में ही उसकी चुत में पूरा घुस गया था.
फिर मैंने उसके मुँह को बंद किया और उसकी चुदाई करने लगा.
कुछ देर के दर्द के बाद वह सहज हो गई और पूरी तरह से मेरा साथ देने लगी.
लगभग 20 मिनट की चुत चुदाई के बाद हम दोनों साथ में ही झड़ गए और निढाल हो गए.
फिर हम दोनों अलग हुए और उसने कपड़े पहन लिए.
वह मुझे चुम्मी देकर नीचे चली गई.
अब वह मौका देख कर मेरे कमरे पर आ जाती है और हम दोनों मस्ती भरी चुदाई का खेल खेलते हैं.
आपको मेरी यह देसी चूत फक कहानी कैसी लगी, प्लीज मुझे जरूर बताएं कमेंट्स करके.