वाइल्ड Xxx ट्यूटर स्टोरी में मेरी ट्यूशन एक जवान टीचर के पास रखवाई. उसका पति कुछ बड़ी उम्र का था. उसने मुझे सैक्स का पाठ पढ़ाया और अपनी भूख शान्त की. मुझे पहली बार यौनसुख मिला.
दोस्तो! मैं राजवीर, उम्र 35, रंग गोरा, मोहाली के पास रहता हूँ।
बात उस समय की है जब मैं 10वीं में दूसरी बार फेल हो गया था।
क्यों?
क्योंकि मेरा पूरा ध्यान खेल-कूद और यार-दोस्तों में था।
जब मैं दूसरी बार फेल हुआ तो घर वाले बहुत गुस्सा हुए।
मेरा घर से बाहर जाना बंद हो गया।
अब स्कूल भी बदलने की तैयारी होने लगी।
फिर स्कूल भी बदल दिया गया।
नए स्कूल में मैं आ तो गया लेकिन एक नई मुसीबत आ पड़ी।
इस स्कूल में पंजाबी और संस्कृत में से एक विषय लेना अनिवार्य था।
मुझे पंजाबी नहीं आती थी और यहाँ संस्कृत पढ़ाने वाला कोई टीचर भी नहीं था।
मैंने अपनी माँ को बताया।
माँ ने मेरी क्लास टीचर से बात की।
मैडम ने कहा, “कोई बात नहीं!”
मेरी क्लास टीचर अंग्रेजी और पंजाबी पढ़ाती थीं और बहुत गुस्से वाली थीं।
अब मैं आपको मैडम के बारे में बता दूँ।
मैडम का नाम अमन कौर था।
रंग ज्यादा गोरा नहीं, ठीक ठाक सा था।
उम्र लगभग 30, लंबाई 5.5 फीट, लंबे बाल जो पेट तक आते थे।
वेहमेशा चोटी बाँधकर रखती थीं। चुचे 32, कमर 28, गांड 34 इंच.
वैसे, मैं सेक्स से अनजान नहीं था पर कभी ना तो किया, ना ही कभी मौका मिला।
तो ये मेरा पहली बार था।
मैडम के पति को मैंने एक बार देखा था, जब मैं उनके घर गया था।
वे बिजनेसमैन थे, देखने में बिल्कुल बूढ़े लगते थे।
शायद अमीर थे, इसलिए मैडम ने उनसे शादी की थी।
उनके अभी तक कोई बच्चे नहीं थे, ये मुझे बाद में पता चला।
मेरी माँ ने बताया कि मैडम ने कहा है कि वो मुझे पंजाबी सिखाएँगी। मैडम मुझे ट्यूशन पढ़ाएँगी।
ये सुनकर मैं शॉक में आ गया!
स्कूल में सभी अमन मैडम से डरते थे।
मैडम बहुत मारती थीं।
स्कूल में कोई ऐसा नहीं था, जो अमन मैडम से पिटा ना हो।
और अब वो मुझे अपने घर पर पढ़ाने वाली थीं।
कुल मिलाकर, मेरी फटी पड़ी थी।
मेरे ट्यूशन का समय शाम 4 से 6 बजे रखा गया।
मैडम का घर मेरे घर से लगभग 15 मिनट की दूरी पर था।
पहला महीना सब मस्त चला।
अब मुझे मैडम से डर भी नहीं लगता था।
मैडम मस्त तो थीं पर मेरा ध्यान उस तरफ नहीं था।
ना ही मैंने कभी उस नजर से मैडम को देखा था।
अब सब सिस्टम सेट हो गया था।
मैंने शाम को कुश्ती जॉइन कर ली थी।
फिर वो दिन भी आ गया, जिसने मेरी जिंदगी को एक बहुत बड़ा मोड़ दिया।
संडे का दिन था।
आज छुट्टी थी तो मैं घर पर ही रहा।
अगले दिन स्कूल गया, तो अमन मैडम नहीं आई थीं।
हम सबने स्कूल में खूब मस्ती की।
शाम को मैं मैडम के घर गया।
मैडम आज मस्त लग रही थीं … खूब मेकअप किया हुआ था।
लाल पटियाला सूट में बहुत मस्त लग रही थीं।
पूरे कमरे में बहुत मस्त खुशबू आ रही थी।
मैडम बोलीं, “राजवीर, आज ज्यादा पढ़ाई नहीं कराऊँगी। आओ, बैठ जाओ!”
मैं अंदर जाकर सोफे पर बैठ गया।
मैडम ने थोड़ी देर पढ़ाया।
फिर फोन आया।
उस समय मोबाइल किसी-किसी के पास ही होते थे।
ये फोन मैडम के पति का था।
फोन पर बात करके जब मैडम बाहर आईं, तो उनका चेहरा उतरा हुआ था।
मैंने पूछा, “क्या हुआ, मैडम?”
वो एकदम गुस्से में आ गईं और जोर से बोलीं, “इस आदमी ने मुझे कोई सुख नहीं दिया!”
और रोने-सी हो गईं।
वे मेरे पास आईं।
उस समय मैडम के पाँव में पायल की आवाज आ रही थी।
पर मैडम गुस्से में थीं।
मेरे पास आकर उन्होंने 5-6 थप्पड़ मारे और मेरी पिटाई शुरू कर दी।
खूब पीटने के बाद अचानक मैडम को पता नहीं क्या हुआ।
वो जल्दी से अंदर वाले कमरे में चली गईं।
मैंने अपनी तरफ ध्यान दिया तो मेरी आँख के नीचे मैडम की चूड़ी टूटकर लग गई थी।
मैंने सोचा, घर जाना बेहतर है।
मैं उठा और मैडम से बोला, “मैडम जी, मैं जा रहा हूँ!”
मैडम बाहर आईं और बोलीं, “कहाँ जा रहे हो?”
मैंने कहा, “घर!”
मैडम बोलीं, “कहीं नहीं जाओगे तुम आज!”
मैं सवालिया नजरों से मैडम को देखने लगा।
मैडम बोलीं, “तुम्हारी मम्मी से बात हो गई है। आज तुम यहीं मेरे पास रहोगे!”
इतना बोलते ही मैडम ने मुझे जोर से हग कर लिया और मेरे पूरे मुँह को किस करने लगीं।
वे मेरे पूरे चेहरे को चूमने-चाटने लगीं।
इसी चुम्मा-चाटी में वाइल्ड Xxx ट्यूटर ने मेरे होठों को अपने होठों में कैद कर लिया।
ये मेरे साथ पहली बार हुआ था।
मुझे कुछ सोचने-समझने का समय नहीं मिला।
अब मैंने भी आत्मसमर्पण कर दिया और कुछ समय में मैंने भी साथ देना शुरू कर दिया।
सारा दर्द भूल गया।
मैडम मेरी पूरी पीठ को सहलाने लगीं।
अब मुझे मजा आने लगा था।
मैडम के होठ मेरे होठों से चिपके हुए थे।
मैंने देखा कि मैडम की आँखें बंद थीं।
अब मैंने भी अपना हाथ सीधा मैडम के चुचों पर रखकर सहलाने लगा।
मैडम बोलीं, “राज, इन्हें दबाओ! जोर से!”
मैडम की आँखों में अजीब-सा नशा था।
जैसे ही मैंने चुचे दबाने शुरू किए, मैडम के मुँह से मादक आवाजें आने लगीं, “ऊ आ र र र आ आ! ज़ ज़! प्लीज, और जोर से!”
मैं बोला, “जी, मैडम!”
साथ ही मैडम ने मुझे एक तरफ धक्का दिया और बोलीं, “मुझे मैडम मत बोल! हुण मणु अमन बोल, ओके!”
फिर मैं भी खुल गया।
अमन मुझसे फिर चिपक गईं।
अब हम दोनों एक-दूसरे के जिस्म के साथ खेलने लगे।
अमन ने मेरी टी-शर्ट में हाथ डाला और खींचने-फाड़ने लगीं।
मेरा हाल भी बुरा हो रहा था।
मैंने खुद ही टी-शर्ट उतार फेंकी।
अब तक हम सोफे पर थे।
अमन बोलीं, “चलो, हम अंदर चलते हैं!”
मैंने भी ओके बोला।
टाइम देखा, तो 7:30 हो चुके थे।
अब हम बेडरूम में आ गए थे।
बेड पर आते ही अमन मेरे ऊपर आ गईं और मेरी छाती को चूमने-चाटने लगीं।
साथ ही वह वाइल्ड Xxx ट्यूटर मुझे कई जगह काटने लगीं।
मुझे भी अच्छा लग रहा था; बहुत मजा आ रहा था।
अचानक मेरी सिसकी निकल गई, “आ अमन!”
साथ ही मैंने अमन का कमीज़ निकालना शुरू किया।
अब मेरा मन भी चुचे चूसने का हो रहा था।
अमन ने खुद ही अपनी कमीज़ निकाल दी।
सफ़ेद सिल्क की ब्रा में मैं तो बस पागल-सा हो गया।
अमन के चुचों पर टूट पड़ा और खूब जोर-जोर से रगड़कर ब्रा भी फाड़ दी।
अमन बहुत गर्म हो चुकी थीं और आहें भरने लगीं, “आ! मजा आ गया! और जोर से कर, यार! र आ! मर गई मैं! हाय माँ! ऊ आउ!”
अब अमन नीचे गईं और मेरे लोअर को कच्छे समेत उतार फेंका।
मेरा लंड देखकर अमन की आँखों में चमक आ गई थी।
6 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड देखकर अमन बहुत खुश दिखाई दे रही थीं।
उन्होंने मुझसे पूछा, “कभी किसी के साथ सेक्स किया है?”
मैंने बोला, “नहीं, अभी तक तो कोई मिली नहीं। ये मेरा पहली बार है!”
ये सुनकर अमन बहुत खुश हुईं और मेरे लंड पर टूट पड़ीं, चूसने-चूमने लगीं।
जैसे ही लंड उनके मुँह में गया, मैं तो जैसे आसमान में पहुँच गया था।
अमन कभी लंड को पूरा अंदर ले जातीं, कभी टोपे को चाटतीं, कभी टट्टे चूसतीं-चाटतीं।
करीब 5 मिनट में ही मेरा काम तमाम हो गया।
मुझे बहुत बुरा महसूस हो रहा था।
मैंने सिर झुका लिया।
अमन मैडम बोलीं, “कोई बात नहीं, पहली बार हो जाता है!”
और मेरा सारा माल पी गईं।
साथ ही बोलीं, “तेरा माल तो बहुत टेस्टी है! मुझे पसंद आया!”
तब जाकर दिल को तसल्ली हुई।
अब अमन मैडम बोलीं, “राज, अब तुम्हारी बारी!” और बेड पर लेट गईं।
अब मैं अमन के ऊपर आ गया।
यहाँ आपको बता दूँ, ये मेरा पहली बार था, पर सेक्सी किताबें बहुत पढ़ी थीं।
तो मैं शुरू हो गया।
मैंने अमन के बाल खोल दिए।
अब मैंने पहले माथे पर चुम्मा लिया, गालों को चूमते-चाटते, गर्दन से होते हुए चुचों के निप्पल चूसते हुए दबाने लगा।
कभी निप्पल को दाँतों में पकड़कर काट देता, तो कभी जोर-जोर से चूसने लगता।
अमन को भी बहुत मजा आ रहा था। क्योंकि हर बार वो तड़प उठती थीं।
वो बोलतीं, “राज, और जोर से! बस खा जाओ! आ! म्म्माआ! तुम बहुत मस्त हो! मजा आ गया! आज से पहले कभी मजा नहीं आया! ऊ आयो ओ!”
मैं अब नीचे अमन के पेट को चाट रहा था।
फिर मैंने अपनी जीभ उनकी नाभि में डालकर घुमाई, तो उन्होंने जोर से सिसकी ली, “आ ऊ स्स्स स्स्स्स!”
मैंने धीरे से अमन मैडम की सलवार का नाड़ा खोला और नीचे जाने लगा।
नीचे काली रंग की सिल्क की कच्छी थी।
जल्दी ही मैं कच्छी पर टूट पड़ा और कच्छी के ऊपर से ही चूत चाटने लगा।
अमन मैडम मेरे सिर को पकड़कर चूत पर दबाने लगीं।
अमन को भी बहुत मजा आ रहा था।
वो बोलने लगीं, “बहुत आग लगी हुई है! खा लो! चूस लो! पी जा, राज! तुम तो मेरे पति से भी ज्यादा मस्त हो! उससे तो आज तक कुछ नहीं हुआ! एक बच्चा भी नहीं कर पाया! मैं आज पूरी हो जाऊँगी!”
मैंने अमन को भी नंगी कर दिया और चूत के दर्शन किए।
क्या मस्त लग रही थी!
अंदर से एकदम लाल, जैसे टमाटर जैसी।
चूत का दाना मानो किसी गुलाब की छोटी-सी कली।
एकदम चिकनी, एक भी बाल नहीं था चूत पर।
मैं एक बार तो देखता ही रह गया।
फिर मैडम ने मेरे सिर पर जोर डाला और गांड उठाई, तो होश आया।
मैंने चूत को बहुत ध्यान से देखा।
चूत से हल्का-हल्का पानी रिस रहा था, जैसे रस मलाई हो।
मैं झट से चूत के होठों पर अपने होठ चिपका दिए और जोर-जोर से चूसने लगा।
पहले अजीब-सा लगा, फिर चूत से मलाई आने लगी, तो मुझे भी मस्त टेस्ट आने लगा।
जितना पानी आता, मैं और जोर से चूसता।
ऊपर अमन अब गालियाँ देने लगी थीं, “चाट साले! बहुत दिन हो गए! बहनचोद! चूस! आ! खा जा! मर गई माँ!”
अब हम 69 पोजीशन में आ गए।
अमन मेरा लंड चूस रही थीं, मैं उनकी चूत चाट रहा था।
मेरा लंड फिर तैयार हो गया।
अमन मेरे ऊपर आ गईं और मेरे मुँह में चूत से बहुत रस आने लगा, जो मैं पी गया।
अब अमन एक तरफ लेट गईं।
थोड़ा रुकीं और बोलीं, “राज, अब अंदर डाल दो!”
और अपने चूतड़ों के नीचे तकिया रख लिया।
मैंने अपना लंड चूत पर रखा और धक्का मारा, पर फिसल गया।
बार-बार कोशिश की, पर लंड जा ही नहीं रहा था।
फिर अमन मैडम ने बोला, “रुको!” फिर लंड को पकड़कर सही से चूत के मुँह पर रखा।
फिर बोलीं, “अब डालो!”
मैंने अब जोर लगाया, तो लंड चूत में घुसना शुरू हो गया।
जैसे-जैसे लंड अंदर जा रहा था, अमन मैडम का मुँह भी खुल रहा था और आँखों से पानी आने लगा था।
पूरा अंदर जाते ही अमन मैडम जोर से चिल्ला पड़ीं, “आ आ आ ई उ उ ई माँ! मर गई! मार डाला! आ!”
मुझे ऐसा लगा जैसे लंड किसी भट्टी में डाल दिया हो। एक अलग-सा मजा आ रहा था।
फिर मैंने साथ ही धक्के मारना शुरू कर दिया, पर मैडम ने मुझे रोका और अपनी टाँगें मेरे कूल्हों पर लपेट दीं।
अब धीरे-धीरे धक्के देना शुरू किया।
अमन मैडम की चूत में धक्के की स्पीड बढ़ाने लगा।
हर धक्के पर मैडम के मुँह से “आ अ अ आई उ ऊ” की आवाज आ रही थी।
चूत से “फच फच” और पायल की “छम छम” की आवाजें मिलकर एक संगीत पूरे रूम में गूँज रहा था।
वो संगीत आज भी याद आता है।
लगभग 20 मिनट की चुदाई के बाद मैंने मैडम की चूत में ही पानी छोड़ दिया।
इस तरह मैडम ने मुझे पटा कर अपनी चूत चुदवा ली.
फिर हमने खाना खाया और सारी रात चुदाई चली। मैडम ने उस रात बहुत सारे चुदाई के आसन सिखाए।
सुबह तक 6 बार वाइल्ड Xxx ट्यूटर की चुदाई की।
अब ये हमारा हर हफ्ते का काम हो गया था।
अब मैं भी चुदाई में एक्सपर्ट हो गया था।
ये मेरी पहली रियल कहानी थी।
मुझे मेल करके बताना कि वाइल्ड Xxx ट्यूटर स्टोरी कैसी लगी।
अगली कहानी में लिखूँगा कि कैसे मैंने अमन मैडम की गांड फाड़ी।
[email protected]