हॉट टीचर पोर्न कहानी में मेरी नई जॉब की ट्रेनिंग के लिए जो इंस्ट्रक्टर आई, वह माल लड़की थी. मैं उसे ही घूरता रहता था. वह भी मेरी हरकत को देख कर मुस्कुराती थी.
फ्रेंड्स, मैं राहुल यादव हूँ और बहरामपुर उड़ीसा का हूँ.
मैं 5 फुट 8 इंच हाइट हूँ और एथलीट बॉडी है, रंग हल्का सांवला है.
लड़कियों की खास रुचि के लिए बता दूँ कि मेरा लंड 7 इंच लंबा है व 3 इंच मोटा है.
इस साइट पर यह मेरी पहली सेक्स स्टोरी है.
एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में मेरी जॉब की ट्रेनिंग चल रही थी.
यह उसी वक्त की हॉट टीचर पोर्न कहानी है.
सन 2015 में मैं 20 साल का था.
मेरी स्नातक की पढ़ाई खत्म होने के बाद मैं पहली बार भुवनेश्वर आया था.
मैंने बहुत सारी कंपनियों में अपना रेज़्यूमे भेजा हुआ था, पर कहीं पर भी नहीं बुलाया गया था.
फिर एक कंपनी से इंटरव्यू के लिए कॉल आया.
तो मैंने बड़ी प्रसन्नता से इंटरव्यू दिया और सिलेक्ट भी हो गया.
मैं कंपनी की तरफ से आने वाले ऑफर लेटर का इंतजार कर रहा था.
पहले कंपनी की तरफ से कॉल आया कि 45 दिन की ट्रेनिंग होगी, उसके बाद ऑफर लेटर मिलेगा.
कंपनी की तरफ से जिस तारीख को मुझे बुलाया गया था, उस तारीख को करीब 26 लोग ट्रेनिंग के लिए आए थे.
ट्रेनिंग का वह पहला दिन था.
उधर एक लड़की भी आई थी, बड़ी हॉट माल थी.
उसके बड़े बड़े बूब्स थे, गांड भी काफी बड़ी थी.
देखने से लग रही थी कि 26 साल की होगी.
मैंने सोचा कि इस लड़की की भी मेरे साथ ही ट्रेनिंग होगी.
अब तक आधा घंटा हो चुका था, कोई ट्रेनर नहीं आया था.
तभी वह लड़की बोली- मैं ही तुम सबकी ट्रेनर हूँ.
उसकी बात सुनकर हम सब चकित हो गए कि जब यह ट्रेनर थी तो अब तक चुप क्यों थी.
शायद वह हम लोगों की बातें सुनकर कुछ अंदाज लगाना चाह रही थी.
यह शायद उन लोगों की कार्यप्रणाली का एक हिस्सा था.
अब हमारी ट्रेनिंग शुरू हुई.
जैसी वह दिख रही थी, उस पर से आंख हटाने के लिए मन कर ही नहीं रहा था.
मैं बस उसे घूरता रहा.
इस बात को उसने नोटिस भी किया पर कुछ नहीं बोली.
उसने बस मेरा नाम और मेरी हॉबीज आदि पूछ कर मुझे बैठा दिया.
दूसरे दिन जब मैं ट्रेनिंग के लिए गया तो आज वह गुलाबी रंग की साड़ी में आई थी.
क्या लग रही थी यार … जैसे पटाखा माल हो.
मुझे तो बस ऐसा लग रहा था कि साली को वहीं पर पटक कर चोद दूं.
उसके मम्मों को जब मैं घूर रहा था, तभी ट्रेनर ने मेरी नजरों का पीछा किया और एक हल्की सी मुस्कान बिखेर दी.
आज उसके अलावा और भी बहुत सारे लोगों ने मुझे नोटिस कर लिया था कि मैं अपनी ट्रेनर को घूर रहा हूँ.
जिसके जवाब में उसने मुस्कान बिखेरी थी.
कुछ दिन बाद और एक मॉक टेस्ट हुआ तो मैं व मेरे साथ कुछ लोग उसमें फेल हो गए.
फेल होने वालों पर वह ट्रेनर गुस्सा कर रही थी.
पर उसने मुझसे कुछ नहीं कहा.
अब मैं पक्का हो गया कि उनके मन में भी कुछ तो चल रहा है.
अब इधर मैं आपको उसकी फिगर बता देता हूँ.
हाइट साढ़े पाँच फिट और उस पर भी हाई हील की सैंडल पहनती थी तो उसके 36 इंच की चूचियां और 40 इंच की गांड एकदम तोप की तरह उठी हुई दिखाई देती थी.
एक बार वह ट्रेनर हम सबको ट्रेनिंग दे रही थी.
तभी मुझे किसी बात पर एक डाउट हुआ.
मैंने उसे आवाज देकर अपने पास बुलाया.
उसका नाम सौम्या था, मैं उसको मिस बोल कर बुलाता था.
मेरे बुलाने पर वह मेरे करीब आई और मेरे पीछे से झुक कर बताने लगी थी कि सिस्टम में क्या कैसे करना है.
जब वह मेरे ऊपर झुकी थी, तब अपने बूब्स मेरे कंधों पर, कान पर या फिर सर पर टच कर रही थी.
यह महसूस करते ही मेरा लंड कड़क हो गया.
मैंने अपना एक हाथ अपने लंड के ऊपर रख कर उसे दबा दिया.
मेरी इस हरकत को मिस सौम्या देख चुकी थी.
हमारा एक व्हाट्सैप ग्रुप भी बन गया था.
वहां से मेरा नंबर निकाल कर मिस ने शाम के 8 बजे मुझे मैसेज किया ‘हैलो’
मैंने हैलो कहा और उनके सामने एक हाथ जोड़ने वाली इमोजी भेज दी.
वह मेरे साथ पहले तो सामने मैसेज करती रही.
बाद में मैंने ही उससे पूछ लिया- मिस आपका कोई ब्वॉयफ्रेंड है?
वह मना करने लगी.
कुछ दिन तक हमारे बीच ऐसे ही इधर उधर की बातें होने लगी थीं और बीच बीच में वह खुद ही मुझसे नॉनवेज बातें भी करने लगती थी तो मैं भी उससे खुल गया था.
करीब 25 दिन बाद अब हमारी ट्रेनिंग रात में होनी थी.
रात में कुछ दिन ट्रेनिंग होने के बाद मैंने एक दिन मिस से कह ही दिया- सौम्या, तुम मुझे बहुत अच्छी लगती हो!
वह मुस्कुरा कर बोली- हां मैं जानती हूँ.
मैंने भी हंस कर उसकी तरफ देखा तो वह सबको देखने लगी और मैंने भी खुद को संयमित किया.
फिर वह धीरे से बोली- स्टाफ रेस्टरूम में कोई नहीं है. मुझे अकेले में डर लगता है, आज तुम भी उधर ही आ जाओ.
मैं समझ गया कि आज ही चूल्हे में लकड़ी लगाने का अवसर प्राप्त हो सकता है.
वहां जाने के बाद वह अंगड़ाई लेती हुई बोली- आज बहुत गर्मी लग रही है न!
बस यह कहा और सौम्या ने अचानक से अपनी साड़ी का पल्लू नीचे गिरा दिया.
वह मेरे सामने पारदर्शी काले रंग के ब्लाउज में थी और उसके अन्दर काले रंग की ही ब्रा झलक रही थी.
अब वह अर्थ पूर्ण स्वर में बोली- मेरा सर दर्द हो रहा है!
मैंने कहा- मैं दबा दूँ!
वह झट से मान गयी.
मैं अब उसका सर दबा रहा था तो ऊपर से उसके खुले गले के ब्लाउज से मम्मे दिख रहे थे.
उसके भरे हुए दूध देख कर मैं बहुत ज्यादा चुदास से भर गया था.
मेरा लंड पूरा तन गया था.
उसने अपनी आंखों को मेरी तरफ किया तो उसे मेरे कड़क होते लंड की छटा दिखने लगी.
वह लंड को घूर कर देखती हुई बोली- मैं थोड़ी रेस्ट कर लेती हूँ. तुम भी थोड़ा सो लो.
मैंने भी उस डबलबेड पर एक ओर को लेट गया.
कुछ देर बाद वह सो गयी.
पर मुझे नींद नहीं आ रही थी.
उसका पल्लू गिरा हुआ था और चूचे साफ दिखाई दे रहे थे.
मेरे लंड को आत्महत्या करने का जी कर रहा था कि सामने रबड़ी की दुकान खुली है और मैं कुछ कर ही नहीं पा रहा हूँ.
जब मैं उसकी चूचियों को देखता तो लंड और ज्यादा फड़फड़ाने लगता.
मुझसे और ज्यादा कंट्रोल नहीं हो सका और मैंने हाथ बढ़ा कर सौम्या के एक दूध को दबा दिया.
वह एकदम से उठ गयी और बोली- ये क्या कर रहा है राहुल?
मैंने कहा- सॉरी मिस सॉरी, सुनो आप थकी हुई हो ना, इसलिए मालिश कर रहा हूँ.
वह कुछ नहीं बोली बस मुझे घूरती रही.
मैंने फिर से उससे कहा- आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो!
वह भी इस बात को जानती थी.
पर शायद किसी वजह से डर रही थी.
वह बोली- ठीक है, पर किसी को बताना मत!
अब मेरा रास्ता ग्रीन हो गया था.
मैं उसके मुँह से मुँह लगा कर होंठों पर किस करने लगा.
वह भी मेरा साथ देने लगी.
फिर मैं उसकी गर्दन पर किस कर रहा था, तो वह बोली- राहुल आई लव यू … आई लव यू सो मच!
मैंने भी उससे कहा कि यस आई लव यू टू जान … आह.
उसको किस करते हुए मैंने उसका ब्लाउज सामने से खोल दिया.
ब्लाउज के अन्दर कसी हुई काले रंग की ब्रा में उसे दूधिया मम्मे एकदम मस्त दिख रहे थे और बाहर आने के लिए बेताब हो रहे थे.
मैंने अब उसकी साड़ी को पूरा निकाला.
उसने मेरे पैंट का बटन खोल कर मेरा लंड अपने हाथ में ले लिया.
मैंने उसके पेटीकोट को जब ढीला करके उसकी टांगों से बाहर निकाला, तो वह मेरी तरफ पीठ करके घूम गई.
मैं नजारा देख कर हैरान रह गया.
क्या गांड थी यारो, मस्त फूली हुई.
मैं उसकी गांड पर हाथ फिरा रहा था.
उसने अभी भी पैंटी पहनी हुई थी जो कि उसके दोनों चूतड़ों के बीच में एक पतली डोरी के जैसी थी.
पैंटी की पट्टी उसकी गांड के छेद को भर ढके हुई थी.
बाकी दोनों चूतड़ एकदम नग्न थे जो मलाई जैसे थे.
मैंने कुछ देर तक उसके दोनों चूतड़ों को अपने दोनों हाथों से मसला और सहलाया.
फिर चूतड़ों से ऊपर हाथ गया तो आधे खुले ब्लाउज को हटा कर मैंने उसकी ब्रा के हुक को खोला तो उसकी आह निकल गई.
मैंने उसे अपनी तरफ पलटने की कोशिश की तो वह शर्मा गई और उसने अपने दोनों दूध हाथों से ढक लिए.
उसके दूध ब्रा से बाहर निकल गए थे.
मैंने ब्रा को हटा दिया और पीछे से ही उसके मम्मों को अपने हाथों से ज़ोर ज़ोर से मसलने लगा.
सौम्या मादक स्वर में सिसकारने लगी- आहा आई यइ … उह म्म्मा … राआहुल … और ज़ोर से दबाओ … प्लीज़ राहुल!
मैं उसके दोनों मम्मों को करीब 5 मिनट तक दबाता रहा और साथ ही पीछे से उसकी गर्दन को किस करता रहा.
फिर जब मैंने उसकी पैंटी को टांगों से निकाला, तो मैं चूत देख कर दंग रह गया.
एकदम चिकनी चूत थी और पूरी गीली थी.
उसकी चूत गुलाब की पंखुड़ियों की तरह एकदम मासूम सी दिख रही थी.
उसकी दोनों पुत्तियां एकदम चिपकी हुई थीं मानो उनके बीच में कभी उंगली भी नहीं गई हो.
मैंने जैसे ही उस सुकोमल चूत को देखा तो रहा ही न गया; मैंने तुरंत अपना मुँह उसकी चूत पर लगा दिया.
वह एकदम से सिहर उठी और उसके कंठ से मादक सिसकारी निकल गई- उम्म्म राहुल आह उम्म्म माँआ ऑह माय गॉड … उहह प्लीज़ राहुल मुझे ठंडा कर दो प्लीज … मैं जल रही हूँ आह!
जब वह ऐसे बोलने लगी तो मैं और ज़ोर ज़ोर से अपनी जीभ को उसकी चूत चाटने लगा.
कुछ ही देर बाद सौम्या अपने शरीर को अकड़ाती हुई मेरे मुँह पर ही झड़ गयी.
मैं भी लगा रहा और उसकी चूत से निकले रस को चाट कर पूरा पी गया.
मैं रस पी लेने के बाद भी उसकी चूत को चाट रहा था.
वह बोली- प्लीज़ राहुल, तड़पाओ मत अब अन्दर डाल दो.
मैं उसे किस करने लगा और उसकी चूत के ऊपर लंड को सैट कर दिया.
अब मैंने जैसे ही धक्का दिया तो वह चिल्ला उठी- उई मांआ अ मादरचोद साले … ऐसे कौन चोदता है बे भोसड़ी के … आह फाड़ दी हरामी ने!
मैंने भी लंड को और जोर से पेलते हुए उसे गाली बक दी- साली रंडी … चूत को कैसे चोदा जाता है, बहन की लौड़ी तू मुझे चोदना सिखाएगी. आह … आज तेरी सील फाड़ दूँगा रंडी!
अब मैंने देखा कि सौम्या की आंख से आंसू निकल रहे थे.
तो मैं भी थोड़ा धीमे हो गया और हल्के हल्के से धक्का देने लगा.
सौम्या की बुर एकदम टाइट थी.
उसने शायद अब तक किसी के साथ सेक्स ही नहीं किया था.
करीब दस मिनट बाद वह दूसरी बार झड़ गयी थी.
अब मैं लंड रस निकालने वाला था.
मैंने उससे पूछा, तो वह बोली- अन्दर नहीं निकालना, मैं मुँह में ले लूँगी.
जब वह यह बोली तो मैंने लंड चूत से बाहर निकाला और उसके मुँह में दे दिया.
वह लंड मुँह में लेकर आगे पीछे करने लगी.
कुछ ही चुप्पे लगाने के बाद मैं झड़ने लगा और मैंने उसके मुँह में ही अपना माल निकाल दिया.
कुछ देर तक हम दोनों अपनी सांसें नियंत्रित करते रहे.
हॉट टीचर पोर्न का एक दौर समाप्त हो चुका था.
उसके बाद वह बोली- अब फिर से चोदो.
मैं हैरान था कि वह चुदते समय इतनी जोर जोर से तड़प रही थी और अब चुदने के लिए तड़फ रही है.
जो भी हो, पर आज मुझे यह अच्छा मौका मिल गया था.
वह जब बोली कि और चुदाई करेंगे, तो मैं वापस लग गया.
हम दोनों काफी देर तक किस करते रहे.
मैं उसकी चूत में उंगली डाल कर उसे गर्म कर रहा था.
इस बार उसे चुदवाने में अच्छा लग रहा था.
जब मैं उसको चोदने लगा था तो वह कामुक आवाजें निकाल रही थी- आह आईई … ऑश … उउम … आई लव यू राहुल … और तेज तेज चोद दे मुझे … चोद दे राहुल … तुम बहुत अच्छे हो राहुल!
कुछ मिनट चुदने के बाद वह झड़ गयी थी पर मैं लगा रहा.
जब मैं झड़ा तो इस बीच वह दो बार झड़ चुकी थी.
हम दोनों ने कुछ देर आराम किया और बाद में वॉशरूम जाकर हम दोनों फ्रेश हो गए.
सुबह करीब 4 बजे पहले मैं क्लास रूम में गया.
उसके बाद मिस सौम्या आई, वह ठीक से चल भी नहीं पा रही थी.
उधर कोई नहीं था सब चले गए थे.
मैंने कहा- आई लव यू सौम्या!
तो वह भी बोली- आई लव यू टू राहुल.
फिर हम दोनों एक साथ कंपनी से अपने अपने घर के लिए निकल गए.
आपको मेरी हॉट टीचर पोर्न कहानी कैसी लगी, प्लीज मेल करें.
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