भाभी की चुदक्कड़ बहन की चुत गांड चोदी

स्लट गर्ल सेक्स कहानी में मेरी भाभी की छोटी बहन हमारे घर रहने आई थी. वह भरे बदन की सेक्सी माल थी. एक दिन उसने होरर मूवी देखने को कहा और मेरे साथ बैठ गयी.

नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम विकी है और मैं फरीदाबाद में रहता हूँ.
मेरी उम्र अभी 24 साल है और मेरे लंड का साइज काफी अच्छा है … यह 7 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है.

ये मेरी दूसरी सेक्स कहानी है.
मेरी पहली सेक्स कहानी
पति से असंतुष्ट भाभी मुझसे चुद गयी
को आप इस लिंक को खोलकर पढ़ सकते हैं.

ये स्लट गर्ल सेक्स कहानी आज से करीब 5 साल पुरानी है.
मेरी भाभी की बहन हमारे घर रहने आई थी. उसका नाम था पूर्णिमा (बदला हुआ).

पूर्णिमा का शरीर काफी भरा हुआ था, मतलब उसका फिगर 34-30-38 या शायद 40 का रहा होगा.
उसकी गांड को देखते ही मेरे लंड पर उसे चोदने का भूत सवार हो गया था.

अब मैं हमेशा ही उसे चोदने के चक्कर में लगा रहता था मगर बात नहीं बन पा रही थी.
शुरू-शुरू में तो वह मुझसे ज्यादा बात नहीं करती थी लेकिन मुझे देखकर हमेशा एक अलग तरह की मुस्कान बिखेर देती थी.

करीब दस दिन बाद मुझे एक मौका मिला.
हुआ कुछ ऐसा कि भैया और भाभी को कहीं जाना पड़ गया और घर पर सिर्फ मैं और पूर्णिमा रह गए.

उस दिन मैंने नोटिस किया कि पूर्णिमा मुझसे बात करने और मेरे पास बैठने में ज्यादा इंट्रेस्टेड लग रही थी.
मैं तो कब से इसी मौके का इंतज़ार कर रहा था.

हम दोनों एक साथ बैठकर बातें करने लगे, मगर मेरा मन तो उसे चोदने का ही था.

मेरी बातों में ज्यादा ध्यान न होने पर उसने कहा- चलो कोई मूवी देखते हैं.
मैंने पूछा- कौन सी मूवी देखोगी?

उस समय हमारे पास डीवीडी प्लेयर था और मेरे पास काफी फिल्मों की डीवीडी भी थीं.

उसने तुरंत जवाब दिया- कोई हॉरर वाली डीवीडी है क्या?
मैंने उसे बताया कि मेरे पास कौन कौन सी डीवीडी हैं.

उसने एक डीवीडी का नाम बता कर चलाने के लिए कहा.
मैंने भी राजी होकर मूवी लगा दी और बेड पर जाकर बैठ गया.

वह भी मेरे पास आकर मुझसे चिपक कर बैठ गई.
उसके चिपकते ही मेरे लंड में बिजली सी दौड़ पड़ी.

अब जब भी मूवी में कोई डरावना सीन आता, वह मुझसे और ज्यादा चिपक जाती और चोरी से मेरी तरफ देखकर तुरंत अपना मुँह घुमा लेती.

अब उसका हाथ मेरी जांघ पर था और धीरे-धीरे मेरे लंड की तरफ बढ़ता जा रहा था.
मेरा लंड तो कब से खड़ा था, अब तो उसकी नसें फटने को आ रही थीं.

अचानक पता नहीं उसे क्या हुआ, उसने टीवी बंद कर दिया और मेरे गाल पर किस करने के साथ-साथ मेरे लंड को भी दबा दिया.
उसने यह किया तो बस फिर क्या था … मैंने भी उसे लिप-किस करना शुरू कर दिया.

दो मिनट की किसिंग के बाद मैंने उसके कपड़े उतारने शुरू कर दिए.

क्या मस्त चूचे थे साली के … मक्खन से चिकने और रस भरे दूध … उन पर ब्राउन रंग के निप्पल, एकदम कड़क.

मैंने तुरंत एक निप्पल को अपने मुँह में भर लिया और दूसरे निप्पल को दो उंगलियों से मसलने लगा.
उसकी ‘आह … आह …’ की आवाज़ मुझे बहुत मज़ा दे रही थी.

अब मैं धीरे-धीरे उसकी नाभि से होता हुआ उसकी चूत के पास पहुंचा.
देखा तो उसकी चूत में थोड़े बाल थे क्योंकि उसने कुछ समय पहले अपनी झांटें साफ की थीं.

उसकी चूत बहुत गीली हो रही थी.
मैं तो कुत्ते की तरह उसकी चूत पर टूट पड़ा.

यह पहली बार था, जब मैंने किसी की चूत चाटी थी.
उसका स्वाद थोड़ा अटपटा-सा था. उसके मुँह से लगातार ‘आह … आह …’ की आवाज़ निकल रही थी.

दस मिनट में उसकी चूत ने हार मान ली, फिर भी मैं एक मिनट तक चाटता रहा.

फिर मैंने उससे कहा कि मेरा लंड चूसो लेकिन वह मना करने लगी.
इसलिए मैंने ज्यादा ज़ोर नहीं दिया.

अब मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ना शुरू किया.
वह भी अपनी गांड उठा-उठाकर लंड को अन्दर लेने की कोशिश करने लगी.

मैं उसके मुँह से चुदाई शुरू करने की बात सुनना चाहता था.

इतनी देर में अब जाकर वह बोली- चोद दो मुझे!
मैंने अपना लंड उसकी चूत के मुँह पर लगाकर ज़ोर का धक्का दे मारा.

एक हल्की ‘आह’ के साथ उसने पूरा लंड अपनी चूत में घुसवा लिया.
अब मुझे पता चला कि ये तो साली पक्की रंडी स्लट गर्ल है.
मेरे लंड के जैसे तो कई मूसल इसकी चुत को भोसड़ा बना चुके हैं.

मैं लगा रहा और उसे चोदता रहा.
ऐसे करीब 5 मिनट तक चोदने के बाद मैंने उसे डॉगी स्टाइल में लिया और पीछे से लंड पेल कर चोदना शुरू कर दिया.

उसकी गांड भी बहुत मस्त लग रही थी.
मैंने तुरंत अपनी उंगली उसकी गांड में डाल दी.

दस मिनट बाद मेरा माल निकलने वाला था.
मैंने उससे पूछा- मेरा होने वाला है, कहां छोड़ूं?
उसने कहा- मेरे अन्दर ही छोड़ दो, मैं भी तुम्हारी गर्मी को महसूस करना चाहती हूँ!

कुछ 4-5 धक्के लगाने के बाद मैं झड़ गया और उसके बगल में ही लेट गया.

लंबी व तेज चुदाई के कारण हम दोनों की सांसें बहुत तेज़ चल रही थीं.

दो मिनट बाद ही हम फिर से किसिंग करने लगे.
ये किस करीब 10 मिनट तक चली.

फिर मेरा लंड दोबारा खड़ा हो चुका था.
अब मैं उसके चूचे दबा रहा था.

वह पहले ही चुत तरफ से चुदवा चुकी थी इसलिए मेरा मन उसकी गांड मारने का करने लगा.

मैंने उससे कहा तो वह साली फटाक से डॉगी स्टाइल में आ गई.
मैं समझ गया कि यह दुनाली रंडी है.
दुनाली रंडी मतलब दोनों छेद से चलने वाली रांड.

अब मैं उसकी गांड को चाटने लगा.
वह भी अपनी गांड आगे-पीछे करके मज़ा ले रही थी.

दो मिनट बाद मैंने अपने लंड पर थूक लगाकर उसकी गांड पर धक्का मारा.

उसे थोड़ा दर्द हुआ, मगर एक मिनट बाद लंड उसकी गांड में सैट हो गया.
हमारी चुदाई शुरू हो गई.

मैं छेद बदल-बदल कर उसके मज़े लेने लगा.

इस बार मैंने 20 मिनट तक ऐसे ही मज़ा लिया, फिर अपना माल उसकी गांड में ही भर दिया.

उसके बाद हम दोनों ने अपने-अपने कपड़े पहने और अलग-अलग बैठ गए.

हमारे बैठते ही दस मिनट बाद भैया और भाभी वापस आ गए.

फिर मुझे दोबारा ऐसा मौका नहीं मिला क्योंकि दो दिन बाद ही वह अपने घर वापस चली गई.

उसके बाद उसकी शादी भी हो चुकी है.
अब मेरा और उसका कभी मिलना नहीं हुआ और ना ही अब वह मेरे कॉन्टैक्ट में है.

पता नहीं,अब वह कहां चुदवा रही है!

अगर आप सभी को मेरी सेक्स कहानी अच्छी लगी होगी. आप मुझे मेल कर सकते हैं.
स्लट गर्ल सेक्स कहानी पर अगर आपका कोई सुझाव भी है, तो मुझे मेल कर सकते हैं.
धन्यवाद.
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